Class 7

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 18 अपशिष्ट जल की कहानी

Haryana State Board HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 18 अपशिष्ट जल की कहानी Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Science Solutions Chapter 18 अपशिष्ट जल की कहानी

HBSE 7th Class Science अपशिष्ट जल की कहानी InText Questions and Answers

बूझो/पहेली

प्रश्न 1.
अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र का बोझ मत बढ़ाइए। पहेली जानना चाहती है कि यह कैसे सम्भव होगा?
उत्तर:
(i) नालियों में चिकनाई न बहाकर ।
(ii) रासायनिक पदार्थ तथा औषधियाँ न बहाकर इनसे शुद्धिकरण में सहायक सूक्ष्म जीव मर सकते हैं।
(iii) कोई भी ठोस पदार्थ नाली में न बहाकर।

प्रश्न 2.
बूझो जानना चाहता है कि हवाई जहाज में वाहित मल का निबटान कैसे होता है ?
उत्तर:
इसे एक टैंक में एकत्रित करके हवाई अड्डे पर लाकर संयंत्र में डाला जाता है जहाँ इसका निबटान किया जाता है।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 18 अपशिष्ट जल की कहानी

HBSE 7th Class Science अपशिष्ट जल की कहानी Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) जल को स्वच्छ करना ……………………. को दूर करने का प्रक्रम है।
(ख) घरों द्वारा निर्मुक्त किये जाने वाला अपशिष्ट जल ……………………. कहलाता है।
……………………. का उपयोग खाद के रूप में किया जाता है।
(घ) नालियाँ ……………………. और ……………………. के द्वारा अवरुद्ध हो जाती हैं।
उत्तर:
(क) संदूषकों
(ख) वाहित मल
(ग) गोबर
(घ) पॉलीथीन, आपंक।

प्रश्न 2.
वाहित मल क्या है ? अनुपचारित वाहित मल को नदियों अथवा समुद्र में विसर्जित करना हानिकारक क्यों है, समझाइए।
उत्तर:
वाहित मल अपशिष्ट जल होता है जो कि घरों, उद्योगों, अस्पतालों आदि द्वारा उपयोग के बाद प्रवाहित होता है। तेज वर्षा के समय गलियों, सड़कों तथा छतों से बहकर आने वाला वर्षा जल भी इसमें शामिल है जो अपने साथ हानिकारक पदार्थों को भी बहा ले जाता है। वाहित मल में धुले हुए तथा निलम्बित अपद्रव्य युक्त जल होता है। ये अपद्रव्य संदूषक कहलाते हैं।

प्रश्न 3.
तेल और वसाओं को नाली में क्यों नहीं बहाना चाहिए ? समझाइए।
उत्तर:
तेल या वसा हल्का होने के कारण जल की सतह पर तैरता रहता है। इसके कारण वायु जल के अन्दर प्रवेश नहीं कर पाती है। फलस्वरूप ऐसे जल में रहने वाले जीवों को ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पाती और श्वसन के अभाव में उनकी मृत्यु हो जाती है।

प्रश्न 4.
अपशिष्ट जल से स्वच्छ जल प्राप्त करने के प्रक्रम में सम्मिलित चरणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
स्वच्छ जल प्राप्त करने के प्रक्रम में सर्वप्रथम जल को बार-बार शलाका छन्नों (बार स्क्रीन) से गुजारा जाता है जिससे कि बड़े आकार के सन्दूषक पृथक हो जाते हैं। अब वाहित अपशिष्ट जल को इस टंकी के अपशिष्ट जल से कम प्रवाह से छोड़ा जाता है, जिससे उसमें उपस्थित बालू, ग्रिट, कंकड़, पत्थर उसकी पेंदी में बैठ जाते हैं। फिर आपंक को अलग किया जाता है। उपचारित जल में अल्प मात्रा में कार्बनिक पदार्थ और निलम्बित अशुद्धियाँ होती हैं। इसे समुद्र, नदी अथवा भूमि में विसर्जित कर दिया जाता है।

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प्रश्न 5.
आपंक क्या है ? समझाइए कि इसे कैसे उपचारित किया जाता है ?
उत्तर:
जल शोधन के समय टंकी की तली में बैठ जाने वाली अशुद्धियों (मल आदि) खुरचकर बाहर निकाली जाती हैं जिन्हें आपंक कहते हैं। आपंक को पृथक् टंकी में स्थानान्तरित करके जीवाणुओं द्वारा अपघटित कराया जा सकता है। जल को बालू बिछाकर बनाये शुष्कन तलों अथवा मशीनों द्वारा हटा दिया जाता है। शुष्क अपंक का प्रयोग खाद के रूप में कृषि में किया जाता है।

प्रश्न 6.
अनुपचारित मानव मल एक स्वास्थ्य संकट है। समझाइए।
उत्तर:
अनुपचारित मानव मल, जल तथा मृदा प्रदूषण का कारण बन सकता है। इससे भौमजल तथा सतही जल दोनों ही प्रदूषित हो सकते हैं। अनुपचारित मानव मल से भयंकर बीमारियों के फैलने की अत्यधिक संभावनाएँ होती हैं। इसीलिये यह एक स्वास्थ्य संकट है।

प्रश्न 7.
जल को रोगाणुनाशित (रोगाणुमुक्त) करने के लिये उपयोग किये जाने वाले दो रसायनों के नाम बताइए।
उत्तर:
(i) क्लोरीन
(ii) ओजोन।

प्रश्न 8.
अपशिष्ट जल उपचार संयन्त्र में शलाका छन्नों के कार्यों को समझाइए।
उत्तर:
अपशिष्ट जल को शलाका छन्नों से गुजारे जाने पर बड़े आकार के सभी सन्दूषक अलग हो जाते हैं।

प्रश्न 9.
स्वच्छता और रोग के बीच सम्बन्ध को समझाइए।
उत्तर:
स्वच्छता और रोग के बीच निम्न सम्बन्ध हैं
(i) गन्दगी के कारण रोगाणु तथा रोग फैलते हैं।
(ii) साफ तथा स्वच्छ शरीर से रोगाणु दूर रहते हैं।
(iii) जहाँ स्वच्छता होती है वहाँ रोग नहीं होते।

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प्रश्न 10.
स्वच्छता के सन्दर्भ में एक सक्रिय नागरिक के रूप में अपनी भूमिका को समझाइए।
उत्तर:
स्वच्छता के सन्दर्भ में एक सक्रिय नागरिक के रूप में हम निम्न कार्य कर सकते हैं
(i) हम सबसे पहले अपने शरीर को साफ एवं स्वच्छ रखेंगे।
(ii) हम अपने घर तथा इसके आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखेंगे।
(iii) हम अपने पड़ोसियों के साथ मिलकर जल निकास की उचित व्यवस्था करेंगे।
(iv) मल-मूत्र को खले में नहीं छोड़ेंगे।
(v) हम सम्बन्धित नगरपालिका को साफ-सफाई के सम्बन्ध में सहयोग करेंगे।

प्रश्न 11.
प्रस्तुत वर्ग पहेली को दिये गये संकेतों की सहायता से हल कीजिए।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 18 अपशिष्ट जल की कहानी -1

बाएँ से दाएँ-

2. वाहित मल उपचार संयन्त्र से प्राप्त गैसीय उत्पाद.
4. इस प्रक्रम में प्रदूषित जल से वायु को गुजारा जाता है।
7. वाहित मल ले जाने वाले पाइपों की व्यवस्था
8. उपयोग के बाद नालियों में बहता जल।

ऊपर से नीचे
1. जल उपचार में रोगाणुनाशन के लिए प्रयुक्त एक रसायन
3. वह सूक्ष्मजीव, जो ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में जैव पदार्थों का विघटन करते हैं।
5. सन्दूषित जल
6. यह स्थान, जहाँ वाहित मल से प्रदूषक पृथक किये जाते हैं।
19. अनेक व्यक्ति इसका विसर्जन खुले स्थानों में करते हैं।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 18 अपशिष्ट जल की कहानी -2

प्रश्न 12.
ओजोन के बारे में निम्नलिखित वक्तव्यों को ध्यानपूर्वक पढ़िए-
(क) यह सजीव जीवों के श्वसन के लिये अनिवार्य
(ख) इसका उपयोग जल को रोगाणु रहित करने के लिये किया जाता है।
(ग) यह पराबैंगनी किरणों को अवशोषित कर लेती
(घ) वायु में इसका अनुपात लगभग 3% है। इनमें से कौन से वक्तव्य सही हैं।
(i) (क), (ख) और (ग)
(ii) (ख) और (ग)
(iii) (क) और (ग)
(iv) सभी चार
उत्तर:
(i) (ख) और (ग)।

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HBSE 7th Class Science अपशिष्ट जल की कहानी Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

I. बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों में से सही विकल्प का चयन कीजिए
1. ‘जीवन के लिए जल’ पर कार्य के लिए अन्तर्राष्ट्रीय दशक के रूप में घोषित किया गया
(क) वर्ष 1990 से 2000
(ख) वर्ष 1995 से 2005
(ग) वर्ष 2005 से 2015
(घ) वर्ष 2010 से 2020
उत्तर:
(ग) वर्ष 2005 से 2015

2. जल में कार्बनिक अशुद्धियाँ हो सकती हैं
(क) मानव मल
(ख) पीड़कनाशी
(ग) तेल
(घ) ये सभी
उत्तर:
(घ) ये सभी

3. प्रदूषित जल में हानिकारक जीव हो सकते हैं
(क) जीवाणु
(ख) प्रोटोजोआ
(ग) बीजाणु
(घ) ये सभी
उत्तर:
(घ) ये सभी

4. जल शोधक पदार्थ है
(क) मेथेन
(ख) क्लोरीन
(ग) सैकरीन
(घ) फीनॉल
उत्तर:
(ख) क्लोरीन

5. जैव निम्नीकरणीय जल प्रदूषक है
(क) प्लास्टिक की थैली
(ख) शाकनाशी
(ग) पीड़कनाशी
(घ) मानव मल
उत्तर:
(घ) मानव मल

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II. रिक्त स्थान

निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान भरिए
1. अपशिष्ट जल के उपचार का प्रक्रम सामान्य रूप से ……………….. कहलाता है।
2. सीवर मिलकर ………… की व्यवस्था करता है।
3. निर्मलीकृत जल में पंप द्वारा वायु को गुजारा जाता है जिससे उसमें ………… की वृद्धि होती है।
4. ………… उन स्थानों के लिए उपयुक्त हैं जहाँ मल वहन की व्यवस्था नहीं है।
उत्तर;
1. वाहित मल उपचार
2. मल विसर्जन
3. वायवीय जीवाणु
4. सैप्टिक टैंक।

III. सुमेलन

कॉलम A तथा कॉलम B के शब्दों का मिलान कीजिए

कॉलम A कॉलम B
1. टाइफाइड (a) वायुवीय जीवाणु
2. जल निर्मलीकरण (b) प्रदूषित जल का उपयोग
3. कीटनाशक (c) वाहित मल उपचार संयंत्र
4. वातित्र (d) जल प्रदूषक

उत्तर:

कॉलम A कॉलम B
1. टाइफाइड (b) प्रदूषित जल का उपयोग
2. जल निर्मलीकरण (a) वायुवीय जीवाणु
3. कीटनाशक (d) जल प्रदूषक
4. वातित्र (c) वाहित मल उपचार संयंत्र

IV. सत्य/असत्य

निम्नलिखित वाक्यों में से सत्य एवं असत्य कथन छाँटिए
1. वह जल जो शौचालयों, लान्ड्री, सिंक, कारखानों आदि से निकलता है, अपशिष्ट जल कहलाता है।
2. हैजा और टाइफाइड रोग के रोग कारक क्रमशः विनियो कोलेरा एवं साल्मानेला पैराटाइफी जीवाणु हैं।
3. अपशिष्ट जल में तैरने वाले तेल और ग्रीज को हटाने के लिए अपमथित्र (स्किमर) का उपयोग किया जाता है।
4. बायोगैस का उपयोग ऊर्जा के स्रोत के रूप में नहीं किया जा सकता है।
उत्तर:
1, सत्य
2. सत्य
3. सत्य
4. असत्य।

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अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
जल के शुद्धिकरण से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:
शुद्धिकरण की प्रक्रिया जिसमें जल से पानी व सन्दूषित पदार्थों को पृथक् कर दिया जाता है।

प्रश्न 2.
वाहित मल क्या होता है ?
उत्तर:
वाहित मल घरों, उद्योगों, अस्पतालों, कार्यालयों और अन्य उपयोगों के बाद प्रवाहित किया जाने वाला जल होता है।

प्रश्न 3.
सन्दूषक किसे कहते हैं ?
उत्तर;
जल में घुले हुए तथा निलम्बित अपद्रव्य होते हैं जिन्हें सन्दूषक कहते हैं।

प्रश्न 4.
वाहित मल जल में कौन-कौन से पदार्थ हो सकते हैं? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
(i) सूक्ष्म जीव
(ii) रासायनिक अपशिष्ट
(iii) धातुओं के कण
(iv) सीसा के कण।

प्रश्न 5.
सन्दूषित जल के प्रयोग से किन रोगों के होने की सम्भावना होती है ?
उत्तर:
हैजा, टाइफाइड, पोलियो, मेनिन्जाइटिस, हेपैटाइटिस और पेचिश।

प्रश्न 6.
उस जीव का नाम लिखिये जिसका प्रयोग जल के शुद्धिकरण में किया जाता है ?
उत्तर:
जीवाणु (बैक्टीरिया)।

प्रश्न 7.
दो ऐसे पदार्थों के नाम लिखिए जिनसे जल को कीटाणु मुक्त किया जा सकता है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
(i) फिटकरी
(ii) क्लोरीन।

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प्रश्न 8.
नदियों में जल प्रदूषण के दो कारक लिखिए।
उत्तर:
(i) घरेलू बाहित मल
(ii) उद्योगों का कचरा।

प्रश्न 9.
अपशिष्ट जल को कहाँ उपचारित किया जाता है ?
उत्तर:
अपशिष्ट जल को वाहित मल उपचार संयन्त्र में उपचारित किया जाता है।

प्रश्न 10.
हमारे लिये जल के स्रोत क्या हैं ?
उत्तर:
नदियाँ, कुएँ, ट्यूबवैल, झरने आदि।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित आरेख में खाली स्थानों में उपयुक्त शब्द भरिए। (क्रियाकलाप)
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 18 अपशिष्ट जल की कहानी -3
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 18 अपशिष्ट जल की कहानी -4

प्रश्न 2.
ऐसे चार क्रियाकलापों की सूची बनाइए जिसे न करने पर आप जल को सन्दूषणरहित बनाने में योगदान कर सकते हैं?
उत्तर:
(i) हमें खुले स्थानों पर मल विसर्जन नहीं करना चाहिए।
(ii) रसोईघर के अपशिष्ट पदार्थ, जैसे सब्जियों के छिलके आदि को नालियों में नहीं डालना चाहिए।
(ii) खाना पकाने के तेल एवं बर्तन साफ करने से निकले मैले को जल में नहीं डालना चाहिए।
(iv) कीटनाशकों, औषधियों, पेंट, विलायक आदि को जल में नहीं फेंकना चाहिए।

प्रश्न 3.
कृमि प्रसंस्करण शौचालय का क्या महत्व
उत्तर:
भारत में ऐसे शौचालयों की रूपरेखा का परीक्षण किया गया है, जिसमें मानव मल को केंचुओं द्वारा उपचारित किया जाता है। यह तकनीक मानव मल के सुरक्षित प्रसंस्करण के लिये आदर्श सिद्ध हो सकती है, क्योंकि इसके उपयोग में जल की बहुत कम मात्रा की आवश्यकता होती है। शौचालय का संचालन बहुत सरल और स्वच्छ है। मानव मल पूर्णत: कृमि केकों में परिवर्तित हो जाता है जो मृदा के लिये अति समृद्ध पोषक है।

प्रश्न 4.
वाहित जल में पाई जाने वाली विभिन्न अशुद्धियों का विवरण दीजिए।
उत्तर:
वाहित जल में पाई जाने वाली अशुद्धियाँ निम्न प्रकार हैं
(1) कार्बनिक अशुद्धियाँ-मानव मल, जैविक अपशिष्ट पदार्थ, तेल, यूरिया (मूत्र), पीड़कनाशी, शाकनाशी, फल एवं सब्जी का कचरा आदि।
(2) अकार्बनिक अशुद्धियाँ-नाइट्रेट, फॉस्फेट, धातुएँ।
(3) पोषक तत्व-फॉस्फोरस और नाइट्रोजनयुक्त पदार्थ।
(4) जीवाणु-हैजा और टाइफाइड आदि रोग उत्पन्न करने वाले।
(5) अन्य सूक्ष्म जीव पेचिश आदि रोग उत्पन्न करने वाले।

प्रश्न 5.
मल विसर्जन व्यवस्था क्या होती है ?
उत्तर:
घरों तथा सार्वजनिक भवनों को स्वच्छ जल की आपूर्ति सामान्यत: पाइपों के जाल द्वारा की जाती है। पाइपों के एक अन्य जाल द्वारा उपयोग किये जा चुके जल को ले जाया जाता है। उपयोग किये जा चुके जल को ले जाने वाली पाइप लाइनों को सीवर कहते हैं जो मल विसर्जन की व्यवस्था करता है। यह एक परिवहन तन्त्र की तरह है जो वाहित मल को उसके उद्गम स्थल से उसके निबटान के स्थान अर्थात् उपचार संयन्त्र तक ले जाता है।

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दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
अपशिष्ट जल उपचार संयन्त्र का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
अपशिष्ट जल के उपचार में भौतिक, रासायनिक और जैविक प्रक्रम सम्मिलित होते हैं। यह प्रक्रम जल को सन्दूषित करने वाले भौतिक, रासायनिक और जैविक द्रव्यों को पृथक् करने में सहायता करते हैं।
(1) सबसे पहले अपशिष्ट जल को ऊर्ध्वाधर लगी छड़ों से बने शलाका छन्ने (बार स्क्रीन) से गुजारा जाता है। इससे अपशिष्ट जल में उपस्थित कपड़ों के टुकड़े, डण्डियाँ, डिब्बे, प्लास्टिक के पैकेट, नैपकिन आदि जैसे बड़े साइज के सन्दूषक अलग हो जाते हैं।

(2) अब वाहित अपशिष्ट जल को ग्रिट और बालू अलग करने की टंकी में ले जाया जाता है। इस टंकी में अपशिष्ट जल को कम प्रवाह से छोड़ा जाता है, जिससे उसमें उपस्थित बालू, ग्रिट और कंकड़-पत्थर उसकी पेंदी में बैठ जाते हैं।

(3) फिर जल को एक ऐसी बड़ी टंकी में ले जाया जाता है जिसका पेंदा मध्य भाग की ओर ढलान वाला होता है। जल को इस टंकी में कई घण्टों तक रखा जाता है, जिसमें मल जैसे ठोस उसकी तली के मध्य भाग में बैठ जाते हैं। इन अशुद्धियों को खुरचकर बाहर निकाल दिया जाता है। यह आपंक (स्लज) होता है। अपशिष्ट जल में तैरने वाले तेल और ग्रीस जैसी अशुद्धियों को हटाने के लिये अपमथित्र (स्किमर) का उपयोग किया जाता है। इस प्रकार साफ किया गया जल निर्मलीकृत होता है।

(4) निर्मलीकृत जल में पम्प द्वारा वायु को गुजारा जाता है जिससे जीवाणुओं की वृद्धि होती है। ये अनेक अपशिष्ट पदार्थों का विघटन कर देते हैं।

कई घण्टों के पश्चात् जल में निलम्बित सूक्ष्म जीव टंकी की पेंदी में सक्रिय आपंक के रूप में बैठ जाते हैं। अब शीर्ष भाग से जल को निकाल दिया जाता है। सक्रिय आपंक लगभग 97% जल है। जल को बालू बिछाकर बनाये शुष्कन तो अथवा मशीनों द्वारा हटा दिया जाता है। शुष्क आपंक का उपयोग खाद के रूप में किया जाता है जिससे कार्बनिक पदार्थ और पोषक तत्व पुनः मृदा में वापस चले जाते हैं।

उपचारित जल में अल्प मात्रा में कार्बनिक पदार्थ और निलम्बित तत्व होते हैं। इसे समुद्र, नदी अथवा भूमि में विसर्जित कर दिया जाता है। कभी-कभी जल को वितरण तन्त्र में निर्मुक्त करने से पहले उसमें क्लोरीन अथवा ओजोन मिलाकर रोगाणुमुक्त किया जाता है।

प्रश्न 2.
अपने संदूषक सर्वेक्षण के आधार पर वाहित मल के प्रकार, उत्पत्ति स्थल, उपस्थित संदूषक पदार्थों की तालिका बनाइए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
सारणी सन्दूषक सर्वेक्षण

वाहित मल का प्रकार उत्पत्ति स्थल संदूषक पदार्थ कोई अन्य टिप्पणी
कूड़ा-करकट/मलिन जल रसोई शाकनाशी ज्यादा प्रदूषित नहीं
दुर्गन्ध युक्त अपशिष्ट शौचालय मल बहुत प्रदूषित
व्यावसायिक अपशिष्ट औद्योगिक और व्यावसायिक संस्थान रसायन अत्यधिक प्रदूषित

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वन: हमारी जीवन रेखा Class 7  HBSE Notes in Hindi

→ झाग से भरपूर, तेल मिश्रित, काले, भूरे रंग का जल जो सिंक, शौचालय, लॉन्ड्री आदि से नालियों में जाता है, वह अपशिष्ट जल कहलाता है।
→ जल समस्या की गंभीरता को समझते हुए विश्व जल दिवस 22 मार्च 2005 को संयुक्त राष्ट्र की जनरल एसेम्बली ने 2005-2015 को जीवन के लिए जल पर कार्य के लिए अन्तर्राष्ट्रीय दशक के रूप में घोषित किया है।
→ वाहित मल घरों, उद्योगों, अस्पतालों, कार्यालयों और अन्य उपयोगों के बाद प्रवाहित किए जाने वाला जल अपशिष्ट जल होता है।
→ प्रयुक्त जल अपशिष्ट जल कहलाता है, जिसका पुन: उपयोग किया जा सकता है।
→ वाहित मल द्रवरूपी अपशिष्ट पदार्थ होता है जो जल और मृदा का प्रदूषण उत्पन्न करता है।
→ छोटे एवं बड़े पाइपों की भूमि के अन्दर बनायी गयी व्यवस्था जो मिलकर मल विसर्जन की व्यवस्था करती है, सीवर कहलाती है।
→ अपशिष्ट जल उपचार के सह-उत्पाद, आपंक और बायो गैस हैं।
→ खुली (मुक्त) नाली व्यवस्था, मक्खी, मच्छर और अन्य ऐसे जीवों के लिए प्रजनन स्थल प्रदान करती है, जो रोग उत्पन्न करते हैं।
→ हमें खुले में मलत्याग नहीं करना चाहिये। कम लागत विधियों को अपनाकर मल का सुरक्षित निबटान सम्भव है।
→ अपशिष्ट जल – उपयोग के बाद बचा प्रदूषित जल अपशिष्ट जल कहलाता है।
→ वाहित मल – नालियों से बहता हुआ जल जिसमें घरेल, औद्योगिक अपशिष्ट पदार्थ होते हैं।
→ सीवर – वह व्यवस्था जो नालियाँ एवं पाइपों को जोड़कर मल विसर्जन के लिए बनायी जाती है।
→ वातन – वाहित मल में वायु का संचरण करना।
→ अपशिष्ट पदार्थ – ऐसे पदार्थ जो प्रयोग करने के बाद व्यर्थ बच जाते हैं।
→ आपंक – जब अपशिष्ट जल को साफ करने के लिये टंकी में ले जाया जाता है तो अपशिष्ट ठोस उसकी तली में बैठ जाते हैं, यह आपंक कहलाता है।
→ अवायवीय जीवाणु – जीवाणु जिन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है।
→ वायवीय जीवाणु – जीवाणु जिन्हें जीवित रहने के लिये ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है।
→ जैवनिम्नीकरण – ऐसे अपशिष्ट पदार्थ जिन्हें सूक्ष्म जीवों द्वारा अपघटित (निम्नीकृत) किया जा सकता है।
→ बायो गैस – अवायवीय जीवाणुओं द्वारा आपंक को अपघटित करने पर एक ज्वलनशील गैस उत्पन्न होती है जो बायो गैस कहलाती है।
→ जल शोधन – अपशिष्ट जल का शुद्धीकरण।

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HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 17 वन: हमारी जीवन रेखा

Haryana State Board HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 17 वन: हमारी जीवन रेखा Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Science Solutions Chapter 17 वन: हमारी जीवन रेखा

HBSE 7th Class Science वन: हमारी जीवन रेखा InText Questions and Answers

बूझो/पहेली

प्रश्न 1.
पहेली को याद आया कि उसने अपने विद्यालय की पावं दीवार पर पीपल का एक पौधा उगा हुआ देखा था। क्या आप यह समझने में उसकी सहायता कर सकते हैं कि वह वहाँ कैसे उग आया ?
उत्तर:
पीपल के फल गोल तथा स्वादिष्ट होते हैं। इनके अन्दर असंख्य सूक्ष्म बीज होते हैं। पके फलों को पक्षियों द्वारा खा लिया जाता है। पक्षियों के उदर में फल तो पच जाते हैं पर बीज नहीं पचते। ये बीज पक्षियों की बीट के साथ बाहर आते हैं। पक्षियों की बीट दीवारों, अन्य वृक्षों आदि पर गिरती हैं तो ये दीवारों या तनों की छाल में एकत्र थोड़ी-सी मिट्टी में ही उग आते हैं। ये इन स्थानों पर काफी बड़े हो सकते हैं।

प्रश्न 2.
यदि वन लुप्त हो जाये तो क्या होगा?
उत्तर:
पर्यावरण सन्तुलन बिगड़ जायेगा। वन्य जीवन में उथल-पुथल हो जायेगा। पर्यावरण में प्रदूषण बढ़ जाएगा। इसके कारण जन्तु-जीवन भी खतरे में आ जाएगा।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 17 वन: हमारी जीवन रेखा

HBSE 7th Class Science वन: हमारी जीवन रेखा Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
समझाइए कि वन में रहने वाले जन्तु किस प्रकार वनों की वृद्धि करने और पुनर्जनन में सहायक होते
उत्तर:
जन्तु कुछ विशेष प्रकार के पादपों के बीजों के प्रकीर्णन में सहायक होते हैं। जन्तुओं के क्षयमान मल से नवोद्भिदों को उगने के लिये पोषकता भी प्राप्त होती है। कुछ बीज तो ऐसे होते हैं जो जन्तुओं के पेट में जाकर और मल के साथ बाहर निकलकर ही अंकुरण कर पाते हैं। इस प्रकार जन्तु वनों की वृद्धि और पुनर्जनन में सहायक होते हैं।

प्रश्न 2.
समझाइए कि वन, बाढ़ की रोकथाम किस प्रकार करते हैं ?
उत्तर:
वन अनेक प्रकार से बाढ़ की रोकथाम करते हैं, जैसे-
(i) वनों के कारण वर्षा जल सीधे जमीन पर नहीं गिरता।
(ii) घना तथा विस्तृत वितरण होने पर वर्षा भी एक ही स्थान पर नहीं होती और वर्षा का पानी जमीन में रिसकर चला जाता है।
(iii) पेड़-पौधों की जड़ें मिट्टी को बाँधे रखती हैं जिससे मृदा का क्षरण नहीं होता है।
(iv) जल के साथ बहने वाली मृदा नदियों में पहुँचकर उन्हें अवरुद्ध कर देती है जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है।
(v) इस प्रकार पेड़-पौधे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से बाढ़ नियन्त्रण में सहायक होते हैं।

प्रश्न 3.
अपघटक किन्हें कहते हैं ? इनमें से किन्हीं दो के नाम बताइए। ये वन में क्या करते हैं ?
उत्तर:
अपघटक – ऐसे सूक्ष्म जीव जो मृत पेड़-पौधों तथा जन्तुओं एवं इनके अपशिष्टों का अपघटन करके इन्हें ह्यूमस में परिवर्तित कर देते हैं, अपघटक कहलाते हैं।
उदाहरण – जीवाणु एवं मशरूम अपघटक की श्रेणी में आते हैं। वन में अपघटक पेड़-पौधों से गिरी पत्तियों, मृत जन्तुओं के शरीरों का अपघटन करके मृदा की उर्वरा शक्ति बढ़ाते हैं।

प्रश्न 4.
वायुमण्डल में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के बीच सन्तुलन को बनाए रखने में वनों की भूमिका को समझाइए।
उत्तर:
सभी हरे पौधे प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में वायुमण्डल से कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं तथा ऑक्सीजन मुक्त करते हैं। इस प्रकार वन वायुमण्डल में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड के सन्तुलन को बनाये रखते हैं।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 17 वन हमारी जीवन रेखा -1

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 17 वन: हमारी जीवन रेखा

प्रश्न 5.
समझाइए कि वनों में कुछ भी व्यर्थ क्यों नहीं होता है?
उत्तर:
पेड़-पौधों की गिरी हुई, पत्तियाँ, कूड़ा-करकट, जन्तुओं के मृत शरीर, हड्डियाँ आदि सभी को सूक्ष्म जीव अपघटित करके अपना पोषण प्राप्त कर लेते हैं तथा अनेक पदार्थों को मृदा में मिला देते हैं।

प्रश्न 6.
ऐसे पाँच उत्पादों के नाम बताइए जिन्हें हम वनों से प्राप्त करते हैं ?
उत्तर;
कागज, गोंद, मसाले, फल, रेशा, शहद आदि।

प्रश्न 7.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) कीट, तितलियाँ, मधुमक्खियाँ और पक्षी, पुष्पीय पादपों की ……….. में सहायता करते हैं।
(ख) वन परिशुद्ध करते हैं ………………. और ………………. को।
(ग) शाक वन में ………………. परत बनाते हैं।
(घ) वन में क्षयमान पत्तियाँ और जन्तुओं की लीद ………………. को समृद्ध करते हैं।
उत्तर;
(क) परागण
(ख) जल, हवा
(ग) सतही
(घ) ह्यूमस।

प्रश्न 8.
हमें अपने से दूर स्थित वनों से सम्बन्धित परिस्थितियों और मुद्दों के विषय में चिन्तित होने की क्यों आवश्यकता है?
उत्तर:
वन हमारे लिए अति उपयोगी संसाधन हैं। ये वायु को शुद्ध करने के साथ-साथ जल-चक्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वन वर्षा कराने, बाढ़ नियन्त्रण आदि में भी हमारे लिये उपयोगी हैं। वनों से हमें अनेक वस्तुएँ एवं खाद्य प्राप्त होते हैं। इसलिए हमें सभी प्रकार के वनों से सम्बन्धित परिस्थितियों और मुद्दों के विषय में चिन्तित होने की आवश्यकता है।

प्रश्न 9.
समझाइए कि वनों में विभिन्न प्रकार के जन्तुओं और पादपों के होने की आवश्यकता क्यों है?
उत्तर:
वनों में अनेक खाद्य श्रृंखलाएँ मिलती हैं तथा – सभी परस्पर सम्बद्ध होती हैं। यदि किसी एक खाद्य श्रृंखला में कोई विघ्न पड़ता है, तो अन्य खाद्य श्रृंखलाएँ प्रभावित होती हैं। उदाहरण के लिये; घास को कीटों द्वारा खाया जाता है जिन्हें मेंढक खाते हैं, मेंडक को सर्प खा लेते हैं। इस प्रकार बनी श्रृंखला, खाद्य शृंखला कहलाती है।

वन की प्रत्येक कड़ी एक-दूसरी कड़ी पर निर्भर होता है। किसी एक घटक को अलग कर देने पर अन्य सभी घटक प्रभावित होते हैं।

प्रश्न 10.
चित्र (पा. पु. पृष्ठ 228) में चित्रकार, चित्र को नामांकित करना और तीरों द्वारा दिशा दिखाना भूल गया है। तीरों पर दिशा को दिखाइए और चित्र को निम्नलिखित नामों द्वारा नामांकित कीजिए
बादल, वर्षा, वायुमण्डल, कार्बन डाइऑक्साइड, ऑक्सीजन, पादप, जन्तु, मृदा, अपघटक, मूल, भौमजल स्तर।
उत्तर:
नामांकित चित्र
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 17 वन हमारी जीवन रेखा -2

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 17 वन: हमारी जीवन रेखा

प्रश्न 11.
निम्नलिखित में से कौन-सा वन उत्पाद नहीं
(i) गोंद
(ii) प्लाईवुड
(iii) सील करने की लाख
(iv) कैरोसीन।
उत्तर:
(iv) कैरोसीन।

प्रश्न 12.
निम्नलिखित में से कौन-सा वक्तव्य सही नहीं है
(i) वन, मृदा को अपरदन से बचाते हैं।
(ii) वन में पादप और जन्तु एक-दूसरे पर निर्भर नहीं होते हैं।
(iii) वन जलवायु और चल चक्र को प्रभावित करते हैं।
(iii) मृदा, वनों की वृद्धि और पुनर्जनन में सहायक होती
उत्तर:
(ii) वन में पादप और जन्तु एक-दूसरे पर निर्भर नहीं होते हैं।

प्रश्न 13.
सूक्ष्म जीवों द्वारा मृत पादपों पर क्रिया करने से बनने वाले एक उत्पाद का नाम है
(i) बालू
(ii) मशरूम
(iii) ह्यूमस
(iv) काष्ठ।
उत्तर:
(iii) ह्यूमस

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HBSE 7th Class Science वन: हमारी जीवन रेखा Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

I. बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों में से सही विकल्प का चयन कीजिए
1. किसी वन में होते हैं
(क) वृक्ष और जन्तु
(ख) सूक्ष्म जीव-जन्तु
(ग) अपघटक व जीवाणु
(घ) ये सभी
उत्तर:
(घ) ये सभी

2. वन आवास है
(क) गौर का
(ख) शूकरों का
(ग) बन्दरों का
(घ) इन सभी का
उत्तर:
(घ) इन सभी का

3. वन्य उत्पाद नहीं है
(क) शहद
(ख) काष्ठ
(ग) खनिज लवण
(घ) जड़ी-बूटी।
उत्तर:
(ग) खनिज लवण

4. उत्पादक हैं
(क) घास
(ख) ट्ड्डिा
(ग) मेढ़क
(घ) गरूड़
उत्तर:
(क) घास

5. वन
(क) वायु शुद्ध करते हैं
(ख) वर्षा कराते हैं
(ग) मृदा अपरदन रोकते हैं
(घ) ये सभी
उत्तर:
(घ) ये सभी

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II. रिक्त स्थान

निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान भरिए
1. हरे भरे वन हमारे लिए उतने ही महत्वपूर्ण हैं, जितना हमारे ………… हैं।
2. वन, जल ………… के रूप में भी कार्य करते हैं।
3. वृक्षों की शाखाओं व पत्तियों से बनी छतरी आकार की संरचना ………… कहलाती है।
4. वन वर्षा जल के ………… का कार्य करते हैं।
उत्तर:
1. फेफड़े
2. शोधन तंत्रों
3. वितान
4. प्राकृतिक अवशोषक।

III. सुमेलन

कॉलम ‘A’ के शब्दों को कॉलम ‘B’ के शब्दों से मिलान कीजिए-

कॉलम A कॉलम B
1. ह्यूमस (a) हरे पौधे
2. प्रकाश संश्लेषण (b) अपघटक
3. कैटरपिलर (c) उगते हुए बीज
4. नवोदभिद् (d) लार्वा

उत्तर:

कॉलम A कॉलम B
1. ह्यूमस (b) अपघटक
2. प्रकाश संश्लेषण (a) हरे पौधे
3. कैटरपिलर (d) लार्वा
4. नवोदभिद् (c) उगते हुए बीज

IV. सत्य/असत्य

निम्नलिखित वाक्यों में से सत्य एवं असत्य कथन छाँटिए
1. वनों में सूक्ष्म जीवों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
2. शेर वन में स्वतंत्र रूप से विचरण करते हैं, उनका वनों से कोई सम्बन्ध नहीं होता।
3. वन एक गतिक सजीव इकाई है।
4. वन व्यर्थ में जल उड़ाते है, पर्यावरण में इनकी कोई भूमिका नहीं होती है।
उत्तर:
1. सत्य
2. असत्य
3. सत्य
4. असत्य।

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अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
जब वन में कोई जन्तु मर जाता है, तो उसका क्या होता है ?
उत्तर:
वह माँसाहारी जीवों, जैसे- गिद्ध, कौआ, सियार और सूक्ष्म जीवों का आहार बनता है।

प्रश्न 2.
जब आपके शहर में तेज वर्षा होती है, तो क्या होता है ?
उत्तर:
तेज वर्षा होने पर जगह-जगह पानी भर जाता है। कई बार तो बाढ़ आ जाती है।

प्रश्न 3.
वन दिन-प्रतिदिन क्यों खत्म हो रहे हैं ?
उत्तर:
जनसंख्या वृद्धि के कारण, उद्योगों एवं सड़कों आदि के बनाने के कारण।

प्रश्न 4.
वन पर्यावरण के फेफड़े क्यों कहलाते हैं ?
उत्तर:
जिस प्रकार हमारे फेफड़े शुद्ध वायु को हमारे शरीर में भेजते हैं उसी प्रकार वन वायु को शुद्ध करते हैं।

प्रश्न 5.
दो वन्य जन्तुओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
सियार, सिंह।

प्रश्न 6.
दो वन्य वृक्षों के नाम लिखिए।
उत्तर:
शीशम, बाँस।

प्रश्न 7.
कैनोपी क्या होती हैं ?
उत्तर:
बड़े वृक्षों की शाखाएँ छत जैसी आकृति बनाती हैं, इन्हें वितान (कैनोपी) कहते हैं।

प्रश्न 8.
पौधों को उनके आकार के आधार पर कितने भागों में बाँटा जा सकता है ?
उत्तर:
तीन भागों में शाक, झाड़ी तथा वृक्ष।

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प्रश्न 9.
वन में पायी जाने वाली किसी आहार श्रृंखला को बनाइए।
उत्तर:
घास → कीट → मेंढक → सर्प → मोर।

प्रश्न 10.
वन भूमि की सतह पर आपको क्या दिखाई देता है ?
उत्तर:
वन भूमि की सतह पर सूखी पत्तियाँ, कीड़ेमकोड़े, गोबर आदि दिखाई देता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
वन हमारी किस प्रकार सहायता करते हैं ?
उत्तर:
वन हमारी निम्न प्रकार सहायता करते हैं
(i) वन हमारे वातावरण को शुद्ध करते हैं।
(ii) वन हमें ईंधन के लिए लकड़ी प्रदान करते हैं।
(iii) वर्गों से हमें फल, फूल, ईधन आदि प्राप्त होते हैं।
(iv) वन वर्षा कराने में सहायता करते हैं।

प्रश्न 2.
“वन में इतने सारे वृक्ष हैं। यदि हम कारखाने के लिए कुछ वृक्षों को काट दें, तो क्या फर्क पड़ेगा ?” (क्रियाकलाप)
उत्तर:
वृक्ष पर्यावरण की रक्षा करते हैं। ये वायु को शुद्ध करते हैं तथा वर्षा होने में मदद करते हैं। वन अनेक वन्य जीवों के आवास भी हैं। वनों से वृक्षों को काटने पर उपरोक्त क्रियाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। .

प्रश्न 3.
यदि वृक्षों की संख्या कम होगी तो जल चक्र किस प्रकार प्रभावित होगा?
उत्तर:
वृक्ष भीमजल का अवशोषण करके उसका वाष्पोत्सर्जन करते हैं। वृक्षों द्वारा बादलों का आकर्षण भी होता है। जहाँ अधिक वृक्ष होते हैं वहाँ का वातावरण ठण्डा हो जाता है जिससे बादल ठण्डे होकर बरसते हैं। वाष्पीकरण से बादल बनते हैं तथा संघनन द्वारा बरसते हैं। इस प्रकार ये जल-चक्र में सहायता करते हैं। यदि वृक्षों की संख्या कम हो जायेगी तो जल-चक्र प्रभावित होगा।

प्रश्न 4.
मृदा अपरदन क्या है ? वृक्ष मृदा अपरदन को किस प्रकार रोकते हैं?
उत्तर:
जल धारा या तेज पवन द्वारा मृदा को बहाकर ले जाया जाना मृदा अपरदन कहलाता है। वृक्ष मृदा अपरदन को रोकने में निम्न प्रकार से सहायता करते हैं-
(i) वृक्षों का वितान वर्षा की तीव्र बूंदों को जमीन पर सीधे ही नहीं आने देता है जिससे मिट्टी पानी में नहीं घुल पाती।
(ii) वृक्षों की जड़ें मिट्टी को बांधे रखती हैं जिससे मिट्टी पानी के साथ बह नहीं पाती है।

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प्रश्न 5.
वन अपरोपण क्या है ? इसके क्या प्रभाव
उत्तर:
वनों का खत्म होना या कटाई होना अपरोपण कहलाता है। वन अपरोपण के निम्न प्रभाव होंगे।
(i) यदि वन नष्ट होंगे तो वायु में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ेगी, जिससे पृथ्वी का ताप बढ़ेगा।
(ii) पेड़ों और पादपों की अनुपस्थिति में जीवों को खाद्य और आश्रय नहीं मिलेगा।
(iii) पेड़ों की अनुपस्थिति में मृदा, जल को नहीं बाँध पाती है जिससे बाढ़ आती है।
(iv) हमारे जीवन और वातावरण के लिये वन अपरोपण घातक है।

प्रश्न 6.
ह्यूमस का निर्माण कैसे होता है ? यह किस प्रकार लाभदायक है ?
उत्तर:
वनों में पेड़-पौधों से पत्तियाँ गिरती रहती हैं जिससे वन भूमि इनसे ढक जाती है। साथ ही वन भूमि पर जन्तुओं के अपशिष्ट भी गिरते रहते हैं। ऐसी भूमि में सूक्ष्म जीवों की भरमार होती है। ये सूक्ष्म जीव पत्तियों, मल तथा अन्य अपशिष्ट पदार्थों का विघटन करके अपना भोजन प्राप्त करते हैं। फलस्वरूप एक गहरे रंग का पदार्थ बनता है जिसे होमस कहते हैं। घुमस में अनेक कार्बनिक पदार्थ उपस्थित होते हैं। ये मृदा में मिलकर पौधों के लिए पोषण प्रदान करते हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
वनों से प्राप्त होने वाले विभिन्न उत्पादों को सूचीबद्ध कीजिए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
काष्ठ से बनी वस्तुएँ-प्लाईवुड, ईंधन की लकड़ी, बक्से, कागज, माचिस की तीलियाँ , फर्नीचर, खिलौने।
शहद-वनों में मधुमक्खी अपने छत्ते बनाती हैं। औषधियाँ-अनेक जड़ी-बूटियाँ। अन्य-मसाले, फल, चारा, तेल, गोंद आदि ।

प्रश्न 2.
वन में मृदा, पादप, जन्तु और अपघटक किस प्रकार सम्बन्धित होते हैं ? चित्र बनाकर वर्णन कीजिए।
उत्तर:
मृदा सभी के लिये अत्यन्त आवश्यक कारक है। पौधे मृदा में उगते हैं तथा जन्तु मृदा में रहते हैं। पौधों को जल एवं खनिज लवण मृदा से ही प्राप्त होते हैं। मृदा में ये पदार्थ इनके चक्रण से सूक्ष्म जीवों द्वारा ही आते हैं। मृदा में जल उपस्थित होता है जिसे पौधे अवशोषित करते हैं। वृक्ष एवं पौधे अनेक जन्तुओं का आश्रय तथा भोजन बनते हैं। ये पर्यावरण को शुद्ध करते हैं तथा जन्तुओं के लिए ऑक्सीजन भी देते हैं। अनेक जन्तु पेड़ों के बीजों का प्रकीर्णन करके वनों के पुनर्जनन में सहायता करते हैं। पेड़ों और पौधों के लिए कार्बन डाइऑक्साइड की आवश्यकता होती है जो कि जन्तुओं द्वारा श्वसन से प्राप्त होती है। इस प्रकार वन में पादप, जन्तु तथा सूक्ष्म जीव परस्पर, सम्बन्धित होते हैं।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 17 वन हमारी जीवन रेखा -3

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 17 वन: हमारी जीवन रेखा

प्रश्न 3.
निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए
(क) खाद्य श्रृंखला
(ख) अधोतल
(ग) अपघटक
(घ) वृक्ष वितान।
उत्तर:
(क) खाद्य श्रृंखला: वन में विभिन्न जीव एक-दूसरे से सम्बन्धित होते हैं। जैसे-घास को टिड्डा खाता है, टिड्डे को मेंढ़क खाता है, मेंढ़क को सर्प खाता है तथा सर्प को मोर खाता है। इस प्रकार एक श्रृंखला बन जाती है। इसे खाद्य श्रृंखला कहते हैं।

(ख) अधोतल : वन में विभिन्न आकार के वृक्ष पाये जाते हैं। बहुत से लम्बे वृक्षों के नीचे छोटे वृक्ष भी होते हैं। छोटे वृक्षों द्वारा बनाया गया तल अधोतल कहलाता है।

(ग) अपघटक : मृदा में उपस्थित सूक्ष्म जीव, जैसेकेंचुआ, जीवाणु, कवक, सहस्रपाद, चीटिया, दीमक आदि अपघटक कहलाते हैं। ये मृत पेड़-पौधों, जन्तुओं तथा इनके अपशिष्ट उत्पाद (गोबर, मूत्र) आदि का विघटन करके अपना भोजन प्राप्त करते हैं तथा ह्यूमस का निर्माण करते हैं।

(घ) वृक्ष वितान : वृक्षों के आकार एवं आकृति विभिन्न प्रकार की होती हैं। इनकी शाखाएँ एक विशिष्ट आकृति बनाती हैं जिसे वृक्ष वितान या कैनोपी कहते हैं। उदाहरण के लिए; नीम की कैनोपी गुम्बदाकार होती है तथा चीड़ की कैनोपी छाते के आकार की होती है।

प्रश्न 4.
क्या सभी वनों में वृक्ष समान प्रकार के होते हैं ? वृक्षों की लम्बाई, पत्तियों का प्रकार, शिखर आदि को तालिकाबद्ध कीजिए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
नहीं, वनों में उस प्रदेश की जलवायवीय स्थितियों के अनुसार वृक्षों में अन्तर पाया जाता है।
कुछ वृक्षों की विशेषताएँ

वृक्ष का नाम लम्बाई पत्तियों का आकार शिखर पुष्पों का प्रकार फलों का प्रकार बीज
1. आम 8-12 मी चौड़ी लम्बाग्र गुम्बदाकार अत्यधिक छोटे रसीले बड़े
2. पीपल 8-12 मी चौड़ी अण्डाकार गुम्बदाकार बहुत छोटे एक गोली जैसी संरचना में बन्द बेरी प्रकार के सूक्ष्म
3. चीड़ 10-15 मी सुई के आकार की सँकरे नहीं बनते नहीं बनते मध्यम तथा काले
4. अशोक 12-15 मी पत्ती चौड़ी तथा लम्बी सँकरा छोटे मध्यम बेर जैसे बड़े

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 17 वन: हमारी जीवन रेखा

प्रश्न 5.
कुछ वृक्षों के शिखर आरेख का चित्र बनाइए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
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वन: हमारी जीवन रेखा Class 7 HBSE Notes in Hindi

→ ‘वन’ विभिन्न पादपों, जन्तुओं और सूक्ष्म जीवों से मिलकर बना एक तन्त्र है।
→ वनों से हमें अनेक उत्पाद मिलते हैं। वनों की सबसे ऊपरी परत वृक्ष शिखर बनाते हैं, जिसके नीचे झाड़ियों द्वारा बनी परत होती है। शाक वनस्पतियाँ सबसे नीचे की परत बनाती हैं।
→ वनों में वनस्पतियों की विभिन्न परतें जन्तुओं, पक्षियों और कीटों को भोजन और आश्रय प्रदान करती हैं।
→ वन में उत्पादक (हरे पौधे) तथा उपभोक्ता (जन्तु) एक-दूसरे से अन्योन्य क्रियाएँ करते हैं।
→ उत्पादक तथा उपभोक्ता मिलकर खाद्य शृंखलाएँ तथा खाद्य जाल बनाते हैं।
→ पादपों तथा जन्तुओं के मृत शरीर को अपघटित करने वाले सूक्ष्म जीव अपघटक कहलाते हैं।
→ वन के सभी घटक एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं।
→ वन वृद्धि करते और परिवर्तित होते रहते हैं तथा उनका पुनर्जनन हो सकता है।
→ वन में मृदा, जल, वायु और सजीवों के बीच परस्पर क्रिया होती रहती है।
→ वन मृदा को अपरदन से बचाते हैं।
→ जल धारा या तेज पवन द्वारा मृदा की उपजाऊ परत का स्थानान्तरण मृदा अपरदन कहलाता है।
→ मृदा, वनों की वृद्धि करने और उनके पुनर्जनन में सहायक होती है।
→ वन, जलवायु, जल-चक्र और वायु की गुणवत्ता को नियमित करते हैं।
→ वन – जंगल। विभिन्न पादपों, जन्तुओं और सूक्ष्म जीवों का एक तंत्र जो विस्तृत क्षेत्र पर फैला होता है।
→ वृक्ष वितान – वृक्षों की शाखाओं एवं पत्तियों से बनी विशेष आकृति वृक्ष वितान या कैनोपी कहलाती है।
→ वृक्ष शिखर – वृक्ष का तने से ऊपर उठा शाखीय भाग।
→ ह्यूमस – सूक्ष्म जीवों द्वारा मृदा की ऊपरी परत में पेड़पौधों तथा जन्तु अपशिष्टों को सड़ा-गलाकर बनाया गया कार्बनिक पदार्थ जो गहरे रंग का होता है।
→ अपघटक – सूक्ष्म जीव जो पादपों एवं जन्तुओं के मृत शरीरों का अपघटन कर देते हैं।
→ पुनर्जनन – वन्य पदार्थों की पुनः उत्पत्ति।
→ मृदा अपरदन – जलधारा या तेज पवन द्वारा मृदा का नष्ट होना।
→ अधो-तल – वनों के नीचे का स्थान।
→ वन अरोपण – वनों की वृद्धि।
→ वन अपरोपण – वनों की कटाई।

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HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 16 जल: एक बहुमूल्य संसाधन

Haryana State Board HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 16 जल: एक बहुमूल्य संसाधन Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Science Solutions Chapter 16 जल: एक बहुमूल्य संसाधन

HBSE 7th Class Science जल: एक बहुमूल्य संसाधन Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
निम्नलिखित वक्तव्य ‘सत्य’ हैं अथवा असत्य’
(क) भौमजल विश्वभर की नदियों और झीलों में पाये जाने वाले जल से कहीं अधिक है।
(ख) जल की कमी की समस्या का सामना केवल ग्रामीण क्षेत्रों के निवासी करते हैं।
(ग) नदियों का जल खेतों में सिंचाई का एकमात्र स्रोत है।
(घ) वर्षा जल का चरम स्रोत है।
उत्तर:
(क) सत्य
(ख) असत्य
(ग) असत्य
(घ) सत्य।

प्रश्न 2.
समझाइए कि भौमजल की पुनःपूर्ति किस प्रकार होती है ?
उत्तर:
वर्षा का जल विभिन्न जल स्रोतों, जैसे-नदियों, झीलों, तालाबों, रिक्त स्थानों एवं दरारों में भर जाता है। यह जल रिस-रिस कर जमीन के अन्दर चला जाता है।

प्रश्न 3.
किसी गली में पचास घर हैं, जिनके लिए दस नलकूप (ट्यूबवैल) लगाये गये हैं। भौमजल स्तर पर इसका दीर्घावधि प्रभाव क्या होगा?
उत्तर:
भौमजल के लगातार दोहन से भौमजल का स्तर नीचे चला जायेगा और फिर पानी प्राप्त करना मुश्किल होगा।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 16 जल: एक बहुमूल्य संसाधन

प्रश्न 4.
मान लीजिये आपको किसी बगीचे का रखरखाव करने की जिम्मेदारी दी जाती है। आप जल का सदुपयोग करने के लिए क्या कदम उठायेंगे ?
उत्तर:
हम जल का सदुपयोग करने के लिये निम्न कदम उठायेंगे
(1) हम वर्षा जल एकत्र करेंगे।
(2) नहाने और घरेलू कार्यों के बाद उस जल से सिंचाई करेंगे।

प्रश्न 5.
भौमजल स्तर के नीचे गिरने के लिये उत्तरदायी कारकों को समझाइए।
उत्तर:
भौमजल स्तर कई कारणों से नीचे गिर रहा है
(1) जनसंख्या वृद्धि के कारण पानी की आवश्यकता भी बढ़ गयी है जबकि खुले मैदान कम हो गये हैं। इससे वर्षा का जल बहकर नदियों में चला जाता है और यह भूमि में नहीं रिस पाता है।
(2) उद्योग-धन्धे बढ़ने से भी जल स्तर नीचे गिर गया है, क्योंकि सभी उद्योग-धन्धों में पानी की आवश्यकता होती है।
(3) कृषि कार्यों में जल का अत्यधिक प्रयोग होता है। हमारे देश में अधिकांश कृषि वर्षा द्वारा सिंचाई पर ही निर्भर है। वर्षा न होने पर इसकी पूर्ति भौमजल से ही की जाती है।

प्रश्न 6.
रिक्त स्थानों की उचित शब्द भरकर पूर्ति कीजिए।
(क) भौमजल प्राप्त करने के लिये …………………. तथा …………………. का उपयोग होता है।
(ख) जल की तीन अवस्थाएँ …………………., …………………. और …………………. हैं।
(ग) भूमि की जल धारण करने वाली परत …………………. कहलाती है।
(घ) भूमि में जल के अवस्रवण के प्रक्रम को …………………. कहते हैं।
उत्तर:
(क) कुंआ, पम्प
(ख) ठोस, द्रव, गैस
(ग) जल भर
(घ) अन्त:स्यंदन।

प्रश्न 7.
निम्नलिखित में से कौन-सा कारक जल की कमी के लिये उत्तरदायी नहीं है ?
(क) औद्योगीकरण में वृद्धि
(ख) बढ़ती जनसंख्या
(ग) अत्यधिक वर्षा
(घ) जल संसाधनों का कुप्रबंधन।
उत्तर:
(ग) अत्यधिक वर्षा।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 16 जल: एक बहुमूल्य संसाधन

प्रश्न 8.
सही विकल्प का चयन कीजिए
(क) विश्व की सभी झीलों और नदियों में जल की कुल मात्रा नियत (स्थिर) रहती है।
(ख) भूमिगत जल की कुल मात्रा नियत रहती है।
(ग) विश्व के समुद्रों और महासागरों में जल की कुल. मात्रा नियत है।
(घ) विश्व में जल की कुल मात्रा नियत है।
उत्तर:
(घ) विश्व में जल की कुल मात्रा नियत है।

प्रश्न 9.
भौमजल और भौमजल स्तर को दिखाते हुए एक चित्र बनाइए। उसे चिन्हित कीजिए।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 16 जल एक बहुमूल्य संसाधन -1

क्या आप जानते हैं?

कोठापल्ली गाँव के समीप जल संभर प्रबन्धन परियोजना द्वारा जल प्रबन्धन के महत्त्व पर प्रकाश डाला गया है। परियोजना के नाटकीय परिणाम आये हैं। भौमजल स्तर बढ़ गया है, हरित क्षेत्र में वृद्धि हुई है। इसके परिणामस्वरूप इस उपबंजर क्षेत्र में उत्पादकता और आय में आशातीत वृद्धि हुई है।

HBSE 7th Class Science जल: एक बहुमूल्य संसाधन Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

I. बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों में से सही विकल्प का चयन कीजिए
1. विश्व जल दिवस मनाया जाता है
(क) 25 दिसम्बर
(ख) 5 जून
(ग) 22 मार्च
(घ) 15 अगस्त
उत्तर:
(ग) 22 मार्च

2. पृथ्वी की सतह का कितना भाग जल से ढका है?
(क) 25%
(ख) 51%
(ग) 71%
(घ) 91%
उत्तर:
(ग) 71%

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 16 जल: एक बहुमूल्य संसाधन

3. पीने योग्य जल है
(क) कुएँ का जल
(ख) नदियों का जल
(ग) झरने का जल
(घ) ये सभी
उत्तर:
(घ) ये सभी

4. भूमि में जल का रिसाव कहलाता है
(क) जलभर
(ख) अंत: स्पंदन
(ग) संचरण
(घ) विसरण
उत्तर:
(ख) अंत: स्पंदन

II. रिक्त स्थान

निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान भरिए
1. ………… को अन्तर्राष्ट्रीय अलवण जल वर्ष मनाया गया था।
2. ………… अवस्था में जल बर्फ और हिम के रूप में पृथ्वी के ध्रुवों पर पाया जाता है।
3. गैसीय अवस्था में जल हमारे आस-पास की वायु में ………… के रूप में उपस्थित रहता है।
4. संचित भौम जल के भंडारों को ………… कहते हैं।
उत्तर:
1. वर्ष 2003
2. ठोस
3. जलवाष्प
4, जलभर।

III. सुमलन

कॉलम A तथा कॉलम B के शब्दों का मिलान कीजिए-

कॉलम A कॉलम B
1. ताजा जल (a) जलवाष्प लिए
2. समुद्री जल (b) अलवणीय
3. ठोस जल (c) लवणीय
4. गैसीय जल (d) बर्फ

उत्तर:

कॉलम A कॉलम B
1. ताजा जल (b) अलवणीय
2. समुद्री जल (c) लवणीय
3. ठोस जल (d) बर्फ
4. गैसीय जल (a) जलवाष्प लिए

IV. सत्य/असत्य

निम्नलिखित वाक्यों में से सत्य एवं असत्य छाँटिए
1. भौमजल की पुनः पूर्ति प्रायः वर्षा जल के अवनवण द्वारा हो जाती है।
2. शहरीकरण, सड़क निर्माण, हवाई पत्तन आदि निर्माण से अवस्रवण पर कोई प्रभाव नहीं होता।
3. बढ़ते उद्योगों के कारण भी पेयजल समस्या उत्पन्न हुई
4. जल भंडारण के लिए बावड़ी निर्माण एक प्राचीन पद्धति है।
उत्तर:
1, सत्य
2. असत्य
3. सत्य
4. सत्य।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 16 जल: एक बहुमूल्य संसाधन

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
विश्व जल दिवस कब मनाया जाता है ?
उत्तर:
विश्व जल दिवस 22 मार्च को बनाया जाता है।

प्रश्न 2.
क्या हम भूमि के नीचे से निरन्तर जल निकाल सकते हैं?
उत्तर:
नही, क्योंकि भूमि के अन्दर जल सीमित है।

प्रश्न 3.
अत्यधिक वनारोपण का जल-चक्र पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
अधिक वर्षा होती है।

प्रश्न 4.
भारत के किस राज्य में सबसे कम तथा किस राज्य में सबसे अधिक वर्षा होती है ?
उत्तर:
राजस्थान में सबसे कम तथा मेघालय में सबसे अधिक वर्षा होती है।

प्रश्न 5.
जल संग्रहण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
भविष्य के लिये जल का नियमित संग्रह जल संग्रहण कहलाता है।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 16 जल: एक बहुमूल्य संसाधन

प्रश्न 6.
सिंचाई की एक व्यवस्था का नाम लिखिए जिसमें कम-से-कम जल का अपव्यय होता है ?
उत्तर:
बूंद-बूँद (ड्रिप) सिंचाई विधि।

प्रश्न 7.
एक पारम्परिक तरीका लिखिए जो वर्षा जल संग्रहण के लिये महत्वपूर्ण है?
उत्तर:
बावड़ी का निर्माण।

प्रश्न 8.
पादपों पर जल की कमी का क्या प्रभाव होता है?
उत्तर:
जल की कमी होने पर पौधों की क्रियाएँ रुक जाती हैं।

लयु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
ऐसे चार उद्योगों के नाम लिखिए जिनसे निकला जल नदियों को प्रदूषित करता है। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
(1) सूती वस्त्र उद्योग सूती वस्त्र।
(2) कागज उद्योग कागज।
(3) शीतल पेय उद्योग शीतल पेय।
(4) इस्पात उद्योग-इस्पात ।

प्रश्न 2.
पृथ्वी पर कितना जल है ? यह कहाँ-कहाँ वितरित है?
उत्तर:
पृथ्वी की सम्पूर्ण सतह का लगभग 71 प्रतिशत भाग जल से ढका है। सर्वाधिक जल समुद्रों एवं महासागरों के रूप में है जो हमारे उपयोग हेतु नहीं है। जल की कुछ मात्रा पहाड़ों पर बर्फ के रूप में, नदियों, झीलों तथा तालाबों में होती है। इसके अतिरिक्त अल्प मात्रा में जल भूमि के अन्दर भौमजल के रूप में पाया जाता है।

प्रश्न 3.
भौमजल की पुन: पूर्ति किस प्रकार होती है ?
उत्तर:
वर्षा जल और अन्य स्रोतों, जैसे नदियों और तालाबों का जल मृदा में से रिसकर भूमि के नीचे की गहराई में रिक्त स्थानों और दरारों को भर देता है। भूमि में जल का रिसाव अन्त:स्यंदन कहलाता है। अतः इस प्रक्रम द्वारा उपयोग किये जा चुके भौमजल की पुनः परिपूर्ति हो जाती है।

प्रश्न 4.
भौमजल स्तर के अवक्षय से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:
भूमि के नीचे से निकाले गये भौमजल की पुन: पूर्ति प्रायः वर्षा जल के अवनवण (रिसाव) द्वारा हो जाती है। भौमजल स्तर तब तक प्रभावित नहीं होता, जब तक कि हम केवल उतना ही जल निकालते हैं जितने जल की प्राकृतिक प्रक्रमों द्वारा पुनः पूर्ति हो जाती है। तथापि जल की पर्याप्त रूप से पुनः पूर्ति न होने पर भौमजल स्तर नीचे गिर सकता है।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 16 जल: एक बहुमूल्य संसाधन

दीर्य उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
जल-चक्र का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
उत्तर:
सूर्य की गर्मी के कारण सागरों, महासागरों, नदियों, झरनों तथा तालाबों की सतह से जल का वाष्पीकरण होता रहता है। इसके अलावा पौधों द्वारा भी जल का वाष्पीकरण होता है। यह वाष्पीकृत जल वायु में ऊपर जाकर संघनन करता है और बादल बन जाते हैं। पवन के द्वारा बादलों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जाता है। जब बादल ठण्डे होते हैं, तो जल बूंदों के रूप पुन: पृथ्वी पर आता है अथवा पहाड़ी पर हिमपात के रूप में गिरकर बर्फ बनाता है। वर्षा का जल नदियों द्वारा समुद्रों एवं जलाशयों में पहुँचता है। कुछ जल जमीन में रिसकर भौमजल में मिल जाता है। भौमजल को कुओं तथा हैडपम्पों के द्वारा निकाला जाता है। इस प्रकार जल-चक्र चलता रहता है।

प्रश्न 2.
जल प्रबन्धन पर एक लेख लिखिए।
उत्तर:
जल भविष्य की सबसे बड़ी चिन्ता का विषय है। आजकल हो रहे जल के अत्यधिक दोहन से भविष्य का जल संकट गहराता जा रहा है।
जल की इस समस्या से निजात पाने के लिये जल के सीमित दोहन तथा जल को संरक्षित करने के सम्बन्ध में क्रियान्वयन जल प्रबन्धन कहलाता है।
जल संरक्षण के उपाय-
(i) हमें अत्यधिक जल का दोहन बन्द करना चाहिए।
(ii) नलों की टौटियों को व्यर्थ में खुला नहीं छोड़ना चाहिए।
(iii) रिसते पाइपों की लीकेज को बन्द करना चाहिए।
(iv) व्यर्थ हुए घरेलू एवं औद्योगिक जल को उपचारित करके उसका प्रयोग सिंचाई के लिये करना चाहिए।

हमें वर्षा जल संग्रहण के लिये उचित कार्यक्रम प्रारम्भ करने चाहिए, जैसे-
(i) खाली स्थानों पर अधिकाधिक तालाब बनवाकर ।
(ii) वर्षा जल को बहने से रोकने के लिये मेड़बन्दी करके।
(iii) बाँध बनाकर ।
(iv) अधिक वृक्षारोपण करके।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 16 जल: एक बहुमूल्य संसाधन

प्रश्न 3.
जल चक्र का आरेख बनाकर उस पर विभिन्न क्रियाओं का नामांकन कीजिए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 16 जल एक बहुमूल्य संसाधन -2
1. भौम जल
2. वाष्प
3. संघनन
4. बादल
5. वाष्पोत्सर्जन
6, अन्तःस्यंदन
7. वर्षण।

प्रश्न 4.
भारत वर्ष में वार्षिक वर्षा के वितरण को मानचित्र में प्रदर्शित कीजिए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 16 जल एक बहुमूल्य संसाधन -3

जल: एक बहुमूल्य संसाधन Class 7  HBSE Notes in Hindi

→ हर व्यक्ति का जल संरक्षण के महत्त्व की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए ही हम प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में मनाते हैं।
→ यदि जल उपलब्ध है तो हमारा भविष्य सुरक्षित है।
→ जल सभी जीवों के लिये अनिवार्य है। इसके बिना जीवन सम्भव नहीं है।
→ पृथ्वी की सतह का लगभग 71% भाग जल से ढका है।
→ उपयोग के लिए उपयुक्त जल अलवण जल है। अधिकांश जल समुद्रों में पाया जाता है जो लवणीय जल है और उपयोग लायक नहीं है।
→ जल तीन अवस्थाओं में पाया जाता है- ठोस, द्रव तथा गैस (वाष्प)।
→ यद्यपि जलचक्र के द्वारा जल की आपूर्ति बनी रहती है, फिर भी विश्व के अनेक भागों में उपभोग योग्य जल की कमी है।
→ विश्व के विभिन्न भागों में जल का वितरण असमान है। ऐसा बहुत कुछ मानव क्रियाकलापों के कारण भी है।
→ उद्योगों की तेजी से वृद्धि, बढ़ती जनसंख्या, सिंचाई की बढ़ती आवश्यकताएँ और कुप्रबन्धन जल की कमी के कुछ प्रमुख कारण हैं।
→ समय की माँग है कि हर व्यक्ति जल का उचित उपयोग मितव्यता से करे।
→ यदि पौधों को कुछ दिनों तक पानी न दिया जाये तो वह मुरझा जाते हैं और अन्तत: सूख जाते हैं।
→ अलवण जल – वह जल जो प्रयोग करने के योग्य हो। सामान्य तौर पर इसे ताजा जल कहा जाता है।
→ भौमजल – भौमजल स्तर के नीचे पाया जाने वाला जल।
→ अंत:स्यंदन – प्रक्रिया जिसमें जल मृदा में से रिसकर भूमि के नीचे गहराई में रिक्त स्थानों और दरारों को भर देता है।
→ जलभर – संचित भौमजल के भण्डार। वनोन्मूलन वनों का नष्ट होना। जल संग्रहण जल को भविष्य के लिये बचाना, संग्रह करना।
→ अवक्षय – समाप्त होना।
→ पुनःपूर्ति – वर्षा जल का उपयोग भौमजल स्तर की पुनः पूर्ति के लिये किया जाता है।
→ बूंद सिंचाई व्यवस्था – पौधों को पाइपों के जाल द्वारा बूंद-बूंद पानी देने की तकनीक।

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HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश

Haryana State Board HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश

HBSE 7th Class Science प्रकाश InText Questions and Answers

बूझो/पहेली

प्रश्न 1.
बूझो मुड़े हुए पाइप से मोमबत्ती की लौ क्यों नहीं देख पाया ?
उत्तर:
क्योंकि प्रकाश एक सीधी रेखा में ही गमन करता है। इसलिये मोमबत्ती का प्रकाश मुड़े हुए पाइप से गमन नहीं कर पाया।

प्रश्न 2.
पहेली जानना चाहती है कि हमें वस्तुएँ कैसे दिखाई देती हैं ? बूझो का विचार है कि वस्तुएँ तभी दिखाई देती हैं, जब प्रकाश उनसे परावर्तित होकर हमारी आँखों तक पहुंचे। क्या आप उससे सहमत हैं?
उत्तर:
हाँ, बूझो का विचार सही है।

प्रश्न 3.
बूझो ने अपनी नोटबुक में लिखा। क्या यह आश्चर्यजनक नहीं है कि दर्पण चाहे छोटा हो या बड़ा, मेरा प्रतिबिम्ब मेरे साइज के समान ही बनता है ?
उत्तर:
हाँ।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश

प्रश्न 4.
पहेली ने अपनी नोटबुक पर लिखा। समतल दर्पण में प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे बनता है। यह सीधा होता है। बिम्ब के साइज के समान होता है तथा दर्पण से प्रतिबिम्ब की दूरी, दर्पण के सामने बिम्ब की दूरी के बराबर होती है।
उत्तर:
हाँ।

HBSE 7th Class Science प्रकाश Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) जिस प्रतिबिम्ब को पर्दे पर न प्राप्त किया जा सके, वह ………… कहलाता है।
(ख) यदि प्रतिबिम्ब सदैव आभासी तथा साइज में छेटा हो, तो यह किसी उत्तल ………… द्वारा बना होगा।
(ग) यदि प्रतिबिम्ब सदैव बिम्ब के साइज का बने, तो दर्पण ………… होगा।
(घ) जिस प्रतिबिम्ब को पर्दे पर प्राप्त किया जा सके, वह ……… प्रतिबिम्ब कहलाता है।
(च) अवतल ……………….. द्वारा बनाया गयां प्रतिबिम्ब पर्दे पर प्राप्त नहीं किया जा सकता।
उत्तर:
(क) आभासी प्रतिबिम्ब
(ख) दर्पण
(ग) समतल
(घ) वास्तविक प्रतिबिम्ब
(च) लस।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित वक्तव्य ‘सत्य’ है अथवा ‘असत्य
(क) हम उत्तल दर्पण से आवर्धित तथा सीधा प्रतिबिम्ब प्राप्त कर सकते हैं।
(ख) अवतल लेंस सदैव आभासी प्रतिबिम्ब बनाता
(ग) अवतल दर्पण से हम वास्तविक, आवर्धित तथा उल्टा प्रतिबिम्ब प्राप्त कर सकते हैं
(घ) वास्तविक प्रतिबिम्ब को पर्दे पर प्राप्त नहीं किया जा सकता है।
(च) अवतल दर्पण सदैव वास्तविक प्रतिबिम्ब बनाता है।
उत्तर:
(क) सत्य
(ख) असत्य
(ग) असत्य
(घ) असत्य
(च) असत्य।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश

प्रश्न 3.
कॉलम A में दिये गये शब्दों का मिलान कॉलम B के एक अथवा अधिक कथनों से कीजिए-

कॉलम A कॉलम B
(क) समतल दर्पण (i) आवर्धक लेंस की भाँति उपयोग होता है।
(ख) उत्तल दर्पण (ii) अधिक क्षेत्र के दृश्य का प्रतिबिम्ब बना सकता है।
(ग) उत्तल लेंस (iii) दंत चिकित्सक दाँतों का आवर्धित प्रतिबिम्ब देखने के लिए उपयेग करते हैं।
(घ) अवतल दर्पण (iv) उल्टा तथा आवर्धित प्रतिबिम्ब बना सकता है।
(च) अवतल लेंस (v) प्रतिबिम्ब सीधा तथा बिम्ब के साइज का प्रतिबिम्ब बनाता है।

उत्तर:

कॉलम A कॉलम B
(क) समतल दर्पण (v) प्रतिबिम्ब सीधा तथा बिम्ब के साइज का प्रतिबिम्ब बनाता है।
(ख) उत्तल दर्पण (ii) अधिक क्षेत्र के दृश्य का प्रतिबिम्ब बना सकता है।
(ग) उत्तल लेंस (i) आवर्धक लेंस की भाँति उपयोग होता है।
(घ) अवतल दर्पण (iii) दंत चिकित्सक दाँतों का आवर्धित प्रतिबिम्ब देखने के लिए उपयेग करते हैं।
(च) अवतल लेंस (iv) उल्टा तथा आवर्धित प्रतिबिम्ब बना सकता है।

प्रश्न 4.
समतल दर्पण द्वारा बने प्रतिबिम्ब के अभिलक्षण लिखिए।
उत्तर:

इसमें प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे बनता है।
प्रतिबिम्ब सीधा, समान आकार का तथा दर्पण से वस्तु की दूरी के बराबर दूरी पर बनता है।

प्रश्न 5.
अंग्रेजी या अन्य कोई भाषा, जिसका आपको ज्ञान है, की वर्णमाला के उन अक्षरों का पता लगाइए, जिनके समतल दर्पण में बने प्रतिबिम्ब बिल्कुल अक्षरों के सदृश्य लगते हैं। अपने परिणामों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
A, H, I, M, O, T, U, V, W,X, Y.

प्रश्न 6.
आभासी प्रतिबिम्ब क्या होता है ? कोई ऐसी स्थिति बताइए, जहाँ आभासी प्रतिबिम्ब बनता हो।
उत्तर:
जो प्रतिबिम्ब पर्दे पर प्राप्त न किया जा सके उसे आभासी प्रतिबिम्ब कहते हैं। आभासी प्रतिबिम्ब अवतल दर्पण से बनता है।

प्रश्न 7.
उत्तल तथा अवतल लेंसों में दो अन्तर बताइए।
उत्तर:

1. उत्तल लेंस बीच से मोटा तथा किनारों से पतला होता है, जबकि अवतल लेंस बीच से पतला तथा किनारों से मोटा होता है।
2. उत्तल लेंस वास्तविक प्रतिबिम्ब बना सकता है, जबकि अवतल लेंस वास्तविक प्रतिबिम्ब नहीं बनाता है।

प्रश्न 8.
अवतल तथा उत्तल दर्पणों का एक-एक उपयोग लिखिए।
उत्तर:

1. अवतल दर्पण का प्रयोग डेंटिस्ट मुख में दाँतों को देखने के लिये करते हैं।
2. उत्तल दर्पणों का प्रयोग वाहनों में पीछे के दृश्यों को देखने में किया जाता है।

प्रश्न 9.
किस प्रकार का दर्पण वास्तविक प्रतिबिम्ब बना सकता है?
उत्तर:
अवतल दर्पण।

प्रश्न 10.
किस प्रकार का लेंस सदैव आभासी प्रतिबिम्ब बनाता है?
उत्तर:
अवतल लेंस।

प्रश्न संख्या 11 से 13 में सही विकल्प का चयन कीजिए

प्रश्न 11.
बिम्ब से बड़े साइज का आभासी प्रतिबिम्ब बनाया जा सकता है?
(i) अवतल लेंस द्वारा
(ii) अवतल दर्पण द्वारा
(iii) उत्तल दर्पण द्वारा
(iv) समतल दर्पण द्वारा
उत्तर:
(ii) अवतल दर्पण द्वारा

प्रश्न 12.
डेविड अपने प्रतिबिम्ब को समतल दर्पण में देख रहा है। दर्पण तथा उसके प्रतिबिम्ब के बीच की दूरी 4m है। यदि वह दर्पण की ओर 1 m चलता है, तो डेविड तथा उसके प्रतिबिम्ब के बीच की दूरी होगी
(i) 3 m
(ii) 5 m
(iii) 6 m.
(iv) 8 m.
उत्तर:
(iii) 6 m.

प्रश्न 13.
एक कार का पश्च दृश्य दर्पण समतल दर्पण है। डाइवर अपनी कार को 2 m/s की चाल से ‘बैक’ करते समय पश्च दृश्य दर्पण में अपनी कार के पीछे खडे (पार्क किये हुये) किसी दूक का प्रतिबिम्ब देखता है। ड्राइवर को ट्रक का प्रतिबिम्ब जिस चाल से अपनी ओर आता प्रतीत होगा, वह है
(i) 1 m/s
(ii) 2 m/s
(iii) 4 m/s
(iv) 8 m/s.
उत्तर:
(iii) 4 m/s

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश

क्या आप जानते हैं ?

दर्पण, अस्त्रों की भाँति भी उपयोग में लाये जा सकते हैं। कहते हैं कि ग्रीक वैज्ञानिक आर्किमिडीज ने लगभग दो हजार वर्ष पहले ऐसा कर दिखाया था। जब रोमनों ने ग्रीक के समुद्री तट के सायराक्यूज (सिसली) नामक नगर पर आक्रमण किया, तो आर्किमिडीज ने नीचे चित्र में दर्शाये अनुसार दर्पणों को लगाया। दर्पणों को किसी भी दिशा में घुमाया जा सकता था। इन्हें इस प्रकार व्यवस्थित किया गया कि वे सूर्य के प्रकाश को रोमन सैनिकों के ऊपर परावर्तित कर सकते थे। सूर्य के प्रकाश से रोमन सैनिक चाँधिया गये। वे नहीं जानते थे कि क्या हो रहा है। वे चकरा गये और भाग खड़े हुए। यह एक ऐसा उदाहरण है, जो यह स्पष्ट करता है कि किस प्रकार सैनिक ताकत पर सूझ-बूझ से विजय पाई जा सकती है।
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HBSE 7th Class Science प्रकाश Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

I. बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों में से सही विकल्प का चयन कीजिए

1. प्रकाश के परावर्तन के लिए उपयुक्त सतह होगी
(क) समतल बालू
(ख) स्टेनलेस स्टील की चमकदार प्लेट
(ग) लकड़ी का चिकना टुकड़ा
(घ) पत्थर
उत्तर;
(ख) स्टेनलेस स्टील की चमकदार प्लेट

2. समतल दर्पण में काँच की पतली प्लेट को पालिश किया जाता है
(क) एक सतह पर
(ख) दोनों सतहों पर
(ग) किनारों पर
(घ) कोनों पर
उत्तर;
(क) एक सतह पर

3. एक समतल दर्पण के सामने एक मोमबत्ती को जलाकर रखा गया है, मोमबत्ती का प्रतिबिम्ब बनेगा
(क) सीधा, समान आमाप का
(ख) सीधा बड़े आमाप का
(ग) उल्टा, समान आमाप का
(घ) उल्टा, छोटे आमाप का
उत्तर;
(क) सीधा, समान आमाप का

4. पर्दे पर बनने वाला प्रतिबिम्ब कहलाता है
(क) आभासी
(ख) वास्तविक
(ग) अर्द्ध आभासी
(घ) अनिश्चित
उत्तर;
(ख) वास्तविक

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5. उत्तल लेंस का उपयोग होता है
(क) डॉक्टर द्वारा दाँत देखने में
(ख) टार्च के अग्रदीप के परावर्तक पृष्ठ में
(ग) वाहन के पार्श्व दृश्यन में
(घ) आवर्धक (हैण्ड लेंस) में
उत्तर;
(घ) आवर्धक (हैण्ड लेंस) में

II. रिक्त स्थान

निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान भरिए
1. प्रकाश ………… के अनुदिश गमन करता है।
2. कोई भी पॉलिश किया हुआ अथवा चमकदार पृष्ठ ……………. की भाँति कार्य कर सकता है।
3. यदि किसी दर्पण का परावर्तक पृष्ठ उत्तल है तो इसे …………. कहते हैं।
4. इन्द्रधनुष में ………… रंगों की पट्टियाँ होती हैं।
उत्तर:
1. सरल रेखा
2. दर्पण
3. उत्तल दर्पण
4. सात।

III. सुमेलन

कॉलम A तथा कॉलम B के शब्दों को सुमेलित कीजिए-

कॉलम ‘A’ कॉलम ‘B’
1. अभिसारी (a) अवतल लेंस
2. अपसारी (b) समतल दर्पण
3. वर्ण विक्षेपण (c) उत्तल लेंस
4. दाढ़ी बनाने के लिए दर्पण (d) प्रिज्म

उत्तर:

कॉलम ‘A’ कॉलम ‘B’
1. अभिसारी (c) उत्तल लेंस
2. अपसारी (a) अवतल लेंस
3. वर्ण विक्षेपण (d) प्रिज्म
4. दाढ़ी बनाने के लिए दर्पण (b) समतल दर्पण

IV. सत्य/असत्य

निम्नलिखित वाक्यों में से सत्य एवं असत्य छाँटिए
1. गोलीय दर्पण का परावर्तक पृष्ठ अवतल है तो वह दर्पण अवतल दर्पण कहलाता है।
2. कार के पार्श्व दर्पण में उत्तल लैंस का उपयोग किया जाता है।
3. सूक्ष्मदर्शी में लेंसों का उपयोग किया जाता है।
4. सूर्य के प्रकाश में केवल एक ही प्रकार का प्रकाश होता है।
उत्तर:
1. सत्य
2. सत्य
3. सत्य
4. असत्य।

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अतिलयु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
प्रकाश का परावर्तन क्या है ?
उत्तर:
प्रकाश किरणों का किसी चिकने तल से टकराकर वापस लौटना प्रकाश का परावर्तन कहलाता है।

प्रश्न 2.
समतल दर्पण पर टार्च का प्रकाश डालने पर क्या होता है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
दर्पण प्रकाश का परावर्तन कर देता है।

प्रश्न 3.
जलती मोमबत्ती का समतल दर्पण के सामने कैसा प्रतिबिम्ब बनेगा? (क्रियाकलाप)
उत्तर;
मोमबत्ती के समान आकार का तथा दर्पण से मोमबत्ती की समान दूरी पर।

प्रश्न 4.
क्या समतल दर्पण में बने प्रतिबिम्ब को पर्दे पर प्राप्त कर सकते हैं? (क्रियाकलाप)
उत्तर;
नहीं।

प्रश्न 5.
क्या दर्पण से प्रतिबिम्ब की दूरी तथा दर्पण के सामने रखे बिम्ब की दूरी में आप कोई सम्बन्ध पाते हैं? (क्रियाकलाप)
उत्तर;
हाँ, जितनी दूरी बिम्ब की होती है, उतनी ही दूरी पर प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे बनता है।

प्रश्न 6.
जब आप स्वयं को किसी दर्पण में देखते हो तो क्या विशेष बात नजर आती है ?
उत्तर:
हमारा दायाँ भाग बायाँ प्रतीत होता है।

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प्रश्न 7.
AMBULANCE पर यह शब्द उल्टा क्यों लिखा जाता है ?
उत्तर:
किसी वाहन का ड्राइवर अपने बैक मिरर से इस शब्द को सीधा पढ़ सके और एम्बुलेंस को पास दे दे।

प्रश्न 8.
आप सिनेमा हॉल में किस प्रकार का बिम्ब देखते हैं ?
उत्तर:
वास्तविक बिम्ब क्योंकि यह पर्दे पर बनता है।

प्रश्न 9.
लाइट हाउस क्या है?
उत्तर:
बन्दरगाहों पर जहाजों को समुद्री किनारा दिखाने के लिये प्रकाशपुंज की व्यवस्था।

प्रश्न 10.
क्या जल भी वस्तुओं का परावर्तन दिखाता
उत्तर:
हाँ, जल का पृष्ठ भी दर्पण की भाँति कार्य करता है।

प्रश्न 11.
दाँतों के निरीक्षण के लिए डॉक्टर किस दर्पण का प्रयोग करते हैं ?
उत्तर:
अवतल दर्पण का।

प्रश्न 12.
टॉर्च के काँच की आकृति कैसी होती है ?
उत्तर:
अवतल।

प्रश्न 13.
हैंड लेंस में कौन-सा लेंस लगाया जाता है ?
उत्तर:
उत्तल लेंस।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश

प्रश्न 14.
आप उत्तल लेंस को कैसे पहचानोगे?
उत्तर:
उत्तल लेंस बीच में मोटा तथा किनारों पर पतला होता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
गोलीय दर्पण क्या है ? इनके प्रकार बताइए।
उत्तर:
काँच के किसी खोखले गोले को काटकर तथा इसके एक पृष्ठ पर पॉलिश करके बनाया गया दर्पण गोलीय दर्पण कहलाता है। गोलीय दर्पण दो प्रकार के होते हैं
(i) अवतल दर्पण – इसका परावर्तक पृष्ठ अवतल होता है।
(ii) उत्तल दर्पण – इसका परावर्तक पृष्ठ उत्तल होता है।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश -2
चित्र : दो प्रकार के दर्पण

प्रश्न 2.
अवतल तथा उत्तल दर्पणों को गोलीय दर्पण क्यों कहते हैं ? समझाने के लिए एक संक्षिप्त क्रियाकलाप लिखिए।
उत्तर:
अवतल तथा उत्तल दर्पणों को गोलीय दर्पण कहते हैं- रबड़ की एक गेंद लीजिए तथा इसके एक भाग को चाकू अथवा आरी से काटिए चित्र (a)।

सावधान! गेंद काटने के लिये किसी अपने से बड़े व्यक्ति की सहायता लीजिए।
कटी हुई गेंद का भीतरी पृष्ठ अवतल तथा बाहरी पृष्ठ उत्तल कहलाता है [चित्र (b)]।
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HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश

प्रश्न 3.
स्टेनलेस स्टील की चम्मच को दर्पण की भाँति प्रयोग करते हुए इससे अपने चेहरे के प्रतिबिम्बों की प्रकृति बताइए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
चम्मच के वक्रित भाग पर चेहरे का प्रतिबिम्ब सीधा तथा बड़ा दिखाई देता है। चम्मच से चेहरे की दूरी बढ़ाने पर बड़ा व उल्टा प्रतिबिम्ब दिखाई देता है। चम्मच के उभरे हुए भाग में सीधा व छोटा प्रतिबिम्ब दिखाई देता है।

प्रश्न 4.
अवतल दर्पण द्वारा बिम्ब की विभिन्न स्थितियों के लिए बने प्रतिबिम्बों को तालिका बनाकर लिखिए।
उत्तर:
सारणी किसी अवतल दर्पण द्वारा बिम्ब की विभिन्न स्थितियों के लिए बने प्रतिबिम्ब

बिम्ब की दर्पण से दूरी

प्रतिबिम्ब की प्रकुति

बिम्ब से छोटा/बड़ा उल्टा/सीधा वास्तविक/आभासी
50 cm छोटा उल्टा वास्तविक
40 cm छोटा उल्टा वास्तविक
30 cm छोटा उल्टा वास्तविक
20 cm बराबर उल्टा वास्तविक
10 cm बहुत बड़ा उल्टा वास्तविक
5 cm बड़ा सीधा आभासी

प्रश्न 5.
प्रिज्म द्वारा प्रकाश के अपवर्तन को चित्र द्वारा प्रदर्शित कीजिए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
काँच का एक प्रिज्म लीजिए। किती अंधेरे कमरे की खिड़की के छोटे छिद्र से सूर्य के प्रकाश का एक पतला किरण पुंज प्रिज्म के एक फलक पर डालिए। प्रिज्म के दूसरे फलक से बाहर निकलने वाले प्रकाश को सफेद कागज की एक शीट अथवा सफेद दीवार पर गिरने दीजिए।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश -4

प्रश्न 6.
लेंस कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर:
लेस दो प्रकार के होते हैं-

उत्तल लेंस यह लेंस बीच में मोटा तथा किनारों पर पतला होता है।
अवतल लेंसयह लेंस बीच में पतला तथा किनारों पर मोटा होता है।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश -5
चित्र : विभिन्न लेंस

प्रश्न 7.
अपसारी तथा अभिसारी लेंस क्या होते हैं?
उत्तर:
अवतल लेंस प्रायः आपतित प्रकाश को अपसरित (बाहर की ओर मोड़ना) करता है इसलिये इसे अपसारी लेंस कहते हैं। उत्तल लेंस आपतित प्रकाश को अभिसरित (अन्दर की ओर मोड़ना) करता है, इसीलिये इसे अभिसारी लेंस कहते हैं।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश -6

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश

दीर्य उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
“प्रकाश सीधी रेखा में गमन करता है ?” सिद्ध करने के लिए एक क्रियाकलाप लिखिए।
उत्तर:
क्रियाकलाप मेज पर एक मोमबत्ती रखकर उसे जलाइए। अब एक पाइप (लगभग 30-50 cm) लेकर उसमें से होकर मोमबत्ती की लौ को देखिए। आपको मोमबत्ती की लौ स्पष्ट दिखाई देगी (चित्र a) अब पाइप को उसके बीच के भाग से थोड़ा-सा मोड़ दीजिए। पुनः पाइप से होकर मोमबत्ती की लौ को देखिए। क्या अब आपको मोमबत्ती की लौ दिखाई दी। नहीं, (चित्र b) क्योंकि मुड़े हुए पाइप ने प्रकाश को रोक HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 15 प्रकाश -7

प्रकाश Class 7 HBSE Notes in Hindi

→ प्रकाश सरल रेखा के अनुदिश गमन करता है।
→ कोई भी पालिश किया हुआ अथवा चमकदार पृष्ठ दर्पण की भाँति कार्य करता है।
→ दर्पण द्वारा प्रकाश की दिशा को परिवर्तित किया जाना प्रकाश का परावर्तन कहलाता है।
→ समतल दर्पण द्वारा बनने वाला प्रतिबिम्ब दर्पण में सीधा तथा बिंब के समान आमाप (साइज) का दिखाई देता है।
→ जो प्रतिबिम्ब पर्दे पर प्राप्त किया जा सके, वास्तविक प्रतिबिम्ब कहलाता है।
→ जिस प्रतिबिम्ब को पर्दे पर प्राप्त न किया जा सके, उसे आभासी प्रतिबिम्ब कहते हैं।
→ अवतल दर्पण वास्तविक तथा उल्टा प्रतिबिम्ब बना सकता है। जब बिम्ब को दर्पण के अत्यन्त निकट रखते हैं, तो प्रतिबिम्ब आभासी सीधा तथा आवर्धित होता है।
→ उत्तल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिम्ब सीधा, आभासी तथा साइज में बिम्ब से छोटा होता है।
→ उत्तल लेंस वास्तविक तथा उल्टा प्रतिबिम्ब बना सकता है। जब बिम्ब लेंस के अत्यन्त निकट रखा जाता है, तो बनने वाला प्रतिबिम्ब आभासी, सीधा तथा आवर्धित होता है।
→ जब उत्तल लेंस को वस्तुओं को आवर्धित करके देखने के लिये उपयोग किया जाता है, तो उसे आवर्धक लेंस कहते हैं।
→ अवतल लैंस सदैव सीधा, आभासी तथा साइज में बिम्ब से छोटा प्रतिबिम्ब बनाता है।
→ श्वेत प्रकाश सात वर्णों-बेंगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी तथा लाल का मिश्रण है।
→ प्रकाश का परावर्तन – दर्पण द्वारा प्रकाश की दिशा का परिवर्तन।
→ समतल दर्पण – काँच की एक प्लेट के एक ओर पॉलिश करके बनाया गया दर्पण।
→ गोलीय दर्पण – किसी खोखले गोले को काटकर बनाये गये दर्पण।
→ प्रतिबिम्ब – किसी वस्तु का लेंस या दर्पण द्वारा बना प्रतिरूप।
→ बिम्ब – वस्तु जिसका प्रतिबिम्ब बनता है।
→ पश्च दूश्य दर्पण – उत्तल दर्पण जो वाहनों में पीछे के वाहन देखने के लिये लगाया जाता है।
→ अवतल दर्पण – गोलीय दर्पण जिसका परावर्तक पृष्ठ अवतल होता है।
→ उत्तल दर्पण – गोलीय दर्पण जिसका परावर्तक पृष्ठ उत्तल होता है।
→ आभासी प्रतिबिम्ब – पर्दे पर प्राप्त न होने वाला प्रतिबिम्ब।
→ अभिसरित – परावर्तित किरणें जो मुख्य अक्ष की ओर एकत्र होती हैं।
→ पार्श्व दर्पण – पार्श्व की वस्तुओं को देखने वाला दर्पण।

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HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव

Haryana State Board HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव

HBSE 7th Class Science विद्युत धारा और इसके प्रभाव InText Questions and Answers

बूझो/पहेली

प्रश्न 1.
पहेली तथा बूझो यह जानना चाहते हैं कि क्या ट्रैक्टरों, टूकों तथा इनवर्टर में उपयोग होने वाली बैटरियाँ भी सेलों से बनी हैं। तब फिर इन्हें बैटरी क्यों कहते हैं ? क्या आप इस प्रश्न का उत्तर पता लगाने में उनकी सहायता कर सकते हैं ?
उत्तर:
ट्रकों तथा ट्रैक्टरों में लगने वाली बैटरियाँ अनेक सेलों से मिलकर बनी होती हैं। ये सेल, शुष्क सेल नहीं होते बल्कि ये प्लेटों के कई सेट होते हैं तथा प्रत्येक सेट एक सेल की तरह कार्य करता है।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -1
चित्र : ट्रकों की बैटरी तथा इसका काट-चित्र

प्रश्न 2.
पहेली तथा बूझो ने कुछ दिन पहले एक जादू का खेल देखा था। जादूगर ने स्टैण्ड पर लोहे का एक बॉक्स रखा। फिर उसने बूझो को बुलाकर उससे बॉक्स को उठाने के लिये कहा। बूझो ने बॉक्स को आसानी से उठा लिया। अब उस जादूगर ने कुछ बुदबुदाते हुए बॉक्स पर छड़ी घुमाकर अपना करतब दिखाना शुरू किया। उसने पुनः बूझो से बॉक्स को उठाने के लिये कहा। इस बार तो बूझो उसे हिला भी नहीं सका। जादूगर फिर कुछ बुदबुदाया और बूझो ने बॉक्स को आसानी से उठा लिया।

वूझो और पहेली सहित सभी दर्शक इस प्रदर्शन से अत्यधिक प्रभावित थे और यह समझ रहे थे कि जादूगर के पास कोई अलौकिक शक्ति है। परन्तु इस अध्याय को पढ़ने के पश्चात् पहेली यह सोच रही है कि क्या वास्तव में इस युक्ति में कोई जादू था अथवा इसमें कोई विज्ञान सम्मिलित था। क्या आप यह अनुमान लगा सकते हो कि इसमें विज्ञान से सम्बन्धित कौन-सी युक्ति सम्मिलित हो सकती है ?
उत्तर:
जादूगर ने बॉक्स के नीचे विद्युत चुम्बक लगा दिया जिसे, ‘ऑन’ तथा ‘ऑफ’ किया जा सकता था। वह अपने साथी को ‘ऑन’ करने के लिये कहता तो लोहे का बॉक्स विद्युत चुम्बक की तरफ खिंचता, इसलिए उसे उठाया नहीं जा सकता था।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव

HBSE 7th Class Science विद्युत धारा और इसके प्रभाव Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
विद्युत परिपथ के निम्नलिखित अवयवों को निरूपित करने वाले प्रतीक अपनी नोटबुक पर खींचिए : संयोजक तार, स्विच ‘ऑफ’ की स्थिति में, विद्युत बल्ब, विद्युत सेल, स्विच ‘ऑन’ की स्थिति में तथा बैटरी।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -2
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -3

प्रश्न 2.
चित्र में दर्शाये गये विद्युत परिपथ को निरूपित करने के लिए परिपथ आरेख खींचिए।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -4
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -5
चित्र : विद्युत परिपथ

प्रश्न 3.
चित्र में चार सेल दिखाये गये हैं। रेखाएँखींचकर यह निर्दिष्ट कीजिए कि चार सेलों के टर्मिनलों को तारों द्वारा संयोजित करके आप बैटरी कैसे बनायेंगे?
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -6
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -7

प्रश्न 4.
चित्र में दर्शाये गये परिपथ में बल्ब दीप्त नहीं हो पा रहा है। क्या आप इसका कारण पता लगा सकते हैं? परिपथ में आवश्यक परिवर्तन करके बल्ब को प्रदीप्त कीजिए।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -8
उत्तर:
दोनों ऋणात्मक टर्मिनलों को बल्ब से जोड़ देने के कारण बल्ब दीप्त नहीं हो पा रहा है।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव

प्रश्न 5.
विद्युतधारा के किन्हीं दो प्रभावों के नाम लिखिए।
उत्तर:
(i) विद्युतधारा का चुम्बकीय प्रभाव।
(ii) विद्युतधारा का तापन प्रभाव।

प्रश्न 6.
जब किसी तार से धारा प्रवाहित करने के लिए स्विच को ‘ऑन’ करते हैं, तो तार के निकट रखी चुम्बकीय सुई अपनी उत्तर-दक्षिण स्थिति से विश्लेपित हो जाती है। स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
तार से विद्युतधारा प्रवाहित होने के कारण वह चुम्बक की तरह व्यवहार करता है। विद्युतधारा का चुम्बकीय प्रभाव तार के आकर्षण के कारण होता है जिससे सुई जो चुम्बक होती है, विक्षेपित हो जाती है।

प्रश्न 7.
यदि चित्र में दर्शाये गये विद्युत परिपथ में स्विच को ‘ऑफ’ किया जाये, तो क्या चुम्बकीय सुई विक्षेप दर्शाएगी?
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -9
उत्तर:
नहीं, इसमें सेल न जुड़े होने के कारण धारा प्रवाहित नहीं होगी।

प्रश्न 8.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) विद्युत सेल के प्रतीक में लम्बी रेखा, उसके ………………… टर्मिनल को निरूपित करती है।
(ख) दो या अधिक विद्युत सेलों के संयोजन को ………………… कहते हैं।
(ग) जब किसी विद्युत हीटर के स्विच को ‘ऑन’ करते हैं, तो इसका ………………… रक्त तप्त (लाल) हो जाता है।
(घ) विद्युत धारा के तापीय प्रभाव पर आधारित सुरक्षा युक्ति को ………………… कहते हैं।
उत्तर:
(क) ऋणात्मक
(ख) बैटरी
(ग) तन्तु
(घ) फ्यू ज।

प्रश्न 9.
निम्नलिखित कथनों पर सत्य अथवा असत्य अंकित कीजिए-
(क) दो सेलों की बैटरी बनाने के लिए एक सेल के ऋण टर्मिनल को दूसरे सेल के ऋण टर्मिनल से संयोजित करते हैं। (सत्य/असत्य)
(ख) जब किसी फ्यूज में से किसी निश्चित सीमा से अधिक विद्युतधारा प्रवाहित होती है, तो वह पिघलकर टूट जाता है। (सत्य/असत्य)
(ग) विद्युत चुम्बक, चुम्बकीय पदार्थों को आकर्षित नहीं करता। (सत्य/असत्य)
(घ) विद्युत घण्टी में विद्युत चुम्बक होता है। (सत्य/असत्य)
उत्तर:
(क) असत्य
(ख) सत्य
(ग) असत्य
(घ) सत्य।

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प्रश्न 10.
क्या विद्युत चुम्बक का उपयोग किसी कचरे के ढेर से प्लास्टिक को पृथक् करने के लिए किया जा सकता है ? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
नहीं, क्योंकि कोई भी चुम्बक प्लास्टिक की बनी वस्तुओं को अपनी ओर आकर्षित नहीं करता है।

प्रश्न 11.
मान लीजिए कि कोई विद्युत मिस्त्री आपके घर के विद्युत परिपथ में कोई मरम्मत कर रहा है। वह ताँबे के एक तार को फ्यूज के रूप में उपयोग करना चाहता है। क्या आप उससे सहमत होंगे? अपने उत्तर के लिए कारण दीजिए।
उत्तर:
नहीं, ताँबे का तार उच्च धारा से होने वाली हानि को रोकने में असमर्थ है। कारण, उच्च धारा प्रवाहित होने पर भी विद्युत फ्यूज इससे पिघलता नहीं है।

प्रश्न 12.
जुबैदा ने में दर्शाये अनुसार एक सेल होल्डर बनाया तथा इसे एक स्विच और एक बल्ब से जोड़कर कोई विद्युत परिपथ बनाया। जब उसने स्विच को ‘ऑन’ की स्थिति में किया, तो बल्ब दीप्त नहीं हुआ। परिपथ में सम्भावित दोष को पहचानने में जुबैदा की सहायता कीजिए।
उत्तर:
जुबैदा ने सेल के दोनों सिरे चालक तार से जोड़ दिए जिसे शार्ट सर्किट कहते हैं इसीलिये बल्ब दीप्त नहीं हुआ।

प्रश्न 13.
चित्र में दर्शाये गये विद्युत परिपथ में-
(क) जब स्विच ऑफ’ की स्थिति में है, तो क्या कोई भी बल्ब दीप्त होगा ?
(ख) जब स्विच को ‘ऑन’ की स्थिति में लाते हैं, तो बल्बों A, B तथा C के दीप्त होने का क्रम क्या होगा?
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -10
उत्तर:
(क) जब स्विच ऑफ की स्थिति में है तो कोई बल्ब दीप्त नहीं होगा।
(ख) ऑन की स्थिति में सभी बल्ब एक साथ दीप्त होंगे।

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HBSE 7th Class Science विद्युत धारा और इसके प्रभाव Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

I. बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों में से सही विकल्प का चयन कीजिए
1. स्विच द्वारा विद्युत परिपथ को
(क) ऑन किया जाता है
(ख) ऑफ किया जाता है
(ग) ये दोनों
(घ) इनमें से कुछ नहीं
उत्तर:
(ग) ये दोनों

2. विद्युत सेल में टर्मिनल की संख्या होती है
(क) एक
(ख) दो
(ग) तीन
(घ) अनेक
उत्तर:
(ख) दो

3. बैटरी का प्रयोग किया जाता है-
(क) टॉर्च में
(ख) रेडियो में
(ग) रिमोट कंट्रोल में
(घ) इन सभी में
उत्तर:
(घ) इन सभी में

4. विद्युत बल्ब में पतले तार को क्या कहते हैं, जो प्रकाशित होता है?
(क) धागा
(ख) फिलामेन्ट
(ग) एलीमेन्ट
(घ) फ्यूज
उत्तर:
(ख) फिलामेन्ट

5. उत्सर्जक डायोड है
(क) LED
(ख) LCD
(ग) DVD
(घ) CTV
उत्तर:
(क) LED

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II. रिक्त स्थान

निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान भरिए
1. विद्युत फ्यूज में शीघ्र पिघलने वाले ………… का प्रयोग किया जाता है।
2. विद्युत हीटर विद्युत के ……….. पर आधारित होता है।
3. विद्युत घंटी विद्युत धारा के……..पर आधारित होती है।
4. तारों को लपेटकर बनायी गयी विद्युत संरचना को ………… कहते हैं।
उत्तर:
1. तार
2. तापन प्रभाव
3. चुम्बकीय प्रभाव
4. कुण्डली।

III. सुमेलन

कॉलम ‘A’ तथा कॉलम ‘B’ के शब्दों का मिलान कीजिए-

कॉलम ‘A’ कॉलम ‘B’
1. विद्युत बल्ब (a) विद्युत बल्ब
2. विद्युत चुम्बक (b) तापीय प्रभाव
3. प्रकाश और ऊष्मा (c) चुम्बकीय प्रभाव
4. एलीमेन्ट (d) तापन अवयव

उत्तर:

कॉलम ‘A’ कॉलम ‘B’
1. विद्युत बल्ब (b) तापीय प्रभाव
2. विद्युत चुम्बक (c) चुम्बकीय प्रभाव
3. प्रकाश और ऊष्मा (a) विद्युत बल्ब
4. एलीमेन्ट (d) तापन अवयव

IV. सत्य/असत्य

निम्नलिखित वाक्यों में से सत्य एवं असत्य कथन छाँटिए
1. आजकल प्रकाश उत्सर्जक डायोड बल्बों का उपयोग बढ़ रहा है।
2. विद्युत फ्यूज विद्युत परिपथ की सुरक्षा युक्ति है।
3. विद्युत फ्यूज के स्थान पर किसी भी तार या पट्टी का उपयोग किया जा सकता है।
4. सेलों के संयोजन में धन टर्मिनल को धन टर्मिनल से मिलाया जाता है।
उत्तर:
1. सत्य
2. सत्य
3. असत्य
4. असत्य।

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अतिलयु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
विद्युत तापन के दो अवयव लिखिए।
उत्तर:
(i) हीटर का एलीमेंट
(ii) इस्त्री (प्रेस) का एलीमेंट।

प्रश्न 2.
यदि किसी बल्ब का तन्तु टूटा है, तो परिपथ पूर्ण है या अपूर्ण ?
उत्तर:
अपूर्ण।

प्रश्न 3.
जलता हुआ बल्ब छूने पर गर्म क्यों महसूस होता है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
बल्ब में आने वाली विद्युत प्रकाश एवं ताप में परिवर्तित होने के कारण।

प्रश्न 4.
विद्युत हीटर का एलीमेंट किस पदार्थ का बना होता है ?
उत्तर:
नाइक्रोम का।

प्रश्न 5.
विद्युत बल्ब का तन्तु किस पदार्थ का बना होता है?
उत्तर:
टंगस्टन का।

प्रश्न 6.
किसी विद्युत युक्ति के कितने टर्मिनल होते हैं?
उत्तर:
दो। एक धन तथा एक ऋण टर्मिनल।

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प्रश्न 7.
कुंजी अथवा स्विच को परिपथ में कहाँ लगाना चाहिये?
उत्तर:
कुंजी अथवा स्विच को परिपथ में कहीं भी लगाया जा सकता है।

प्रश्न 8.
विद्युतधारा का तापीय प्रभाव किसे कहते
उत्तर:
जब किसी तार से विद्युतधारा प्रवाहित की जाती है तो वह तप्त हो जाता है, इसे विद्युतधारा का तापीय प्रभाव कहते है।

प्रश्न 9.
विद्युत परिपथ की सुरक्षायुक्ति क्या होती
उत्तर:
विद्युत फ्यूज।

प्रश्न 10.
विद्युत के चुम्बकीय प्रभाव की खोज किसने की?
उत्तर:
हैंस क्रिश्चियन ऑस्टेंड ने।

प्रश्न 11.
एक माचिस की खाली डिब्बी पर तार लपेटकर विद्युत चुम्बक बनाया गया तथा इसे परिपथ में लगाकर कुंजी ऑन की गई। अब इसके पास दिकसूची लायी गई। दिकसूची में क्या होगा? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
दिक्सूची विक्षेपित हो जाएगी।

प्रश्न 12.
विद्युत बल्ब का आविष्कार किसने किया ?
उत्तर:
थॉमस अल्वा एडीसन ने।

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लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
नीचे प्रस्तुत विद्युत परिपथ की प्रतिलिपि अपनी नोट बुक में बनाइए। विविध विद्युत अवयवों के प्रतीकों का उपयोग करके इस विद्युत परिपथ का आरेख खींचिए। (क्रियाकलाप)
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -11
चित्र : एक विद्युत परिपथ
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -12
चित्र-दर्शाए गये विद्युत परिपथ का परिपथ आरेख

प्रश्न 2.
विद्युतधारा का चुम्बकीय प्रभाव क्या है ? इसके दो अनुप्रयोग लिखिए।
उत्तर:
जब किसी तार से विद्युतधारा प्रवाहित होती है, तो वह चुम्बक की भाँति व्यवहार करता है। इसे विद्युतधारा का चुम्बकीय प्रभाव कहते हैं। अनुप्रयोग (i) विद्युत घंटी बनाने में। (ii) विद्युत चुम्बक बनाने में।

प्रश्न 3.
लघु परिपथ विच्छेदक क्या होता है ?
उत्तर:
आजकल फ्यूज के स्थान पर लघु परिपथ विच्छेदकों (MCBs) का उपयोग निरन्तर बढ़ता जा रहा है। जब किसी परिपथ में विद्युतधारा सुरक्षा सीमा से अधिक हो जाती है तो ये ऐसे स्विच होते हैं जो स्वत: ही ‘ऑफ’ हो जाते हैं। आप इन्हें फिर से ऑन कर दें तो परिपथ पुनः पूरा हो जाता है।

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प्रश्न 4.
लघु पथन से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:
विद्युत परिपथों में अत्यधिक विद्युत धारा प्रवाहित होने का एक कारण विद्युत तारों में परस्पर सीधा सम्पर्क हो जाना होता है। ऐसा टूट-फूट अथवा तारों के विद्युत रोधन के हटने के कारण हो सकता है। इससे लघुपथन (शार्ट सर्किट) हो सकता है। अत्यधिक धारा प्रवाहित होने का कारण एक ही सॉकेट से कई युक्तियों को संयोजित करना भी हो सकता है। इससे परिपथ में अतिभारण हो सकता है।

प्रश्न 5.
विद्युत फ्यूज क्या होता है ? इसका क्या कार्य है ?
उत्तर:
विद्युत फ्यूज विद्युत परिपथ में अतिभारण से होने वाली हानि से बचाने के लिये लगायी जाने वाली युक्ति है। इसमें कम गलनांक वाला धातु का तार लगा होता है। अधिक विद्युतधारा प्रवाहित होने पर यह गर्म होकर पिघल जाता है जिससे परिपथ को कोई हानि नहीं होती है।

प्रश्न 6.
विद्युत धारा के तापीय प्रभाव वाले कुछ विद्युत साधित्रों के नाम लिखिए।
उत्तर:
(i) निमज्जन तापक (इमर्शन हीटर)
(ii) विद्युत इस्त्री
(iii) गीजर
(iv) हेयर ड्रायर
(v) विद्युत केतली।

प्रश्न 7.
किन्हीं दो तापन युक्तियों के चित्र बनाइए।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -13

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव

दीर्य उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
विद्युत धारा के चुम्बकीय प्रभाव को दर्शाने के लिए एक क्रियाकलाप लिखिए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
लोहे की लगभग 6-10 सेमी लम्बी एक कील तथा लगभग 75 सेमी लम्बा विद्युतरोधी (प्लास्टिक अथवा कपड़े से ढका हुआ अथवा ऐनामिल लेपित) लचीला तार लीजिए। इस तार को कुण्डली के रूप में कील पर कसकर लपेटिए। तार के स्वतन्त्र सिरों को किसी स्विच से होते हुए चित्र में दर्शाये अनुसार एक विद्युत सेल से संयोजित कीजिए। अब कुंजी को ऑन कीजिए और लोहे का महीन बुरादा कील की नोक के पास लाइए। कोल चुम्बक की भाँति बुरादे को अपनी ओर खींचती है।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -14

प्रश्न 2.
विद्युत घण्टी की संरचना तथा कार्यविधि लिखिए।
उत्तर:
विद्युत घण्टी में लोहे के टुकड़े पर ताँबे के तार की कुण्डली लिपटी होती है। विद्युत चुम्बक के निकट लोहे की एक पत्ती लगी होती है जिसके एक सिरे से हथौड़ा जुड़ा होता है। लोहे की पत्ती के समीप एक सम्पर्क पेंच होता है। जब लोहे की पत्ती इस पेंच के सम्पर्क में आती है, तो विद्युत परिपथ पूरा हो जाता है तथा कुण्डली से विद्युतधारा प्रवाहित होती है, जिससे वह विद्युत चुम्बक बन जाती है। तब यह लोहे की पत्ती को अपनी ओर खींचती है। इस प्रक्रिया में पत्ती के सिरे से जुड़ा हथौड़ा घण्टी से टकराता है और ध्वनि उत्पन्न करता है। परन्तु जब विद्युत चुम्बक लोहे की पत्ती को अपनी ओर खींचता है तो यह परिपथ को भी तोड़ देता है। इससे कुण्डली से विद्युतधारा का प्रवाह समाप्त हो जाता है।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -15
चित्र : विद्युत घण्टी का मॉडल और उसका परिपथ

अब कुण्डली विद्युत चुम्बक नहीं होती। यह लोहे की पत्ती को भी अपनी ओर नहीं खींचती। लोहे की पत्ती अपनी मूल स्थिति में आकर पुन: सम्पर्क पेंच से स्पर्श करती है। इससे परिपथ फिर पूरा हो जाता है। कुण्डली से पुनः विद्युतधारा प्रवाहित होती है तथा हथौड़ा पुनः घण्टी से टक्कर मारता है। यह प्रक्रिया अतिशीघ्रता से दोहराई जाती है। हर बार परिपथ पूरा होने पर हथौड़ा घण्टी से टकराता है और इस प्रकार विद्युत घण्टी बजती है।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव

प्रश्न 3.
विद्युत परिपथ के कुछ अवयवों के चित्र तथा प्रतीक बनाइए।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 14 विद्युत धारा और इसके प्रभाव -16

प्रश्न 4.
प्रदीप्ति नलिकाएँ तथा CFLs क्या होती हैं?
उत्तर:
विद्युत बल्बों का प्रयोग प्रकाश के लिए होता है। परन्तु बल्ब ऊष्मा भी उत्पन्न करते हैं जो वांछनीय नहीं होती है। इससे विद्युत की क्षति भी होती है। इस क्षति को बल्बों के स्थान पर प्रतिदीप्त नलिकाओं (फ्लोरसेंट ट्यूब लाइट) का उपयोग करके कम किया जा सकता है। संहत प्रतिदीप्त लैंप (CFLS) भी विद्युत की क्षति में कमी लाती हैं तथा इन्हें सामान्य बल्ब होल्डरों में लगाया जा सकता है।

तथापि बल्बों, प्रतिदीप्त नलिकाओं अथवा CFLs को क्रय करने से पहले इस पर भारतीय मानक ब्यूरो के ISI चिन्ह को देखना चाहिए। ISI चिन्ह यह सुनिश्चित करता है कि साधित्र के निर्माण में सुरक्षा सम्बन्धी सभी शर्तों का ध्यान रखा गया है तथा इसके उपयोग में ऊर्जा की क्षति न्यूनतम होगी।

विद्युत धारा और इसके प्रभाव Class 7  HBSE Notes in Hindi

→ विद्युत अवयवों को उनके प्रतीकों द्वारा निरूपित करना सुविधाजनक होता है। इनका उपयोग करके किसी विद्युत परिपथ को परिपथ आरेख द्वारा निरूपित किया जा सकता है।
→ विद्युत सेल के दो टर्मिनल होते हैं-एक धन टर्मिनल तथा दूसरा ऋण टर्मिनल।
→ जब किसी तार से कोई विद्युत धारा प्रवाहित होती है, तो वह तार तप्त हो जाता है। यह विद्युत धारा का तापीय प्रभाव कहलाता है। इस प्रभाव के बहुत से अनुप्रयोग हैं।
→ विद्युत हीटर, विद्युत स्त्री एवं विद्युत बल्ब विद्युत धारा के तापीय प्रभाव पर कार्य करते हैं। विद्युत् फ्यूज का प्रयोग परिपथ को अतिभारण से बचाने के लिए किया जाता है।
→ जब किसी तार से विद्युत धारा प्रवाहित होती है, तो वह चुम्बक की भाँति व्यवहार करता है। इसे विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव कहते हैं।
→ लोहे के किसी टुकड़े पर विद्युतरोधी तार से लिपटी विद्युत धारावाही कुण्डली को विद्युत चुम्बक कहते हैं।
→ विद्युत चुम्बक बहुत-सी युक्तियों में उपयोग किये जाते हैं।
→ विद्युत अवयव – सेल, बल्ब, स्विच, बैटरी, तार आदि।
→ विद्युत परिपथ – विभिन्न विद्युत अवयवों को जोड़कर बनाया गया पथ।
→ बैटरी – दो या दो से अधिक सेलों के संयोजन को बैटरी कहते हैं।
→ सेल होल्डर – सेलों को लगाने का केस। विद्यत फ्यूज परिपथ में अतिभारण से होने वाले शार्ट सर्किट से बचाने के लिए लगायी गयी युक्ति।
→ विद्युत साधित्र – विद्युत परिपथ में प्रयुक्त उपकरण या युक्तियाँ।
→ विद्युत चुम्बक – तारों को लपेटकर बनाई गई कुण्डली में विद्युत प्रवाहित करने पर यह चुम्बक की तरह व्यवहार करती है जिसे विद्युत चुम्बक कहते हैं।
→ कुण्डली – तारों को लपेट कर बनायी गयी संरचना। विद्युत घण्टी-चुम्बक एवं कुण्डली से बनी बिजली से चलने वाली घण्टी।
→ लघुपथन – विद्युत परिपथ में होने वाला शार्ट सर्किट।

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HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय

Haryana State Board HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय

HBSE 7th Class Science गति एवं समय InText Questions and Answers

बूझो/पहेली

प्रश्न 1.
बूझो यह जानने के लिए उत्सुक है कि एक दिन में कितने सेकण्ड तथा एक वर्ष में कितने घण्टे होते हैं? क्या आप उसकी सहायता कर सकते हैं ?
उत्तर:
एक दिन = 24 × 60 × 60s = 86,4005s
एक वर्ष = 365 दिन × 24 घण्टे = 8760 घण्टे ।

प्रश्न 2.
पहेली यह जानने के लिए उत्सुक है कि जब लोलक वाली घड़ियों नहीं थीं, तब समय कैसे मापा जाता था?
उत्तर:
तब समय मापने के लिए विभिन्न उपकरण, विश्व के विभिन्न भागों में प्रचलित थे। सूर्य घड़ी, जल घड़ी तथा रेत घड़ी ऐसे उपकरणों के उदाहरण हैं।

प्रश्न 3.
बूझो जानना चाहता है कि क्या कोई ऐसी युक्ति है जो चाल मापती है?
उत्तर:
हाँ, चालमापी।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय

HBSE 7th Class Science गति एवं समय Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
निम्नलिखित गतियों का वर्गीकरण सरल रेखा के अनुदिश, वर्तुल तथा दोलन गति में कीजिए-
(क) दौड़ते समय आपके हाथों की गति।
(ख) सीधी सड़क पर गाड़ी को खींचते घोड़े की गति।
(ग) मैरी गो राउंड’ झूले में बच्चे की गति।
(घ) ‘सी-सॉ’ झूले पर बच्चे की गति।
(च) विद्युत घंटी के हथौड़े की गति।
(छ) सीधे पुल पर रेलगाड़ी की गति।।
उत्तर:
(क) दोलन
(ख) सरल रेखा के अनुदिश
(ग) वर्तुल
(घ) दोलन
(च) दोलन
(छ) सरल रेखा के अनुदिश।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित में कौन-सा कथन सही नहीं
(क) समय का मूल मात्रक सेकण्ड है।
(ख) प्रत्येक वस्तु नियत चाल से गति करती है।
(ग) दो शहरों के बीच की दूरियाँ किलोमीटर में मापी जाती हैं।
(घ) किसी दिये गये लोलक का आवर्तकाल नियत नहीं होता।
(च) रेलगाड़ी की चाल m/h में व्यक्त की जाती है।
उत्तर:
कथन ख तथा च सही नहीं है।

प्रश्न 3.
कोई सरल लोलक 20 दोलन पूरे करने में 32 सेकण्ड लेता है। लोलक का आवर्तकाल क्या है ?
उत्तर:
20 दोलन में लगा समय = 32s
∴ एक दोलन में लगा समय = \(\frac{32s}{20}\)
∴ आवर्तकाल = 1.5s

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय

प्रश्न 4.
दो स्टेशनों के बीच की दूरी 240 km है। कोई रेलगाड़ी इस दूरी को तय करने में 4 घण्टे लेती है। रेलगाड़ी की चाल परिकलित कीजिए।
उत्तर:
दूरी = 240 km
समय = 4 घण्टे
दुरी 240 किमी :
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -1
= 60 किमी/घण्टा

प्रश्न 5.
किसी कार के पथमापी का 08 : 30 AM पर पाठ्यांक 57321.0 km है। यदि 08:50 AM पर पथमापी का पाठ्यांक परिवर्तित होकर 57336.0 km हो जाता है, तो कार द्वारा चली गयी दूरी कितनी है ? कार की चाल km/min में परिकलित कीजिए। इस चाल को km/h में भी व्यक्त कीजिए।
उत्तर:
पथमापी का 08 : 30 AM पर पाठ्यांक = 57321.0 km
पथमापी का 08 : 50 AM पर पाठ्यांक = 57336.0 km
तय की गई दूरी = (57336.0 – 57321.0) km
= 15.0 km
लिया गया समय = 8 : 50 AM – 8: 30 AM
= 20 min
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -2
= 0.75 × 60 km/h = 45 km/h

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय

प्रश्न 6.
सलमा अपने घर से साइकिल पर विद्यालय पहुंचने में 15 मिनट लेती है। यदि साइकिल की चाल 2 m/s – है, तो घर से विद्यालय की दूरी परिकलित कीजिए।
उत्तर:
चाल = 2 m/s
समय = 15 मिनट = 15 × 60s = 900s
दूरी = चाल × समय
= 2 m/s × 900s = 1800 m
= \(\frac{1800}{100}\) km = 1.8 km

प्रश्न 7.
निम्नलिखित स्थितियों में गति के दूरी-समय ग्राफ की आकृति दर्शाइए
(क) नियत चाल से गति करती कार।
(ख) सड़क के किनारे खड़ी कोई कार।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -3

प्रश्न 8.
निम्नलिखित में कौन-सा सम्बन्ध सही है ?
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -4
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -5

प्रश्न 9.
चाल का मूल मात्रक है
(क) km/min
(ख) m/min
(ग) km/h
(घ) m/s
उत्तर:
(घ) m/s.

प्रश्न 10.
कोई कार 40 km/h की चाल से 15 मिनट चलती है, इसके पश्चात् वह 60 km/h की चाल से 15 मिनट चलती है। कार द्वारा तय की गई कुल दूरी होगी-
(क) 100 km
(ख) 25 km
(ग) 15 km
(घ) 10 km
उत्तर:
दूरी = चाल × समय।
पहले 15 मिनट में तय की गई दूरी = 40 km/m × 15 m
= \(\frac{40 km}{h}\) × \(\frac{15 km}{60}\) = 10 km
अगले 15 मिनट में तय की गई दूरी = चाल × समय
= 60 km/h × 15 m
= 60 km/h × \(\frac{15}{60}\) h = 15 km
कुल दूरी = (10 + 15) km = 25 km

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय

प्रश्न 11.
मान लीजिए चित्र (a) तथा मित्र (b) में दर्शाए गये फोटोग्राफ 10 सेकण्ड के अन्तराल पर खींचे गये। यदि इन फोटोग्राफों। 10 मीटर की दूरी को 1 cm द्वारा दर्शाया गया है, तो नीलो कार की चाल परिकलित कीजिए।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -6
चाल = 100 m/10s = 10 m/s

प्रश्न 12.
चित्र (जश्न 11 में दिए गए) में दो वाहनों,A तथा B की गति के दूरी-समय ग़ाफ दर्शाए गए हैं। इनमें से कौन-सा वाहन अपेक्षाकृत तीव्र गति से चल रहा है?
उत्तर:
A की
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -7
चित्र : दो वाहनों की गति के दूरी-समय ग्राफ

प्रश्न 13.
निम्नलिखित दूर्ग-समय ग्राफों में से कौन उस टूक की गति को दर्शाता है, जिसमें उसकी चाल नियत नहीं है?
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -8
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -9
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -10

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय

HBSE 7th Class Science गति एवं समय Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

I. बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों में से सही विकल्प का चयन कीजिए
1. एकांक समय में तय की गई दूरी को कहते हैं
(क) चाल
(ख) विस्थापन
(ग) दोलन
(घ) वेग
उत्तर:
(क) चाल

2. चाल का मात्रक है
(क) मीटर-सेकण्ड
(ख) मीटर/सेकण्ड
(ग) सैकण्ड-मीटर
(घ) मी/सै.
उत्तर:
(ख) मीटर/सेकण्ड

3. घड़ी का पेण्डुलम की गति उदाहरण है
(क) सरल गति
(ख) आवर्ती गति
(ग) अनियमित गति
(घ) असमान गति
उत्तर:
(ख) आवर्ती गति

4. समय का मूल मात्रक है
(क) मीटर
(ख) सेकण्ड
(ग) दिन
(घ) वर्ष
उत्तर:
(ख) सेकण्ड

5. वाहन की दूरी मापता है
(क) चालमापी
(ख) तापमापी
(ग) पथमापी
(घ) दाबमापी
उत्तर:
(ग) पथमापी

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय

II. रिक्त स्थान

निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान भरिए
1. आवर्ती गति का एक चिरपरिचित उदाहरण …………….. है।
2. मिनट, घंटा, …………….., सप्ताह, …………….. वर्ष आदि समय के ही अन्य मात्रक हैं।
3. चालमापी को …………….. भी कहते हैं।
4. सेमी, मीटर ………… दूरी के मात्रक हैं।
उत्तर:
1. सरल लोलक
2. दिन, माह
3. स्पीडोमीटर
4. किलोमीटर।

III. सुमेलन

कॉलम ‘A’ के शब्दों का कॉलम ‘B’ के शब्दों से मिलान कीजिए-

कॉलम A कॉलम B
1. चाल (a) लिया गया समय
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -11 HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -12
3. चाल × समय (c) 8 km/s
4. रॉकेट की चाल (d) चली गई दूरी

उत्तर:

कॉलम A कॉलम B
1. चाल HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -12
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -11 (a) लिया गया समय
3. चाल × समय (d) चली गई दूरी
4. रॉकेट की चाल (c) 8 km/s

IV. सत्य/असत्य

निम्नलिखित वाक्यों में से सत्य एवं असत्य छाँटिए
1. ओडोमीटर द्वारा किसी वस्तु की चाल मापते हैं।
2. दूरी को मीटर द्वारा नहीं मापा जा सकता है।
3. पखवारा (पंद्रह दिन का समय) भी समय का मात्रक
4. चाल का प्रतीक मात्रक m/s होता है।
उत्तर:
1. असत्य
2. असत्य
3. सत्य
4. सत्य।

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
क्या आपने कभी जानने की कोशिश की कि घड़ियाँ कैसे समय मापती हैं?
उत्तर:
हाँ, वे सभी आवर्ती गति से समय मापती हैं।

प्रश्न 2.
किसी वस्तु की गति से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
किसी वस्तु द्वारा तय की गई कुल दूरी को तय करने में लिये गये समय से विभाजित करने पर उसकी गति प्राप्त हो जाती है।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय

प्रश्न 3.
आवर्तकाल किसे कहते हैं?
उत्तर:
सरल लोलक एक दोलन पूरा करने में जितना समय लगाता है उसे लोलक का आवर्तकाल कहते हैं।

प्रश्न 4.
दो धावक एक साथ दौड़ना प्रारम्भ करते हैं, पहला धावक 100 मीटर दौड़ने में 40 सेकण्ड लेता है तथा दूसरा धावक 20 सेकण्ड समय लेता है ? किस धावक की चाल अधिक है?
उत्तर:
दूसरे धावक की चाल अधिक है क्योंकि वह कम समय में 100 मी दूरी तय कर लेता है।

प्रश्न 5.
चाल एवं समय में क्या सम्बन्ध है?
उत्तर:
चाल बढ़ने पर समय का मान घटता है।

प्रश्न 6.
चाल का सूत्र लिखिए।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -13

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय

प्रश्न 7.
दोलन गति क्या है ?
उत्तर:
जब कोई वस्तु अपनी मध्यमान स्थिति के इधरउधर गति करती है तो उसकी इस गति को दोलन गति कहते

प्रश्न 8.
दोलन गति के दो उदाहरण लिखिए।
उत्तर:
(i) घड़ी का पेण्डुलम
(ii) झूला।

प्रश्न 9.
वाहनों में चाल मापने वाले यंत्र का नाम बताइए।
उत्तर:
चालमापी (स्पीडोमीटर)।

प्रश्न 10.
वाहन द्वारा तय की गई दूरी को किसके द्वारा मापा जाता है?
उत्तर:
पथमापी (ओडोमीटर) द्वारा।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
नीचे गति के कुछ उदाहरण दिए गए हैं। प्रत्येक प्रकरण में गति का प्रकार बताइए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:

गति का उदाहरण गति का प्रकार (सरल रेखा के अनुदिश/वर्तुल/आवर्ती)
1. मार्च पास्ट करते सैनिक सरल रेखा
2. सीधी सड़क पर चलती बैलगाड़ी सरल रेखा
3. दौड़ते धावक के हाथों की गति आवर्ती
4. चलती साइकिल के पेडल की गति वृत्तीय
5. सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति वर्तुल/आवर्ती
6. झूले की गति आवर्ती
7. लोलक की गति आवर्ती

प्रश्न 2.
उपग्रहों को पृथ्वी की कक्षा में प्रक्षेपित करने वाले (छोड़ने वाले) राकेट प्रायः 8 km/s की चाल प्राप्त कर लेते हैं। इसके विपरीत कछुआ केवल 8 cm/s (लगभग) की चाल से चलता है। क्या आप यह परिकलित कर सकते हैं कि कछुए की तुलना में रॉकेट की चाल कितनी गुनी है?
उत्तर:
रॉकेट की चाल = 8 km/s = 8000 m/s
कछुए की चाल = 8 cm/s = \(\frac{8}{100}\) m/s
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -14

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय

प्रश्न 3.
वस्तु A, 5 मिनट में 50 मीटर तथा वस्तु B, 7 मिनट में 70 मीटर चलती हैं। दोनों की चाल ज्ञात कीजिए तथा बताइए कि दोनों की चालों में क्या अन्तर है। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -15
वस्तु A की चाल = 50/5 = 10 m/min
वस्तु B की चाल = 70/7 = 10 m/min
अत: दोनों वस्तुओं की चाल समान है।

प्रश्न 4.
किसी टीम द्वारा प्रत्येक ओवर में बनाये गये रनों को स्तम्भ ग्राफ द्वारा दर्शाइए।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -16

प्रश्न 5.
वायुमण्डल में 78% नाइट्रोजन,21% ऑक्सीजन तथा शेष 1% अन्य गैस हैं। वायु के संघटन को दर्शाने के लिए वृत्तारेख बनाइए।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -17

प्रश्न 6.
किसी बच्चे की आयु व भार को रेखा ग्राफ द्वारा दर्शाइए।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -18

दीर्य उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
किसी कार की गति को निम्न सारणी में दर्शाया गया है
सारणी : किसी कार की गति
Table 4
इस सारणी के आधार पर कार की गति के लिए दूरी-समय ग्राफ तैयार कीजिए।
उत्तर:
(1) दो अक्षों को निरूपित करने के लिए पहले दो लम्बवत् रेखाएँ खींचिए तथा इन पर Ox तथा OY अंकित कीजिए।
(2) यह निश्चित कीजिए कि x-अक्ष के अनुदिश किस राशि को दर्शाना है तथा y-अक्ष के अनुदिश किस राशि को दर्शाना है। -अक्ष के अनुदिश समय तथा y-अक्ष के अनुदिश दूरी को दर्शाइए।
(3) ग्राफ पर दूरी को निरूपित करने के लिए कोई पैमाना चनिये तथा समय के निरूपण के लिए कोई अन्य पैमाना चुनिये। कार की गति के लिए ये पैमाने निम्न हो सकते हैं-
समय 1 मिनट = 1 सेमी
दूरी 1 किमी = 1 सेमी
(4) चुने गये पैमाने के अनुसार समय तथा दूरी के मानों को अपने-अपने पर अंकित कीजिए। कार की गति के लिए, समय को x-अक्ष पर मूल बिन्दु से 1 min, 2 min …… द्वारा अंकित कीजिये। इसी प्रकार दूरी 1 km, 2 km ………. y-x पर अंकित कीजिये।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय -19
(5) अब आपको दूरी तथा समय के मानों के प्रत्येक समुच्चय को ग्राफ पेपर पर बिन्दु रूप में अंकित करने हैं। सारणी में दर्शाया गया है कि समय 0 min पर चली गई दूरी भी शून्य हैं। मानों के इस समुच्चय की ग्राफ पेपर पर स्थिति मूल बिन्दु पर है। एक मिनट के पश्चात् कार ने 1 किमी की दूरी तय की। इसी प्रकार दो मिनट पश्चात् कार ने 2 किमी दूरी तय की।
(6) उपर्युक्त चित्र में विभिन्न समयों पर कार की स्थितियों के सभी बिन्दुओं के समुच्चयों को दर्शाया गया है। अब इन बिन्दुओं को मिलाइए। बिन्दुओं को मिलाने से एक सरल रेखा प्राप्त होती है। यह कार का दूरी-समय ग्राफ है।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 13 गति एवं समय

गति एवं समय Class 7  HBSE Notes in Hindi

→ एकांक समय में किसी वस्तु द्वारा चली गई दूरी को उसकी चाल कहते हैं।
→ वस्तुओं की चाल यह निर्णय लेने में हमारी सहायता करती है कि कौन दूसरों से तेज चल रहा है।
→ किसी वस्तु की चाल उसके द्वारा तय की गई कुल दूरी को चलने में लिये गये कुल समय से विभाजित करने प प्राप्त होती है। इसका मूल मात्रक मीटर प्रति सेकण्ड (m/s) है।
→ यदि किसी सरल रेखा के अनुदिश गति करने वाली वस्तु की चाल परिवर्तित होती रहती है तो उस वस्तु की चाल असमान कहलाती है।
→ किसी सरल रेखा के अनुदिश वस्तु की नियत चाल से गति एक समान गति कहलाती है।
→ आवर्ती घटनाओं का उपयोग समय मापन में किया जाता है। लोलक की आवर्ती गति का उपयोग घड़ियों के बनाने में होता है।
→ सरल लोलक धातु के एक छोटे गोले को किसी दृढ़ स्टैण्ड से धागे द्वारा निलंबित करके बनाया जा सकता है।
→ वस्तुओं की गति को उनके दूरी-समय ग्राफ द्वारा चित्रात्मक रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है।
→ नियत चाल से गति करने वाली वस्तु का दूरी-समय ग्राफ एक सरल रेखा होता है।
→ चाल – किसी वस्तु द्वारा एकांक समय में तय की गई दूरी उसकी चाल कहलाती है।
→ असमान गति – किसी सरल रेखा के अनुदिश गति करने वाली वस्तु की चाल यदि परिवर्तित होती रहती है तो इसे असमान गति कहते हैं।
→ एकसमान गति – किसी सरल रेखा में नियत चाल से चलती वस्तु की गति एक समान गति कहलाती है।
→ समय का मात्रक – समय को सेकण्ड में मापा जाता
→ दोलन – किसी वस्तु द्वारा अपनी वास्तविक स्थिति के इधर-उधर क्रमिक गति करना दोलन कहलाता है।
→ सरल लोलक – धातु की एक गोली जिसमें धागा बाँधकर लटकाया जा सकता है।
→ आवर्तकाल – सरल लोलक द्वारा अपना एक दोलन पूर्ण करने में लिया गया समय।
→ ग्राफ – अनुदैर्ध्य तथा क्षैतिज रेखाओं से बनी एक;संरचना।
→ रेखाग्राफ – ग्राफ पेपर पर रेखाओं द्वारा किसी स्थिति का निरूपण।

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HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

Haryana State Board HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

HBSE 7th Class Science पादप में जनन InText Questions and Answers

बूझो/पहेली

प्रश्न 1.
पहेली यह समझती थी कि नये पादप सदैव बीजों से ही उगते हैं, लेकिन उसने कभी गन्ना, आलू और गुलाब के बीज नहीं देखे थे। वह जानना चाहती है कि ये पादप जनन कैसे करते हैं?
उत्तर:
ऐसे पौधों में कायिक प्रवर्धन होता है। गन्ने एवं गुलाब के टुकड़ों के जमीन में दबाने पर इनसे नये पौधे बन जाते हैं।

प्रश्न 2.
बूझो जानना चाहता है कि क्या कायिक प्रवर्धन का कोई लाभ है?
उत्तर:
हाँ, इससे कम समय में अधिक पौधे तैयार होते

प्रश्न 3.
बूझो जानना चाहता है कि परागकण में उपस्थित नर युग्मक किस प्रकार बीजाण्ड में उपस्थित मादा युग्मक तक पहुंचता है?
उत्तर:
परागकण जब वर्तिकान पर पहुँचता है तो इससे एक पराग नलिका बनती है। यह पराग नलिका नर युग्मक को बीजाण्ड तक पहुँचाती है।

प्रश्न 4.
बूझो जानना चाहता है कि पुष्प सामान्यतः इतने रंग-बिरंगे और सुगन्धयुक्त क्यों होते हैं ? क्या ऐसा कीटों को आकर्षित करने के लिए होता है?
उत्तर:
हाँ, पुष्पों के विभिन्न रंग तथा सुगन्ध कीटों को आकर्षित करने के लिए होते हैं जो परागण कराने का कार्य करते हैं।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

HBSE 7th Class Science पादप में जनन Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) जनक पादप के कायिक भागों से नये पादप के उत्पादन का प्रक्रम ………………….. कहलाता है।
(ख) ऐसे पुष्पों को, जिनमें केवल नर अथवा मादा जनन अंग होता है ………………….. पुष्प कहते हैं।
(ग) परागकणों का उसी अथवा उसी प्रकार के अन्य पुष्प के परागकोश से वर्तिकान पर स्थानान्तरण का प्रक्रम ………………….. कहलाता है।
(घ) नर और मादा युग्मकों का युग्मन ………………….. कहलाता है।
(च) बीज प्रकीर्णन ………………….. और ………………….. के द्वारा होता है।
उत्तर:
(क) कायिक प्रवर्धन
(ख) एकलिंगी
(ग) परागण
(घ) निषेचन
(च) पवन, कीट, जल।

प्रश्न 2.
अलैंगिक जनन की विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए। प्रत्येक का उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
कायिक प्रवर्धन, मुकुलन, खण्डन, बीजाणु निर्माण आदि अलैंगिक जनन की विधियाँ हैं।
(1) कायिक प्रवर्धन – इस विधि में पादपों का कोई कायिक भाग, जैसे- जड़, तना, पत्ती या कली, वृद्धि करके नये पौधे का निर्माण करता है। क्योंकि इस विधि में नये पौधे का निर्माण पौधे के शरीर से होता है बीजों से नहीं, इसीलिए यह कायिक प्रवर्धन कहलाता है।

(2) मुकुलन – यीस्ट में मुकुलन द्वारा प्रजनन सामान्य रूप से पाया जाता है। यह एक कोशिकीय कवक होता है। इसकी कोशिका से एक बटन जैसी संरचना विकसित होती है जिसे मुकुल कहते हैं। मुकुल मातृ कोशिका से अलग होकर नई कोशिका बनाता है।

(3) खण्डन – यह प्रायः तन्तुवत शैवालों में पाया जाता है। इस विधि में तन्तु दो या अधिक टुकड़ों में टूट जाता है। प्रत्येक टुकड़ा वृद्धि करके नया शैवाल बनाता है, इसे खण्डन कहते हैं।

(4) बीजाणु निर्माण – कुछ जीवाणु, कवकों एवं शैवालों में कुछ कोशिकाएँ बड़ी होकर बीजाणुधानी बनाती हैं। इनके अन्दर चल या अचल बीजाणुओं का निर्माण होता है। ये बीजाणु प्रकीर्णित होकर अंकुरण करके नये पादपों का निर्माण करते हैं।

प्रश्न 3.
पादपों में लैंगिक जनन के प्रक्रम को समझाइए।
उत्तर:
पादपों में लैंगिक जनन:
पादपों में जनन अंग पुष्प के अन्दर होते हैं। नर जननांग पुंकेसर तथा मादा जननांग स्त्रीकेसर कहलाते हैं। पुंकेसर के परागकोष के अन्दर असंख्य परागकणों का निर्माण होता है। परागकणों के अन्दर नर युग्मक बनते हैं। स्त्रीकेसर के अन्दर अण्डाशय बनते हैं। अण्डाशय का सबसे ऊपरी भाग वर्तिकान कहलाता है। अण्डाशय के अन्दर अण्डप उपस्थित होता है और अण्डप के अन्दर मादा युग्मक का विकास होता है।

परागकोश के अन्दर निर्मित परागकण अण्डाशय के वर्तिकान पर पहुंचता है। वर्तिकान पर परागकण अंकुरण करके एक पराग नलिका बनाता है। पराग नलिका नर युग्मक को अण्डाशय के भीतर छोड़ देती है। अण्डाशय के अन्दर नर तथा मादा युग्मकों के बीच संयुजन होता है जिससे युग्मनज बनता है। युग्मनज वृद्धि करके भ्रूण बनाता है। भ्रूण बीज में सुरक्षित रहता है। जब बीज को बोया जाता है तो यह अंकुरण करके नये पौधे को जन्म देता है।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

प्रश्न 4.
अलैंगिक तथा लैंगिक जनन के बीच प्रमुख अन्तर बताइए।
उत्तर:
अलैंगिक जनन में युग्मकों का निर्माण नहीं होता, जबकि लैंगिक जनन में युग्मकों का निर्माण एवं संयुजन होता है।

प्रश्न 5.
किसी पुष्प का चित्र खींचकर उसमें जनन अंगों को नामांकित कीजिए।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन -1

प्रश्न 6.
स्व-परागण तथा पर-परागण के बीच अन्तर बताइए।
उत्तर:
यदि परागकोश से मुक्त परागकण उसी पुष्प या उसी पौधे के किसी अन्य पुष्प के वर्तिकान पर पहुँच कर निषेचन क्रिया सम्पन्न करते हैं तो इसे स्वपरागण कहते हैं। यदि परागकोश से मुक्त परागकण उसी जाति के किसी अन्य पौधे के पुष्प के वर्तिकान पर पहुँचकर उसे निषेचित करते हैं तो इसे पर-परागण कहते हैं।

प्रश्न 7.
पुष्यों में निषेचन का प्रक्रम किस प्रकार सम्पन्न होता है ?
उत्तर:
परागकण वर्तिकान पर अंकुरित होकर पराग नलिका बनाते हैं। यह पराग नलिका नर युग्मक को अण्डाशय के भीतर पहुँचाती है। अण्डाशय के अन्दर उपस्थित मादा युग्मक तथा नर युग्मक आपस में युग्मन करते हैं, इसी प्रक्रम को निषेचन कहते हैं। इस प्रक्रिया के फलस्वरूप युग्मनज का निर्माण होता है।

प्रश्न 8.
बीजों के प्रकीर्णन की विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
बीजों के प्रकीर्णन की विभिन्न विधियाँ निम्न प्रकार हैं
(1) पवन द्वारा बहुत से पौधों के बीज बहुत हल्के होते हैं जो पवन के साथ आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थानों पर उड़कर पहुँच जाते हैं। कुछ पादपों, जैसे- सहजन तथा द्विफल (मैपिल) के बीज पंखयुक्त होते हैं जो आसानी से वायु में एक स्थान से दूसरे स्थान पर उड़कर पहुंचते हैं। सूरजमुखी एवं आक में रोमयुक्त बीज होते हैं जो पवन (वायु) के साथ उड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँच जाते हैं।

(2) जल द्वारा नारियल तथा कमल में बीजों का प्रकीर्णन जल द्वारा होता है। ये बीज पानी की धाराओं द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाये जाते हैं।

(3) जानवरों द्वारा – काँटेदार बीज; जैसे-जैन्थियम, चिरचिटा आदि जन्तुओं के बालों में उलझकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँच जाते हैं।

(4) फैलकर-कुछ पौधों में फल झटके के साथ फटते हैं जिससे अनेक बीज छिटककर दूर-दूर बिखर जाते हैं।

प्रश्न 9.
कॉलम A में दिये गये शब्दों का कॉलम B में दिये गये शब्दों से मिलान कीजिए-

कॉलम A कॉलम B
(क) कली/मुकुल (i) मैपिल
(ख) आँख (ii) स्पाइरोगाइरा
(ग) खण्डन (iii) यीस्ट
(घ) पंख (iv) डबलरोटी का फदै
(च) बीजाणु (v) आलू
(vi) गुलाब

उत्तर:

कॉलम A कॉलम B
(क) कली/मुकुल (iii) यीस्ट
(ख) आँख (v) आलू
(ग) खण्डन (ii) स्पाइरोगाइरा
(घ) पंख (i) मैपिल
(च) बीजाणु (iv) डबलरोटी का फदै

प्रश्न 10.
सही विकल्प पर (✓) निशान लगाइए
(क) पादप का जनन भाग होता है, उसका
(i) पत्ती/पर्ण
(ii) तना
(iii) मूल
(iv) पुष्प।
उत्तर:
(iv) पुष्प। ✓

(ख) नर और मादा युग्मक के युग्मन का प्रक्रम कहलाता
(i) निषेचन
(ii) परागण
(iii) जनन
(iv) बीज निर्माण।
उत्तर:
(i) निषेचन ✓

(ग) परिपक्व होने पर अण्डाशय विकसित हो जाता है
(i) बीज में
(ii) पुंकेसर में
(iii) स्त्रीकेसर में
(iv) फल में।
उत्तर:
(iv) फल में। ✓

(घ) बीजाणु उत्पन्न करने वाला एक पादप जीव है।
(i) गुलाब
(ii) डबलरोटी का फफूंद
(iii) आलू
(iv) अदरक।
उत्तर:
(ii) डबलरोटी का फफूंद ✓

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

(च) ब्रायोफिलम अपने जिस भाग द्वारा जनन करता है, वह है
(i) तना
(ii) पत्ती
(iii) मूल
(iv) पुष्प।
उत्तर:
(ii) पत्ती ✓

HBSE 7th Class Science पादप में जनन Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

I. बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों में से सही विकल्प का चयन कीजिए
1. आलू में कायिक प्रजनन संरचना है-
(क) भूमिगत प्रकन्द
(ख) वायवीय तना
(ग) पत्ती
(घ) पुष्प
उत्तर:
(क) भूमिगत प्रकन्द

2. किस्में जड़ों द्वारा कायिक जन्न होता है?
(क) आलू
(ख) शकरकंद
(ग) ब्रायोफिल्लम
(घ) गुलाब
उत्तर:
(ख) शकरकंद

3. बीजाणुधानी पायी जाती है-
(क) सरसों में
(ख) यीष्ट में
(ग) राइजोपस (कवक) में
(घ) स्पाइरोगाइरा में
उत्तर:
(ग) राइजोपस (कवक) में

4. मादा जनमांग कवक) में-
(क) पुभंग
(ख) परागकोष
(ग) परागकण
(घ) जायांग
उत्तर:
(घ) जायांग

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

5. जैन्धियम में बीजों का प्रकीर्णन होता है-
(क) वायु द्वारा
(ख) जन्तुओं द्वारा
(ग) जल द्वारा
(घ) तितली द्वारा
उत्तर:
(ख) जन्तुओं द्वारा

II. रिक्त स्थान

निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान भरिए
1. यीस्ट कोशिका से बाहर निकलने वाला छोटा बल्ब जैसा प्रवर्ध ………… कहलाता है।
2. ………… पुष्प के नर जनन अंग तथा ………… पुष्प के मादा जनन अंग होते हैं।
3. परागकोष में ………… का निर्माण होता है।
4. ………… भ्रूण में विकसित होता है।
उत्तर:
1. मुकुल
2. पुंकेसर, स्त्रीकेसर
3, परागकणों
4. युग्मनज।

III. सुमेलन

कॉलम A के शब्दों का कॉलम B के शब्दों से मिलान कीजिए-

कॉलम A कॉलम B
1. स्त्रीकेसर (a) परागकण
2. पुंकेसर (b) बीजाणु
3. फल (c) भ्रूण
4. बीज (d) बीज

उत्तर:

कॉलम A कॉलम B
1. स्त्रीकेसर (b) बीजाणु
2. पुंकेसर (a) परागकण
3. फल (d) बीज
4. बीज (c) भ्रूण

IV. सत्य/असत्य

निम्नलिखित वाक्यों में से सत्य एवं असत्य कथन छाँटिए
1. आम, सेब और सन्तरा रसीले फल होते हैं।
2. भ्रूण से बीजाण्ड विकसित होता है।
3. मैपिल में पंख युक्त बीज पाए जाते हैं।
4. आक में बीजों का प्रकीर्णन वायु द्वारा होता है।
उत्तर:
1. सत्य
2. असत्य
3. सत्य
4. सत्य।

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
प्रजनन क्या होता है?
उत्तर:
किसी जीवधारी द्वारा अपने जैसे प्रतिरूप उत्पन्न करना प्रजनन कहलाता है।

प्रश्न 2.
पादपों के कायिक जनन अंग कौन-कौन से होते हैं ?
उत्तर:
जड़, तना, पत्तियाँ, पादपों के कायिक जनन अंग होते हैं।

प्रश्न 3.
पौधों के जननांग कहाँ पाये जाते हैं?
उत्तर:
पुष्प के अन्दर।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

प्रश्न 4.
चम्पा में अलैंगिक प्रजनन की विधि क्या है?
उत्तर:
कलम लगाना।

प्रश्न 5.
अदरक एवं हल्दी में उन अंगों के नाम लिखिए जिनसे कायिक प्रजनन होता है ?
उत्तर:
अदरक एवं हल्दी में प्रकन्द द्वारा कायिक प्रजनन होता है।

प्रश्न 6.
गुलाब अथवा चम्पा के पौधे की कलम से नए पत्ते बनने में कितना समय लगता है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
लगभग दो सप्ताह।

प्रश्न 7.
आलू के आँख युक्त टुकड़े को मिट्टी में दबाने पर कुछ दिनों बाद आप क्या देखेंगे? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
आलू की आँख से कलिका प्रस्फुटित होकर नया पौधा बना देगी।

प्रश्न 8.
फर्न में बीजाणु कहाँ उत्पन्न होते हैं?
उत्तर:
फर्न में बीजाणु पत्तियों पर उपस्थित बीजाणुधानियों में बनते हैं।

प्रश्न 9.
सरसों में प्रजनन विधि क्या होती है?
उत्तर:
लैंगिक प्रजनन।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

प्रश्न 10.
युग्मन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
नर एवं मादा युग्मकों के आपस में मिलने को युग्मन कहते हैं।

प्रश्न 11.
एकलिंगी पुष्य तथा द्विलिंगी पुष्प का उदाहरण लिखिए।
उत्तर:
कदू, ककड़ी, लौकी आदि में एकलिंगी पुष्प पाये जाते हैं। सरसों, मटर आदि में द्विलिंगी पुष्प पाये जाते हैं।

प्रश्न 12.
एक रसीले तथा एक कठोर फल का नाम बताइए।
उत्तर:
रसीला फल-आम, कठोर फल-बादाम।

लयु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
आलू एवं अदरक में कायिक प्रजनन किस प्रकार होता है ? नामांकित चित्र बनाइए।
उत्तर:
आलू में कायिक प्रजनन कन्द पर उपस्थित आँखों से तथा अदरक में प्रकन्द पर उपस्थित अपस्थानिक कलिकाओं से होता है।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन -2

प्रश्न 2.
बायोफिलम में प्रजनन किस प्रकार होता
उत्तर:
बायोफिलम (पत्थरचटा) में कायिक प्रजनन पत्तियों द्वारा होता है। इसमें पत्तियों के किनारे की खाँचों से कलिकाएँ उत्पन्न होकर नये पादप का निर्माण करती हैं।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन -3

प्रश्न 3.
यीस्ट में मुकुलन विधि को चित्र बनाकर समझाइए।
उत्तर:
यीस्ट एक एककोशिकीय कवक है। इसमें मुकुलन द्वारा प्रजनन सामान्य रूप से पाया जाता है। इसकी कोशिका से एक बल्ब जैसा प्रवर्ध उत्पन्न होता है। इसे मुकुल या कली कहते हैं। मुकुल क्रमशः वृद्धि करता है और जनक कोशिका से अलग होकर नयी यीस्ट कोशिका बनाता है। कभी-कभी ये मुकुल मातृकोशिका से अलग नहीं होते जिससे कोशिकाओं की एक छोटी श्रृंखला बन जाती है।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन -4

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

प्रश्न 4.
स्पाइरोगाइरा में खण्डन प्रक्रिया को चित्र द्वारा समझाइए।
उत्तर:
स्पाइरोगाइरा एक तन्तुवत शैवाल होता है। जब तालाब में पोषक तत्व भरपूर होते हैं तो ये शैवाल खुब वृद्धि करते हैं। शैवाल तन्तु अनेक भागों में विखण्डित हो जाता है। ये खण्ड अथवा टुकड़े नये शैवालों का निर्माण करते हैं।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन -5

प्रश्न 5.
किसी कवक में बीजाणु निर्माण को चित्र द्वारा बनाइए।
उत्तर:
डबलरोटी के फफूंद (कवक) में बीजाणु द्वारा प्रजनन होता है। डबलरोटी पर रुई जैसे बाल उत्पन्न हो जाते हैं जिसे कवक जाल कहते हैं। इससे ऊपर की ओर कुछ धागे जैसी संरचनाएँ बनती हैं। इन धागों के शीर्ष पर एक गोलाकार संरचना बनती हैं जिसे बीजाणुधानी कहते हैं। बीजाणुधानी में असंख्य बीजाणुओं का निर्माण होता है। ये बीजाणु हवा द्वारा उड़-उड़कर बहुत दूर-दूर तक पहुँच जाते हैं। उपयुक्त माध्यम पर गिरकर वहाँ नये कवक जाल का निर्माण करते हैं।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन -6

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

दीर्य उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
लैंगिक जनन क्या होता है? पौधे के नर तथा मादा जननांगों का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर:
लैंगिक जनन: यह प्रजनन की एक विधि है जिसमें नर एवं मादा – युग्मकों का संयुजन होता है। नर युग्मकों का निर्माण नर जननांग (पुंकेसर) में होता है तथा मादा युग्मकों का निर्माण मादा जननांग (स्त्रीकेसर) में होता है।

नर जननांग-पौधे के नर जननांग पुंकेसर कहलाते हैं। प्रत्येक पुंकेसर के दो भाग होते हैं-
(i) पुतंतु,
(ii) परागकोष। परागकोष के अन्दर परागकणों का निर्माण होता है।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन -7
मादा जननांग: पौधे के मादा जननांग स्त्रीकेसर कहलाते हैं। प्रत्येक मा स्त्रीकेसर के तीन भाग होते हैं
(i) अण्डाशय
(ii) वर्तिका
(iii) वर्तिकान।
अण्डाशय स्त्रीकेसर का नीचे का फूला हुआ भाग होता हैजिसमें बीजाण्ड पाये जाते हैं। अण्डाशय के ऊपर का संकरा भाग वर्तिका कहलाता है। वर्तिका के ऊपर एक गोलाकार संरचन वर्तिकान कहलाती है। वर्तिकान पर ही परागकण स्थानान्तरित होते हैं।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन -8

प्रश्न 2.
पौधों में परागण की क्रिया का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर:
परागण : परागकोष से परागकणों का वर्तिकान पर स्थानान्तरण परागण कहलाता है। परागण दो प्रकार का होता है-
(1) स्व-परागण : जब किसी पुष्प के परागकोश से निकले परागकण उसी पुष्प या उसी पौधे के किसी दूसरे पुष्प के वर्तिकान पर पहुँचते हैं तो इसे स्व-परागण कहते हैं।
(2) पर-परागण : जब किसी पुष्प के परागकोश से निकले परागकण किसी दूसरे पौधे के किसी पुष्प के वर्तिकान पर स्थानान्तरित होते हैं तो इसे पर-परागण कहते हैं।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन -9
परागण की क्रिया पवन, जल, कीट या पक्षियों द्वारा सम्पन्न होती है। पौधों में मुख्यत: कीट परागण पाया जाता है। जब कोई कीट पुष्प पर मकरन्द चूसने के लिए पहुँचता है तो उस पुष्य के परागकण कीट से चिपक जाते हैं। जब यही कीट किसी दूसरे पुष्प पर पहुँचता है तो परागकण वर्तिकान पर गिर जाते हैं। इस प्रकार परागण क्रिया सम्पन्न होती है।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

प्रश्न 3.
निषेचन क्रिया का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर:
निषेचन:
नर तथा मादा युग्मकों के युग्मन की क्रिया निषेचन कहलाती है। परागण की क्रिया में वर्तिकान पर छोड़ा गया परागकण अंकुरित होकर पराग नलिका बनाता है। इस पराग नलिका में नर युग्मक उपस्थित होता है। पराग नलिका नर युग्मक को बीजाण्ड में स्थित अण्ड कोशिका तक पहुँचा देती है। अण्ड कोशिका में मादा युग्मक होता है। नर एवं मादा युग्मकों का संयुजन होकर युग्मनज बनता है। इस सम्पूर्ण प्रक्रम को निषेचन कहते हैं।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन -10

प्रश्न 4.
फल एवं बीजों का विकास किस प्रकार होता है? बीजों के प्रकीर्णन में सहयक कुछ रचनाओं का चित्र सहित वर्णन कीजिए।
उत्तर:
फल एवं बीज का विकास : निषेचन के पश्चात् अण्डाशय फल में विकसित होता है, जबकि पुष्प के अन्य भाग मुरझाकर गिर जाते हैं। बीजाण्ड से बीज का निर्माण होता है। बीज में युग्मनज से बना एक भ्रूण होता है। जो सुरक्षात्मक बीजावरण के अन्दर होता है।
बीज प्रकीर्णन : बीजों का एक स्थान से दूसरे स्थान पर बिखरना प्रकीर्णन कहलाता है। प्रकीर्णन वायु, जल या जानवरों द्वारा होता है।
(i) वायु द्वारा प्रकीर्णित होने वाले बीज प्रायः हल्के अथवा पंख या रोम युक्त होते हैं जो आसानी से वायु में उड़ जाते हैं।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन -11
(ii) जल द्वारा प्रकीर्णित होने वाले बीज प्रायः हल्के, तरणशील (तैरने वाले) तथा न गलने वाले होते हैं।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन -12
(iii) जन्तुओं द्वारा प्रकीर्णित होने वाले बीज काँटे युक्त होते हैं। कुछ बीज जन्तुओं द्वारा खा लिये जाते हैं और उनके – मल के साथ दूर-दूर पहुँचाये जाते हैं।

जंतुओं और पादप में परिवहन Class 7  HBSE Notes in Hindi

→ सभी जीवधारी अपने वंश या प्रजाति को बनाये रखने के लिए जनन या गुणन करते हैं।
→ माता-पिता से संतति का जन्म होना, जनन कहलाता है।
→ पादप में जनन दो प्रकार से होता है- अलैंगिक तथा लैंगिक।
→ अलैंगिक जनन की कुछ विधियाँ खण्डन, मुकुलन, बीजाणु निर्माण और कायिक प्रवर्धन हैं।
→ लैंगिक जनन में नर और मादा युग्मकों का युग्मन होता है।
→ कायिक प्रवर्धन में पत्तियाँ, तना और मूल जैसे कायिक भागों से नये पादप उगाये जाते हैं। पुष्प पादप का जनन अंग है।
→ एकलिंगी पुष्प में या तो नर अथवा मादा जनन अंग होते हैं।
→ द्विलिंगी पुष्प में नर और मादा जनन अंग दोनों ही होते हैं।
→ नर युग्मक परागकणों के अन्दर और मादा युग्मक बीजाण्ड में पाये जाते हैं।
→ किसी पुष्प के परागकोश से उसी पुष्प अथवा किसी अन्य पुष्प के वर्तिकान तक परागकणों के स्थानान्तरण की प्रक्रिया परागण कहलाती है। परागण दो प्रकार का होता है, स्वपरागण और परपरागण।
→ परागण पवन, जल और कीटों के द्वारा हो सकता है।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

→ नर और मादा युग्मकों का युग्मन निषेचन कहलाता है।
→ निषेचित अण्ड युग्मनज कहलाता है। युग्मनज का विकास भ्रूण में होता है।
→ फल एक परिपक्व अण्डाशय है, जबकि बीजाण्ड बीज में विकसित होता है। बीज में विकासशील भ्रूण होता है।
→ बीजों का प्रकीर्णन पवन, जल अथवा जन्तुओं के द्वारा होता है।
→ जनन – जीव द्वारा अपने जैसे प्रतिरूप उत्पन्न करना।
→ कायिक अंग – पौधों में मूल, तना एवं पत्तियाँ कायिक अंग कहलाती हैं।
→ जनन अंग – वे अंग जो संतति उत्पन्न करने में भाग लेते हैं।
→ अलैंगिक जनन – बिना बीज के ही नये पौधे के निर्माण की विधि।
→ लैंगिक जनन – नर तथा मादा युग्मकों के संयुजन से युग्मनज बनाना तथा युग्मनज से नये पौधे का विकास होना।
→ कायिक प्रवर्धन – पौधे के किसी कायिक भाग से नये पौधे का निर्माण।
→ कलमकिसी – पौधे की शाखा का पर्वसन्धि युक्त टुकड़ा जो नए पौधे को जन्म दे सकता है।
→ मुकुलन – अलैंगिक प्रजनन की एक विधि जिसमें कोशिका से एक बल्ब जैसा प्रवर्ध मुकुल बनता है। यह नयी कोशिका का निर्माण करता है। यह प्रक्रिया मुकुलन कहलाती है।
→ खण्डन – किसी एक पौधे या कोशिका का दो या दो से अधिक टुकड़ों में टूटना तथा प्रत्येक खण्ड से एक नये पौधे का बनना।
→ बीजाणु – अलैंगिक जनन में एक पौधे द्वारा उत्पन्न बीज जैसी संरचना जो अंकुरण करके नये पौधे का निर्माण करती है।
→ बीजाणुधानी – बीजाणुओं को उत्पन्न करने वाली थैली जैसी रचना।
→ पुंकेसर – पुष्प के नर जननांग। स्त्रीकेसर-पुष्प के मादा जननांग।
→ एक लिंगी पुष्प – पुष्प जिसमें केवल एक प्रकार का जननांग पाया जाए।
→ द्विलिंगी पुष्प – पुष्प जिसमें दोनों प्रकार के जननांग पाए जाएँ।
→ युग्मक – जनन संरचनाएँ जो युग्मन करके युग्मनज बनाती हैं।
→ परागकोश – नर जननांग पुंकेसर का वह भाग जिसमें परागकण बनते हैं।
→ बीजाण्ड – पुष्प में मादा युग्मक धारण करने वाली संरचना।
→ परागकण – नर युग्मकों का निर्माण करने वाली संरचना।
→ परागण – परागकोष से परागकणों का वर्तिकान पर स्थानान्तरण।

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HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन

Haryana State Board HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन

HBSE 7th Class Science जंतुओं और पादप में परिवहन InText Questions and Answers

बूझो/पहेली

प्रश्न 1.
रक्त का रंग लाल क्यों होता है?
उत्तर:
रक्त में लाल रुधिर कोशिकाओं में उपस्थित लाल वर्णक हीमोग्लोबिन की उपस्थिति के कारण रक्त का रंग लाल होता है।

प्रश्न 2.
पहेली सोच रही है कि हृदय के किस भाग में ऑक्सीजन समृद्ध रक्त होगा और किस भाग में कार्बन डाइऑक्साइड समृद्ध रक्त?
उत्तर:
हृदय के बायीं ओर के भाग में ऑक्सीजन से समृद्ध रक्त होता है तथा दार्थी ओर के भाग में कार्बन डाइऑक्साइड समृद्ध रक्त होता है।

प्रश्न 3.
पहेली जाना चाहती है कि क्या अन्य जन्तु भी मूत्र निष्कासन करते हैं?
उत्तर:
हाँ, अन्य जन्तु भी मूत्र निष्कासन करते हैं।

प्रश्न 4.
बूझो जानना चाहता है क्या स्पंज और हाइड्रा में भी रक्त होता है?
उत्तर:
नहीं।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन

प्रश्न 5.
पहेली ने देखा है कि यदि भिण्डी और अन्य सब्जियाँ सूख गई हों, तो उसकी माँ उन्हें कुछ देर के लिए जल में डुबो देती हैं। वह जानना चाहती है कि उनमें जल कैसे प्रवेश करता है।
उत्तर:
जल कुछ दूरी तक एक कोशिका से दूसरी कोशिका में संवहन के कारण प्रवेश कर सकता है।

HBSE 7th Class Science जंतुओं और पादप में परिवहन Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
कॉलम A में दी गई मंरचनाओं का कॉलम B में दिये गये प्रक्रमों से मिलान कीजिए-

कॉलम A कॉलम B
(क) रंध्र (i) जल का अवशोषण
(ख) जाइलम (ii) वाष्पोत्सर्जन
(ग) मूल रोम (iii) भोजन का परिवहन
(घ) फ्लोएम (iv) जल का परिवहन
(v) कार्बोहाइड्रेट का संश्लेषण

उत्तर:

कॉलम A कॉलम B
(क) रंध्र (ii) वाष्पोत्सर्जन
(ख) जाइलम (iv) जल का परिवहन
(ग) मूल रोम (i) जल का अवशोषण
(घ) फ्लोएम (iii) भोजन का परिवहन

प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) हृदय से रक्त का शरीर के सभी अंगों में परिवहन …………. के द्वारा होता है।
(ख) हीमोग्लोबिन …………………… कोशिकाओं में पाया जाता है।
(ग) धमनियाँ और शिराएँ ……………. के जाल द्वारा जुड़ी रहती हैं।
(घ) हृदय का लयबद्ध विस्तार और संकुचन ………………… कहलाता है।
(च) मानव शरीर के प्रमुख उत्सर्जित उत्पाद ……………… है।
(छ) पसीने में जल और ………………. होता है।
(ज) वृक्क अपशिष्ट पदार्थों को द्रव रूप में बाहर निकालते हैं, जिसे हम ……………….. कहते हैं।
(झ) वृक्षों में बहुत अधिक ऊँचाइयों तक जल पहुँचाने के कार्य में …………….. द्वारा उत्पन्न चूषण अभिकर्षण बल सहायता करता है।
उत्तर:
(क) धमनियों
(ख) लाल रक्त
(ग) केशिकाओं
(ब) हृदय स्पंदन
(च) यूरिया
(छ) लवण
(ज) मूत्र
(झ) वाष्पोत्सर्जन।

प्रश्न 3.
सही विकल्प का चयन करिए
(क) पादपों में जल का परिवहन होता है
(i) जाइलम के द्वारा
(ii) फ्लोएम के द्वारा
(iii) रंध्रों के द्वारा
(iv) मूलरोमों के द्वारा।
उत्तर:
(i) जाइलम के द्वारा

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन

(ख) मूलों द्वारा जल के अवशोषण की दर को बढ़ाया जा सकता है, उन्हें
(i) छाया में रखकर
(ii) मंद प्रकाश में रखकर
(iii) पंखे के नीचे रखकर
(iv) पॉलीथीन की थैली से ढककर।
उत्तर:
(iii) पंखे के नीचे रखकर

प्रश्न 4.
पादपों अथवा जन्तुओं में पदार्थों का परिवहन क्यों आवश्यक है ? समझाइए।
उत्तर:
पौधों तथा जन्तुओं के शरीर की संरचना जटिल प्रकार की होती है। शरीर के विभिन्न अंगों के कार्य भी भिन्न-भिन्न होते हैं। उदाहरण के लिए; पौधों की जड़ें पानी का अवशोषण करती हैं और पत्तियों का कार्य है भोजन निर्माण करना। अतः भोजन को जड़ों तक तथा जड़ों से जल को पत्तियों तक पहुँचाना आवश्यक होता है। इसी प्रकार हमारे शरीर में भोजन का अवशोषण आँतों में होता है, जिसे सम्पूर्ण शरीर में पहुँचाना आवश्यक होता है। इसीलिए पौधों एवं जन्तुओं में परिवहन होता है।

प्रश्न 5.
क्या होगा यदि रक्त में पट्टिकाणु नहीं होंगे?
उत्तर:
रुधिर में उपस्थित पट्टिकाणु चोट लगने पर रक्त का थक्का बनाने में सहायता करते हैं जिससे शरीर से रक्त अधिक समय तक नहीं बहता है। यदि रक्त में रुधिराणु नहीं होंगे तो रक्त का थक्का नहीं बनेगा और चोट लगने पर अधिक रक्तस्राव होने से व्यक्ति की मृत्यु हो जायेगी।

प्रश्न 6.
रन्ध्र क्या हैं ? रन्नों के दो कार्य बताइए।
उत्तर:
पादपों की पत्तियों एवं कुछ अन्य हरे भागों में सूक्ष्म छिद्र उपस्थित होते हैं जिन्हें रंध्र कहते हैं।
रन्ध्रों के कार्य-
(i) रन्धों द्वारा पौधों के लिए वायु से श्वसन तथा प्रकाश संश्लेषण के लिए गैसों का विनिमय होता है।
(ii) रन्ध्रों द्वारा वाष्पोत्सर्जन होता है जिससे अतिरिक्त जल पत्ती से बाहर निकाला जाता है।

प्रश्न 7.
क्या वाष्पोत्सर्जन पादपों में कोई उपयोगी कार्य करता है?
उत्तर:
हाँ, वाष्पोत्सर्जन के कारण पौधों में एक चूषण अभिकर्षण बल उत्पन्न होता है। इस बल के कारण जड़ों द्वारा अवशोषित जल पौधों में ऊपर चढ़ता है।

प्रश्न 8.
रक्त के घटकों के नाम बताइए।
उत्तर:
रक्त के घटक हैं लाल रक्त कोशिकाएँ, श्वेत रक्त कोशिकाएँ तथा पट्टिकाणु। ये सभी रक्त प्लाज्मा में तैरते रहते हैं।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन

प्रश्न 9.
शरीर के सभी अंगों को रक्त की आवश्यकता क्यों होती है ?
उत्तर:
शरीर के सभी अंगों को रक्त की आवश्यकता होती है क्योंकि रक्त आँतों से अवशोषित भोजन को शरीर के सभी अंगों तक पहुंचाता है। रक्त ही ऑक्सीजन तथा अन्य पदार्थों को एक अंग से दूसरे अंगों तक ले जाता तथा वापस लाता है।

प्रश्न 10.
रक्त लाल रंग का क्यों दिखाई देता है ?
उत्तर:
रक्त में लाल रुधिर कोशिकाओं की संख्या सर्वाधिक होती है। इन कोशिकाओं में लाल रंग का वर्णक हीमोग्लोबिन उपस्थित होता है, जिससे रक्त लाल रंग का दिखाई देता है।

प्रश्न 11.
हृदय के कार्य बताइए।
उत्तर:
हृदय का प्रमुख कार्य ऑक्सीजन समृद्ध रक्त को शरीर के सभी अंगों में भेजना तथा कार्बन डाइऑक्साइड समृद्ध रक्त को सभी अंगों से वापस लेकर, इसे ऑक्सीजन समृद्ध होने के लिए फेफड़ों में भेजना है। .

प्रश्न 12.
शरीर द्वारा अपशिष्ट पदार्थों को उत्सर्जित करना क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
अपशिष्ट पदार्थों का शरीर में एकत्र रहना नुकसानदायक होता है इसीलिए इन्हें शरीर से बाहर निकालना आवश्यक है।

प्रश्न 13.
मानव उत्सर्जन तंत्र का चित्र बनाइए और उसके विभिन्न भागों को नामांकित कीजिए।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन -1

HBSE 7th Class Science जंतुओं और पादप में परिवहन Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

I. बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों में से सही विकल्प का चयन कीजिए
1. रक्त को हृदय से अंगों एवं ऊतकों की ओर ले जाती
(क) धमनी
(ख) शिराएँ
(ग) लिम्फ वाहिकाएँ
(घ) कोशिकाएँ
उत्तर:
(क) धमनी

2. हीमोग्लोबिन उपस्थित होता है
(क) श्वेत रक्त कणिकाओं में
(ख) लाल रक्त कणिकाओं में
(ग) पट्टिकाणुओं में
(घ) लसीकाणुओं में
उत्तर:
(ख) लाल रक्त कणिकाओं में

3. धमनियों में बहता है
(क) ऑक्सीजन समृद्ध रक्त
(ख) कार्बन डाइऑक्साइड समृद्ध रक्त
(ग) प्लाज्मा रहित रक्त
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) ऑक्सीजन समृद्ध रक्त

4. हमारे हृदय में कक्षों की संख्या होती हैं
(क) दो
(ख) तीन
(ग) चार
(घ) पाँच
उत्तर:
(ग) चार

5. मनुष्य के मुख्य उत्सर्जी अंग हैं
(क) त्वचा
(ख) मलाशय
(ग) मूत्राशय
(घ) वृक्क
उत्तर:
(घ) वृक्क

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन

II. रिक्त स्थान

निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान भरिए
1. हदय और रक्त वाहिनियाँ संयुक्त रूप से हमारे शरीर का ………… बनाती हैं।
2. ………… की कमी होने पर शरीर की सभी कोशिकाओं को कुशलतापूर्वक ऑक्सीजन प्रदान करना कठिन होता हैं।
3. ………… की दीवार मोटी तथा प्रत्यास्थ होती है।
4. जल और पोषक तत्वों के परिवहन के लिए पौधों में उपस्थित ऊतक ………… कहलाता है।
उत्तर:
1. परिसंचरण तंत्र
2. हीमोग्लोबिन
3. धमनी
4. जाइलम।

III. सुमेलन

कॉलम ‘A’ तथा कॉलम ‘B’ के शब्दों का मिलान कीजिए-

कॉलम A कॉलम B
1. धमनी (a) जाइलम व फ्लोएम
2. शिरा (b) ऑक्सीजन समृद्ध रक्त
3. केशिका (c) ऑक्सीजन विहीन रक्त
4. संवहन ऊतक (d) ऊँतकों में वितरण

उत्तर:

कॉलम A कॉलम B
1. धमनी (b) ऑक्सीजन समृद्ध रक्त
2. शिरा (c) ऑक्सीजन विहीन रक्त
3. केशिका (d) ऊँतकों में वितरण
4. संवहन ऊतक (a) जाइलम व फ्लोएम

IV. सत्य/असत्य

निम्नलिखित वाक्यों में से सत्य एवं असत्य कथन छाँटिए
1. श्वेत रक्त कणिकाएँ ऑक्सीजन का परिवहन करती हैं।
2. रक्त का ऑक्सीजन समृद्धीकरण फेफड़ों में होता है।
3. उत्सर्जन तंत्र मूत्र निर्माण एवं इसके निष्कासन में भाग लेता है।
4. पौधों में जाइलम व फ्लोएम से बना संवहन ऊतक पाया जाता है।
उत्तर:
1. असत्य
2. सत्य
3. सत्य
4. सत्य।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
प्लाज्मा क्या होता है ?
उत्तर:
रक्त का आधारभूत द्रव जिसमें रक्त कोशिकाएँ निलम्बित होती हैं, प्लाज्मा कहलाता है।

प्रश्न 2.
स्वेद (पसीना) आने का क्या लाभ है?
उत्तर:
यह शरीर के ताप नियन्त्रण में सहायक होता है।

प्रश्न 3.
स्पंदन दर से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
नाड़ी की प्रति मिनट की गति को स्पंदन दर कहते हैं।

प्रश्न 4.
हृदय गति मापने के लिए किस यंत्र का उपयोग किया जाता है?
उत्तर:
स्टेथोस्कोप का।

प्रश्न 5.
यदि हृदय में कार्बन डाइऑक्साइड और ऑक्सीजन से समृद्ध रक्त परस्पर मिश्रित हो जाये तो क्या होगा?
उत्तर:
इससे शरीर को ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जायेगी।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन

प्रश्न 6.
धमनी एवं शिरा में एक अन्तर लिखिए।
उत्तर:
धमनी अपेक्षाकृत मोटी दीवार वाली होती है, जबकि शिराएँ पतली दीवार वाली होती हैं।

प्रश्न 7.
श्वेत रक्त कोशिकाएँ हमारे शरीर में क्या कार्य करती हैं ?
उत्तर:
रोग कारक रोगाणुओं को नष्ट करती हैं।

प्रश्न 8.
हृदय को पंपिंग स्टेशन क्यों कहते हैं ?
उत्तर:
हृदय रक्त को हमारे सम्पूर्ण शरीर में पम्प करता है।

प्रश्न 9.
हृदय के दो प्रमुख भाग कौन-से होते हैं?
उत्तर:
(i) अलिन्द और
(ii) निलय।

प्रश्न 10.
रक्त परिसंचरण की खोज किसने की?
उत्तर:
विलियम हार्वे ने।

प्रश्न 11.
नाड़ी स्पंदन क्या है? यह क्यों होता है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
धमनी में रुधिर के प्रवाह के कारण स्पंदन होता है। यह स्पंदन नाड़ी स्पंदन कहलाता है और यह धमनियों में प्रवाहित हो रहे रक्त के कारण होता है। यह स्पन्दन एक मिनट में 72 बार होता है।

प्रश्न 12.
मूत्र के घटक क्या होते हैं ?
उत्तर:
मूत्र में 95% जल, 2.5% यूरिया तथा 2.5% अन्य अपशिष्ट होते हैं।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन

प्रश्न 13.
पौधों के दो संवहन ऊतकों के नाम लिखिए।
उत्तर:
(i) जाइलम तथा
(ii) फ्लोएम।

प्रश्न 14.
पौधों में जल तथा खनिजों का अवशोषण कौन-सा अंग करता है ?
उत्तर:
जड़ों पर उपस्थित मूल रोम।

प्रश्न 15.
आलू की गुहाँ में जल का प्रवेश किस कारण हो जाता है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
संवहन (परासरण) प्रक्रिया के कारण।

प्रश्न 16.
विशाल वृक्षों में इतनी अधिक ऊँचाई तक जल का आरोहण किस कारण होता है?
उत्तर:
वाष्पोत्सर्जन से उत्पन्न अभिकर्षण बल (खिंचाव) के कारण।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
परिसंचरण तन्त्र का व्यवस्था चित्र बनाइए।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन -2

प्रश्न 2.
रक्त का संगठन लिखिए। इसके विभिन्न घटकों के कार्य भी लिखिए।
उत्तर:
रक्त मुख्यतः दो घटकों से मिलकर बना होता
(1) प्लाज्मा – यह रक्त का तरल भाग है, यह हल्के पीले रंग का होता है। इसी में विभिन्न प्रकार की रक्त कोशिकाएँ तथा अन्य पदार्थ निलम्बित रहते हैं।
(2) रक्त कोशिकाएँ – प्लाज्मा में मुख्यत: तीन प्रकार की कोशिकाएँ पायी जाती हैं
(a) लाल रक्त कोशिकाएँ हीमोग्लोबिन की उपस्थिति के कारण ये लाल रंग की होती हैं। ये मुख्यतः ऑक्सीजन का वहन करती हैं।
(b) श्वेत रक्त कोशिकाएँ—ये रंगहीन होती हैं। ये शरीर में प्रवेश करने वाले रोगाणुओं को नष्ट करती हैं।
(c) पट्टिकाणु-ये डिस्क के आकार की कोशिकाएँ होती हैं। ये चोट लगने पर रुधिर का थक्का बनाती हैं।

प्रश्न 3.
धमनी और शिरा में अन्तर लिखिए।
उत्तर:

धमनी शिरा
(i) हृय से ऑक्सीजन समृद्ध रक्त का वितरण करती हैं। (i) ये कार्बन डाइऑक्साइड से समृद्ध रक्त को वापस हृदय में लाती हैं।
(ii) ये प्राय: शरीर में गहराई में स्थित होती हैं। (ii) ये प्रायः सतह पर होती हैं।
(iii) इनकी दीवार मोटी होती है। (iii) इनकी दीवार पतली होती है।
(iv) रक्त प्रवाह झटके से तथा अधिक दाब के साथ होता है। (iv) रक्त प्रवाह समान और धीरे-धीरे होता है।
(v) चमकीली लाल होती हैं। (v) हल्के नीले रंग वाली होती हैं।

प्रश्न 4.
मानव में उत्सर्जन कैसे होता है?
उत्तर:
मानव में मुख्य उत्सर्जी अंग एक जोड़ी वृक्क (गुर्दे) होते हैं। ये यूरिया युक्त रक्त का निस्यंदन करके मूत्र का निर्माण करते हैं। मानव का मुख्य उत्सर्जी उत्पाद यूरिया होता है जिसका निर्माण यकृत में होता है। यकृत से यूरिया युक्त रक्त वृक्कों में आता है। वृक्कों में असंख्य नेफ्रोन होते हैं। ये रक्त से अधिक मात्रा में जल और इसमें घुलित यूरिया को छान देते हैं। वृक्कों में ही जल की काफी मात्रा को पुनः अवशोषित कर लिया जाता है, शेष भाग मूत्र कहलाता है। वाहिनियों द्वारा मूत्र, मूत्राशय में लाया जाता है। मूत्राशय में एकत्र मूत्र को समय-समय पर मूत्र रन्ध्र से होकर बाहर निकाल दिया जाता है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
4-5 मिनट तक दौड़ने के बाद पुनः हृदय स्पंदन की दर ज्ञात कीजिए। अपने प्रेक्षणों की तुलना कीजिए। अपनी तथा अपने मित्रों की विश्राम अवस्था में तथा 4-5 मिनट दौड़ने के बाद हृदय स्पंदन तथा नाड़ी स्पंद (पल्स) दर सारणी में रिकॉर्ड कीजिए। क्या आपको अपने हृदय स्पंदन और नाड़ी स्पंद दर के बीच कोई सम्बन्ध दिखाई देता है ? प्रत्येक हृदय स्पंदन धमनियों में एक स्पंद उत्पन्न करता है। प्रति मिनट धमनी में उत्पन्न स्पंद, हृदय स्पंदन दर को बताती है। (क्रियाकलाप)
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन -3

प्रश्न 2.
मानव हृदय का नामांकित चित्र बनाकर इसकी कार्यविधि का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
हृदय:
हदय बन्द मुट्ठी के आकार की संरचना है। यह हमारे शरीर में पम्पिंग स्टेशन का कार्य करता है। यह वक्ष गुहा में स्थित होता है। हमारे हृदय में चार कक्ष होते हैं-दायाँ अलिन्द, बायाँ अलिन्द, दायाँ निलय तथा बायाँ निलय । दायें अलिन्द से महाशिरा तथा बाउँ अलिन्द से फुफ्फुस धमनी निकलती हैं। बायें तथा दायें निलय के बीच एक दीवार उपस्थित होती है जो ऑक्सीजन युक्त तथा कार्बन डाइऑक्साइड युक्त रुधिर को पृथक करती है।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 11 जंतुओं और पादप में परिवहन -4
कार्यविधि:
शरीर के विभिन्न अंगों से लाया गया अशुद्ध रक्त महाशिराओं द्वारा दाहिने अलिन्द में छोड़ा जाता है जहाँ से यह दाहिने निलय में आता है। दाहिना निलय अशुद्ध रक्त को फुफ्फुस धमनी द्वारा फेंफड़ों में भेजता है। फेंफड़ों में रक्त को ऑक्सीजन समृद्ध (शुद्ध) किया जाता है। अब फेंफड़ों से शुद्ध रक्त फुफ्फुस शिरा द्वारा बायें अलिन्द में लाया जाता है। यहाँ से इसे बायें निलय में भेजा जाता है। बायें निलय से शुद्ध रक्त को महाधमनी द्वारा सम्पूर्ण शरीर में पम्प कर दिया जाता है।

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प्रश्न 3.
पौधों में जल के अवशोषण तथा इसके परिवहन का वर्णन कीजिए। यह भी बताइए कि पौधों में खाद्य पदार्थों का परिवहन कैसे होता है।
उत्तर:
पौधों में जल तथा खाद्य पदार्थों का परिवहन क्रमशः जाइलम तथा फ्लोएम द्वारा होता है। ये दोनों विशेष प्रकार के संवहन ऊतक होते हैं तथा सम्पूर्ण पौधे में एक जाल बनाकर वितरित रहते हैं।
जल का अवशोषण तथा आरोहण:
पौधे जल का अवशोषण जड़ों पर स्थित मूल रोमों द्वारा करते हैं। अवशोषित जल तथा लवणों को विभिन्न कोशिकाओं से होते हुए जाइलम (दारू) तक पहुंचा दिया जाता है। जाइलम ऊतक जल एवं खनिजों को पौधों के विभिन्न भागों तक पहुंचाता है। इस कार्य में वाष्पोत्सर्जन खिंचाव महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
खाद्य पदार्थों का स्थानान्तरण-खाद्य पदार्थों का निर्माण पौधे के हरे भागों मुख्यतः पत्तियों में होता है। पत्तियों में निर्मित खाद्य पदार्थ जल में घुलकर फ्लोएम (पोषवाह) द्वारा पौधे के विभिन्न अंगों तक पहुँचाये जाते हैं।
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जंतुओं और पादप में परिवहन Class 7  HBSE Notes in Hindi

→ अधिकांश जन्तुओं के शरीर में प्रवाहित होने वाला रक्त शरीर की विभिन्न कोशिकाओं को भोजन और ऑक्सीजन का वितरण करता है। यह शरीर के विभिन्न भागों से उत्सर्जन के लिए अपशिष्ट पदार्थों को भी लाता है।
→ परिसंचरण तंत्र में हृदय और रक्त वाहिनियाँ होती हैं।
→ मानव शरीर में रक्त, धमनियों और शिराओं में प्रवाहित होता है तथा हृदय पम्प की तरह कार्य करता है।
→ रक्त में प्लाज्मा, लाल रक्त कणिकाएँ (RBCs), श्वेत रक्त कणिकाएँ (WBCs) और पट्टिकाणु होते हैं। रक्त का लाल रंग, लाल वर्णक युक्त हीमोग्लोबिन की उपस्थिति के कारण होता है।
→ शरीर में विभिन्न प्रकार की रक्त वाहिनियाँ होती हैं जो रक्त को शरीर में एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाती हैं।
→ धमनियाँ हृदय से शरीर के सभी अन्य भागों में रक्त को ले जाती हैं।
→ शिराएँ शरीर के सभी भागों से रक्त को वापस हृदय में लाती हैं।
→ किसी वयस्क व्यक्ति का हृदय एक मिनट में लगभग 70-80 बार धड़कता है। इसे हृदय स्पंदन दर कहते हैं।
→ ऊतकों में पहुँचकर धमनियाँ अत्यंत महीन नलिकाओं में विभाजित हो जाती हैं जिन्हें कोशिकाएँ कहते हैं।
→ हृदय वह अंग है, जो रक्त द्वारा पदार्थों के परिवहन के लिए पंप के रूप में कार्य करता है। हृदय चार कक्षों में बँटा होता है। ऊपरी दो कक्ष अलिन्द तथा निचले दो कक्ष निलय कहलाते हैं।
→ शरीर में से अपशिष्ट उत्पादों को बाहर निकालने का प्रक्रम उत्सर्जन कहलाता है।
→ मानव उत्सर्जन तन्त्र में दो वृक्क (गुर्दे), दो मूत्र वाहिनियाँ, एक मूत्राशय और एक मूत्र मार्ग होता है।
→ लवण और यूरिया जल के साथ स्वेद (पसीने) के रूप में शरीर से बाहर निकाल दिये जाते हैं।
→ मछली अपशिष्ट पदार्थ के रूप में अमोनिया उत्सर्जित करती है, जो सीधे जल में घुल जाती है।
→ पक्षी कीट और छिपकली अर्ध ठोस (सेमी सॉलिड) रूप में यूरिक अम्ल का उत्सर्जन करते हैं।
→ पादप मूलों द्वारा जल और पोषक तत्व मृदा से अवशोषित होते हैं। पूरे पादप में जल के साथ पोषक तत्व जाइलम नामक संवहन ऊतक द्वारा ले जाये जाते हैं।
→ पादप के विभिन्न भागों में भोजन का परिवहन फ्लोएम नामक संवहन ऊतक के द्वारा होता है।
→ वाष्पोत्सर्जन के दौरान रन्ध्रों से वाष्प के रूप में बड़ी मात्रा में जल का रास होता है।
→ वाष्पोत्सर्जन के कारण एक चूषण बल निर्मित होता है, जिसके कारण मूलों द्वारा मृदा में से अवशोषित जल अभिकर्षित (खिंचकर) होकर तने और पत्तियों तक पहुँचता है।
→ परिसंचरण तन्त्र – हृदय, धमनियों, शिराओं एवं केशिकाओं से बना तन्त्र जो हमारे सम्पूर्ण शरीर में रुधिर का संचारण करता है।
→ रक्त – एक तरल पदार्थ (तरल संयोजी ऊतक) जो हृदय और वाहिनियों में बहता है।
→ प्लाज्मा – रुधिर कणिकाओं रहित रक्त का पीला तरल भाग प्लाज्मा कहलाता है।
→ लाल रक्त कोशिकाएं – रुधिर का एक अवयव जिनका रंग लाल होता है।
→ हीमोग्लोबिन – लाल रक्त कणिकाओं में पाया जाने वाला एक श्वसन रंजक।
→ श्वेत रक्त कणिकाएँ – रूधिर अवयव जिसका कार्य शरीर की रक्षा प्रक्रिया में भाग लेना है।
→ पट्टिकाणु – रक्त में प्लेट के आकार की कणिकाएँ।
→ रक्त वाहिनियाँ – रक्त का पूरे शरीर में परिसंचरण कराने वाली पतली नलियाँ।
→ धमनी – हृदय से शरीर के अंगों को ऑक्सीजन से समृद्ध रुधिर ले जाने वाली वाहिकाएँ।
→ शिरा – रक्त वाहिनियाँ जो रूधिर को शरीर के अंगों से हृदय में लाती हैं।
→ हृदय स्पंदन – हृदय का धड़कना।
→ केशिका – रक्त वाहिनियाँ ऊतकों में जाकर अत्यन्त पतली सूक्ष्म नलिकाओं में बँट जाती हैं, ये केशिकाएँ कहलाती है।
→ नाड़ी स्पंद – धमनी में रुधिर का रूक-रूक कर बहना।
→ स्टेथोस्कोप – हृदय की धड़कन सुनने का यन्त्र जो डॉक्टरों के पास रहता है।
→ हृदय – एक मांसल अंग जो रक्त को शरीर में पंप करता है।
→ उत्सर्जन – शरीर से उपापचय के फलस्वरूप अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने की प्रक्रिया।
→ उत्सर्जन तन्त्र – उत्सर्जन की क्रिया में भाग लेने वाले सभी अंग उत्सर्जन तन्त्र बनाते हैं।
→ वृक्क/गुर्दा – प्रमुख उत्सर्जी अंग जो रक्त से मूत्र को अलग करते हैं।
→ डायलाइसिस/अपोहन – जब वृक्क अपना काम बन्द कर देते हैं तो कृत्रिम रूप से वृक्कों का कार्य सम्पन्न कराया जाता है, इसे डायलाइसिस या अपोहन कहते हैं।
→ पसीना/स्वेद – अपशिष्ट पदार्थों से युक्त द्रव जो त्वचा से बाहर निकलता है।
→ मूलरोम – मूल पर उपस्थित बाल जैसी रचनाएँ जो मृदा से जल एवं खनिजों का अवशोषण करती हैं।
→ ऊतक – कोशिकाओं का ऐसा समूह जो संरचना, उत्पत्ति एवं कार्य में समान होता है, ऊतक कहलाता है।
→ जाइलम/दारू – पौधों का एक ऊतक जो जल एवं खनिज लवर्णो का संवहन करता है।
→ फ्लोएम/पोषवाह – पौधों का एक संवहनी ऊतक जो भोज्य पदार्थों का संवहन करता है।

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HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 10 जीवों में श्वसन

Haryana State Board HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 10 जीवों में श्वसन Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Science Solutions Chapter 10 जीवों में श्वसन

HBSE 7th Class Science जीवों में श्वसन InText Questions and Answers

बूझो/पहेली

प्रश्न 1.
बूझो ने नोट किया कि जब कुछ देर तक साँस रोके रखने के बाद उसने साँस छोड़ी, तो उसे तेज साँस लेनी पड़ी। क्या आप उसे बता सकते हैं कि ऐसा क्यों हुआ?
उत्तर:
क्योंकि उसके फेफड़ों में ऑक्सीजन की आपूर्ति काफी देर तक नहीं हो पाई जिससे फेफड़ों में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ गई थी।

प्रश्न 2.
पहेली जानना चाहती है कि जब हमें नींद आती है या झपकी आती है, तो हम जम्हाई क्यों लेते हैं ?
उत्तर:
जब हमें नींद आती है तो श्वसन दर कम हो जाती है। श्वसन दर में कमी होने से शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है। जम्हाई लेने से हम अतिरिक्त ऑक्सीजन लेकर कमी को पूरा कर लेते हैं।

प्रश्न 3.
बूझो जानना चाहता है कि कोई व्यक्ति अपने फेफड़ों में कितनी वायु भर सकता है?
उत्तर:
लगभग आधा लीटर (500 mL)।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 10 जीवों में श्वसन

प्रश्न 4.
बूझो जानना चाहता है कि क्या कॉकरोच (तिलचट्टा), घोंघे, मछली, केंचुए, चींटी और मच्छर में भी फेफड़े होते हैं।
उत्तर:
नहीं, इन जन्तुओं में फेफड़े नहीं होते हैं। इनमें श्वसन के लिए विशेष प्रकार के श्वसन अंग पाये जाते हैं।

प्रश्न 5.
बूझो ने दूरदर्शन कार्यक्रमों में देखा था कि व्हेल और डॉल्फिन अक्सर पानी की सतह पर ऊपर आ जाती हैं। कभी-कभी ऊपर की ओर आते समय वे पानी की फुहार भी छोड़ती हैं ? वे ऐसा क्यों करती हैं ?
उत्तर:
व्हेल और डॉल्फिन अन्तःश्वसन के दौरान अन्तःश्वसित वायु को सतह पर आकर उच्छ्वसित करती हैं। इसी दौरान जल वाष्प फुहार के रूप में दिखाई देती है।

प्रश्न 6.
पहेली जानना चाहती है कि क्या भूमिगत होते हुए भी पादपों की जड़ें ऑक्सीजन ग्रहण करती हैं ? यदि ऐसा है, तो वे ऐसा किस प्रकार करती हैं?
उत्तर:
हाँ, जड़ें मृदा कणों के बीच खाली स्थानों में उपस्थित वायु से ऑक्सीजन लेती हैं।

HBSE 7th Class Science जीवों में श्वसन Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
कोई धावक दौड़ समाप्त होने पर सामान्य से अधिक तेजी से गहरी साँसें क्यों लेता है ?
उत्तर:
दौड़ने के समय बहुत अधिक ऊर्जा खर्च होती है, इस ऊर्जा की पूर्ति शरीर में ग्लूकोस के विखण्डन से होती है। ग्लूकोस का विखण्डन ऑक्सीजन द्वारा होता है। तेजी से साँस लेने से ऑक्सीजन की अधिक आपूर्ति होती है तथा अधिक से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकल जाती है।

प्रश्न 2.
वायवीय और अवायवीय श्वसन के बीच समानताएं और अन्तर बताइए।
उत्तर:
समानताएँ-
(i) दोनों ही प्रकार के श्वसन में ऊर्जा उत्पन्न होती है।
(ii) दोनों ही प्रकार के श्वसन में कार्बन डाइऑक्साइड बनती है।
(iii) दोनों में ही भोज्य पदार्थ समान होते हैं।

अन्तर-
(i) वायवीय श्वसन में ऑक्सीजन की उपस्थिति अनिवार्य होती है, जबकि अवायवीय श्वसन में नहीं।
(ii) वायवीय श्वसन में ग्लूकोस का पूर्ण विखण्डन होता है, जबकि अवायवीय श्वसन में ग्लूकोस का अपूर्ण विखण्डन होता है।
(iii) वायवीय श्वसन में अधिक ऊर्जा निर्मुक्त होती है जबकि अवायवीय श्वसन में कम ऊर्जा निर्मुक्त होती है।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 10 जीवों में श्वसन

प्रश्न 3.
जब हम अत्यधिक धूल भरी वायु में साँस लेते हैं, तो हमें छींक क्यों आ जाती है?
उत्तर:
हमारे आस-पास की वायु में बहुत सारे अवांछनीय कण, जैसे- धूल, धुंआ आदि उपस्थित होते हैं। श्वसन के दौरान ये कण हमारे नथुनों में उपस्थित बालों एवं श्लेष्म में फंस जाते हैं। यदि ये कण बालों को पार करके आगे निकल जाते हैं तो नथुनों में खुजलाहट होती है तथा छींक आती है। छींक के रूप में तीन वायु प्रवाह से ये कण बाहर निकल जाते हैं तथा स्वच्छ वायु अन्दर प्रवेश होती है।

प्रश्न 4.
तीन परखनलियाँ लीजिए। प्रत्येक को 3/4 भाग तक जल से भरिये। इनें A, B तथा C द्वारा चिन्हित कीजिए। परखनली A में एक घोंघा रखिए। परखनली B में कोई जलीय पादप रखिए और C में एक घोंघा और पादप दोनों को रखिए। किस परखनली में कार्बन डाईऑक्साइड की सान्द्रता सबसे अधिक होगी।
उत्तर:
परखनली A में कार्बन डाइऑक्साइड की सान्द्रता अधिक होगी। क्योंकि परखनली में केवल घोंधा है जो श्वसन क्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड निर्मुक्त करता है। परखनली B में पादप है जो प्रकाश संश्लेषण करके कार्बन डाइऑक्साइड को सोख लेता है। परखनली C में पादप तथा घोंघा हैं। इसमें घोंघा द्वारा छोड़ी गई कार्बन डाइऑक्साइड को पौध ग्रहण कर लेता है।

प्रश्न 5.
सही उत्तर पर (✓) का निशान लगाइए
(क) तिलचट्टों के शरीर में वायु प्रवेश करती है, उनके
(i) फेफड़ों द्वारा
(ii) क्लोमों द्वारा
(iii) श्वास रन्ध्रों द्वारा
(iv) त्वचा द्वारा।
उत्तर:

(ख) अत्यधिक व्यायाम करते समय हमारी टाँगों में जिस पदार्थ के संचयन के कारण ऐंठन होती है, वह है
(i) कार्बन डाइऑक्साइड
(ii) लैक्टिक अम्ल
(iii) ऐल्कोहॉल
(iv) जल
उत्तर:
(iii) ऐल्कोहॉल

(ग) किसी सामान्य वयस्क व्यक्ति की विश्राम अवस्था में औसत श्वसन दर होती है
(i) 9-12 प्रति मिनट
(ii) 15-18 प्रति मिनट
(iii) 21-24 प्रति मिनट
(iv) 30-33 प्रति मिनट
उत्तर:
(ii) 15-18 प्रति मिनट

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 10 जीवों में श्वसन

(घ) उच्छ्व सन के समय पसलियों
(i) बाहर की ओर गति करती हैं
(ii) नीचे की ओर गति करती हैं
(iii) ऊपर की ओर गति करती हैं
(iv) बिल्कुल गति नहीं करती हैं।
उत्तर:
(ii) नीचे की ओर गति करती हैं

प्रश्न 6.
कॉलम A में दिये गये शब्दों का कॉलम B के साथ मिलान कीजिए-

कॉलम A कॉलम B
(क) यीस्ट (i) केंचुआ
(ख) डायाफ्राम (मध्यपट) (ii) क्लोम
(ग) त्वचा (iii) एल्कोहॉल
(घ) पत्तियाँ (iv) वक्ष-गुहा
(च) मछली (v) रन्ध्र
(छ) मेंढक (vi) फेफड़े और त्वचा
(vii) श्वासप्रणाल (वातक)

उत्तर:

कॉलम A कॉलम B
(क) यीस्ट (iii) एल्कोहॉल
(ख) डायाफ्राम (मध्यपट) (iv) वक्ष-गुहा
(ग) त्वचा (i) केंचुआ
(घ) पत्तियाँ (v) रन्ध्र
(च) मछली (ii) क्लोम
(छ) मेंढक (vi) फेफड़े और त्वचा

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 10 जीवों में श्वसन

प्रश्न 7.
बताइए कि निम्नलिखित वक्तव्य ‘सत्य’ हैं अथवा ‘असत्य’
(क) अत्यधिक व्यायाम करते समय व्यक्ति की श्वसन दर धीमी हो जाती है।
(ख) पादपों में प्रकाश संश्लेषण केवल दिन में, जबकि श्वसन केवल रात्रि में होता है।
(ग) मेंढक अपनी त्वचा के अतिरिक्त अपने फेफड़ों से भी श्वसन करते हैं।
(घ) मछलियों में श्वसन के लिए फेफड़े होते हैं।
(च) अंतःश्वसन के समय वक्ष-गुहा का आयतन बढ़ जाता है।
उत्तर:
(क) असत्य
(ख) असत्य
(ग) सत्य
(घ) असत्य
(च) सत्य।

प्रश्न 8.
दी गई पहेली के प्रत्येक वर्ग में जीवों के श्वसन से सम्बन्धित हिन्दी वर्णाक्षर अथवा संयुक्ताक्षर दिये गये हैं। इनको मिलाकर जीवों तथा उनके श्वसन अंगों से सम्बन्धित शब्द बनाये जा सकते हैं। शब्द वर्गों के जाल में किसी भी दिशा में, ऊपर, नीचे अथवा विकर्ण में पाये जा सकते हैं। श्वसन तंत्र तथा जीवों के नाम खोजिए।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 10 जीवों में श्वसन -1
(1) कीर्टो की वायु नलियाँ।
(2) वक्ष-गुहा को घेरे हुए हड्डियों की संरचना।
(3) वक्ष-गुहा का पेशीय तल।
(4) पत्ती की सतह पर सूक्ष्म छिद्र।
(5) कीट के शरीर के पार्श्व भागों के छोटे छिद्र।
(6) मनुष्यों के श्वसन अंग।
(7) वे छिद्र जिनसे हम साँस भीतर लेते (अंतःश्वसन) करते हैं।
(8) एक अवायवीय जीव।
(9) श्वासप्रणाल तंत्र वाला एक जीव।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 10 जीवों में श्वसन -2

प्रश्न 9.
पर्वतारोही अपने साथ ऑक्सीजन सिलिंडर ले जाते हैं, क्योंकि
(क) 5km से अधिक ऊँचाई पर वायु नहीं होती है।
(ख) वहाँ उपलब्ध वायु की मात्रा भू-तल पर उपलब्ध मात्रा से कम होती है।
(ग) वहाँ वायु का ताप भू-तल के ताप से अधिक होता है।
(घ) पर्वत पर वायुदाब भू-तल की अपेक्षा अधिक होता है।
उत्तर:
(ख) वहाँ उपलब्ध वायु की मात्रा भू-तल पर उपलब्ध मात्रा से कम होती है।

HBSE 7th Class Science जीवों में श्वसन Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

I. बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों में से सही विकल्प का चयन कीजिए
1. वायवीय श्वसन में ग्लूकोज का विखण्डन होता है
(क) ऑक्सीजन द्वारा
(ख) कार्बन डाइऑक्साइड द्वारा
(ग) ऊर्जा द्वारा
(घ) जल द्वारा
उत्तर:
(क) ऑक्सीजन द्वारा

2. अवायवीय जीव कहलाते हैं, जो
(क) ऑक्सीजन द्वारा ऊर्जा प्राप्त करते हैं
(ख) अवायवीय श्वसन द्वारा ऊर्जा प्राप्त करते हैं
(ग) वायु द्वारा ऊर्जा प्राप्त करते हैं।
(घ) ऊर्जा खर्च नहीं करते हैं।
उत्तर:
(ख) अवायवीय श्वसन द्वारा ऊर्जा प्राप्त करते हैं

3. अत्यधिक व्यायाम करने पर पेशियों में ऐंठन उत्पन्न होने का कारण है
(क) ऑक्सीजन एकत्र होना
(ख) ग्लूकोज एकत्र होना
(ग) लैक्टिक अम्ल एकत्र होना
(घ) एल्कोहॉल एकत्र होना।
उत्तर:
(ग) लैक्टिक अम्ल एकत्र होना

4. मनुष्य की श्वसन दर होती है लगभग
(क) 8-10/मिनट
(ख) 16-18/मिनट
(ग) 25-30/मिनट
(घ) 30-40/मिनट
उत्तर:
(ख) 16-18/मिनट

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 10 जीवों में श्वसन

5. हमारे फेफड़े स्थित होते हैं
(क) वक्ष गुहा में
(ख) उदर गुहा में
(ग) हृदयावरणी गुहा में
(घ) मस्तिष्क गुहा में
उत्तर:
(क) वक्ष गुहा में

II. रिक्त स्थान

निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान भरिए
1. ………… जीव की सबसे छोटी संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई होती है।
2. भोजन के विखण्डन से ………… निर्मुक्त होती है।
3. ग्लूकोज का विखण्डन जब ऑक्सीजन की उपस्थिति में होता है तो ………… और ……. बनते है और ऊर्जा मुक्त होती है।
4. ………… जल में घुली ऑक्सीजन का उपयोग करने में मछली की सहायता करते हैं।
उत्तर:
1. कोशिका
2. ऊर्जा
3. कार्बन डाइऑक्साइड, जल
4. क्लोम।

III. सुमेलन

कॉलम A तथा कॉलम B के शब्दों का मिलान कीजिए-

कॉलम A कॉलम B
1. मनुष्य (a) रन्ध्र
2. केंचुआ (b) श्वास रन्ध्र
3. कॉकरोच (c) नम त्वचा
4. पौधा (d) फेफड़े

उत्तर:

कॉलम A कॉलम B
1. मनुष्य (d) फेफड़े
2. केंचुआ (c) नम त्वचा
3. कॉकरोच (b) श्वास रन्ध्र
4. पौधा (a) रन्ध्र

IV. सत्य/असत्य

निम्नलिखित वाक्यों में से सत्य एवं असत्य कथन छाँटिए
1. उच्छवसन की प्रक्रिया में पसलियाँ नीचे की ओर एवं डायफ्राम ऊपर की ओर गति करता है।
2. श्वसन के दौरान वक्ष गुहा के आयतन में कोई परिवर्तन नहीं होता है।
3. कीटों में गैस विनिमय के लिए वायु नलियों का जाल बिछा होता है।
4. पादपों में भी जन्तुओं की भाँति कोशिकीय श्वसन पाया जाता है।
उत्तर:
1. सत्य
2. असत्य
3. सत्य
4. सत्य।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 10 जीवों में श्वसन

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
कोशिकीय श्वसन किसे कहते हैं ?
उत्तर:
भोजन के विखण्डन से ऊर्जा निर्मुक्त होने की प्रक्रिया कोशिका में होती है, इसे कोशिकीय श्वसन कहते हैं।

प्रश्न 2.
अन्तःश्वसन तथा उच्छ्वसन किसे कहते हैं ?
उत्तर:
ऑक्सीजन से समृद्ध वायु को अन्दर लेना अन्तःश्वसन तथा कार्बन डाइऑक्साइड युक्त वायु को शरीर से बाहर करना उच्छ्व सन कहलाता है।।

प्रश्न 3.
कुछ समय तक नथुने और मुंह दोनों बन्द रखने पर क्या महसूस होता है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
श्वासावरोध महसूस होता है।

प्रश्न 4.
एक मिनट में हम कितनी बार साँस लेते हैं एवं छोड़ते हैं? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
लगभग 15-16 बार प्रति मिनट।

प्रश्न 5.
तेज चलने के बाद श्वसन दर बताइए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
20-25 बार प्रति मिनट।

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प्रश्न 6.
शरीर की क्रियाओं के संचालन के लिए ऊर्जा कहाँ से आती है?
उत्तर:
भोजन के विखण्डन से।

प्रश्न 7.
क्या आप बता सकते हैं कि आपके माता-पिता आपसे नियमित रूप से भोजन करने के लिए आग्रह क्यों करते हैं?
उत्तर:
भोजन से हमें ऊर्जा प्राप्त होती है। शरीर के निर्माणकारी तत्व भोजन से ही प्राप्त होते हैं।

प्रश्न 8.
क्या हम जल में जीवित रह सकते हैं ?
उत्तर:
नहीं, क्योंकि हम जल में श्वसन नहीं कर सकते।

प्रश्न 9.
सर्पो एवं छिपकलियों में श्वसन अंग क्या होते हैं ?
उत्तर:
फेंफड़े।

प्रश्न 10.
मनुष्य में कितने फेंफड़े होते हैं?
उत्तर:
एक जोड़ी।

प्रश्न 11.
क्या अन्तःश्वसन तथा उच्छ्वसन में पसलियाँ भी सहायक होती हैं ?
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 12.
साँस खींचने तथा बाहर निकालने में प्रमुख भूमिका किसकी होती है ?
उत्तर:
डायाफ्राम की।

प्रश्न 13.
क्या पौधों में भी श्वसन होता है ?
उत्तर:
हाँ, पौधे भी श्वसन क्रिया करते हैं।

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लयु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
जब हम चूने के पानी में एक पतली नली द्वारा फूंक मारते हैं तो क्या होता है? हमारी फूंक में हम कौन-सी गैस उच्छवसित करते हैं? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
जब हम चूने के पानी में फूंक मारते हैं तो चूने का पानी दूधिया होने लगता है। चूंकि चूने के पानी में कार्बन डाइऑक्साइड प्रवाहित करने पर यह दूधिया हो जाता है। इससे स्पष्ट है कि हमारी फूंक में कार्बन डाइऑक्साइड गैस उपस्थित है।

प्रश्न 2.
मछलियाँ जल में श्वसन किस प्रकार करती
उत्तर:
मछलियों के पार्श्व भाग में क्लोम छिद्र होते हैं। इनके क्लोमों में महीन रुधिर वाहिनियों का जाल फैला रहता है। जब ऑक्सीजन समृद्ध जल क्लोमों में प्रवेश करता है तो रुधिर वाहिनियों का रुधिर जल से ऑक्सीजन अवशोषित कर लेता है। जहाँ से सम्पूर्ण शरीर में ऑक्सीजन पहुँचा दी जाती है।
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प्रश्न 3.
पौधों की जड़ें किस प्रकार श्वसन करती हैं ?
उत्तर:
पौधों की जड़ें मृदा कों के बीच उपस्थित वायु को ग्रहण करती हैं। मृदा कणों के बीच उपस्थित वायु मूलों में विसरण करके प्रवेश करती हैं जहाँ से ऑक्सीजन सभी मूल कोशिकाओं को पहुँचा दी जाती है।
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प्रश्न 4.
क्या आप अनुमान लगा सकते हैं कि यदि किसी गमले के पौधे में बहुत अधिक पानी डाल दिया जाये तो क्या होगा?
उत्तर:
यदि गमले में अत्यधिक पानी डाल दिया जायेगा तो पानी मृदा कणों के बीच के खाली स्थानों में भर जायेगा तथा वहाँ की वायु बाहर निकल जायेगी। ऐसी स्थिति में पौधे की जड़ों के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं हो पायेगी और ऊर्जा की उत्पत्ति नहीं होगी फलस्वरूप जड़ें मरने लगेंगी और अन्य क्रियाएँ प्रभावित हो जाएँगी। अन्ततः पौधा सूख जायेगा।

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प्रश्न 5.
श्वासप्रणाल तंत्र क्या होता है ?
उत्तर:
कॉकरोच के शरीर के पार्श्व भाग में छोटे-छोटे छिद्र होते हैं। अन्य कीटों के शरीर में भी इस प्रकार के छिद्र होते हैं। ये छिद्र श्वास रन्ध्र कहलाते हैं। कीटों में गैस के विनिमय के लिए वायु नलियों का जाल बिछा रहता है जो श्वासप्रणाल या वातक कहलाते हैं। ऑक्सीजन समृद्ध वायु श्वास रन्धों से होकर श्वास प्रणाली में जाती है जहाँ से यह सम्पूर्ण शरीर में विसरित होती है।
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प्रश्न 6.
अन्तःश्वसित और उच्छ्वसित वायु में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का प्रतिशत बताइए।
उत्तर:
अन्तःश्वसित और उच्छ्वसित वायु में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का प्रतिशत
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दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
श्वसन क्या है ? यह कितने प्रकार का होता है ? ग्लूकोस के विखण्डन समीकरण देकर समझाइए।
उत्तर:
श्वसन:
भोज्य पदार्थों के जारण से ऊर्जा उत्पन्न होने की प्रक्रिया श्वसन कहलाती है। इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन ग्रहण की जाती है तथा कार्बन डाइऑक्साइड मुक्त की जाती है। श्वसन दो प्रकार का होता है
(1) वायवीय श्वसन-जब ग्लूकोस का विखण्डन ऑक्सीजन के उपयोग द्वारा होता है तब इसे वायवीय श्वसन कहते हैं। इस प्रक्रिया में ग्लूकोस का विखण्डन होकर कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल बनता है साथ ही अधिक ऊर्जा उत्पन्न होती है।
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(2) अवायवीय श्वसन – जब ग्लूकोस का विखण्डन ऑक्सीजन के उपयोग के बिना होता है तो इसे अवायवीय श्वसन कहते हैं। इसमें ग्लूकोस के विखण्डन से एल्कोहॉल तथा कार्बन डाइऑक्साइड उत्पन्न होती है तथा कम मात्रा में ऊर्जा निकलती है।
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प्रश्न 2.
मनुष्य के श्वसन अंगों का नामांकित चित्र बनाइए।
उत्तर:
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प्रश्न 3.
मानव में श्वसन की क्रियाविधि का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर:
श्वसन की क्रियाविधि सामान्यतः हम अपने नथुनों (नासा-द्वार) से वायु अन्दर लेते हैं। जब हम वायु को अन्तःश्वसन द्वारा अन्दर लेते हैं तो यह हमारे नथुनों से नासा-गुहा में चली जाती है। नासा-गुहा से वायु, श्वास नली से होकर हमारे फेफड़ों (फुफ्फुस) में जाती है। फेफड़े वक्ष गुहा में स्थित होते हैं। वक्ष गुहा पार्श्व में पसलियों से घिरी होती है। एक बड़ी पेशीय परत जो डायाफ्राम (मध्य पट) कहलाती है, वक्ष गुहा को आधार प्रदान करती है। श्वसन में डायाफ्राम और पसलियों से बने पिंजर की गति सम्मिलित है। अंतःश्वसन के समय पसलियाँ ऊपर और बाहर की ओर गति करती हैं और डायाफ्राम नीचे की ओर गति करता है। यह गति हमारी वक्षगुहा के आयतन को बढ़ा देती है और वायु फेफड़ों में आ जाती है। फेंफड़े वायु से भर जाते हैं। उच्छ्व सन के समय पसलियाँ नीचे और अन्दर की ओर आ जाती हैं, जबकि डायाफ्राम ऊपर की ओर अपनी पूर्व स्थिति में आ जाता है। इससे वक्ष गुहा का आयतन कम हो जाता है। इस कारण वायु फेंफड़ों से बाहर धकेल दी जाती है।
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जीवों में श्वसन Class 7  HBSE Notes in Hindi

→ श्वसन क्रिया सभी जीवों के जीवित रहने के लिए अनिवार्य है। यह जीव द्वारा ग्रहण किये गये भोजन से ऊर्जा को निर्मुक्त करती है।
→ हम अन्तःश्वसन द्वारा, जो वायु शरीर के अन्दर लेते हैं, उसमें उपस्थित ऑक्सीजन का उपयोग ग्लूकोस को कार्बन डाइऑक्साइड और जल में विखण्डन के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया में ऊर्जा मुक्त होती है।
→ ग्लकोस का विखण्डन जीव की कोशिकाओं में होता है, जिसे कोशिकीय श्वसन कहते हैं।
→ यदि भोजन (ग्लूकोस), ऑक्सीजन के उपयोग द्वारा विखण्डित होता है, तो यह वायवीय श्वसन कहलाता है। यदि विखण्डन ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है तो यह श्वसन अवायवीय श्वसन कहलाता है।
→ अत्यधिक व्यायाम करते समय जब हमारी पेशी- कोशिकाओं में ऑक्सीजन की आपूर्ति अपर्याप्त होती है तब भोजन का विखण्डन अवायवीय श्वसन द्वारा होता है।
→ साँस लेना श्वसन प्रक्रम का एक चरण है, जिसमें जीव ऑक्सीजन समृद्ध वायु को शरीर के अन्दर लेता है और कार्बन डाइऑक्साइड समृद्ध वायु को बाहर निकालता है। गैसों के विनिमय के लिए विभिन्न जीवों में श्वसन अंग अलग-अलग प्रकार के होते हैं।
→ साँस को अन्दर खींचना अन्तःश्वसन तथा साँस बाहर निकालना उच्छ्वसन कहलाता है। इस प्रक्रम को श्वासोच्छवास भी कहते हैं।
→ शारीरिक सक्रियता के बढ़ने पर श्वसन दर बढ़ जाती है।
→ एक जोड़ी फेंफड़े हमारे मुख्य श्वसन अंग होते हैं, इसके अतिरिक्त नासिका, नासागुहा, श्वासनली आदि सहायक श्वसन अंग हैं।
→ गाय, भैंस, कुत्ते और बिल्ली जैसे जीवों में श्वसन अंग और श्वसन प्रक्रम मानव के समान ही होते हैं।
→ कॉकरोच एवं अन्य कीटों में श्वसन क्रिया श्वास रन्ध्रों द्वारा होती है।
→ केंचुए में गैसों का विनिमय उसकी आई त्वचा के माध्यम से होता है। मछलियों में यह क्लोम से और कीटों में श्वास प्रणाली से होता है।
→ मछलियों में श्वसन के अंग क्लोम होते हैं।
→ पादपों में मूल, मृदा में उपस्थित वायु को ग्रहण करती हैं। पत्तियों में सूक्ष्म छिद्र होते हैं, जिन्हें रन्ध्र कहते हैं, जिनमें गैसों का विनिमय होता है। पादप कोशिकाओं में ग्लूकोस का विखण्डन अन्य जीवों की ही भाँति होता है।
→ श्वसन – भोज्य पदार्थों के विखण्डन द्वारा ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया।
→ कोशिकीय श्वसन – ग्लूकोस का विखण्डन, विकरों की सहायता से कोशिका के अन्दर होता है, इसे कोशिकीय श्वसन कहते हैं।
→ वायवीय श्वसन – यदि भोजन (ग्लूकोस) ऑक्सीजन के उपयोग द्वारा विखण्डित होता है तो यह प्रक्रम वायवीय श्वसन कहलाता है।
→ अवायवीय श्वसन – यदि भोजन ऑक्सीजन के अभाव में विखण्डित होता है तो इसे अवायवीय श्वसन कहते हैं।
→ अन्तःश्वसन – ऑक्सीजन युक्त वायु को फेफड़ों के अन्दर भरना।
→ उच्छ्वसन – कार्बन डाइऑक्साइड युक्त वायु को फेफड़ों से बाहर निकालना। .
→ श्वसन दर – एक व्यक्ति एक मिनट में जितनी बार साँस लेता है, उसे श्वसन दर कहते हैं।
→ फेफड़ा – मनुष्य के मुख्य श्वसन अंग।
→ श्वासनली – नासा गुहा से फेफड़ों को साँस ले जाने वाली नली।
→ डायाफ्राम – वक्ष गुहा को आधार प्रदान करने वाली एक बड़ी पेशीय परत डायाफ्राम कहलाती है।
→ श्वास रंध्र – कुछ कीटों में वायु के आदान-प्रदान के लिए शरीर पर सूक्ष्म छिद्र पाये जाते हैं, इन्हें श्वास रन्ध्र कहते
→ श्वास प्रणाल – कीटों में गैस विनिमय के लिए वायु नलिकाओं का जाल बिछा रहता है। जो श्वासप्रणाल या वातक कहलाता है।
→ क्लोम–मछलियों में ऑक्सीजन युक्त जल को अन्दर खींचने के लिए छिद्र जो श्वसन में सहायक होते हैं।
→ रन्ध – पौधों के हरे भार्गों में पाए जाने वाले विशेष छिद्र जिनसे गैसीय आदान-प्रदान होता है।

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HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा

Haryana State Board HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदाTextbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा

HBSE 7th Class Science मृदा InText Questions and Answers

बूझो/पहेली

प्रश्न 1.
मैं जानना चाहती हूँ कि सड़क के किनारे और बगीचेसे एकत्रित किये गयेनमूनों में मुझेप्लास्टिक की वस्तुओं और पॉलीथीन की थैलियों के कुछ टुकड़े क्यों मिले थे ?
उत्तर:
क्योंकि प्लास्टिक की वस्तुएँ तथा पॉलीथीन की थैलियाँ प्रयोग करने के बाद बगीचों और सड़कों के किनारे फेंक दी जाती हैं जो मिट्टी में दब जाती है।

प्रश्न 2.
मैं जानना चाहता हूँ कि क्या खेत की मिट्टी का उपयोग खिलौनों को बनाने में किया जा सकता है?
उत्तर:
नहीं, क्योंकि इसमें सूक्ष्म जीव तथा तिनके होते हैं। इसके अतिरिक्त दोमट मृदा खिलौने बनाने के लिए उपयुक्त नहीं होती।

प्रश्न 3.
मैं जानना चाहता हूँमटका और सुराही बनाने के लिए किस प्रकार की मदा का उपयोग किया जाना चाहिए?
उत्तर:
मृण्मय मृदा का उपयोग किया जाना चाहिए।

प्रश्न 4.
बूझो को आश्चर्य है कि दोनों वर्गों में पानी के अवशोषण में अन्तर क्यों था?
उत्तर:
विभिन्न प्रकार की मृदा के उपयोग किये जाने के कारण। प्रथम वर्ग घर के फर्श पर बनाया गया था जो पानी का अवशोषण बहुत कम कर सका। दूसरा वर्ग कच्ची सड़क पर बनाया गया था, जहाँ की मिट्टी ने काफी पानी अवशोषित कर लिया।

प्रश्न 5.
अन्तःस्रवण दर और जल धारण करने की क्षमता में क्या अन्तर होता है?
उत्तर:
(1) प्रति इकाई समय में मृदा में जल के प्रवेश की क्षमता उसकी अन्तःस्रवण दर कहलाती है।
(2) जल धारण क्षमता अर्थात् मृदा द्वारा अवशोषित किये गये कुल जल की मात्रा है।
(3) अन्तःस्रवण दर और जल धारण क्षमता दोनों ही विपरीत लक्षण हैं।

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HBSE 7th Class Science मृदा Textbook Questions and Answers

सबसे उपयुक्त उत्तर को चिन्हित करें

प्रश्न 1.
शैल कणों के अतिरिक्त, मृदा में होते हैं
(क) वायु और जल
(ख) जल और पादप
(ग) खनिज, जैव पदार्थ, वायु और जल
(घ) जल, वायु और पादप।
उत्तर:
(ग) खनिज, जैव पदार्थ, वायु और जल।

प्रश्न 2.
जल धारण क्षमता सबसे अधिक होती है
(क) बलुई मृदा में
(ख) मृण्मय मृदा में
(ग) दुमटी मृदा में
(घ) बालू और दुमट के मिश्रण में
उत्तर:
(ख) मृण्मय मृदा में।

प्रश्न 3.
कॉलम A में दी गई वस्तुओं का कॉलम B में दिये गुणों से मिलान कीजिए

कॉलम A कॉलम B
(क) जीवों को आवास देने वाली (i) बड़े कण
(ख) मृदा की ऊपरी परत (ii) सभी प्रकार की मृदा
(ग) बलुई मृदा (iii) गहरे रंग की
(घ) मृदा की मध्य परत (iv) सघन छोटे कण
(च) मृण्मय मृदा (v) ह्यूमस की कम मात्रा

उत्तर:

कॉलम A कॉलम B
(क) जीवों को आवास देने वाली (ii) सभी प्रकार की मृदा
(ख) मृदा की ऊपरी परत (iii) गहरे रंग की
(ग) बलुई मृदा (i) बड़े कण
(घ) मृदा की मध्य परत (v) ह्यूमस की कम मात्रा
(च) मृण्मय मृदा (iv) सघन छोटे कण

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा

प्रश्न 4.
समझाइए कि मृदा कैसे बनती है ?
उत्तर:
पवन, जल और तापन की क्रियाओं द्वारा चट्टानें (शैल) टूटकर छोटे-छोटे खण्डों में बँट जाती हैं। जब ये खण्ड जल की धाराओं के साथ बहते हैं तो और अधिक बारीक कणों में टूट जाते हैं। यह प्रक्रम अपक्षय कहलाता है। अब इसमें विभिन्न सूक्ष्म जीवों की क्रियाओं द्वारा मृदा का निर्माण होता है।

प्रश्न 5.
मृण्मय मृदा किस प्रकार की फसलों के लिए उपयोगी है?
उत्तर:
मृण्मय मृदा में उन फसलों को उगाया जाता है जिनको जल की अधिक आवश्यकता होती है। क्योंकि इसमें जल धारण क्षमता अधिक होती है।

प्रश्न 6.
मृण्मय मृदा और बलुई मृदा के बीच अन्तर बताइए।
उत्तर:

बलुई मृदा मृण्मय मृदा
(i) इसकी जलधारण क्षमता निम्न होती है। (i) इसकी जलधारण क्षमता उच्च होती है।
(ii) इसकी उच्च अन्तःस्रवण दर होती है। (ii) इसकी निम्न अन्तःस्रवण दर होती है।

प्रश्न 7.
मृदा की अनुप्रस्थ काट का चित्र बनाइए और विभिन्न परतों को नामांकित कीजिए।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा -1

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा

प्रश्न 8.
रजिया ने खेत में अन्तःस्रवण की दर से सम्बन्धित एक प्रयोग किया। उसने देखा कि उसके द्वारा लिये गये मृदा के नमूने में से 200 mL जल को अन्तःस्रवण करने में 40 मिनट लगे। अन्तःस्रवण दर परिकलित कीजिए।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा -2

प्रश्न 9.
समझाइए कि मृदा प्रदूषण और मृदा अपरदन को किस प्रकार रोका जा सकता है?
उत्तर:
निम्न प्रकार से मृदा प्रदूषण और मृदा अपरदन को रोका जा सकता है-
(i) अधिकाधिक वृक्षारोपण द्वारा, क्योंकि पौधों की जड़ें मृदा कणों को बांधे रखती हैं तथा तेज पवन एवं वर्षा से मृदा की रक्षा करती हैं।
(ii) वृक्षों की कटाई एवं वनोन्मूलन को रोककर।
(iii) मृदा में पॉलीथीन तथा प्लास्टिक के टुकड़ों के फेंके जाने पर प्रतिबन्ध लगाकर।
(iv) खेतों के चारों ओर ऊँचे वृक्षों की बाड़ लगाकर।

प्रश्न 10.
निम्नलिखित वर्ग पहेली को दिये गये संकेतों की सहायता से हल कीजिए
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा -3
सीधे-
(1) इसके बने थैलों के अपशिष्ट से मृदा का प्रदूषण होता है।
(2) इस प्रकार की मृदा में सूक्ष्म कणों का अनुपात अपेक्षाकृत अधिक होता है।
(4) इस प्रकार की मृदा में सूक्ष्म तथा बड़े कणों की मात्रा लगभग समान होती है।
(5) मृदा परिच्छेदिका की परत।
(8) वनस्पति न होने पर यह मृदा को उड़ा ले जाती है।
(9) इस प्रकार की मृदा सुवातित एवं शुष्क होती है।
(10) किसी मृदा द्वारा पानी को रोकने की क्षमता।

ऊपर से नीचे-
(2) भूमि की ऊपरी परत, जो पौधों को आधार प्रदान करती है।
(3) पवन तथा प्रवाही जल के कारण मृदा पर प्रभाव।
(6) मृदा में जल के अवशोषण की प्रक्रिया।
(7) किसी स्थान की मृदा की काट परिच्छेदिका।
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा -4

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा

HBSE 7th Class Science मृदा Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

I. बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों में से सही विकल्प का चयन कीजिए
1. सर्वाधिक जीव-जन्तु एवं सूक्ष्म जीव पाए जाने की संभावना होती है
(क) बलुई मृदा में
(ख) चिकनी मृदा में
(ग) दुमटी मृदा में
(घ) बजरी में
उत्तर:
(ग) दुमटी मृदा में

2. मृदा प्रदूषक है
(क) प्लास्टिक-पॉलीथीन
(ख) कारखानों के रसायन
(ग) मल-जल
(घ) ये सभी
उत्तर:
(घ) ये सभी

3. पौधे की जड़ें मुख्यतः पायी जाती हैं
(क) A-संस्तर स्थिति में
(ख) B-संस्तर स्थिति में
(ग) C-संस्तर स्थिति में
(घ) इन सभी में।
उत्तर:
(क) A-संस्तर स्थिति में

4. दुमटी मृदा में होती है
(क) बालू अधिक व चिकनी कम
(ख) चिकनी मृदा अधिक बलुई मृदा कम
(ग) बड़े व छोटे कणों की समान मात्रा
(घ) गाद की मात्रा अधिक
उत्तर:
(ग) बड़े व छोटे कणों की समान मात्रा

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा

5. जल धारण क्षमता सबसे कम किस मृदा की होती है?
(क) दोमट मृदा की
(ख) चिकनी मृदा की
(ग) मृण्यम मृदा की
(घ) बलुई मृदा की
उत्तर:
(घ) बलुई मृदा की

II. रिक्त स्थान

निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान भरिए
1. मृदा में उपस्थित सड़े-गले जैव पदार्थ ………… कहलाते
2. किसी मृदा में बालू और चिकनी मिट्टी का अनुपात उस ……….. पर निर्भर करता है, जिससे उसके कण बने हैं।
3. शीर्ष से नीचे की परत में ह्यूमस कम होती है, लेकिन ……………….. अधिक होते हैं।
4. बलुई मृदा हल्की ………… और ………… होती है।
उत्तर:
1. ह्यूमस
2. मूल शैल
3. खनिज
4. सुवातित, शुष्क।

III. सुमेलन

कॉलम ‘A’ के शब्दों का कॉलम ‘B’ के शब्दों का मिलान कीजिए

कॉलम ‘A’ फसल कॉलम ‘B’ मृदा का प्रकार
1. गेहूँ (a) बलुई-दुमट या दुमट
2. धान (b) दुमी मृदा
3. मसूर व दालें (c) मृत्तिका व जैव पदार्थ समृद्ध
4. कपास (d) मृण्यम और दुमटी

उत्तर:

कॉलम ‘A’ फसल कॉलम ‘B’ मृदा का प्रकार
1. गेहूँ (d) मृण्यम और दुमटी
2. धान (c) मृत्तिका व जैव पदार्थ समृद्ध
3. मसूर व दालें (b) दुमी मृदा
4. कपास (a) बलुई-दुमट या दुमट

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IV. सत्य/असत्य

निम्नलिखित वाक्यों में से सत्य एवं असत्य छाँटिए
1. सभी प्रकार की मृदाओं का गठन समान होता है।
2. सभी मृदाओं में जल अन्त:स्रवण की दर भिन्न-भिन्न होती है।
3. दुमटी एवं बलुई मृदा का उपयोग खिलौने बनाने में नहीं किया जा सकता है।
4. मृदा अपरदन केवल जल द्वारा होता है।
उत्तर:
1. असत्य
2. सत्य
3. सत्य
4, असत्य।

अतिलयु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
गेहूँ तथा चने की फसल के लिए किस प्रकार की मृदा उपयुक्त है ?
उत्तर:
मृत्तिका तथा दुमट मृदा।

प्रश्न 2.
कपास के उत्पादन के लिए कौन-सी मृदा उपयुक्त है?
उत्तर:
बलुई दुमट या दुमट।

प्रश्न 3.
मृदा में रहने वाले दो जीवों के नाम लिखिए।
उत्तर:
(i) केंचुआ
(ii) जीवाणु।

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प्रश्न 4.
मृदा के किस संस्तर में अधिकतम जीवित पदार्थ पाये जाते हैं ?
उत्तर:
मृदा के A-संस्तर में अधिकतम जीवित पदार्थ पाये जाते हैं।

प्रश्न 5.
मृदा की प्रकृति किस पर निर्भर करती है?
उत्तर:
मदा की प्रकृति उन शैलों पर निर्भर करती है. जिनसे इसका निर्माण हुआ है।

प्रश्न 6.
मृदा की किस परत में ह्यूमस होता है?
उत्तर:
मृदा की सबसे ऊपरी परत में ह्यूमस होता है।

प्रश्न 7.
मृदा के प्रकार लिखिए।
उत्तर:
मृदाएँ तीन प्रकार की होती हैं
(i) बलुई
(ii) दुमटी, तथा
(iii) मृण्मय।

प्रश्न 8.
पादप किस प्रकार की मृदा में सबसे अधिक वृद्धि करते हैं?
उत्तर:
दुमटी मृदा में।

प्रश्न 9.
क्या आप बता सकते हैं कि किस प्रकार की मृदा, बर्तन, खिलौने और मूर्तियाँ बनाने के लिए सबसे उपयुक्त होती है। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
बर्तन-मृण्यम मृदा, खिलौने व मूर्तियाँ-मृत्तिका।

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प्रश्न 10.
किस मृदा की अन्तःस्रवण दर सबसे कम और सबसे अधिक होती है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
सबसे कम-मृण्यम मृदा की सबसे अधिक – बलुई मृदा की।

प्रश्न 11.
किस प्रकार की मृदा सबसे अधिक मात्रा में जल धारण करती है और किस प्रकार की मृदा सबसे कम? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
मृण्मय मृदा सबसे अधिक तथा बलुई मृदा सबसे कम जल धारण करती है।

प्रश्न 12.
दुमटी मृदा किन प्रकार की मृदाओं से बनती
उत्तर:
दुमटी मृदा, बालू, चिकनी मिट्टी और गाद का मिश्रण है।

प्रश्न 13.
मृदा परिच्छेदिका को प्रभावित करने वाले जलवायवीय कारकों के नाम लिखिए।
उत्तर:
पवन, वर्षा, ताप, प्रकाश और आर्द्रता।

प्रश्न 14.
धान के लिए आदर्श मृदा क्या होती है?
उत्तर:
धान के लिए मृत्तिका एवं जैव पदार्थ से समृद्ध तथा अच्छी जलधारण क्षमता वाली मृदा आदर्श होती है।

प्रश्न 15.
गेहूँ जैसी फसलों के लिए महीन मृण्मय मृदा क्यों उपयुक्त है?
उत्तर:
क्योंकि यह ह्यूमस से समृद्ध और अत्यधिक उर्वर होती है।

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लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
घूमस का निर्माण कैसे होता है?
उत्तर:
पेड़-पौधों के अवशेष तथा जन्तुओं के मृत शरीर तथा इनके अवशिष्ट पदार्थ भूमि में छोड़ दिये जाते हैं। उचित नमी की उपस्थिति में, सूक्ष्म जीवों द्वारा इनका अपघटन किया जाता है। इस प्रक्रम में इन अवशेषों के जटिल पदार्थ सरल पदार्थों में बदल जाते हैं। इस प्रकार मृदा के ऊपर एक गहरे रंग की परत बन जाती है जिसे ह्यूमस कहते हैं। ह्यूमस पादपों की वृद्धि के लिए अत्यधिक उपयोगी होता है।

प्रश्न 2.
विभिन्न स्थानों से मृदा के कुछ नमूने एकत्रित कीजिए और उनको हैण्ड लैंस की सहायता से ध्यानपूर्वक देखिये। प्रत्येक नमूने का ध्यानपूर्वक निरीक्षण कर अपने प्रेक्षणों को सारणी में लिखिए।
उत्तर:
सारणी : मृदा के विभिन्न नमूने एवं उसमें उपस्थित जीव-जन्तु एवं वस्तुएँ
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा -5

प्रश्न 3.
मृदा के उपयोगों की एक सूची बनाइए।
उत्तर:
(i) मृदा से भवनों के लिए ईंटें बनाई जाती हैं।
(ii) बर्तन बनाये जाते हैं।
(iii) खिलौने बनाये जाते हैं।
(iv) मृदा में खेती की जाती है।

प्रश्न 4.
मृदा के चार महत्त्व लिखिए।
उत्तर:
मृदा के महत्त्व
(i) मृदा अनेक जीवों का आवास होती है।
(ii) मृदा पौधों की जड़ों को जमाए रखती है।
(iii) मृदा से पौधे जल एवं खनिज पोषक ग्रहण करते
(iv) मृदा में कृषि की जाती है।

प्रश्न 5.
प्लास्टिक, पॉलीथीन तथा पीड़कनाशी मृदा के लिए किस प्रकार नुकसानदायक हैं?
उत्तर:
पॉलीथीन की थैलियाँ और प्लास्टिक मृदा को प्रदूषित करते हैं। ये मृदा में रहने वाले जीवों को भी हानि पहुँचाते हैं इसीलिए पॉलीथीन और प्लास्टिक की वस्तुओं के उपयोग पर प्रतिबन्ध की माँग की जा रही है। अनेक प्रकार के अपशिष्ट पदार्थ, रसायन तथा पीड़कनाशी मृदा को प्रदूषित करते हैं। ऐसे पदार्थ मृदा की उर्वर शक्ति को नष्ट करते हैं तथा लाभदायक सूक्ष्म जीवों की वृद्धि को रोकते हैं। ऐसे अपशिष्ट पदार्थों और रसायनों को मृदा में निर्मुक्त करने से पहले उन्हें उपचारित किया जाना चाहिए। पीड़कनाशियों का प्रयोग कम से कम करना चाहिए।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा

प्रश्न 6.
तीनों प्रकार की मृदाओं के गुण लिखिए।
उत्तर:
(1) बलुई मृदा – इस प्रकार की मृदा में बड़े कणों का अनुपात अधिक होता है। इन मृदाओं में जल का अन्त:स्रावण भी अधिक होता है।
(2) मृण्मय मृदा – इस प्रकार की मृदा में बारीक (सूक्ष्म) कणों का अनुपात अधिक होता है। इन मृदाओं में जल का अन्त:स्रवण बहुत कम होता है।
(3) दुमट मृदा – इस प्रकार की मृदाओं में बड़े तथा छोटे कणों की मात्रा लगभग समान होती है। इन मृदाओं में जल का अन्त:स्रवण मध्यम होता है।

प्रश्न 7.
50 ग्राम मृदा नमूना लेकर उसमें अवशोषित जल का प्रतिशत किस प्रकार ज्ञात करेंगे। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
मृदा का द्रव्यमान = 50 ग्राम
मापन सिलिण्डर में जल का आरम्भिक आयतन = U mL
मापन सिलिण्डर में जल का अंतिम आयतन = V mL
मृदा द्वारा अवशोषित जल का आयतन = (U-V) mL
मृदा द्वारा अवशोषित जल का द्रव्यमान = (U-V)g
(1 mL जल का द्रव्यमान 1g के बराबर होता है।)
अवशोषित जल का प्रतिशत = \(\frac{(U-V) \times 100}{50}\)

प्रश्न 8.
मृदा परिच्छेदिका की विभिन्न परतों के नाम चित्र बनाकर लिखिए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा -6

प्रश्न 9.
मृत्तिका के गुण लिखिए।
उत्तर:
मृत्तिका (चिकनी मिट्टी) के कण सूक्ष्म (बहुत छोटे) होने के कारण परस्पर जुड़े रहते हैं और उनके बीच रिक्त स्थान बहुत कम होता है। बलुई मृदा के विपरीत इनके कणों के बीच के सूक्ष्म स्थानों में जल रुक जाता है। अतः चिकनी मिट्टी में वायु कम होती है, लेकिन यह भारी होती है, क्योंकि इसमें बलुई मृदा की अपेक्षा अधिक जल होता है।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा

प्रश्न 10.
विभिन्न प्रकार की मृदाओं में उगाई जाने वाली फसलों की सूची तैयार कीजिए।
उत्तर:
विभिन्न प्रकार की मृदाएँ एवं उनमें उगाई जाने वाली फसलें

मृदा का प्रकार इस मृदा में उगाई जाने वाली फसलें
1. मृण्मय गेहूँ, जौ, गुलाब, आलू, चना, चुकन्दर, शकरकंद।
2. दुमट चावल, प्याज, गेहूँ, आलु, मक्का, मिर्च, भिण्डी।
3. बलुई खीरा, तरबूज, ककड़ी, मूंगफली, पत्ता गोभी।

प्रश्न 11.
मृदा से नमी को दूर करने के लिए एक क्रिया कलाप बताइए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
एक क्वथन नली लीजिए। इसमें दो चम्मच मिट्टी मिलाइए। इसे कुछ समय तक किसी लौ पर गर्म कीजिए और क्वथन नली का प्रेक्षण कीजिए। गरम करने पर मृदा में से जल वाष्पित होकर ऊपर उठता है और क्वथन नली के ऊपरी भाग की अपेक्षाकृत ठण्डी भीतरी दीवार पर संघनित हो जाता है।
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा -7

दीर्य उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
मृदा अपरदन से आप क्या समझते हैं ? इसके कारण तथा रोकथाम के उपाय लिखिए।
उत्तर:
मृदा अपरदन मिट्टी की ऊपरी ह्यूमस युक्त परत मृदा कहलाती है। मृदा की इस परत का जलधारा, पवन अथवा बर्फ के द्वारा, बह जाना, उड़ जाना या खण्डित हो जाना मृदा अपरदन कहलाता है।
मृदा अपरदन निम्नलिखित कारणों से होता है
(i) अत्यधिक तीव्र वर्षा द्वारा मृदा पानी में घुल जाती है जिससे वह पानी के साथ बह जाती है।
(ii) बाढ़ का तेज बहता पानी मृदा को अपने साथ बहा ले जाता है।
(iii) अत्यधिक चराई तथा घास-पात एवं वृक्षों के अभाव में मृदा की उपजाऊ परत ढीली हो जाती हैं। जब तेज हवाएं चलती हैं तो ये मृदा को उड़ा ले जाती हैं।
(iv) जब बर्फ पिघलती है तो इससे बहने वाला जल मृदा को भी बहा ले जाता है।

मृदा अपरदन की रोकथाम :
खुले स्थानों पर अधिक से अधिक घास, पेड़-पौधे तथा वनाच्छादन करना चाहिए। पौधों की जड़ें मिट्टी को बांधे रखता है तथा इनका पत्तियाँ पानी की तेज बूंदों को रोक लेती हैं जिससे मृदा अपरदन नहीं हो पाता। ऊँची मेढ़बन्दी तथा खेतों के चारों ओर वृक्षों की बाड़ लगाने से भी मृदा अपरदन को रोका जा सकता है।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा

प्रश्न 2.
अन्तः स्रवण दर मापने के लिए एक क्रियाकलाप बताइए।
उत्तर:
क्रियाकलाप-इस क्रियाकलाप के लिए कक्षा के सभी छात्र तीन समूह या दल बना लें। दलों के नाम A, B और C रख सकते हैं। आपको यह मालूम करना है कि किसी दिये गये स्थान पर पानी कितनी तेजी से मृदा में से नीचे चला जाता है। आपको एक खोखले बेलन अथवा पाइप की आवश्यकता होगी। यह सुनिश्चित कर लें कि प्रत्येक दल समान व्यास के पाइप का उपयोग करें। ऐसे पाइप प्राप्त करने के लिए दिये गये कुछ सुझावों पर विचार कर सकते है-

यदि सम्भव हो तो, एक आमाप के तीन छोटे टिन के डिब्बे लेकर उनकी तली को काट लें।
यदि पीवीसी पाइप (लगभग 5 सेमी व्यास का) उपलब्ध हो, तो इसके 20 सेमी लम्बे टुकड़े काट लें और उनका उपयोग करें।

जिस स्थान से आप मृदा एकत्रित करें, वहाँ पाइप को लगभग 2 सेमी की गहराई तक फँसा कर लगा दें। पाइप में धीमे-धीमे 200 mL जल डालिए। 200 mL जल को मापने के लिए आप किसी भी 200 mL की खाली बोतल का उपयोग कर सकते हैं। उस समय को नोट कर लें, जब आपने जल डालना आरंभ किया था। जब सारा जल भूमि द्वारा अवशोषित अर्थात् अंत:स्रावित हो जाये और पाइप खाली हो जाये, तो पुनः समय नोट कीजिए। यह ध्यान रखें कि पाइप में डालते समय पानी न तो छलके और न ही पाइप के बाहर गिरे। 200 mL जल के मृदा में अन्त:स्रावित होने में लगने वाले समय के आधार पर अन्त:स्रवण की दर की गणना निम्नलिखित सूत्र के द्वारा कीजिए-
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा -8
उदाहरण के लिए, मान लीजिए किसी नमूने में 200 मिली जल के अन्तःस्रवण में 20 min लगते हैं, तो
अतःस्रवण दर = \(\frac{200mL}{20(min)}\) = 10 mL/min
HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा -9
अपने द्वारा लिये गये मृदा के नमूनों में अन्त:स्रवण दर की गणना कीजिए। अपने निष्कर्षों की तुलना अन्य दलों के मृदा के नमूनों की अन्त:स्रवण दर से कीजिए। मृदा के नमूनों को अन्त:स्रवण दर के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित करिए।

HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 9 मृदा

मृदा Class 7 HBSE Notes in Hindi

→ मृदा (मिट्टी) सबसे महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधनों में से एक है। यह पौधों की जड़ों को दृढ़ता से थामे रखकर तथा उन्हें जल और पोषक तत्वों की आपूर्ति करके उनकी वृद्धि में सहायता करती है।
→ मृदा पृथ्वी पर जीवन के लिए महत्त्वपूर्ण है और अनेक जीवों का आवास है।
→ किसी स्थान की मृदा परिच्छेदिका वहाँ की विभिन्न परतों का परिच्छेद होती है। ये परतें संस्तर-स्थिति कहलाती हैं।
→ मृदा परिच्छेदिका में मुख्यतया चार परतें होती हैं

  • संस्तर स्थिति,
  • संस्तर स्थिति,
  • संस्तर स्थिति तथा आधार शैल।

→ मृदा विभिन्न प्रकार की होती है—मृण्मय, दुमटी, बलुई।
→ विभिन्न प्रकार की मृदा में जल की अंतःस्रवण दर भिन्न-भिन्न होती है। यह दर बलुई मृदा में सबसे अधिक और मृण्मय मृदा में सबसे कम होती है।
→ विभिन्न प्रकार की फसलों को उगाने के लिए विभिन्न प्रकार की मृदा उपयुक्त होती हैं। मृत्तिका (चिकनी मिट्टी) और दुमट मृदा गेहूँ, चना और धान को उगाने के लिए उपयुक्त है। कपास को बलुई दुमट मृदा में उगाया जाता है।
→ मृदा अपने में जल को रोके रखती है, जिसे मृदा आर्द्रता या मृदा नमी कहते हैं। मृदा की जल को रोके रखने की | क्षमता या जलधारण क्षमता विभिन्न फसलों के लिए महत्वपूर्ण है।
→ मृत्तिका (चिकनी मिट्टी) का उपयोग बर्तनों, खिलौनों और मूर्तियों को बनाने के लिए किया जाता है।
→ मृदा – भूमि की ऊपरी उपजाऊ परत मृदा या मिट्टी कहलाती है।
→ मृदा परिच्छेदिका – मृदा की खड़ी काट, जिसमें विभिन्न परतें दिखाई देती हैं।
→ संस्तर स्थिति – मृदा की परतें।
→ ह्यूमस – मृदा में उपस्थित सड़े-गले जैव पदार्थ ह्यूमस कहलाते हैं।
→ अपक्षय – पवन, जल और जलवायु की क्रिया से चट्टानों के टूटने पर मृदा का निर्माण होता है, यह प्रक्रम अपक्षय कहलाता है।
→ मृतिका या क्ले – चिकनी मिट्टी को मृतिका कहते
→ बलुई मृदा – जिस मृदा में बड़े कणों की मात्रा अधिक होती है, बलुई मृदा कहलाती है।
→ मृण्मय मृदा – जिस मृदा में बारीक कणों की मात्रा अधिक होती है, मृण्मय मृदा कहलाती है।
→ दुमटी मृदा – मृदा जिसमें बड़े तथा छोटे आकार के कण लगभग समान अनुपात में होते हैं।
→ अन्तःस्रवण – मृदा में जल का प्रवेश होना अन्तःस्रवण कहलाता है।
→ आद्रता – मृदा में उपस्थित जल। जल धारण-मृदा द्वारा जल को रोकने रखना।
→ मृदा अपरदन-उपजाऊ मिट्टी का विनाश होना।

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