Haryana State Board HBSE 8th Class Science Solutions Chapter 17 तारे एवं सौर परिवार Textbook Exercise Questions and Answers.
Haryana Board 8th Class Science Solutions Chapter 17 तारे एवं सौर परिवार
HBSE 8th Class Science तारे एवं सौर परिवार InText Questions and Answers
पहेली बुझो
(पृष्ठ संख्या – 216)
प्रश्न 1.
चन्द्रमा अपनी आकृति में प्रतिदिन परिवर्तन क्यों करता है ?
उत्तर:
चन्द्रमा अपने पर पड़ने वाले सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी की ओर परावर्तित कर देता है । इसीलिए हम चन्द्रमा के उसी भाग को देख पाते हैं जिस भाग से सूर्य का परावर्तित प्रकाश हम तक पहुंचता है ।
(पृष्ठ संख्या – 218)
प्रश्न 2.
मैंने सुना है कि हम पृथ्वी से चन्द्रमा के पीछे की ओर के भाग को कभी नहीं देखते । क्या यह सही है ?
उत्तर:
हाँ । यह सही है।
प्रश्न 3.
क्या हम चन्द्रमा पर कोई ध्वनि सुन सकते हैं?
उत्तर:
नहीं । ध्वनि संचरण के लिए किसी न किसी माध्यम की आवश्यकता होती है । चन्द्रमा पर कोई वायुमण्डल उपस्थित नहीं है, इसलिए चन्द्रमा पर कोई ध्वनि सुनाई नहीं देता है ।
(पृष्ट संख्या – 220)
प्रश्न 4.
मैं यह जानना चाहता हूँ कि हम दिन के समय तारों को क्यों नहीं देख पाते । वे हा रात में ही क्यों दिखाई देते हैं ?
उत्तर:
तारे दिन के समय भी आकाश में स्थित होते हैं, परन्तु सूर्य के तीव्र प्रकाश के कारण वे हमें दिखाई नहीं देते।
(पृष्ठ संख्या – 221)
प्रश्न 5.
मेरे बावाजी ने मुझे बताया था कि आकाश में एक ऐसा तारा है जो एक ही स्थान पर स्थिर विखाई देता है । यह कैसे सम्भव होता है ?
उत्तर:
एक ऐसा तारा ध्रुव तारा है जो पृथ्वी के अक्ष की दिशा में स्थित है। यह गति करता हुआ प्रतीत नहीं होता।
(पृष्ठ संख्या – 226)
प्रश्न 6.
सूर्य की परिक्रमा करते समय ग्रहों की टक्कर क्यों नहीं होती?
उत्तर:
ग्रह केवल अपनी कक्षा में ही गति करते हैं । इस कारण सूर्य की परिक्रमा करते समय ग्रहों की टक्कर नहीं होती।
(पृष्ठ संख्या – 226)
प्रश्न 7.
पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है । क्या इस कारण से पृथ्वी सूर्य का उपग्रह है
उत्तर:
सामान्यतः तारों (सूर्य) की परिक्रमा करने वाले पिण्ड को ग्रह कहते हैं । ग्रहों की परिक्रमा करने वाले पिण्डों को उपग्रह कहते हैं।
(पृष्ठ संख्या – 227)
प्रश्न 8.
क्या शुक्र पर सूर्योदय पश्चिम में तथा सूर्यास्त पूर्व में होता होगा ?
उत्तर:
शुक्र ग्रह अपने अक्ष पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूर्णन करता है । अत: वहाँ सूर्योदय पश्चिम में तथा सूर्यास्त पूर्व में होता है।
(पृष्ठ संख्या – 228)
प्रश्न 9.
यदि मेरी आयु 13 वर्ष है तो मैंने सूर्य की कितनी परिक्रमा कर ली है?
उत्तर:
पृथ्वी सूर्य की एक परिक्रमा एक वर्ष में करती है। इस प्रकार 13 वर्ष की आयु पर मैंने सूर्य की 13 परिक्रमा कर ली हैं।
HBSE 8th Class Science प्रकाश Textbook Questions and Answers
प्रश्न 1-3 में सही उत्तर का चयन कीजिए
प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से कौन सौर परिवार का सदस्य नहीं है ?
(क) क्षुदग्रह
(ख) उपग्रह
(ग) तारामण्डल
(घ) धूमकेतु ।
उत्तर:
(ग) तारामण्डल
प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से कौन सूर्य का ग्रह नहीं है?
(क) सीरियस
(ख) बुध
(ग) शनि
(घ) पृथ्वी ।
उत्तर:
(क) सीरियस
प्रश्न 3.
चन्द्रमा की कलाओं का घटने का कारण यह है कि
(क) हम चन्द्रमा का केवल वह भाग ही देख सकते हैं जो हमारी ओर प्रकाश को परावर्तित करता है।
(ख) हमारी चन्द्रमा से दूरी परिवर्तित होती रहती है ।
(ग) पृथ्वी की छाया चन्द्रमा के पृष्ठ के केवल कुछ भाग को ही हुँकती है।
(घ) चन्द्रमा के वायुमण्डल की मोटाई नियत नहीं है ।
उत्तर:
(क) हम चन्द्रमा का केवल वह भाग ही देख सकते हैं जो हमारी ओर प्रकाश को परावर्तित करता है।
प्रश्न 4.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
(क) सूर्य से सबसे अधिक दूरी वाला ग्रह …………… है।
(ख) वर्ण में रक्ताभ प्रतीत होने वाला ग्रह …………… है।
(ग) तारों के ऐसे समूह को जो कोई पैटर्न बनाता है …………… कहते हैं।
(घ) ग्रह की परिक्रमा करने वाले खगोलीय पिंड को …………… कहते हैं।
(ङ) शूटिंग स्टार वास्तव में …………… नहीं है।
(च) क्षुद्रग्रह …………… तथा …………… की कक्षाओं के बीच पाए जाते हैं।
उत्तर:
(क) नेप्च्यून
(ख) मंगल
(ग) तारामण्डल
(घ) उपग्रह
(ङ) तारे
(च) मंगल, बृहस्पति ।
प्रश्न 5.
निम्नलिखित कथनों पर सत्य (T) अथवा असत्य (F) अंकित कीजिए –
(क) ध्रुवतारा सौर परिवार का सदस्य है।
(ख) बुध सौर परिवार का सबसे छोटा ग्रह है ।
(ग) यूरेनस सौर परिवार का दूरतम ग्रह है।
(घ) INSAT एक कृत्रिम उपग्रह है।
(ङ) हमारे सौर परिवार में नौ ग्रह हैं।
(च) ‘ओरॉयन’ तारामण्डल केवल दूरदर्शक द्वारा देखा जा सकता है।
उत्तर:
(क) ध्रुवतारा सौर परिवार का सदस्य है। (F)
(ख) बुध सौर परिवार का सबसे छोटा ग्रह है । (T)
(ग) यूरेनस सौर परिवार का दूरतम ग्रह है। (T)
(घ) INSAT एक कृत्रिम उपग्रह है। (T)
(ङ) हमारे सौर परिवार में नौ ग्रह हैं। (F)
(च) ‘ओरॉयन’ तारामण्डल केवल दूरदर्शक द्वारा देखा जा सकता है। (F)
प्रश्न 6.
स्तम्भ ‘अ’ के शब्दों का स्तम्भ ‘ब’ के एक या अधिक पिंड या पिंडों के समूह से उपयुक्त मिलान कीजिए-
स्तम्भ ‘अ’ | स्तम्भ ‘ब’ |
(क) आंतरिक ग्रह | (a) शनि |
(ख) बाह्य ग्रह | (b) ध्रुवतारा |
(ग) तारा मण्डल | (c) सप्तऋषि |
(घ) पृथ्वी के उपग्रह | (d) चन्द्रमा |
(e) पृथ्वी | |
(f) ओरॉयन | |
(g) मंगल |
उत्तर:
स्तम्भ ‘अ’ | स्तम्भ ‘ब’ |
(क) आंतरिक ग्रह | (g) मंगल, (e) पृथ्वी |
(ख) बाह्य ग्रह | (a) शनि |
(ग) तारा मण्डल | (c) सप्तऋषि, (f) ओरॉयन |
(घ) पृथ्वी के उपग्रह | (d) चन्द्रमा |
प्रश्न 7.
यदि शुक्र सांध्य तारे के रूप में दिखाई दे रहा है तो आप इसे आकाश के किस भाग में पाएंगे?
उत्तर:
आकाश के पश्चिम भाग में पाएंगे।
प्रश्न 8.
सौर परिवार के सबसे बड़े ग्रह का नाम लिखिए।
उत्तर:
बृहस्पति ।
प्रश्न 9.
तारामण्डल क्या होता है ? किन्हीं दो तारामण्डलों के नाम लिखिए ।
उत्तर:
तारों के वे समूह जो पहचानने योग्य आकृति बनाते हैं, उन्हें तारामण्डल कहते हैं ।
प्रमुख तारामण्डलों के नाम निम्न हैं-
(क) लिओमेजर
(ख) ओरॉयन
(ग) सप्तऋषि (ग्रेट बीयर)
(घ) कैसियोपिया ।
प्रश्न 10.
सप्तर्षि तथा ओरॉयन तारामण्डल के प्रमुख तारों की आपेक्षिक स्थितियाँ दर्शाने के लिए आरेख खींचिए।
उत्तर:
प्रश्न 11.
ग्रहों के अतिरिक्त सौर परिवार के अन्य दो सदस्यों के नाम लिखिए।
उत्तर:
उल्का, धूमकेतु।
प्रश्न 12.
व्याख्या कीजिए कि सप्तऋषि की सहायता से ध्रुव तारे की स्थिति आप कैसे ज्ञात करेंगे ?
उत्तर:
आकाश में सप्तऋषि तारामण्डल एक निश्चित बिन्दु के चारों ओर घूर्णन करता प्रतीत होता है । यह बिन्दु एक तारा है जिसे ध्रुव तारा कहते हैं । यह तारा स्थिर प्रतीत होता है क्योंकि यह पृथ्वी के घूर्णन के कारण अन्य तारे, ध्रुव तारे के चारों ओर घूर्णन करते प्रतीत होते हैं। ऊपर दी गई व्यवस्था में सप्तऋर्षि रात्रि में प्रत्येक तीन व्यवस्था में नजर आता है किन्तु ध्रुव तारा एक निश्चित अवस्था में दिखाई देता है।
प्रश्न 13.
क्या आकाश में सारे तारे गति करते हैं? व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
नहीं, सारे तारे गति नहीं करते। उदाहरणस्वरूप ध्रुव तारा अन्य तारों के समान गति नहीं करता है।
प्रश्न 14.
तारों के बीच की दूरियों को प्रकाश वर्ष में क्यों व्यक्त करते हैं ? इस कथन से क्या तात्पर्य है कि कोई तारा पृथ्वी से आठ प्रकाश वर्ष दूर है?
उत्तर:
पृथ्वी तथा तारों के बीच की दूरियाँ मिलियन अथवा बिलियन किलोमीटर से भी अधिक हैं, इस कारण इनको किलोमीटर में लिखना मुश्किल है । इसलिए एक बड़े प्रकाश वर्ष मात्रक से तारों के बीच की दूरियों को व्यक्त करते हैं । प्रकाश द्वारा एक वर्ष में तय की गई दूरी प्रकाश वर्ष कहलाती है।
जब एक तारा 8 प्रकाश वर्ष दूर है तो इसका अर्थ यह है कि प्रकाश अपने वेग 3 × 10<sup>8</sup> m/s से 8 साल में पृथ्वी तक उस तारे से पहुँचेगा।
1 प्रकाश वर्ष = 9.46 × 1015 मीटर
8 प्रकाश वर्ष = 8 × 9.46 × 1015 मीटर
= 75.6 × 1015 मीटर
अर्थात् तारा पृथ्वी से 75.6 × 1016 मीटर की दूरी पर है।
प्रश्न 15.
बृहस्पति की त्रिज्या पृथ्वी की त्रिज्या की 11 गुनी है । बृहस्पति तथा पृथ्वी के आयतनों का अनुपात परिकलित कीजिए । बृहस्पति में कितनी पृथ्वियाँ समा सकती हैं ?
उत्तर:
माना कि पृथ्वी की त्रिज्या = r
प्रश्नानुसार बृहस्पति की त्रिज्या = 11r मीटर
पृथ्वी का आयतन : बृहस्पति का अनुपात
अत: बृहस्पति में लगभग 1300 पृथ्वियाँ समा सकती हैं।
प्रश्न 16.
बूझो ने सौर परिवार का निम्नलिखित आरेख खींचा । क्या यह आरेख सही है ? यदि नहीं तो इसे संशोधित कीजिए।
उत्तर:
HBSE 8th Class Science कुछ प्राकृतिक परिघटनाएँ Important Questions and Answers
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. निम्नलिखित में से आन्तरिक ग्रह है –
(अ) शक्र
(ब) शनि
(स) बृहस्पति
(द) यूरेनस ।
उत्तर:
(अ) शक्र
2. सूर्य से निकटतम ग्रह है
(अ) शुक्र
(ब) बुध
(स) शनि
(द) मंगल ।
उत्तर:
(ब) बुध
3. भारत का प्रथम कृत्रिम उपग्रह है
(अ) इन्सै ट – I
(ब) I.R.S. – I
(स) कल्पना – I
(द) आर्यभट्ट ।
उत्तर:
(द) आर्यभट्ट ।
4. सौर परिवार का सबसे बड़ा ग्रह है
(अ) शनि
(ब) बृहस्पति
(स) मंगल
(द) बुध ।
उत्तर:
(ब) बृहस्पति
रिक्त स्थान पूर्ति
(क) उस दिन को जब चन्द्रमा की पूर्ण चक्रिका दिखाई देती है ……………… कहते हैं।
(ख) पहचाने जाने योग्य आकृतियों वालें तारों के समूह को ……………… कहते हैं।
(ग) ………………. तारामण्डल की आकृति बड़ी कलछी या प्रश्न चिन्ह जैसी प्रतीत होती है।
(घ) सूर्य तथा इसकी परिक्रमा करने वाले खगोलीय पिण्डों से मिलकर ……………… बना है।
उत्तर:
(क) पूर्णिमा
(ख) तारामण्डल
(ग) ग्रेट बीयर
(घ) सौर परिवार।
सुमेलन
कॉलम – I | कॉलम – II |
1. सूर्य | (क) परिक्रमण पथ |
2. पृथ्वी | (ख) धूमकेतु |
3. कक्षा | (ग) तारा |
4. हेली | (घ) कृत्रिम उपग्रह |
5. आर्यभट्ट | (ङ) ग्रह |
उत्तर:
कॉलम – I | कॉलम – II |
1. सूर्य | (ग) तारा |
2. पृथ्वी | (ङ) ग्रह |
3. कक्षा | (क) परिक्रमण पथ |
4. हेली | (ख) धूमकेतु |
5. आर्यभट्ट | (घ) कृत्रिम उपग्रह |
सत्य / असत्य कथन
(क) रात्रि के आकाश में सबसे प्रदीप्त पिण्ड मंगल है।
(ख) पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा के कारण चन्द्रमा की कलाएँ बनती हैं।
(ग) सूर्य हमारे सौर मण्डल का सबसे बड़ा प्रदीप्त पिण्ड
(घ) बुध सौर मण्डल का सबसे छोटा तथा सूर्य का निकटतम ग्रह है।
उत्तर:
(क) असत्य
(ख) असत्य
(ग) सत्य
(घ) सत्य।
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
पृथ्वी से सूर्य की दूरी कितनी है ?
उत्तर:
किलोमीटर !
प्रश्न 2.
सूर्य के ग्रहों के नाम उनकी दूरी के अनुसार लिखिए।
उत्तर:
सौर परिवार के ग्रह : बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस, तथा नेप्च्यून ।
प्रश्न 3.
विभिन्न मौसमों में कौन-सा ग्रह रंग बदलता है?
उत्तर:
मंगल ग्रह ।
प्रश्न 4.
‘प्रकाश वर्ष’ क्या है?
उत्तर:
प्रकाश द्वारा एक वर्ष में तय की गई दूरी को प्रकाश वर्ष कहते हैं।
प्रश्न 5.
‘ग्रह’ की परिभाषा लिखिए ।
उत्तर:
वे ठोस आकाशीय पिण्ड जो सूर्य के चारों ओर अण्डाकार पथ में चक्कर लगाते हैं, ग्रह कहलाते हैं ।
प्रश्न 6.
किस कारण ध्रुव तारा विशिष्ट है?
उत्तर:
यह उत्तर दिशा को दर्शाता है तथा यह स्थिर रहता है, अन्य तारे इसके चारों ओर परिक्रमा लगाते नजर आते हैं।
प्रश्न 7.
हैले धूमकेतु कब देखा गया ?
उत्तर:
सन् 1986 में ।
प्रश्न 8.
पृथ्वी के सबसे निकटतम कौन-सा ग्रह है?
उत्तर:
मंगल ग्रह ।
प्रश्न 9.
सूर्य के सबसे निकटतम तथा दूरस्थ ग्रह कौन-सा
उत्तर:
निकटतम ग्रह बुध तथा दूरस्थ ग्रह नेप्च्यून है ।
प्रश्न 10.
कृत्रिम उपग्रहों के कोई दो उपयोग लिखिए ।
उत्तर:
कृत्रिम उपग्रहों के उपयोग – सुदूर संवेदन तथा अनुसंधान, संचार के लिए ।
प्रश्न 11.
चन्दमा, पृथ्वी की एक परिक्रमा पूर्ण करने में कितने घूर्णन पूर्ण करता है?
उत्तर:
चन्द्रमा पृथ्वी की एक परिक्रमा पूर्ण करने में एक घूर्णन पूर्ण करता है।
प्रश्न 12.
किसी बड़े कमरे के बीच में खड़े होकर घूर्णन कीजिए। कमरे में रखी वस्तुएँ किस दिशा में गति करती प्रतीत होती है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
हमारी गति की विपरीत दिशा में।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
क्या कारण है कि पृथ्वी सौरमण्डल का अनोखा ग्रह है?
उत्तर:
जीवन के लिये आवश्यक ऑक्सीजन और जल पृथ्वी में उपयुक्त मात्रा में उपलब्ध है। पृथ्वी का तापमान भी जीवन के लिए उचित है। इसके चारों तरफ ओजोन परतें हैं, ये परतें सजीवों को सूर्य की हानिकारक विकिरणों से बचाती हैं ! इसलिय पृथ्वी पर जीवन संभव है । इसी कारण पृथ्वी नारमाटान का अनोखा ग्रह है।
प्रश्न 2.
तारे तथा ग्रह में क्या अन्तर है?
उत्तर:
तारे तथा ग्रह में निम्नलिखित अन्तर हैंतारे –
(1) तारे असंख्य होते हैं ।
(2) तारे टिमटिमाते हैं ।
(3) तारों का आकार बड़ा होता है, किन्तु ये पृथ्वी से अधिक दूर होने के कारण छोटे दिखाई देते हैं ।
(4) तारों का अपना प्रकाश होता है।
ग्रह –
(1) मुख्य ग्रह केवल नौ हैं ।
(2) ग्रह टिमटिमाते नहीं हैं।
(3) ग्रह तारों की अपेक्षा काफी छोटे होते हैं।
(4) ग्रहों का अपना प्रकाश नहीं होता । ग्रह सूर्य के प्रकाश को परावर्तित करने के कारण चमकते हैं।
प्रश्न 3.
तारा और उल्का तारा में अंतर लिखिए –
उत्तर:
तारा तथा उल्का तारा में निम्नलिखित अन्तर हैं –
तारा –
(1) तारों का आकार बहुत बड़ा होता है ।
(2) तारा गर्म गैसों जैसे- हाइड्रोजन और हीलियम से बनता है ।
(3) यह नाभिकीय क्रियाओं के कारण प्रकाश उत्सर्जित करता है।
उल्का तारा –
(1) टूटता तारा आकार में धूलकण से भी छोटा हो सकता है ।
(2) टूटता तारा चट्टानों और धातु कणों से बनता है।
(3) यह वायुमंडल में घर्षण के कारण उत्पन्न ऊर्जा से दीप्त होता है।
प्रश्न 4.
प्राकृतिक उपग्रह तथा कृत्रिम उपग्रह के बीच अंतर लिखिए ।
उत्तर:
प्राकृतिक उपग्रह तथा कृत्रिम उपग्रह में अन्तर निम्न प्रकार हैंप्राकृतिक उपग्रह-
(1) इन उपग्रहों में अन्वेषण कार्य की कोई व्यवस्था नहीं होती ।
(2) ये उपग्रह, ग्रहों से निकले हुए पदार्थों से बनते हैं।
कृत्रिम उपग्रह –
(1) इन उपग्रहों में विभिन्न उद्देश्यों के लिए अन्वेषण कार्य किया जा सकता है ।
(2) इनका निर्माण मानव ने किया है।
प्रश्न 5.
तारामण्डल कैसियोपिया के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
उत्तरी आकाश में एक प्रमुख तारामण्डल कैसिसोपिया है, जो सर्दियों में रात्रि के प्रथम प्रहर में दिखाई देता है। यह अंग्रेजी के अक्षर अथवा M के बिगड़े रूप जैसा दिखाई देता है।
प्रश्न 6.
ध्रुव तारे को छोड़कर सभी तार पूर्व से पश्चिम की ओर चलते प्रतीत होते हैं। कारण दीजिए ।
उत्तर:
पृथ्वी अपनी अक्ष पर घूमती है इसके कारण आकाश में तारों की आभासी गति होती है । पृथ्वी अपनी अक्ष पर पश्चिम से पूर्व दिशा की ओर घूमती है जिसके कारण हमें आकाश के तारे उसकी विपरीत दिशा में (पूर्व से पश्चिम की ओर) चलते प्रतीत होते हैं। ध्रुव तारा हमें आकाश में स्थिर इस कारण दिखाई पड़ता है कि वह पृथ्वी के घूर्णन अक्ष के ठीक ऊपर होता है जो सदैव एक ही जगह पर रहती है और समय के साथ परिवर्तित नहीं होती।
प्रश्न 7.
धूमकेत के बारे में बताइए।
उत्तर:
धूमकेतु भी सौर परिवार का सदस्य है, ये अत्यन्त परवलीय कक्षाओं में सर्य की परिक्रमा करते हैं परन्त इनका सूर्य के परितः शक्रमः कान सामान्यतः काफी ज्यादा होता है । धूमकेतु चमकीले सिर व लम्बी पूंछ वाले होते हैं तथा पूँछ सदैव ही सूर्य से दूर की ओर होती है । बहुत से धूमकेतु ज्ञात हैं जो कि निश्चित समय अंतराल के उपरान्त दिखाई देते हैं । हैले धूमकेतु लगभग 76 वर्ष के अंतराल में दिखाई देता है, इसे सन् 1986 में पिछली बार देखा गया था ।
प्रश्न 8.
क्षुद्रग्रह क्या हैं ?
उत्तर:
मंगल एवं बृहस्पति की कक्षाओं के बीच बहुत बड़ा अन्तराल है, इस अन्तराल को बहुत सारे ऐसे छोटे-छोटे पिंडों ने घेर रखा है जो सूर्य की परिक्रमा करते हैं। इन्हें छुद्रग्रह कहते हैं। इन्हें केवल बड़े दूरदर्शकों द्वारा ही देखा जा सकता है।
प्रश्न 9.
ओरॉयन तारामण्डल के बारे में बताइए ।
उत्तर:
यह तारा मण्डल सर्दियों में मध्य रात्रि में देखा जा सकता है इसमें सात अथवा आठ चमकीले तारे होते हैं यह आकाश में सर्वाधिक भव्य तारामण्डलों में गिना जाता है। ओरॉयन को शिकारी भी कहते हैं । इसके तीन मध्य के तारे शिकारी की बेल्ट (पेटी) को निरूपित करते हैं। चार चमकीले तारे चतुर्भुज के रूप में दिखाई देते हैं।
प्रश्न 10.
आकाश के किस भाग में तथा वर्ष के किस समय में निम्नलिखित तारे तथा तारामण्डल विखाई देते हैं? सप्तऋषि, ध्रुव तारा ।
उत्तर:
(1) सप्तऋषि – सप्तऋषि तारामण्डल ग्रीष्मकाल में आकाश के उत्तरी भाग में दिखाई देता है। इस तारामण्डल को ‘बिग डिपर’, ग्रेट बीयर’ भी कहते हैं । इसमें सात सुस्पष्ट तारे होते हैं । यह बड़ी कलछी अथवा प्रश्नचिन की भाति प्रतीत होता है । इस कलछी की हत्थी में तीन कटोरी में चार तारे होते हैं।
(2) ध्रुव तारा – ध्रुव तारा सारे वर्ष ही दिखाई देता है और वह आकाश में पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव (Northpole) : के ठीक ऊपर होता है।
प्रश्न 11.
कृत्रिम उपग्रह क्या हैं? इनके क्या उपयोग है?
उत्तर:
कृत्रिम उपग्रह – ये मानव निर्मित उपग्रह होते हैं। इनका प्रमोचन पृथ्वी से किया जाता है । ये पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रह चन्द्रमा की तुलना में कहीं अधिक निकट रहकर पृथ्वी की परिक्रमा करते हैं। भारत ने बहुत से पग्रहों का निर्माण तथा प्रमोचन किया है। आर्यभट्ट भारत का प्रथम उपग्रह था । कुछ अन्य भारतीय उपग्रह इन्सैट (INSAT), IRS, कल्पना-1, EDUSAT आदि
उपयोग – कृत्रिम उपग्रहों का उपयोग मौसम की भविष्यवाणी, रेडियो तथा टेलीविजन संकेतों के प्रेषण में किया जाता है ! इनका उपयोग दूरसंचार तथा सुदूर संवेदन के लिए भी होता है।
प्रश्न 12.
मंगलयान पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने भारत का पहला मंगल कक्षित्र (ऑर्बिटर) मिशन-मंगलयान, 5 नवम्बर 2013 को प्रक्षेपित किया। यह 24 सितम्बर 2014 को मंगल की कक्षा में सफलतापूर्वक पहुँच गया।
इस प्रकार भारत अपने प्रथम प्रयास में ही इस कार्य को करने वाला विश्व का प्रथम देश बना।
प्रश्न 13.
पूर्णिमा एवं अमावस्या के दिन क्या हैं? चन्द्रमा की कलाएँ क्या होती हैं। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
जब चन्द्रमा की पूर्ण चक्रिका दिखाई देती है, उस दिन को पूर्णिमा कहते हैं। पूर्णिमा के पश्चात् प्रत्येक रात्रि को चन्द्रमा का चमकीला भाग घटता चला जाता है। पन्द्रहवें दिन चन्द्रमा नहीं दिखाई देता। यह दिन अमावस्या कहलाता है। अगले दिन चन्द्रमा का एक छोटा भाग आकाश में दिखाई देता है, इसे बालचन्द्र कहते हैं। इसके पश्चात् फिर प्रतिदिन चन्द्रमा बड़ा होता जाता है। पन्द्रहवें दिन एक बार फिर से हम चन्द्रमा का पूरा दृश्य देखते हैं। पूरे माह तक दिखने वाले चन्द्रमा के प्रदीप्त भाग की विभिन्न आकृतियों को चन्द्रमा की कलाएँ कहते हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
सीरियस क्या है? इनका प्रेक्षण कैसे करोगे?
उत्तर:
सीरियस : आकाश में उपस्थित अधिक चमकीला तारा सीरियस (लुब्धक) औरॉयन के निकट दिखाई देता है। सीरियस का प्रेक्षण : सीरियस को ढूंढने के लिए ओरॉयन के मध्य के तीन तारों से गुजरने वाली रेखा की कल्पना कीजिए तथा इसके अनुदिश पूर्व दिशा की ओर देखिए । इस रेखा के अनुदिश एक अत्यन्त चमकीला तारा स्पष्ट नजर आता है । यह सीरियस है।
प्रश्न 2.
उल्का को परिभाषित कीजिए । यह पृथ्वी के वायुमण्डल में प्रवेश करने पर क्यों जल जाती है ? यदि उल्का जले बगैर पृथ्वी पर गिर जाए तो क्या होगा । स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
उल्का : वे आकाशीय पिण्ड जिन्हें हम एक क्षण के लिए रात के समय आकाश में प्रकाश की एक चमकती हुई लकीर के रूप में देखते हैं।
जलने का कारण : ये वायुमंडल में प्रवेश करते समय घर्षण के कारण जल जाते हैं । यदि ये नहीं जलते हैं तो उल्का पिण्ड के रूप में पृथ्वी की सतह पर गिरते हैं तथा ज्वालामुखी व अन्य अधिक बड़े पैमाने के विनाश को उत्पन्न करते हैं।
प्रश्न 3.
सौर परिवार क्या है ? सूर्य एवं इसके सौर परिवार का वर्णन कीजिए ।
उत्तर:
सौर परिवार- सूर्य तथा इसकी परिक्रमा करने वाले खगोलीय पिंडों द्वारा मिलकर सौर परिवार बनता है । सूर्य के सौर परिवार में आठ ग्रह हैं। सूर्य से दूरी के अनुसार इनके क्रम इस प्रकार हैं – बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस तथा नेप्च्यून । इनके विवरण निम्नवत् हैं –
(1) बुध – यह सौर परिवार का बसे छोटा ग्रह है तथा यह सूर्य के बहुत निकट है । इसे सूर्योदय के तुरन्त पहले अथवा सूर्यास्त के तुरन्त पश्चात् क्षैतिज रेखा पर देखा जा सकता है । इसका कोई उपग्रह नहीं है।
(2) शुक्र – यह पृथ्वी का पड़ोसी ग्रह है । रात्रि में सबसे अधिक चमकीला है । कभी-कभी शुक्र ग्रह पूर्वी आकाश में सूर्योदय से पूर्व दिखाई देता है । कभी-कभी सूर्यास्त के तुरन्त बाद यह पश्चिमी आकाश में दिखाई देता है। इस कारण इसे प्रभात तारा (Morning star) अथवा सांध्य तारा भी कहते हैं ! यद्यपि यह तारा नहीं है।
(3) पृथ्वी – इस ग्रह पर जीवन का अस्तित्व है जिस पर हम रहते हैं । अन्तरिक्ष से देखने पर पृथ्वी के पृष्ठ पर जल तथा भूमि से प्रकाश के परावर्तित होने के कारण यह नीली-हरी प्रतीत होती है । पृथ्वी का प्राकृतिक उपग्रह चन्द्रमा है । पृथ्वी का घूर्णन अक्ष इसकी कक्षा के तल के लम्बवत् नहीं है । इसका अपने अक्ष पर झुकाव पृथ्वी पर ऋतु परिवर्तन के लिए उत्तरदायी है।
(4) मंगल – पृथ्वी की कक्षा के बाहर पहला ग्रह मंगल है, यह हल्का रक्ताभ प्रतीत होता है इसीलिए इस ग्रह को लाल ग्रह भी कहते हैं । मंगल के दो छोटे प्राकृतिक उपग्रह
(5) गृहस्पति – यह सौर परिवार का सबसे बड़ा ग्रह है । इसका द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का लगभग 318 गुना है। यह अपने अक्ष पर बहुत तेज गति से घूर्णन करता है। बृहस्पति के बहुत से उपग्रह हैं । बृहस्पति के चारों – ओर धुंधले वलय हैं परन्तु बहुत अधिक चमकीला होने के कारण इसे आसानी से देख सकते हैं।
(6) शनि – बृहस्पति के परे शनि ग्रह है जो रंग में पीला प्रतीत होता है । इसे हम दूरदर्शक द्वारा आसानी से देख सकते हैं । शनि के भी बहुत से प्राकृतिक उपग्रह है। इस ग्रह का घनत्व जल के घनत्व से भी कम है ।
(7) यूरेनस – इसे केवल बड़े दूरदर्शक द्वारा ही देखा जा सकता है । यह पूर्व से पश्चिम दिशा में घूर्णन करता है । इसकी घूर्णन अक्ष अत्यन्त झुकी हुई हैं । इसके परिणामस्वरूप यह कक्षीय गति करते समय अपने पृष्ठ पर लुढ़कता सा प्रतीत होता है ।
(8) नेब्यून – यह भी सौर परिवार का बाह्य ग्रह है। इसे केवल बई दूरदर्शक द्वारा ही देखा जा सकता है। नोट – सौर परिवार के प्रथम चार ग्रह – बुध, शुक्र, पृथ्वी तथा मंगल को आन्तरिक ग्रह तथा बृहस्पति, शनि, यूरेनस एवं नेप्च्यून को बाह्यग्रह कहते हैं।
तारे एवं सौर परिवार Class 8 HBSE Notes in Hindi
→ खगोलीय पिण्ड (Celestial objects) : आकाश में पाए जाने वाले पिण्ड जैसे – ग्रह, चन्द्रमा, तारे आदि खगोलीय पिण्ड कहलाते हैं।
→ उपग्रह (Satellite) : किसी ग्रह की परिक्रमा करने वाले पिण्ड को उपग्रह कहते हैं।
→ ग्रह (Planets) : वे ठोस आकाशीय पिण्ड जो सूर्य के चारों ओर अण्डाकार पथ में चक्कर लगाते रहते हैं। इनका अपना प्रकाश नहीं होता ।
→ क्षुद्रग्रह (Asterolds) : मंगल और बृहस्पति की कक्षाओं के अंतराल के बीच घूमने वाले छोटे-छोटे पिण्ड ।
→ धूमकेतु (Comets) : गैस तथा धूल से बना एक आकाशीय पिण्डु, जो प्रकाश के एक चमकीले गोले की तरह दिखाई पड़ता है । इसकी अत्यधिक लम्बी प्रकाशमय पूँछ होती है । लम्बी पूँछ होने के कारण इसे पुच्छल तारा भी कहते हैं।
→ उल्काएँ (Meteors) : यह छोटे-छोटे पिण्ड होते हैं जो कभी-कभी पृथ्वी के वायुमण्डल में प्रवेश कर जाते हैं। वह उल्का जो पृथ्वी के वायुमण्डल में प्रवेश करने पर पूर्णतया नहीं जलती तथा पृथ्वी की सतह पर पहुंच जाती है, उसे उल्का पिण्ड कहते हैं।
→ कृत्रिम उपग्रह (Artificial satellite) : मानव द्वारा पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया गया मशीनी उपग्रह।
→ प्रकाश वर्ष (Light year) : ग्रहों की दूरी नापने की एक इकाई।