Haryana State Board HBSE 12th Class English Solutions Flamingo Chapter 3 Deep Water Textbook Exercise Questions and Answers.
Haryana Board 12th Class English Solutions Flamingo Chapter 3 Deep Water
HBSE 12th Class English Deep Water Textbook Questions and Answers
Question 1.
How does Douglas make clear to the reader the sense of panic that gripped him as he almost drowned? Describe the details that have made the description vivid. (डगलस ने पाठकों को किस प्रकार अपने भय की वह भावना स्पष्ट की जिसने उसे उस समय जकड़ लिया जब वह लगभग डूब गया था ? उस विस्तार का वर्णन करो जो इसे स्पष्ट बनाता है।)
Or
Narrate briefly the writer’s emotions and fears when he was thrown into the pool ? What plans did he make to come to the surface ? (लेखक की भावनाओं और उसके भयों का वर्णन करो जब उसे पानी में फेंक दिया गया ? उसने सतह पर आने के लिए क्या योजनाएँ बनाई ?)
Answer:
Douglas was alone at the pool. He sat at the edge of the pool. He could not imagine what was going to happen to him. Suddenly a big boy came and threw him into the pool. He landed at the bottom of the pool in its deepest part. Douglas was greatly frightened. But still he had not lost his presence of mind. He was planned to touch the bottom of the pool with his feet and jump upwards. He thought that he then swim on the surface of the water towards the edge of the pool. But it took a long time going down. The nine feet appeared to be more than ninety. His feet touched the bottom.
As planned, he hit the bottom with his feet and started coming up. But he was coming up very slowly. He opened his eyes and saw nothing but water. He grew panicky. It appeared to him as if a great force was pulling him down. His leg seemed to be paralyzed. He made another jump upwards. But that made no difference. He thought that he was going to die. He called for help, but nothing happened. When he came to his senses, he was lying beside the pool, vomiting. Someone had saved him from drowning.
(डगलस ताल के पास अकेला था। वह ताल के किनारे पर बैठा था। वह इस बात की कल्पना नहीं कर सकता था कि उसके साथ क्या होने जा रहा था। अचानक ही एक बड़ा लड़का आया और उसे ताल में फेंक दिया। वह तालाब के सबसे गहरे सिरे में ताल के तल पर जा गिरा। डगलस बहुत अधिक डर गया था। लेकिन फिर भी उसने अपनी बुद्धि को नहीं खोया था। वह नीचे जा रहा था, उसने योजना बनाई कि जब वह अपने पैरों के साथ ताल के तल को स्पर्श करेगा तो वह ऊपर की ओर छलाँग लगाएगा। उसने सोचा कि वह पानी से बाहर आ जाएगा। तब वह पानी की सतह पर तैर कर ताल के सिरे तक आ जाएगा।
लेकिन नीचे जाने में काफी समय लगा। नौं फुट, नब्बे फुट से भी गहरे प्रतीत हो रहे थे। उसके पैरों ने तल को स्पर्श किया। योजना के अनुसार, उसने अपने पैरों के साथ तल पर प्रहार किया और ऊपर आना शुरू कर दिया। लेकिन वह बहुत धीरे-धीरे ऊपर आ रहा था। उसने अपनी आँखें खोली और उसे पानी के सिवाय और कुछ भी दिखाई नहीं दिया। वह भयभीत हो गया। उसे ऐसा लगा कि कोई बहुत बड़ी ताकत उसे नीचे की ओर खींच रही थी। उसकी टाँगें सुन्न हो गई थीं। उसने ऊपर की ओर एक और छलाँग लगाई। लेकिन उससे भी कोई फर्क नहीं पड़ा। उसने सोचा कि अब वह मर जाएगा। वह मदद के लिए चिल्लाया लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। जब उसे होश आया, तो वह ताल के पास में पड़ा हुआ उल्टियाँ कर रहा था। किसी ने उसे डूबने से बचा लिया था।)
Question 2.
How did Douglas overcome his fear of water? [H.B.S.E. 2017 (Set-A)] (डगलस ने पानी के प्रति अपने भय पर किस प्रकार काबू पाया ?)
Answer:
After that incident, a haunting fear remained in his heart. He never went back to the pool. He feared water and tried to avoid it. The fear of water remained with him as years rolled by. He tried his best to overcome this fear but it remained with him. Finally, one October, he got an instructor. With him he practiced for five days a week. The instructor taught him step by step how to swim. He taught him how to put his face under water and exhale. And then how to raise his nose and inhale. He repeated the exercises hundreds of time.
Still, he wondered whether he would be terrified when he would be alone in a pool. In order to overcome his fear, the author went to Lake Wentworth in New Hampshire. He dived off a dock at Triggs Island. He swam two miles across the lake to Stamp Act Island. Only once he felt some fear when he was in the middle of the lake. But soon he overcame that fear. Then he swam back. He shouted with joy. Thus finally, he was able to conquer his fear of water and swimming.
(उस दुर्घटना के पश्चात्, उसके मन में डर रहने लगा। वह फिर कभी ताल पर नहीं गया। वह पानी से डरता था और उससे दूर रहने का प्रयास करता था। जैसे-जैसे वर्ष बीतते गए उसके अंदर पानी का डर उसी प्रकार से बना रहा। उसने अपने डर के ऊपर काबू पाने का पूरा प्रयास किया लेकिन यह डर उसके अंदर बना ही रहा। अंततः एक अक्तूबर मास में उसे एक प्रशिक्षक मिला। उसके साथ उसने सप्ताह में पाँच दिन अभ्यास किया। प्रशिक्षक ने उसे क्रमवार सिखाया कि कैसे तैरा जाता है। उसने उसे बताया कि पानी के अन्दर मुँह से कैसे साँस छोड़ना है। और फिर कैसे अपनी नाक ऊपर करके साँस लेना है।
उसने इन अभ्यासों को सैंकड़ों बार दोहराया। फिर भी वह हैरान था कि जब कभी वह ताल में अकेला होगा तो उसे फिर भी डर लगेगा। अपने डर पर विजय हासिल करने के उद्देश्य से, लेखक न्यू हैम्पशायर में वेंटवर्थ झील पर गया। उसने एक डॉक से ट्रिग्स आइलैंड पर छलाँग लगा दी। वह झील में स्टैम्प एक्ट आइलैंड तक दो मील तक तैरता रहा। केवल एक बार उसे कुछ डर लगा। जब वह झील के मध्य में था। लेकिन शीघ्र ही उसने उस डर पर विजय हासिल कर ली। तब वह तैर कर वापस आया। वह खुशी से चिल्ला उठा। इस तरह अंततः वह पानी से भय और तैराकी पर विजय हासिल करने में सफल रहा।)
Question 3.
Why does Douglas as an adult recount a childhood experience of terror and his conquering of it? What larger meaning does he draw from this experience? (वयस्क होने पर डगलस अपने बचपन के भय के अनुभव और उस पर काबू पाने का वर्णन क्यों करता है ? वह इस अनुभव से क्या वृहत अर्थ निकालता है ?)
Answer:
In ‘Deep Water’, Douglas recounts a childhood experience of terror. He was almost drowned in a pool. Douglas also tells us about his determination to overcome his fear of water. When he was a boy, one day William Douglas went to a swimming pool. He sat at the edge of the pool. Suddenly a muscular boy came and threw him into the pool. Douglas was nearly drowned in the water. That incident created a fear of water in him.
That fear remained with him till he grew up. Then he decided to overcome that fear. He made determined efforts and learnt swimming. In the end, he was able to overcome his fear of water and swimming. This experience has a symbolic meaning. Douglas wants to convey the idea those persons can appreciate an experience who have gone through it. Secondly his experience tells us that with determination we can overcome our fears.
The fear of water was created in Douglas’ mind after a boyhood experience. One day a big boy threw him into a swimming pool. He was nearly drowned. That fear remained with him as he grew up. Finally he made up his mind to get rid of that fear. He got a swimming instructor. He taught Douglas how to swim. Still he was not fully free from fear. Then one day, he went to Lake Wentworth in New Hampshire.
He dived off a dock at Triggs Island. He swam two miles across the lake to Stamp Act Island. Only once he felt some fear when he was in the middle of the lake. But soon he overcame that fear. Then he swam back. He shouted with joy. Thus finally, he was able to conquer his fear of water and swimming.
(‘डीप वॉटर’ अध्याय में डगलस बचपन की अति आतंकित करने वाली बचपन की एक घटना याद करता है। वह एक ताल में लगभग डूब ही गया था। डगलस हमें पानी से लगने वाले डर पर विजय पाने के अपने दृढ़ निश्चय के बारे में बताता है। जब वह एक लड़का था, एक दिन विलियम डगलस एक तरणताल पर गया। वह ताल के किनारे पर बैठा था। अचानक ही एक हृष्ट-पुष्ट लड़का आया और उसने डगलस को पानी में फेंक दिया। डगलस पानी में लगभग डूब ही चुका था। इस घटना ने उसके अंदर भय पैदा कर दिया। यह भय उसके अंदर बड़ा होने तक भी बना रहा। तब उसने इस डर पर विजय हासिल करने का निर्णय लिया। उसने दृढ़-निश्चय भरे प्रयास किए और तैरना सीख लिया। अंत में, वह पानी और तैराकी से लगने वाले डर पर काबू पाने में सफल रहा।
इस अनुभव का एक सांकेतिक अर्थ है। डगलस इस विचार को प्रसारित करना चाहता है कि जो लोग किसी अनुभव से गुजरते हैं वे लोग ही उस अनुभव की प्रशंसा कर सकते हैं। दूसरी बात यह अनुभव हमें बताता है कि दृढ़-निश्चय के साथ हम अपने डर पर काबू पा सकते हैं। पानी से डर लगने की बात डगलस के मन में बचपन के एक अनुभव के बाद पैदा हुई थी। एक दिन एक बड़े लड़के ने उसको एक तरणताल में फेंक दिया। वह लगभग डूब ही चुका था। यह डर उसके अन्दर तब भी बना रहा जब वह बड़ा हो गया। आखिरकार उसने इस डर से छुटकारा पाने का निर्णय कर लिया। वह एक तैराकी प्रशिक्षक से मिला। उसने डगलस को तैरना सिखाया, लेकिन अभी भी वह पूरी तरह डर से मुक्त नहीं हुआ था। तब एक दिन वह न्यू हैम्पशायर में वेंटवर्थ लेक पर गया। वहाँ उसने एक डॉक से ट्रिग्स आइलैंड पर छलाँग लगा दी। वह स्टैम्प एक्ट आइलैंड तक दो मील तक झील में तैर कर गया। केवल एक बार उसे डर लगा जब वह झील के मध्य में था। लेकिन शीघ्र ही उसने उस डर पर काबू पा लिया। तब वह तैर कर वापस आया। वह खुशी से चिल्ला उठा। अंततः वह पानी और तैराकी से डर पर काबू पाने में सफल रहा।)
Think As You Read
Question 1.
What is the “misadventure” that William Douglas speaks about? (विलियम डगलस किस “दुर्घटना” का वर्णन करता है ?) [H.B.S.E. 2017 (Set-C)]
Answer:
When he was a boy, William Douglas went to the YMCA swimming pool. He was alone there. Just then a big boy came there. He was physically stronger than the author. He picked up the author and threw him into the deep end of the pool. William Douglas went at once to the bottom of the pool. He feared that he would be drowned. However, some people saved him. This is the misadventure, he speaks about.
(जब विलियम डगलस एक बालक था, तो वह YMCA के तरणताल गया। वह वहाँ अकेला था। तभी वहाँ एक बहुत बड़ा लड़का आया। वह लेखक की तुलना में शारीरिक रूप से अधिक शक्तिशाली था। उसने लेखक को ऊपर उठाया और ताल के गहरे वाले सिरे में फेंक दिया। विलियम डगलस एकदम से ताल के गहरे तल में चला गया। वह भयभीत था कि वह डूब जाएगा। हालाँकि कुछ लोगों ने उसे बचा लिया। यह वही दुर्घटना है, जिसके बारे में वह बात कर रहा है।)
Question 2.
What were the series of emotions and fears that Douglas experienced when he was thrown into the pool? What plans did he make to come to the surface?
(जब डगलस को ताल में फेंक दिया गया तो उसने किन भावनाओं एवं भय का अनुभव किया ? उसने सतह पर आने के लिए क्या योजनाएँ बनाईं ?)
Answer:
A big boy threw Douglas into the pool. He landed in a sitting position at the bottom. He was frightened. But he did not lose heart. He planned that as soon as his feet touched the bottom, he would make a big jump upwards. It would bring him to the surface. He would float on the surface and then would paddle to the edge of the pool.
(एक बड़े लड़के ने डगलस को ताल में फेंक दिया। वह तल पर बैठने की स्थिति में पहुँच गया। वह डरा हुआ था। लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। उसने योजना बना ली थी कि जैसे ही उसके पाँव तल को छूएँगे, तो वह ऊपर की ओर एक बड़ी छलाँग लगाएगा। इससे वह सतह पर आ जाएगा। वह सतह के ऊपर तैर जाएगा और वहाँ से तैरते हुए वह ताल के किनारे तक पहुंच जाएगा।)
Question 3.
How did this experience affect him? [H.B.S.E. March, 2018 (Set-A)] (इस अनुभव ने उसे किस प्रकार प्रभावित किया ?)
Or
Mention any two long term consequences of the drowing incident on Douglas. (डगलस पर डूबने की घटना के किसी भी दो दीर्घावधिक परिणामों का उल्लेख करें।) [H.B.S.E. 2019 (Set-D)]
Answer:
Douglas was nearly drowned in the swimming pool. This experience greatly affected him. He was afraid of water. He never went back to the pool. He tried to avoid it whenever he could. Whenever he tried to swim, the memory of that painful experience came back to him. His fear would return. Then he started trembling and his legs were paralyzed.
(डगलस तरणताल में लगभग डूब ही चुका था। उसके इस अनुभव ने उसको बुरी तरह प्रभावित किया। उसे पानी से डर लगने लगा। वह फिर कभी ताल पर नहीं गया। जब भी कभी मौका होता था तो वह वहाँ जाने से बचता था। जब कभी वह तैरने का प्रयास करता था तो उस भयानक अनुभव की यादें उसे ताजा हो जाती थीं। उसका डर लौट आता था। तब वह काँपने लग जाता था और जैसे उसकी टाँगें तो सुन्न हो जाती थीं।)
Question 4.
Why was Douglas determined to get over his fear of water? [H.B.S.E. 2017, 2018 (Set-B)] (डगलस पानी के प्रति अपने भय पर काबू पाने के लिए दृढ़ संकल्प क्यों था ?)
Answer:
In his boyhood, Douglas was nearly drowned in a pool. That incident created in him a fear of water. This fear stayed with him as the years rolled by. That fear ruined his joy of boating, fishing and swimming. So he was determined to get rid of this fear of water.
(बचपन में, डगलस एक ताल में लगभग डूब ही गया था। उस घटना ने उसके मन में पानी के प्रति एक भय पैदा कर दिया था। जैसे-जैसे साल बीतते गए उसका डर उसके साथ बना रहा। उस डर ने उसके नौका चालन करने, मछली पकड़ने और तैरने का मजा लेने को समाप्त कर दिया था। इसलिए उसने पानी के डर से मुक्ति पाने का पक्का निश्चय कर लिया था।)
Question 5.
How did the instructor “build a swimmer” out of Douglas? (प्रशिक्षक ने डगलस को किस प्रकार तैराक बना दिया ?) Or What special method did the instructor use to teach the writer (Douglas) to swim? (प्रशिक्षक ने लेखक (डगलस) को तैराकी सिखाने के लिए कौन-सा तरीका अपनाया?) [H.B.S.E. 2020 (Set-B)]
Answer:
Douglas got an instructor to teach him how to swim. The instructor put a belt around him. A rope was attached to this belt. It went through a pulley that ran on an overhead cable. Thus Douglas was able to go back and forth across the pool. He was taught to put his face under water and exhale and to raise his nose and exhale. Gradually Douglas shed his fear of water. In this way the instructor built a swimmer out of Douglas.
(डगलस को तैराकी सिखाने वाला एक प्रशिक्षक मिला। प्रशिक्षक ने उसके चारों ओर एक बेल्ट बाँध दी। उसकी बेल्ट से एक रस्सी बंधी हुई थी। यह एक पुली से होकर ऊपर बंधी केबल तक जाती थी। इस तरह से डगलस ताल में अंदर-बाहर जाता रहा और पुल को पार करने लायक हो गया। उसे पानी के अन्दर मुँह डालकर साँस छोड़ना और नाक ऊपर उठाकर साँस लेना सिखाया गया। धीरे-धीरे डगलस का पानी के प्रति भय समाप्त हो गया। इस तरह से प्रशिक्षण ने डगलस को एक तैराक के रूप में तैयार कर दिया।)
Question 6.
How did Douglas make sure that he conquered his old terror? (डगलस ने यह किस प्रकार सुनिश्चित किया कि उसने अपने पुराने भय पर काबू पा लिया है?) Or Why did Douglas go to Lake Wentworth in New Hampshire?[H.B.S.E.2019 (Set-A), 2020 (Set-D)] (डगलस न्यू हैम्पशायर में लेक वेटवर्थ पर क्यों गया?)
Answer:
Douglas learnt how to swim. But whenever he was alone in the pool, the memories of the old terror were revived. He was still not fully confident. He wanted to make sure that he was free from fear. For this purpose, he went to Lake Wentworth. There he dived off a dock at Triggs Island. He swam for two miles. In this way he conquered his fear of water.
(डगलस ने तैरना सीख लिया। लेकिन जब कभी वह ताल में अकेला होता था, तो पुराने वाले भय की यादें ताजा हो जाती थीं। वह अभी भी पूरी तरह से विश्वास से भरा हुआ नहीं था। वह इस बात का यकीन करना चाहता था कि वह भय से मुक्त था। इस लक्ष्य को लेकर वह वेंटवर्थ झील पर गया। वहाँ उसने ट्रिग्स आइलैंड पर डॉक से छलाँग लगा दी। वह दो मील तक तैरता रहा। इस तरह से उसने अपने भय पर विजय हासिल कर ली।)
Talking About The Text
Question 1.
“All we have to fear is fear itself.” Have you ever had a fear that you have now overcome? Share your experience with your partner. (“हमें जिससे डरना है वह केवल डर है।” क्या आपको कभी कोई भय हुआ है, जिस पर आपने काबू पा लिया है ? अपने अनुभव को अपने मित्र के साथ बांटिए।)
Answer:
Roosevelt rightly said, “All we have to fear is fear itself.” These words have a deeper meaning. Often some fears remain with us for a long time. But if we take courage and face them, we find that most of our fears are baseless. As a child, I was afraid of darkness and ghosts. I had often heard the stories that there are ghosts in the darkness. As a result, I could not sleep in the darkness. My parents tried their best to remove that fear. As the years passed, I was able to sleep in the dark in the presence of others. But I could never sleep alone in a dark room.
One day, my parents had to go to Delhi because of the death of some relative. I could not go as my exams were to start the next day. They told me that they would come the next day and I would have to remain alone. As the night came, my fear of the dark returned. I slept in my room with the lights on. But at about midnight, the lights went off and I woke up. I started trembling with fear. I looked out of the window.
There was a tree in our courtyard. I saw something white on it. I thought that it was a ghost. I tried to cry, but could not. I kept trembling for the whole night. As the day dawned, I looked out of the window again. There was a white shirt on the tree. It had been flown into the tree by the wind. I laughed at my folly. After that I was determined to overcome that fear. I started sleeping with lights off. At first, I felt fear. But with the passage of time, I was able to overcome that fear.
(रूजवेल्ट ने ठीक कहा था, “हमें जिससे डरना है वह केवल डर है।” इन शब्दों का एक बहुत गहरा अर्थ है। प्रायः कुछ डर एक लंबे समय तक हमारे अंदर बने रहते हैं। लेकिन यदि हम हिम्मत दिखाते हैं और उनका सामना करते हैं, तो हम पाते हैं कि हमारे अधिकतर डर आधारहीन होते हैं। जब मैं बच्चा था, तो मुझे भी अंधेरे और भूतों से डर लगता था। मैने हमेशा ऐसी कहानियाँ सुनी थीं कि अंधेरे में भूत होते हैं। फलस्वरूप, मैं अंधेरे में नहीं सो सकता था।
मेरे माता-पिता ने इस डर को दूर करने का पूरा प्रयास किया। जैसे-जैसे साल बीतते गए, तो मैं दूसरे लोगों के साथ में अंधेरे में सोने लग गया था। लेकिन मैं कभी भी अकेला अंधेरे कमरे में नहीं सो सकता था। एक दिन किसी रिश्तेदार की मृत्यु हो जाने की वजह से मेरे माता-पिता को दिल्ली जाना पड़ा।
लेकिन मैं नहीं जा सकता था क्योंकि अगले दिन मेरी परीक्षा शुरू होनी थी। उन्होंने मुझे बताया कि वे अगले दिन आएँगे और मुझे अकेले रहना होगा। जैसे ही रात हुई, तो अंधेरे से लगने वाला डर मुझ में लौट आया। मैं अपने कमरे में लाइट जगाकर सो गया। परन्तु लगभग आधी रात को लाइट चली गई और मैं उठ गया। मैं डर के मारे काँपने लगा। मैंने खिड़की में से बाहर देखा। हमारे आँगन में एक पेड़ था। मैंने उस पेड़ पर कोई सफेद-सी चीज देखी। मैंने सोचा कि वह भूत था।
मैंने चीखने का प्रयास किया, लेकिन चीख नहीं पाया। मैं सारी रात काँपता रहा। जब दिन निकला, मैंने फिर से खिड़की के बाहर देखा। पेड़ के ऊपर एक सफेद कमीज थी। वह हवा के साथ उड़कर पेड़ में आ अटकी थी। मैं अपनी मूर्खता पर हँसा। उसके बाद से मैंने उस डर पर काबू पाने का दृढ़-निश्चय कर लिया। मैंने लाइटें बंद करके सोना शुरू कर दिया। पहले तो मुझे डर लगता था। लेकिन समय के साथ-साथ, मैं उस डर पर काबू पाने में सफल रहा।)
Question 2.
Find and narrate other stories about conquest of fear and what people have said about courage. For example, you can recall Nelson Mandela’s struggle for freedom, his perseverance to achieve his mission, to liberate the oppressed and the oppressor as depicted in his autobiography. The story We’re Not Afraid To Die, which you have read in Class XI, is an apt example of how courage and optimism that helped a family survive under the direst stress.
(भय पर काबू पाने के बारे में और लोग साहस के बारे में क्या कहते हैं, के बारे में अन्य कहानियाँ ढूंढिए और वर्णन कीजिए। उदाहरण के तौर पर आप नेल्सन मंडेला के आजादी के बारे में संघर्ष, अपने लक्ष्य को पाने के बारे में उसके धैर्य, दलित लोगों को आजाद करवाना आदि जैसा कि उसकी आत्मकथा में लिखा है, का वर्णन कर सकते हैं। कहानी ‘हम मरने से नहीं डरते’ जो तुमने कक्षा 11 में पढ़ी है इस बात का सही उदाहरण है कि किस प्रकार साहस एवं आशा ने एक परिवार को खतरे का सामना करने की हिम्मत दी।)
Answer:
It is said that fortune favours the brave. History is full of stories of human courage and conquest of fear. Brave people as Mahatma Gandhi and Nelson Mandela are two examples of conquest of fear. They both fought against the British for freedom of their countries. Gandhi told the peasants and the common people of India not to fear the British. Fear is the main culprit, he told the people. Himself was fearless. Many a time, he was thrown into the jail. But he never lost courage. In the end, his efforts brought fruit and the British left India.
In the same way, Nelson Mandela fought for the freedom of his country. He was put into jail for demanding freedom for the black people of his country. But he did not lose courage. His courage affected others. The blacks of South Africa became united and rose against the white rulers. Mandela spent all his youth in prison. In the end, he was freed. It was because of his courage and fearlessness that the blacks of South Africa got their rights. In this way, the stories of great men remind us that we should not be afraid. We must shed our fear if we want to forge ahead in life.
(ऐसा कहा जाता है कि भाग्य बहादुरों का साथ देता है। इतिहास मानव के शौर्य और डर पर विजयों की कहानियों से भरा पड़ा है। महात्मा गाँधी और नेल्सन मंडेला डर पर विजय पाने वाले बहादुर लोगों के दो उदाहरण हैं। वे अपने देशों की स्वतंत्रता के लिए अंग्रेजों के साथ लड़े। गाँधी ने किसानों और भारत के जन साधारण से कहा कि वे अंग्रेजों से न डरें। उन्होंने लोगों को बताया कि मुख्य अपराधी डर है। वह स्वयं भी निडर था। उसको कई बार जेल में डाला गया। लेकिन उसने कभी भी हिम्मत नहीं हारी। अंत में, उनके प्रयास सफल रहे और अंग्रेज भारत को छोड़कर चले गए।
इसी तरह से, नेल्सन मंडेला भी अपने देश की स्वतंत्रता के लिए लड़े। अपने देश के काले लोगों की स्वतंत्रता की माँग करने के कारण उन्हें जेल में डाल दिया गया। लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। उसके साहस ने दूसरों को प्रभावित किया। दक्षिण अफ्रीका के अश्वेत लोग संगठित हो गए और श्वेत शासकों के खिलाफ उठ खड़े हुए। मंडेला ने अपनी सारी जवानी जेल में बिता दी। अंत में, उसे स्वतंत्र कर दिया गया। यह सिर्फ उसके साहस और निडरता की वजह से हुआ कि दक्षिण अफ्रीका के अश्वत लोगों को उनके अधिकार मिल सकें। इस तरह से महान् लोगों की कहानियाँ हमें याद दिलाती हैं कि हमें डरना नहीं चाहिए। हमें अपने डर को दूर भगा देना चाहिए यदि हम जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं।)
Thinking About Language
Question 1.
If someone else had narrated Douglas’s experience, how would it have different from this account? Write out a sample paragraph or paragraphs from this text from the point of view of a third person or observer, to find out which style of narration would you consider to be more effective? Why? (अगर डगलस के अनुभव का वर्णन कोई अन्य व्यक्ति करता तो वह उसके स्वयं के वर्णन से कैसे अलग होता ? तीसरे व्यक्ति या पर्यवेक्षक के दृष्टिकोण से एक या अधिक गद्यांश लिखो ताकि पता लगे कि आप किस वर्णन को अधिक प्रभावशाली 9 ? R ?)
Answer:
If someone else had narrated Douglas’s experience, it would have been in the third person narrative. The first-person narrative is the best form for expressing one’s experiences. Sample Paragraph Douglas was alone at the pool. He sat at the edge of the pool. He could not imagine what was going to happen to him. Suddenly a big boy came and threw him into the pool. He landed at the bottom of the pool in its deepest part. Douglas was greatly frightened.
But still, he had not lost his presence of mind. As he was going down, he planned to touch the bottom of the pool with his feet and jump upwards. But it took a long time going down. The nine feet appeared to be more than ninety. His feet touched the bottom. As planned, he hit the bottom with his feet and started coming up. But he was coming up very slowly. He opened his eyes and saw nothing but water. He grew panicky.
He called for help, but nothing happened. When he came to his senses, he was lying beside the pool, vomiting. Someone had saved him from drowning. That fear remained with him as he grew up. Finally, he made up his mind to get rid of that fear. He got a swimming instructor. He taught Douglas how to swim. Still, he was not fully free from fear. Then one day, he went to Lake Wentworth in New Hampshire.
He dived off a dock at Triggs Island. He swam two miles across the lake to Stamp Act Island. Only once he felt some fear when he was in the middle of the lake. But soon he overcame that fear. Then he swam back. He shouted with joy. Thus finally, he was able to conquer his fear of water and swimming.
Writing
Question 1.
Doing well in any activity, for example, a sport, music, dance or painting, riding a motorcycle or a car, involves a great deal of struggle. Most of us are very nervous to begin with until gradually we overcome our fears and perform well. Write an essay of about five paragraphs recounting such an experience. Try to recollect minute details of what caused the fear, your feelings, the encouragement you got from others or the criticism. You could begin with the last sentence of the essay you have just read: “At last, I felt released-free to walk the trails and climb the peaks and to brush aside fear.”
(किसी भी काम में विलक्षणता दिखाना, उदाहरणतया, खेल, संगीत, नाच या चित्रकला, मोटरसाइकिल या कार चलाना, में बहुत संघर्ष की जरूरत पड़ती है। हममें से अधिकतर आरम्भ में बहुत घबराते हैं मगर धीरे-धीरे हम अपने भय पर काबू पा लेते हैं और सही काम करते हैं। लगभग पाँच गद्यांशों का निबन्ध लिखिए जिसमें ऐसे अनुभव का वर्णन करो। प्रयत्न करो कि उन बातों का गहन वर्णन हो जिनसे आपको भय हुआ, तुम्हारी भावनाएँ, तुम्हें अन्य लोगों से जो प्रोत्साहन या आलोचना मिली। आप इस पाठ के अन्तिम वाक्य से आरम्भ कर सकते हो जो आपने अभी-अभी पढ़ा है।)
Answer:
“At last I felt released-free to walk the trails and climb into peaks and to brush aside fear.” This statement of Douglas fits my experience. When I was in tenth class, I wanted to learn how to drive a scooter. I told my elder brother to teach me scooter driving. He agreed. One Sunday, he took me to the grounds outside the city. He gave me preliminary verbal lessons about the various functions of the scooter.
Then I sat on the seat and he sat behind me. I placed my hands on the handlebars. I drove scooter three or four days with my brother behind me. Then it was time for me to go solo. With a trembling heart, I kicked, started the scooter, and sat on it. My brother encouraged me. I started driving. My heart was trembling with fear, but I drove on. Soon I was at the end of the ground. Then instead of turning back, I went on as I could neither turn back nor apply brakes. I came on the road and suddenly a car came from left. I tried my best, but I was paralyzed. Luckily the car driver slowed down but it collided against my scooter and I was injured. I remained on bed for one week.
Now the fear of driving entered my mind. I gave up the idea of learning how to drive the scooter. But my friends laughed at me and called me a coward. At last I decided that I would have to come out of that fear. I knew the technique. I had only to fight my fear. I started the scooter and immediately came on the road. With great courage I kept driving and avoiding the other vehicles. After about one hour, my fear was gone. I could now drive with confidence.
Question 2.
Write a short letter to someone you know about your having learnt something new. (अपने किसी परिचित को संक्षिप्त पत्र लिखो जिसमें किसी नई चीज़ को सीखने पर अपनी भावनाएँ बताओ।)
Answer:
275 Gandhi Nagar
Pathankot
September 21, ….
My Dear Rishi.
You will be glad to know I have learnt something new. It is paper pulp modeling. For this purpose, I collected small bits of rough paper. I put them down in an earthen pot and covered it them with water. After a few days, the paper pieces became soft. I took them out and beat them into a pulp. Then I added some Multani clay and added more water. Now I kneaded it like dough. It became a fine pulp.
Then I took an earthen vase. I covered it all around with a fine layer of the pulp prepared by me. After it had dried, I cut it out with a knife. I joined the cut edges with fevicol. Then I made it smooth with sandpaper. hite paint on it. Then I painted a picture on it. It became a fine piece of art. Everyone praised my effort. Since then I have made three more such pieces. I will show you my creations when we meet next.
Yours sincerely,
Abhishek Shrivastava
Things To Do
Question 1.
Are there any water sports in India? Find out about the areas or places which are known for water sports. (क्या भारत में पानी के खेल हैं ? ऐसे स्थानों का पता लगाओ जहाँ पर ऐसे खेल होते हैं।)
Answer:
For self-attempt with the help of the teacher.
HBSE 12th Class English Deep Water Important Questions and Answers
Short Answer Type Questions
Answer the following questions in about 20-25 words :
Question 1.
What did the author’s mother tell him about the Yakima river? (लेखक की माता ने उसे याकीमा नदी के बारे में क्या बताया ?)
Answer:
When he was ten or eleven years old, the author decided to learn how to swim. He could learn swimming in the Yakima River. But his mother forbade him to do so. She told him that the Yakima River was treacherous. She reminded him about the details of each drowning in the river.
(जब लेखक दस या ग्यारह वर्ष का था तो उसने तैराकी सीखने का निर्णय लिया। वह याकीमा नदी में तैराकी सीख सकता था। लेकिन उसकी माँ ने उसे ऐसा करने से मना कर दिया। उसने उसे बताया कि याकीमा नदी खतरनाक है। उसने उसको नदी में डूबने की घटनाओं के बारे में विस्तार से बताया।)
Question 2.
Why did Douglas think that the YMCA pool was safe? [H.B.S.E. 2017 (Set-D)] (डगलस ने ऐसा क्यों सोचा कि YMCA पूल सुरक्षित है ?) Or
When did the writer join the YMCA pool and why? [H.B.S.E. 2020 (Set-A)] (लेखक YMCA ताल से कब और क्यों जुड़ा?)
Answer:
Douglas wanted to learn how to swim. He decided to learn swimming in the YMCA pool. He felt that it was a safe pool. This pool was only two or three feet deep at the shallow end. It was nine feet deep at the other end. But the drop was gradual.
(डगलस तैराकी सीखना चाहता था। उसने YMCA के ताल में तैराकी सीखने का निर्णय लिया। उसने महसूस किया कि वह एक सुरक्षित ताल था। यह ताल उथले सिरों की ओर केवल दो या तीन फुट गहरा था। दूसरे सिरे की ओर यह नौ फुट गहरा था। लेकिन ताल की गहराई धीरे-धीरे बढ़ती थी।)
Question 3.
What misadventure took place when Douglas was ten or eleven years old? (जब डगलस दस या ग्यारह साल का था तो क्या दुर्घटना हुई ?)
Answer:
One day, Douglas went to the Y.M.C.A. swimming pool. He was alone at the pool. He sat at the edge of the pool. Suddenly, a big boy came. He picked up Douglas and threw him into the pool. Douglas landed at the deepest part of the pool. He was nearly drowned in the pool. That incident created a fear of water in him. It took him many years to get rid of that fear.
(एक दिन डगलस YMCA के तरणताल पर गया। वह ताल पर अकेला था। वह ताल के तट पर बैठा था। अचानक ही एक बड़ा लड़का आया। उसने डगलस को ऊपर उठाया और उसको ताल के अन्दर फेंक दिया। डगलस ताल के सबसे अधिक गहरे भाग में गिरा। वह ताल में लगभग डूब ही चुका था। इस घटना ने उसके मन में पानी से भय पैदा कर दिया। इस भय पर काबू पाने में उसे कई साल लग गए।)
Question 4.
When and why did Douglas develop an aversion for water when he was in it? (पानी में होने पर डगलस को कब और क्यों पानी से नफरत हो गई ?)
Answer:
When Douglas was three or four years old, his father took him to the beach in California. They stood together in the surf. Suddenly the waves came and swept over him. He was knocked down. He was frightened. Then Douglas developed aversion for water when he was in it.
(जब डगलस तीन या चार साल का था तो उसका पिता उसे कैलिफोर्निया के समुद्री तट पर ले गया। वे पानी की लहरों से उठने वाली झाग में इकट्ठे खड़े थे। अचानक ही लहरें आई और उसे बहा दिया। लहरों के प्रहार से वह नीचे गिर गया। वह डर गया। इस तरह से डगलस जब भी पानी के अंदर होता था तो उसके मन में पानी के प्रति नफरत पैदा हो गई।)
Question 5.
What did Douglas do when once he went to the swimming pool when no one was there? (जब डगलस स्विमिंग पूल में गया तब वहाँ कोई नहीं था तो उसने क्या किया ?)
Answer:
One day, Douglas went to the Y.M.C.A swimming pool. He found that there was no one there. The water was still and the tiled floor of the swimming pool was clean. He was alone to go into the water alone. So he sat on the side of the pool and waited for others.
(एक दिन डगलस YMCA के तरणताल पर गया। उसने देखा कि वहाँ पर कोई भी नहीं था। पानी शांत था और ताल का पक्का फर्श बिल्कुल साफ था। वह पानी के अन्दर जाने के लिए बिल्कुल अकेला था। इसलिए वह ताल के किनारे बैठकर किसी अन्य के आने का इन्तजार करने लगा।)
Question 6.
What did Douglas plan to do when the big boy threw him into the pool? (जब बड़े लड़के ने उसे पूल में फेंक दिया तो डगलस ने क्या योजना बनाई ?)
Answer:
A big boy threw Douglas into the pool. He was frightened. But he did not lose his presence of mind. He planned that when his feet hit the bottom of the pool, he would make a big jump upwards and come to the surface. Then he would lie flat on the surface for some time. After that he would paddle to the edge of the pool.
(एक बड़े लड़के ने डगलस को ताल के अन्दर फेंक दिया। वह डर गया। लेकिन उसने अपनी बुद्धि को नहीं खोया। उसने योजना बनाई कि जैसे ही उसके पाँव ताल को स्पर्श करेंगे तो वह ऊपर की ओर छलाँग लगाएगा और पानी की सतह पर आ जाएगा। तब वह कुछ समय तक पानी की सतह पर चपटा पड़ा रहेगा। उसके बाद वह तैरते हुए ताल के तट तक आ जाएगा।)
Question 7.
How did Douglas feel when he went down in the water and there was water all around him? (जब डगलस पानी के नीचे गया और उसके चारों तरफ पानी था तो उसने क्या महसूस किया ?)
Answer:
When he was in the water, he opened his eyes. He saw water all around him. He was not coming up quickly. He was seized with terror. He felt that he would die. He started shrieking. But even his screams were frozen in his throat. He felt alive only because he could hear the beating of his heart and the pounding in his head.’
(जब वह पानी के अन्दर था तो उसने अपनी आँखें खोली। उसने अपने चारों ओर पानी देखा। वह तेजी से ऊपर की ओर नहीं आ रहा था। वह डर से भरा हुआ था। उसने महसूस किया कि वह मर जाएगा। उसने चीखना शुरू कर दिया। लेकिन उसकी चीखें भी उसके गले में जमकर रह गई थीं। उसे अपने जिंदा होने का मात्र एहसास हो रहा था क्योंकि वह अपने हृदय तथा सिर की धड़कन को सुन सकता था।)
Question 8.
Who threw Douglas into the swimming pool? [H.B.S.E. 2017 (Set-A)] (डगलस को स्विमिंग पूल में किसने फेंका ?)
Answer:
Douglas was sitting alone at the edge of the swimming pool. He did not want to go into the water alone. Suddenly an eighteen-year-old boy came there. He was strongly built. He had strong muscles on his arms and legs. He called Douglas skinny. Then he lifted Douglas and threw him into the deep end of the pool.
(डगलस तरणताल के तट पर अकेला बैठा था। वह पानी के अन्दर अकेला नहीं जाना चाहता था। अचानक ही एक अठारह वर्ष की आयु का लड़का वहाँ आया। वह मजबूत शरीर वाला था। उसकी बाँहों और टाँगों की माँसपेशियाँ बहुत मजबूत थीं। उसने डगलस को दुबला कहा। तब उसने डगलस को ऊपर उठाया और उसे ताल के गहरे वाले सिरे में फेंक दिया।)
Question 9.
What was Douglas’s condition when he was under water in the pool? . (जब वह पूल में पानी के नीचे था तो डगलस की अवस्था कैसी थी ?)
Answer:
Douglas made a jump upwards. But he was coming very slowly. He opened his eyes. He found only water around him. Once his eyes and nose came out of the water. But then he went down again. He felt suffocating under the water. He tried to bring his legs up. But they seemed lifeless and paralyzed. His lungs ached and his head throbbed. He thought that he was going to die.
(डगलस ने ऊपर की ओर छलाँग लगाई। लेकिन वह बहुत धीरे-धीरे ऊपर आ रहा था। उसने अपनी आँखें खोलीं। उसने अपने चारों ओर केवल पानी ही पानी पाया। एक बार उसकी आँखें और नाक पानी से बाहर आए। लेकिन वह फिर से पानी के नीचे चला गया। पानी के अन्दर उसका दम घुट रहा था। उसने अपनी टाँगों को ऊपर लाने का प्रयास किया। लेकिन वे बेजान और सुन्न प्रतीत हो रही थीं। उसके फेफड़े पीड़ा कर रहे थे तथा सिर धक-धक कर रहा था। उसने सोचा कि वह मर जाएगा।)
Question 10.
What did Douglas do to save himself? Did he succeed? (डगलस ने स्वयं को बचाने के लिए क्या किया ? क्या वह सफल हुआ ?)
Answer:
Douglas was seized with fear. He felt paralyzed. Suddenly, an idea came to him. He planned to make a jump when his feet touched the bottom. He jumped with all his energy. But the jump made no difference. Now fear seized him. He cried and called for help. But nothing happened.
(डगलस अति भयभीत था। वह सुन्न हो चुका था। अचानक ही उसे एक विचार सूझा। उसने योजना बनाई कि जब उसके पाँव तल को स्पर्श करेंगे तो वह ऊपर की ओर एक छलाँग लगाएगा। उसने अपनी पूरी ताकत के साथ छलाँग लगाई। लेकिन इस छलाँग का कोई असर नहीं पड़ा। अब उसका डर और अधिक बढ़ गया। वह चिल्लाया और मदद के लिए पुकारा। लेकिन कुछ भी नहीं हुआ।)
Question 11.
What did Douglas find when he became conscious? . (जब उसे होश आया तो डगलस ने क्या देखा ?)
Answer:
When Douglas went down for the third time, he felt that he would die. All efforts seized. A blackness swept over him. Now there was no panic. All was quiet and peaceful. He crossed into oblivious. When he came to his senses, he found that he was lying on his stomach by the side of the pool and was vomiting.
(जब डगलस तीसरी बार नीचे गया, तो उसे लगा कि वह मर जाएगा। सारे प्रयास थम चुके थे। उसके ऊपर अंधेरा-छा चुका था। अब कोई भय शेष नहीं बवा था। सब कुछ एक दम से शांत हो चुका था। वह सब कुछ भूल जाने की स्थिति में आ चुका था। जब उसे होश आया तो उसने पाया कि वह ताल के पास में अपने पेट के बल लेटा हुआ पड़ा था और उल्टियां कर रहा था।)
Question 12.
Why did the boy who had thrown him into the pool say in the end? (अन्त में उस लड़के ने क्या कहा जिसने उसे पूल में फेंका था ?)
Answer:
A big boy threw Douglas into the pool. He was nearly drowned in the pool. When he came to his senses, he found the big boy standing by him. He defended himself by saying that he was only ‘fooling’. Someone told him, “The kid nearly died.’
(एक बड़े लड़के ने डगलस को ताल के अन्दर फेंक दिया। वह ताल में लगभग डूब ही चुका था। जब उसे होश आया, तो उसने उस बड़े लड़के को अपने पास खड़े पाया। उसने यह कहते हुए अपना बचाव किया कि वह तो केवल मजाक कर रहा था। किसी ने उसे बताया, “बच्चा तो लगभग मर ही चुका था’।)
Question 13.
How did Douglas feel when he wanted to get into the waters of the Cascades? (जब डगलस जलप्रपातों के पानी में जाना चाहता था तो उसने क्या महसूस किया ?)
Answer:
Douglas’s boyhood misadventure created a fear of water in him. Whenever he wanted to get into the waters of the Cascades or other places, the old fear came back. It would take possession of him completely.
(डगलस की बचपन की दुर्घटना ने उसके अन्दर पानी के प्रति एक भय पैदा कर दिया। वह जब कभी भी झरने या किसी अन्य स्थान पर जल के अन्दर प्रवेश करने का प्रयास करता था, तो वहीं पुराना डर उसके अन्दर लौट आता था। वह डर उसके ऊपर पूरी तरह से काबू पा लेता था।)
Question 14.
How did the fear of water ruin Douglas’s trips and other joys? (पानी के डर ने डगलस की यात्राओं एवं अन्य खुशियों को कैसे बर्बाद कर दिया ?)
Answer:
The fear of water stayed with Douglas as he grew up. Wherever he went, this fear accompanied him. In canoes on the Maine Lakes or fishing for trout and salmon, he always felt the old fear. It ruined his fishing trips. It deprived him of the joys of swimming and boating.
(जब डगलस बड़ा हो गया तो पानी से लगने वाला डर फिर भी उसके अन्दर बना रहा। जब कभी भी वह पानी के पास जाता तो उसका डर भी उसके साथ ही रहता। मेन की झीलों में नौका चालन करने या ट्राउट और सेलमन मछली पकड़ते समय, उसे हमेशा ही पुराने डर का एहसास होता था। उसने उसकी मछली पकड़ने की यात्राओं का मजा ही खो दिया था। इसने उसके तैराकी करने और नौका चालन करने के मजे को भी खो दिया था।)
Question 15.
What did Douglas do get rid of his fear of the water? Did he succeed? (डगलस ने स्वयं को पानी के भय से छुटकारा दिलाने के लिए क्या किया ? क्या वह सफल हुआ ?) Or Where did Douglas finally learn to Swim? [H.B.S.E. March, 2018 (Set-D)] (आखिर डगलस ने तैरना कहाँ सीखा?)
Answer:
Douglas tried his best to overcome his fear of the water. But he did not get much success. Finally, one October, he got an instructor and decided to learn how to swim. He went to a pool and practiced five days a week, an hour each day. Douglas succeeded in overcoming his fear of water. He became a swimmer.
(डगलस ने पानी से लगने वाले डर पर काबू पाने के लिए अपना पूरा प्रयास किया। लेकिन उसे कोई अधिक सफलता नहीं मिली। अंततः ‘एक अक्तूबर मास में’ वह एक प्रशिक्षक से मिला और तैराकी सीखने का निर्णय ले लिया। वह एक ताल पर गया और वहाँ सप्ताह में पाँच दिन और हर दिन एक घंटा अभ्यास करने लगा। डगलस पानी से लगने वाले भय पर काबू पाने में सफल रहा। वह एक तैराक बन गया।)
Question 16.
How did Douglas finally overcome his fear of the water? (आखिर डगलस ने पानी के भय से छुटकारा कैसे पा लिया ?)
Answer:
The instructor made Douglas a perfect swimmer. Yet he was not satisfied. He was not sure whether the fear of water had completely left him. So he went to Lake Wentworth and dived off a dock at Triggs Island. He swam for two hours across the lake. Only once did he feel afraid of the water. But it fled soon and he swam on. In this way, he conquered his fear of the water.
(प्रशिक्षक ने डगलस को एक संपूर्ण तैराक बना दिया। लेकिन फिर भी वह संतुष्ट नहीं था। उसे इस बात का अभी भी पक्का यकीन नहीं था कि उसका पानी से लगने वाला डर पूरी तरह से समाप्त हो चुका था। इसलिए वह वेंटवर्थ लेक पर गया और एक डॉक से ट्रिग्स आइलैंड पर छलाँग लगा दी। वह पूरे दो घंटे तक झील में तैरता रहा। उसे केवल एक बार ही पानी से डर लगा। लेकिन उसका यह डर शीघ्र ही भाग गया और वह तैरता गया। इस तरह से, उसने पानी से लगने वाले भय पर काबू पा लिया।)
Question 17.
What message does Douglas convey in this lesson ? (इस पाठ में डगलस क्या सन्देश देता है ?)
Answer:
Douglas conveys the message that all we have to fear is fear itself. All fears and terrors are only in the mind. A determined man does not feel any fear. Douglas felt fear of water only till he had not made up his mind to get rid of it. Finally, he was able to overcome his fear of the water.
(डगलस हमें संदेश देता है कि हमें जिस चीज से डरना है वह है स्वयं डर। सारे डर और दहशत सिर्फ मन के अन्दर होते हैं। एक दृढ़-निश्चय वाला आदमी किसी भी डर से नहीं डरता। डगलस को पानी से केवल तभी तक डर लगा जब तक कि उसने अपने मन को इस डर से मुक्त कराने का इरादा नहीं कर लिया। अंततः वह अपने इस भय पर काबू पाने में सफल रहा।)
Long Answer Type Questions
Answer the following questions in about 80 words
Question 1.
How did Douglas develop an aversion and then fear of water? How did he overcome his fear of water? [HB.S.E. March, 2019 (Set-A)] (डगलस को पानी के प्रति घृणा और फिर डर कैसे पैदा हो गया ? उसने इस डर पर काबू कैसे पाया ?)
Answer:
Douglas developed an aversion for water when he was only three or four years old. One day his father took him to the California Beach. They stood in the surf. Suddenly a huge wave came and swept over him. He was knocked down. He developed an aversion for water. Then a boyhood ‘misadventure’ changed that aversion into fear. One day when he was ten or eleven years old, he went to the Y.M.C.A. swimming pool.
He sat at the edge of the pool. A big boy came and threw him into the pool. He was nearly drowned in the pool. Now the fear of water seized him. This fear remained with him as he grew up. Finally, he made up his mind to get rid of that fear. He engaged an instructor to teach him how to swim. He practiced swimming one hour daily for fives days a week. The instructor made him a perfect swimmer. Yet the writer was not completely sure that the fear had left him. So he went to Lake Wentworth and dived off a dock at Triggs Island. He swam for two hours across the lake. Only once did he feel afraid of the water. But it fled soon and he swam on. In this way, he conquered his fear of the water.
(जब डगलस केवल तीन या चार साल का था तो उसके मन में पानी के प्रति नफरत पैदा हो गई। एक दिन उसका पिता उसको कैलिफोर्निया के समुद्री तट पर ले गया। वे लहरों के बीच खड़े थे। अचानक ही एक बड़ी लहर आई और उसके ऊपर से बह गई। वह नीचे गिर गया। उसके मन में पानी के प्रति नफरत पैदा हो गई। बालपन की दुर्घटना की यह नफरत डर में बदल गई। एक दिन जब वह दस या ग्यारह वर्ष का था तो वह YMCA के तरणताल पर गया। वह ताल के एक सिरे पर बैठा था। एक बड़ा लड़का आया और उसने उसे ताल के अंदर फेंक दिया। वह ताल के अन्दर लगभग डूब ही चुका था। तब पानी से लगने वाले डर ने उसे जकड़ लिया। यह डर उसके अंदर तब भी बना रहा जब वह बड़ा हुआ। अंततः, उसने उस डर से छुटकारा पाने के लिए अपना मन पक्का कर लिया।
उसने एक प्रशिक्षक की व्यवस्था की जो उसे तैराकी सिखा सके। वह सप्ताह के पाँच दिन हर रोज एक घंटे तक तैराकी का अभ्यास करता था। प्रशिक्षक ने उसको एक संपूर्ण तैराक बना दिया। लेकिन लेखक को इस बात का अभी भी पूरा यकीन नहीं था कि उसका भय उसको छोड़ चुका था। इसलिए वह वेंटवर्थ लेक पर गया और वहाँ एक डॉक के ऊपर से ट्रिग्स आइलैंड पर छलाँग लगा दी। वह दो घंटे तक झील में तैरता रहा। उसे केवल एक बार तो पानी से डर लगा। लेकिन वह डर जल्दी ही भाग गया और वह तैरता रहा। इस तरह से, उसने पानी से लगने वाले अपने डर पर विजय हासिल कर ली।)
Question 2.
Describe the ‘misadventure’ of Douglas and how he survived it. (डगलस की दुर्घटना का वर्णन करो और वह कैसे इससे बचा।) Or What was misadventure at the Y.M.C.A. pool that the writer William Douglas speaks about? (Y.M.C.A. ताल में लेखक विलियम डगलस के साथ क्या घटित हुआ जिसका वह वर्णन करता है?) [2020 (Set-C)]
Answer:
Douglas describes a ‘misadventure’ of his boyhood days. One day, when he was ten or eleven years old, Douglas went to the Y.M.C.A. swimming pool. He was alone there and sat at the edge of the pool. Suddenly a big boy came and threw him into the pool. He landed at the bottom of the pool in its deepest part. Douglas was greatly frightened. But still, he had not lost his presence of mind. He was going down, he planned to touch the bottom of the pool with his feet and jump upwards. He thought that he would come out of the water. He would then swim on the surface of the water towards the edge of the pool. But it took a long time going down.
The nine feet appeared to be more than ninety. His feet touched the bottom. As planned, he hit the bottom with his feet and started coming up. But he was coming up very slowly. He opened his eyes and saw nothing but water. He grew panicky. It appeared to him as if a great force was pulling him down. His leg seemed to be paralyzed. He made another jump upwards. But that made no difference. He thought that he was going to die. He called for help, but nothing happened. When he came to his senses, he was lying beside the pool, vomiting. The boy who had thrown him into the water was standing near. He said that he had only been ‘fooling’ with Douglas.
(डगलस अपने बचपन के दिनों की एक दुर्घटना का वर्णन करता है। एक दिन, जब वह दस या ग्यारह वर्ष की उम्र का था, डगलस YMCA के तरणताल पर गया। वह वहाँ अकेला था और ताल के एक किनारे पर बैठ गया। अचानक ही एक बडा लडका आया और उसने उसे ताल के अन्दर फेंक दिया। वह ताल के सबसे गहरे हिस्से में ताल के तल पर जा गिरा। डगलस बुरी तरह से डर गया था। लेकिन फिर भी उसने अपनी बुद्धि को नहीं खोया था। जब वह नीचे की ओर जा रहा था तो उसने ताल के तल को अपने पैरों से छकर ऊपर की ओर छलाँग लगाने की योजना बनाई। उसने सोचा कि वह पानी से बाहर आ जाएगा।
तब वह पानी की सतह पर तैरकर ताल के सिरे तक आ जाएगा। लेकिन नीचे जाने में उसे बहुत लंबा समय लगा। नौ फुट की दूरी नब्बे फुट से भी अधिक प्रतीत हो रही थी। उसके पाँवों ने तल के छूआ। योजना के अनुसार, उसने अपने पैरों से तल पर प्रहार किया और ऊपर आना शुरू कर दिया। लेकिन वह बहुत ही धीरे-धीरे ऊपर आ रहा था। उसने अपनी आँखें खोली और उसको पानी के सिवाय कुछ भी दिखाई नहीं दिया। वह आतंकित हो गया। उसे ऐसा लगा कि कोई बड़ी ताकत उसे नीचे की ओर खींच रही थी। उसकी टाँगों को मानो लकवा मार गया था। उसने ऊपर की ओर एक और छलाँग लगाई। लेकिन उससे भी कोई फर्क नहीं पड़ा। उसने सोचा कि वह मर रहा था। उसने मदद के लिए आवाज लगाई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। जब उसे होश आया, वह ताल के पास में पड़ा हुआ उल्टियाँ कर रहा था। जिस लड़के ने उसे अंदर फेंका था, वह पास में ही खड़ा था। उसने कहा कि वह तो डगलस के साथ सिर्फ मजाक कर रहा था।)
Question 3.
How did the fear of water stay with Douglas as the years rolled by? (समय के बीतने के साथ भी पानी का भय डगलस के साथ किस प्रकार रहा ?)
Answer:
When he was a boy, a misadventure created in him a deep fear of water. Once he went to the Y.M.C.A swimming pool. There, a big boy threw him into the water. He was nearly drowned. But the incident created a fear of water in him. After a few years, he came to know the waters of the Cascades. He wanted to get into them. But whenever he tried to do so, the old fear of water returned. That fear would take possession of him completely. His legs would become paralyzed. The fear of water remained with him for many more years.
It ruined his joy of swimming, fishing or boating. In canoes on Maine Lakes, fishing for salmon, he felt the same old fear. The paralyzing fear came back when he went for bass fishing in New Hampshire or trout fishing on the Deschutes and Metolius in Oregon. The same fear troubled him while fishing for salmon on the Columbia or at Bumping lake in the Cascades. Whenever he went, the haunting fear of water followed him. It deprived him of the joy of canoeing, boating, and swimming.
(जब वह एक लड़का था तो एक दुर्घटना ने उसके अन्दर पानी के प्रति गहरा भय पैदा कर दिया। एक बार वह YMCA के तरणताल पर गया। वहाँ पर एक बड़े लड़के ने उसको पानी के अन्दर फेंक दिया। वह लगभग डूब ही चुका था। लेकिन उस घटना ने उसके अंदर पानी से भय पैदा कर दिया। कुछ वर्षों के पश्चात्, उसे झरनों के जल के बारे में जानकारी मिली। वह झरनों के जल का आनन्द लेना चाहता था। लेकिन जब भी वह ऐसा करने का प्रयास करता था तो उसका पुराना भय फिर से लौट आता था। यह डर पूरी तरह से उसे अपने काबू में कर लेता था। उसकी टाँगें सुन्न हो जाती थीं। पानी से लगने वाला डर उसके अन्दर कई सालों तक बना रहा। इस डर ने उसके तैराकी करने, मछली पकड़ने और नौका चालन से मिलने वाले आनन्द को खो दिया था।
जब वह मेन झीलों में नौका चलाता था या सेलमन मछली पकड़ता था तो उसे उसी पुराने डर का एहसास होता था। उसका वही पुराना डर उसको सुन्न कर देता था जब वह न्यू हैम्पशायर में बास मछली पकड़ने और आरेगन के मेटोलियस, डेस्यूट्स में ट्राउट मछली पकड़ने जाता था। वही पुराना डर उसे उस समय भी कष्ट पहुँचाता था जब वह कोलम्बिया या बम्पिंग लेक के झरनों में सेलमन मछली को पकड़ने जाता था। वह जहाँ भी जाता था, वह आतंकित कर देने वाला भय उसके साथ ही बना रहता था। इस डर ने उसके छोटी नाव चलाने, बड़ी नाव चलाने और तैराकी करने के आनन्द को नष्ट कर दिया था।)
Question 4.
“I still wondered if I would be terror-stricken when I was alone in the pool.” How did Douglas overcome that terror? (“मुझे अभी भी हैरानी थी कि जब मैं पूल में अकेला होऊँगा तो क्या मैं भयभीत होऊँगा।” डगलस ने उस डर पर काबू कैसे पाया ?)
Answer:
Douglas developed an aversion for water when he was only three or four years old. One day his father took him to the California Beach. They stood in the surf. Suddenly a huge wave came and swept over him. He was knocked down. He developed an aversion for water. Then a boyhood ‘misadventure’ changed that aversion into fear. One day when he was ten or eleven years old, he went to the Y.M.C.A. swimming pool.
He sat at the edge of the pool. A big boy came and threw him into the pool. He was nearly drowned in the pool. Now the fear of water seized him. This fear remained with him as he grew up. Finally, he made up his mind to get rid of that fear. He engaged an instructor to teach him how to swim. He practiced swimming one hour daily for fives days a week. The instructor made him a perfect swimmer. Yet the writer was not completely sure that the fear had left him. So he went to Lake Wentworth and dived off a dock at Triggs Island. He swam for two hours across the lake. Only once did he feel afraid of the water. But it fled soon and he swam on. In this way, he conquered his fear of the water.
(जब डगलस केवल तीन या चार साल का था तो उसके मन में पानी के प्रति नफरत पैदा हो गई। एक दिन उसका पिता उसको कैलिफोर्निया के समुद्री तट पर ले गया। वे लहरों के बीच खड़े थे। अचानक ही एक बड़ी लहर आई और उसके ऊपर से बह गई। वह नीचे गिर गया। उसके मन में पानी के प्रति नफरत पैदा हो गई। बालपन की दुर्घटना की यह नफरत डर में बदल गई। एक दिन जब वह दस या ग्यारह वर्ष का था तो वह YMCA के तरणताल पर गया। वह ताल के एक सिरे पर बैठा था। एक बड़ा लड़का आया और उसने उसे ताल के अंदर फेंक दिया। वह ताल के अन्दर लगभग डूब ही चुका था। तब पानी से लगने वाले डर ने उसे जकड़ लिया। यह डर उसके अंदर तब भी बना रहा जब वह बड़ा हुआ। अंततः, उसने उस डर से छुटकारा पाने के लिए अपना मन पक्का कर लिया।
उसने एक प्रशिक्षक की व्यवस्था की जो उसे तैराकी सिखा सके। वह सप्ताह के पाँच दिन हर रोज एक घंटे तक तैराकी का अभ्यास करता था। प्रशिक्षक ने उसको एक संपूर्ण तैराक बना दिया। लेकिन लेखक को इस बात का अभी भी पूरा यकीन नहीं था कि उसका भय उसको छोड़ चुका था। इसलिए वह वेंटवर्थ लेक पर गया और वहाँ एक डॉक के ऊपर से ट्रिग्स आइलैंड पर छलाँग लगा दी। वह दो घंटे तक झील में तैरता रहा। उसे केवल एक बार तो पानी से डर लगा। लेकिन वह डर जल्दी ही भाग गया और वह तैरता रहा। इस तरह से, उसने पानी से लगने वाले अपने डर पर विजय हासिल कर ली।)
Question 5.
What message does Douglas want to convey? (डगलस क्या सन्देश देना चाहता है ?)
Or
What is the theme of the lesson ‘Deep Water’? (‘डीप वाटर’ पाठ का विषय क्या है ?)
Answer:
In ‘Deep Water’, Douglas recounts a childhood experience of terror. He was almost drowned in a pool. Douglas also tells us about his determination to overcome his fear of water. When he was a boy, one day William Douglas went to a swimming pool. He sat at the edge of the pool. Suddenly a muscular boy came and threw him into the pool. Douglas was nearly drowned in the water. That incident created a fear of water in him. That fear remained with him till he grew up. Then he decided to overcome that fear.
He made determined efforts and learnt swimming. He engaged an instructor to teach him swimming. Finally, he went alone to Lake Wentworth and dived off a dock at Triggs Island. He swam for two hours across the lake. Only once did he feel afraid of the water. But it fled soon and he swam on. In the end, he was able to overcome his fear of water and swimming. This experience has a symbolic meaning. Douglas wants to convey the idea those persons can appreciate an experience who have gone through it. Secondly, his experience tells us that with determination we can overcome our fears.
(‘डीप वॉटर’ अध्याय में, डगलस बचपन के एक आतंकित कर देने वाले अनुभव का वर्णन करता है। वह एक ताल में लगभग डूबने ही वाला था। डगलस हमें अपने पानी से लगने वाले डर पर विजय हासिल करने के निश्चय के बारे में भी बताता है। जब विलियम डगलस एक लड़का था तो एक दिन वह एक तरणताल पर गया। वह ताल के किनारे पर बैठा था। अचानक ही एक हृष्ट-पुष्ट लड़का आया और उसने उसे ताल के अन्दर फेंक दिया। डगलस पानी में डूबते-डूबते ही बचा। इस घटना ने उसके अन्दर पानी के प्रति भय पैदा कर दिया। यह भय उसके अन्दर बड़ा होने तक भी बना रहा।
तब उसने उस डर पर काबू पाने का निर्णय लिया। उसने दृढ़-निश्चय वाले प्रयास किए और तैरना सीख लिया। उसने स्वयं को तैराकी सिखाने के लिए एक प्रशिक्षक का प्रबन्ध किया। अंततः, वह अकेला वेंटवर्थ लेक पर गया और एक डॉक से ट्रिग्स आइलैंड पर छलाँग लगा दी। वह झील में दो घंटे तक तैरता रहा। उसे केवल एक बार तो पानी से भय लगा। लेकिन उसका यह भय जल्दी ही भाग गया और वह तैरता रहा। अंत में, वह अपने को पानी से लगने वाले भय पर काबू पाने और तैराकी सीखने में सफल रहा। इस अनुभव का एक सांकेतिक अर्थ है। डगलस यह संदेश देना चाहता है कि वही लोग किसी अनुभव की प्रशंसा कर सकते हैं जिन लोगों ने उस अनुभव को भुगता हो। दूसरा उसका अनुभव हमें यह बताता है कि दृढ़-निश्चय के साथ हम अपने भय पर काबू पा सकते हैं।)
The Deep Water MCQ Questions with Answers
1. Who is the writer of the story ‘Deep Water’?
(A) William Douglas
(B) William o Douglas
(C) Tagore
(D) R.K. Narayan
Answer:
(A) William Douglas
2. For what thing did the author have a version since his childhood?
(A) air
(B) earth
(C) water
(D) sky
Answer:
(C) water
3. When the author was three years old, where did his father take him?
(A) to a theatre
(B) to a college
(C) a farm
(D) the beach in California
Answer:
(D) the beach in California
4. When the author went to a beach with his father, why was he frightened?
(A) he saw a whale
(B) the waves knocked him down and swept over him
(C) he saw a ship
(D) he saw a crocodile
Answer:
(B) the waves knocked him down and swept over him
5. When the author was ten or eleven years old, what did he decide to learn?
(A) to swim
(B) to dance
(C) to play
(D) to play guitar
Answer:
(A) to swim
6. What did the big boy do to the author?
(A) he helped the author
(B) he offered him ice-cream
(C) he threw the author into the pool
(D) he gave money to the author
Answer:
(C) he threw the author into the pool
7. When the big boy threw the author into the pool, he did not lose his presence of mind?
(A) true
(B) false
(C) both (A) and (B)
(D) none of these
Answer:
(A) true
8. What did author do when his feet touched the bottom of the pool?
(A) he remained there
(B) he was drowned
(C) he started swimming underwater
(D) he made a spring upwards
Answer:
(D) he made a spring upwards
9. What happened when he opened his eyes and saw nothing but water?
(A) he became panicky
(B) he did not lose courage
(C) he started swimming
(D) he was drowned
Answer:
(A) he became panicky
10. What was the condition of his legs?
(A) they were active
(B) they seemed paralyzed
(C) they were soft
(D) his legs were kicking
Answer:
(B) they seemed paralyzed
11. Suddenly the author saw light. What did that mean?
(A) there was a bulb in the water
(B) some people came with a torch
(C) he was coming out of the water
(D) he saw the light of heaven
Answer:
(C) he was coming out of the water
12. What happened when his eyes and nose were out of the water?
(A) he took a sigh of relief
(B) he came out
(C) he started swimming
(D) he again found himself going down
Answer:
(D) he again found himself going down
13. What did the author do when his feet touched the bottom again?
(A) he remained there
(B) he made a leap
(C) he swam underwater
(D) he was drowned
Answer:
(B) he made a leap
14. Why did Douglas cease all efforts?
(A) he felt as if he was going to become unconscious
(B) he did not want to live
(C) he wanted to remain underwater
(D) he was already out of danger.
Answer:
(A) he felt as if he was going to become unconscious
15. Where did Douglas find himself when he regained consciousness?
(A) in a hospital
(B) in a room
(C) lying near the pool
(D) near the sea-shore
Answer:
(C) lying near the pool
16. Who was standing near him when he regained consciousness?
(A) a doctor
(B) a nurse
(C) his teacher
(D) the boy who had thrown him into the pool
Answer:
(D) the boy who had thrown him into the pool
17. What did the big boy said to the author?
(A) I did the right thing
(B) “But I was only fooling.”
(C) I’ll throw you again
(D) I like throwing boys into the pool
Answer:
(B) “But I was only fooling”
18. How did the author feel when he walked back to his home after becoming alright?
(A) his legs were trembling
(B) he was happy
(C) he was weeping
(D) he had temperature
Answer:
(A) his legs were trembling
19. After the incident in the pool what feeling remained in the author’s heart?
(A) love for water
(B) fear for water
(C) fear for a pool
(D) fear for sea
Answer:
(B) fear for water
20. Where did the author go in order to overcome his fear of water?
(A) in the same pool where he had accident
(B) to a sea beach
(C) into a well
(D) Lake Wentworth in New Hampshire
Answer:
(D) Lake Wentworth in New Hampshire.
The Deep Water Important Passages for Comprehension
Seen Comprehension Passages
Read the following passages and answer the questions given below:
Type (i)
Passage 1
Yet I had residual doubts. At my first opportunity 1 hurried west, went up the Tieton to Conrad Meadows, up the Conrad Creek Trail to Meade Glacier, and camped in the high meadow by the side of Warm Lake. The next morning I stripped, dived into the lake, and swam across to the other shore and back — just as Doug Corpron used to do. I shouted with joy, and Gilbert Peak returned the echo. I had conquered my fear of water.
Word-meanings :
Hurried = went in a hurry (जल्दी से गया)
stripped = took off clothes (कपड़े उतारे);
meadow = grassland (चरागाह)।
Questions :
(i) Name the chapter from which this passage has been taken.
(A) The Last Lesson
(B) Lost Spring
(C) Deep Water
(D) The Rattrap
Answer:
(C) Deep Water
(ii) Where did the writer go at his first opportunity?
(A) Went to West
(B) Went to North
(C) Went to South
(D) None of these
Answer:
(A) Went to West
(iii) The next morning he stripped and ………………………. into the lake.
(A) hurried
(B) dived
(C) pride
(D) none of these
Answer:
(B) dived
(iv) He shouted with joy as he had conquered his …………………….. of water.
(A) fear
(B) love
(C) both (A) and (B)
(D) none of these
Answer:
(A) fear
(v) Find word from the passage having the meaning same as ‘grassland’:
(A) Shouted
(B) Stripped
(C) Meadow
(D) Opportunity
Answer:
(C) Meadow
Passage 2
I went to the pool when no one else was there. The place was quiet. The water was still, and the tiled bottom was as white and clean as a bathtub. I was timid about going in alone, so I sat on the side of the pool to wait for others. · I had not been there long when in came a big bruiser of a boy, probably eighteen years old. He had thick hair on his chest. He was a beautiful physical specimen, with legs and arms that showed rippling muscles. He yelled, “Hi, Skinny! How’d you like to be ducked?”
Word-meanings :
Bruiser = muscular man (हट्टा-कट्टा व्यक्ति);
specimen = sample (नमूना);
rippling waving = (हिलते हुए)।
Questions :
(i) Name the lesson from which this passage has been taken?
(A) The Last Lesson
(B) Lost Spring
(C) Deep Water
(D) The Rattrap
Answer:
(C) Deep Water
(ii) Name the writer of this passage.
(A) Alphonse Daudet
(B) Anees Jung
(C) William Douglas
(D) Selma Lagerl of
Answer:
(C) William Douglas
(iii) When did the author go to the pool?
(A) when there was a great rush
(B) when no one else was there
(C) in the evening
(D) at midnight
Answer:
(B) when no one else was there
(iv) Why did the author sit on the side of the pool?
(A) he was timid about going in alone
(B) he was feeling very tired
(C) Both (A) and (B)
(D) none of the above
Answer:
(A) he was timid about going in alone
(v) What was true about the other boy?
(A) he had thick hair on his chest
(B) he was eighteen years old
(C) he was muscular
(D) all the above
Answer:
(D) all the above
Passage 3
I struck at the water as I went down, expending my strength as one in a nightmare fights an irresistible force. I had lost all my breath. My lungs ached, my head throbbed. I was getting dizzy. But I remembered the strategy – I would spring from the bottom of the pool and come like a cork to the surface. I would lie flat on the water, strike out with my arms, and thrash with my legs. Then I would get to the edge of the pool and be safe. I went down, down, endlessly. I opened my eyes. Nothing but water with a yellow glow – dark water that one could not see through.
Word-meanings :
Expending = spending (फैलाना);
nightmare = terrifying dream (डरावना स्वप्न);
ached = pained (दर्द होने लगा);
throbbed = palpitated (धड़का)।
Questions :
(i) Name the lesson from which this passage has been taken?
(A) The Last Lesson
(B) Lost Spring
(C) Deep Water
(D) The Rattrap
Answer:
(C) Deep Water
(ii) Name the writer of this passage.
(A) Alphonse Daudet
(B) Anees Jung
(C) William Douglas
(D) Selma Lagerl of
Answer:
(C) William Douglas
(iii) What did the writer do when he went down?
(A) he floated at the water
(B) he struck at the water
(C) he swam at the water
(D) all the above
Answer:
(D) all the above
(iv) What is true about his condition when he was going down?
(A) his lungs ached
(B) his head throbbed
(C) he was getting dizzy
(D) all the above
Answer:
(D) all the above
(v) Why couldn’t he see through the water?
(A) his eyes were closed
(B) the water was dark
(C) he had died
(D) his eyes were watery
Answer:
(B) the water was dark
Passage 4
But the jump made no difference. The water was still around me. I looked for ropes, ladders, water wings. Nothing but water. A mass of yellow water held me. Stark terror took an even deeper hold on me, like a great charge of electricity. I shook and trembled with fright. My arms wouldn’t move. My legs wouldn’t move. I tried to call for help, to call for mother. Nothing happened.
Word-meanings :
Stark = complete (पूर्ण);
fright = fear(डर)।
Questions :
(i) Name the lesson from which this passage has been taken?
(A) The Last Lesson
(B) Lost Spring
(C) Deep Water
(D) The Rattrap
Answer:
(C) Deep Water
(ii) Name the writer of this passage.
(A) Alphonse Daudet
(B) Anees Jung
(C) William Douglas
(D) Selma Lagerl Of
Answer:
(C) William Douglas
(iii) What did the author find when he looked for something?
(A) ropes
(B) ladders
(C) water wings
(D) water
Answer:
(D) water
(iv) What was the colour of the water?
(A) Black
(B) Yellow
(C) Blue
(D) Green
Answer:
(B) Yellow
(v) How did the terror grip the author?
(A) like a great charge of electricity
(B) like a gust of wind
(C) like the striking of lightning
(D) all the above
Answer:
(A) like a great charge of electricity
Passage 5
Then all effort ceased. I relaxed. Even my legs felt limp, and a blackness swept over my brain. It wiped out fear; it wiped out terror. There was no more panic. It was quiet and peaceful. Nothing to be afraid of. This is nice …………. to be drowsy ……… to go to sleep ……………. no need to jump ……………. to tired to jump ……………. it’s nice to be carried gently………. to float along in space ……….. tender arms around me …….. tender arms like Mother’s …….. now I must go to sleep …………………. .
Word meanings :
ceased = stopped (बंद हो गए);
limp = lifeless (बेजान);
wiped of = removed (हटा दिया);
drowsy = slepy (निंद्राग्रस्त)।
Questions :
(i) Name the lesson from which this passage has been taken?
(A) The Last Lesson
(B) Lost Spring
(C) Deep Water
(D) The Rattrap
Answer:
(C) Deep Water
(ii) Name the writer of this passage.
(A) Alphonse Daudet
(B) Anees Jung
(C) William Douglas
(D) Selma Lagerl of
Answer:
(C) William Douglas
(iii) What for efforts were being made that ceased?
(A) To escape drowning
(B) To climb a mountain
(C) To cross the river
(D) To win the first prize
Answer:
(A) To escape drowning
(iv) “It wiped out fear’ This means ……………………………. .
(A) it increased fear
(B) it lessened fear
(C) it eliminated fear
(D) it deepened fear
Answer:
(B) it lessened fear
(v) How did ‘l’ feel at last?
(A) very panicky
(B) very nervous
(C) quiet and peaceful
(D) alarmed
Answer:
(C) quiet and peaceful
Type (ii)
Passage 6
It had happened when I was ten or eleven years old. I had decided to learn to swim. There was a pool at the Y.M.C.A. in Yakima that offered exactly the opportunity. The Yakima River was treacherous. Mother continually warned against it, and kept fresh in my mind the details of each drowning in the river. But the Y.M.C.A. pool was safe. It was only two or three feet deep at the shallow end; and while it was nine feet deep at the other, the drop was gradual. I got a pair of water wings and went to the pool. I hated to walk naked into it and show my skinny legs. But I subdued my pride and did it. [H.B.S.E. 2017 (Set-B)]
Word-meanings :
Opportunity = chance (अवसर);
treacherous = dangerous (खतरनाक);
skinny = very thin (बहुत पतला)।
Questions :
(i) Name the chapter and its author.
(ii) What does Y.M.C.A. stand for?
(iii) Which river is mentioned in this passage?
(iv) Did the writer enter the Y.M.C.A. pool?
(v) Find words from the passage which mean the same as :
(a) chance, (b) dangerous.
Answers :
(i) Chapter: Deep Water.
Author: William Douglas.
(ii) Y.M.C.A. stands for Young Men’s Christian Association.
(iii) The Yakima river is mentioned in the passage.
(iv) Yes, the writer entered the Y.M.C.A. pool.
(v) (a) opportunity, (b) treacherous.
Passage 7
With that, he picked me up and tossed me into the deep end. I landed in a sitting position, swallowed water, and went at once to the bottom. I was frightened, but not yet frightened out of my wits. On the way down I planned: When my feet hit the bottom. I would make a big jump, come to the surface, lie flat on it, and paddle to the edge of the pool.
It seemed a long way down. Those nine feet were more like ninety, and before I touched bottom my lungs were ready to burst. But when my feet hit bottom I summoned all my strength and made what I thought was a great spring upwards. I imagined I would bob to the surface like a cork. Instead, I came up slowly. I opened my eyes and saw nothing but water – water that had a dirty yellow tinge to it.
Word-meanings :
Frightened = afraid (डर) ;
summoned = gathered (एकत्रित की);
tinge =colour (रंग)।
Questions :
(i) Name the chapter and its author.
(ii) What did the big boy to do the author?
(iii) What is the author talking of when he says “long way down”?
(iv) What did the author see when he opened his eyes?
(v) Find words from the passage which mean the same as :
(a) afraid, (b) collect.
Answers :
(i) Chapter: Deep Water.
Author: William Douglas.
(ii) He picked him up and tossed him into the deep end of the pool.
(iii) When the author says “Long way down” he is talking of the depth of the Y.M.C.A. pool.
(iv) When the author opened his eyes he saw water all around.
(v) (a) frightened, (b) summoned.
Passage 8
My introduction to the Y.M.C.A. swimming pool revived unpleasant memories and stirred childhood fears. But in a little while, I gathered confidence. I paddled with my new water wings, watching the other boys and trying to learn by aping them. I did this two or three times on different days and was just beginning to feel at ease in the water when the misadventure happened. [H.B.S.E. March 2018 (Set-C)]
Word-meanings :
Revived = reminded (याद दिलाया);
aping = imitating (नकल करना);
misadventure accident = (दुर्घटना)।
Questions :
(i) Name the chapter from which the above lines have been taken.
(ii) Name the author of the chapter.
(iii) What stirred childish fears in the author?
(iv) What did the author do two or three times?
(v) When did the misadventure happen?
Answers:
(i) Deep Water.
(ii) William Douglas.
(iii) The author’s introduction to the Y.M.C.A. swimming pool stirred childish fears in him.
(iv) The author tried to learning two or three times.
(v) The misadventure happened when the author was just trying to learn swimming.
Deep Water Summary in English and Hindi
Deep Water Introduction to the Chapter
William Douglas was an American writer. He was born in Maine, Minnesota. This lesson has been taken from his book “Of Men and Mountains’. This deals with a childhood experience of the author. One day he went to a swimming pool. A boy threw him into the pool. He was nearly drowned in the swimming pool. That was a terrifying experience for him. This childhood incident created fear of water in his mind. It took several years of his life to overcome this fear. But he was able to conquer his fear with courage and determination.
(William Douglas एक अमेरिकी लेखक था। उसका जन्म मेन, मिनेसोटा में हुआ था। यह पाठ उनकी पुस्तक } “Of Men and Mountains’ से लिया गया है। यह लेखक के बचपन के एक अनुभव का वर्णन करता है। एक दिन वह एक तरणताल पर गया। एक लड़के ने उसे ताल में फेंक दिया। वह तरणताल में लगभग डूबने ही वाला था। यह उसके लिए एक डरावना अनुभव था। बचपन की इस घटना ने उसके मन में पानी से भय को भर दिया। इस भय पर काबू पाने के लिए उसके जीवन के कई साल लग गए। लेकिन वह साहस और दृढ़-निश्चय के साथ अपने भय पर विजय पाने में सफल रहा।)
Deep Water Summary
The author had an aversion for water since his childhood. When he was only three or four years old, his father took him to the beach in California. He and his father stood together in the waves. He hug on to his father. But the waves knocked him down and swept over him. He was frightened. His father laughed, but the waves created a fear in the author’s mind. When the author was ten or eleven years old, he decided to learn to swim.
There was a pool at the Y.M.C.A in Yakima. It offered him a good opportunity to learn swimming. The pool was only two or three feet deep at the shallow end, while it was nine feet deep at the other end. The drop was gradual. One day, he took a pair of water wings and went to the pool. He was alone at the pool. He felt afraid to go into the water alone. He sat on the side of the pool. Just then a big eighteen-year-old boy came there. He picked up the author and threw him into the pool.
The author was terrified. But he did not lose his presence of mind. He thought that when his feet touched the bottom of the pool, he would make a jump upwards and would come to the surface. Finally he would lie flat on it and paddle to the end of the pool.
But when he went down, the nine feet seemed like ninety to him. But when his feet touched the bottom, he gathered courage and made a spring upwards. He came up rather slowly. Whenever he opened his eyes, he saw nothing but water. He was suffocating. He became panicky. He tried to cry but no words came out. His legs seemed paralyzed and were rigid.
Instead of coming up, he went down and down. A great force seemed to pull him under water. He tried to scream but could not. Only his heart and pounding in his head showed that he was alive. He sucked for air, but got water. He looked for ropes, ladder, water wings, but there was nothing except water.
And then there was light. He was coming out of the water. He felt that his eyes and nose were out of the water. But his mouth was still under water. Then he again found himself going down. He again remembered to make a leap when his feet touched the bottom. But nothing happened. He thought that he was going to die. He ceased all efforts. He felt as if he was going to become unconscious.
After some time, Douglas regained consciousness. He found himself lying on his stomach near the pool. He was vomiting. The boy who had thrown him into the pool was standing near him. He was saying, “But I was only fooling.” Someone said that Douglas had nearly died. But he was alright now. After some hours, he walked back to his home. But he was weak and his legs were trembling.
After that incident, a haunting fear remained in his heart. He never went back to the pool. He feared water and tried to avoid it. The fear of water remained with him as years rolled by. He tried his best to overcome this fear but it remained with him. Finally, one October, he got an instructor. With him he practiced for five days a week. The instructor taught him step by step how to swim. He taught him how to put his face under water and exhale. And then how to raise his nose and inhale. He repeated the exercises hundreds of time. Still he wondered whether he would be terrified when he would be alone in a pool.
In order to overcome his fear, the author went to Lake Wentworth in New Hampshire. He dived off a dock at Triggs Island. He swam two miles across the lake to Stamp Act Island. Only once he felt some fear when he was in the middle of the lake. But soon he overcame that fear. Then he swam back. He shouted with joy. Thus finally, he was able to conquer his fear of water and swimming.
(लेखक को अपने बचपन से ही पानी के प्रति नफरत थी। जब वह केवल तीन या चार साल का था, उसके पिता उसे कैलिफोर्निया के समुद्र तट पर ले गए। लहरों के बीच में वह और उसका पिता एक साथ खड़े थे। उसने अपने पिता को पकड़ रखा था। लेकिन लहरों ने उसे नीचे गिरा दिया और उसके ऊपर से बह गईं। वह भयभीत था। उसका पिता हँस रहा था लेकिन लहरों ने लेखक के मन में भय उत्पन्न कर दिया।
जब लेखक दस या ग्यारह वर्ष का था, उसने तैराकी सीखने का निर्णय लिया। याकीमा के Y.M.C.A में एक तरणताल था। इसने उसे तैराकी के लिए एक अच्छा अवसर प्रदान किया। छिछले सिरे पर तालाब केवल दो या तीन फुट गहरा था और दूसरे सिरे पर वह नौ फुट गहरा था। यह गहराई धीरे-धीरे बढ़ रही थी। एक दिन उसने अपने जलपरों की एक जोड़ी ली और तरणताल पर चला गया। ताल पर वह अकेला था। पानी के अंदर अकेले जाने से उसे डर लग रहा था। वह ताल के सिरे पर बैठ गया। तभी अट्ठारह वर्ष का एक बड़ा लड़का वहाँ आया। उसने लेखक को उठाया और उसे ताल के अंदर फेंक दिया।
लेखक भयभीत था। लेकिन उसने अपनी दिमागी तत्परता को नहीं खोया। उसने सोचा कि जब उसके पाँव पानी के तल पर लगेंगे तो वह ऊपर की ओर कूदेगा और सतह पर आ जाएगा। अंततः वह पानी की सतह पर सीधा लेट जाएगा और तैर कर ताल के सिरे तक आ जाएगा। लेकिन जब वह नीचे गया तो उसे नौ फुट नब्बे फुट के समान प्रतीत हुए। लेकिन जब उसके पाँवों ने तली को स्पर्श किया, उसने साहस एकत्र किया और ऊपर की तरफ छलांग लगाई।
वह थोड़ा धीरे-से ऊपर आया। जब कभी भी उसने अपनी आँखें खोलीं, उसे पानी के सिवाय कुछ नज़र नहीं आया। उसका दम घुट रहा था। वह भयभीत हो गया। उसने चिल्लाने का प्रयास किया लेकिन शब्द ही बाहर नहीं निकले। उसकी टाँगें लकवाग्रस्त और अकड़ी हुई प्रतीत हो रही थीं।
ऊपर आने की बजाय, वह नीचे-ही-नीचे जाता रहा। जैसे कोई बड़ी ताकत उसे पानी के नीचे की ओर खींच रही थी। उसने चिल्लाने का प्रयास किया लेकिन चिल्ला नहीं सका। केवल उसकी दिल की धड़कन और दिमागी हलचल से उसे लगा कि वह जीवित है। उसने हवा को ग्रहण करना चाहा, लेकिन पानी मिला। उसने रस्सियाँ, सीढ़ी, जलपरों की खोज की लेकिन पानी के सिवाय कुछ भी नहीं था।
और तब प्रकाश नजर आया। वह पानी से बाहर आ रहा था। उसने महसूस किया कि उसकी आँखें और नाक पानी से बाहर आ रहे थे। लेकिन उसका मुँह अभी भी पानी के अंदर था। तब उसने पुनः स्वयं को नीचे की ओर जाते पाया। उसने पुनः छलाँग लगाने के बारे में याद किया कि जब उसके पाँव जमीन से स्पर्श करेंगे। लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। उसने सोचा कि वह मरने जा रहा है। उसने सारे प्रयास बंद कर दिए। उसे ऐसा लगा जैसे कि वह बेहोश होने जा रहा था।
कुछ समय के पश्चात्, डगलस को होश आ गया। उसने स्वयं को पेट के बल ताल के पास लेटे पाया। वह उल्टियाँ कर रहा था। जिस लड़के ने उसे पानी के अंदर फेंका था वह उसके पास खड़ा था। वह कह रहा था, “मैं तो केवल मजाक कर रहा था” किसी ने कहा कि डगलस लगभग मर ही चुका था। लेकिन अब वह बिल्कुल ठीक था। कुछ घंटों के पश्चात्, वह अपने घर लौट आया। लेकिन वह कमजोर था और उसकी टाँगें काँप रही थीं।
उस घटना के पश्चात्, उसके हृदय में बार-बार आने वाला भय बैठ गया था। वह कभी भी ताल पर वापिस नहीं गया। उसे पानी से भय लगता था और वह उससे बचने का प्रयास करता था। वर्षों के बीतने के बाद भी यह भय उसके मन में बना रहा। उसने इस भय पर नियंत्रण पाने के लिए पूरे प्रयास किए लेकिन वह उसके साथ बना रहा। अंततः अक्तूबर के एक दिन उसे एक अनुदेशक मिला। उसके साथ उसने सप्ताह में पाँच दिन अभ्यास किया। अनुदेशक ने उसे कदम-दर-कदम तैरना सिखाया। उसने उसे सिखाया कि पानी के नीचे अपना चेहरा कैसे रखा जाता है और साँस कैसे छोड़ा जाता है। और तब अपने नाक को ऊपर उठाकर कैसे साँस लिया जाता है। उसने सैकड़ों बार इसी अभ्यास को दोहराया। फिर भी वह जानने को उत्सुक था कि क्या अभी भी वह भयभीत होगा जब वह ताल में अकेला होगा।
अपने भय पर नियंत्रण पाने के लिए, लेखक न्यू हैम्पशायर में लेक वेटवर्थ पर गया। उसने ट्रिग्स द्वीप पर एक जहाज से कूद लगा दी। वह झील में दो मील तक स्टैंप एक्ट द्वीप तक तैर कर गया। केवल एक बार तो उसे कुछ भय लगा जब वह झील के मध्य में था। लेकिन शीघ्र ही उसने उस भय पर काबू पा लिया। तब वह तैर कर वापिस आया। वह खुशी से चिल्ला उठा। तब अंततः वह पानी और तैराकी के प्रति अपने भय पर विजय पाने में सफल रहा।)
Deep Water Word Meanings
[Page 23] :
Graduating (receiving a bachelor’s degree) = स्नातक की उपाधि मिलना;
pursue (to follow) = अनुसरण करना;
excerpt (part)= अंश, भाग;
pool (swimming pool) = तैरने का ताल (तालाब);
offered (provided)= पेश किया;
opportunity (chance) = अवसर;
treacherous (dangerous)=खतरनाक;
shallow (not deep)= उथला;
gradual (by degrees) = शनै: शनैः ।
[Page 25] :
Skinny (very thin) = बहुत पतला;
subdued (overcame) = काबू पाया;
aversion (dislike) = नफरत;
surf (wave) = लहर;
beach (seashore) = सागर तट;
buried (dug in ) = गाड़ा;
frightened (terrified)= भयभीत;
terror (fear) = डर;
revived (reminded) = याद दिलाया;
unpleasant (not enjoyable)=अप्रिय;
stirred (arose)=पैदा की;
paddled (moved on water)=पानी पर तैरा;
aping (imitating)=नकल करना;
misadventure (accident)=दुर्घटना;
timid (lacking courage)= कायर;
bruiser (muscular man) = हट्टा-कट्टा व्यक्ति;
specimen (example)=उदाहरण;
rippling (waving) = हिलते हुए;
yelled (shouted) = चिल्लाया;
duck (dive) = डुबकी लगाना;
toss (throw)=फेंकना;
swallow (gulp down) = निगलना;
summoned (gathered) = एकत्रित की;
bob (come up) = ऊपर आना।
[Page 26]:
Tinge (colour)=रंग;
panicky (afraid)=भयभीत;
grab (grip)=पकड़ना;
clutched (grabbed)= पकड़ा;
suffocating (choking)=दम घुटना;
choked (blocked)= रोकना;
paralyzed (unable to move)=सुन्न होना;
rigid (stiff) = सख्त;
struck (thumped) = थपथपाया;
expending (spending) = फैलाना;
nightmare (a bad dream)= बुरा स्वप्न;
throbbed (palpitated) = धड़का;
dizzy (feeling giddy)=सिर चकराना;
strategy (plan) = योजना;
thrash (strike) = प्रहार करना;
stark (complete) = पूर्ण;
sheer (only) =केवल;
endlessly (completely)=पूरी तरह;
shrieking (crying)= चिल्लाना;
seized (caught) = पकड़ा;
frozen (choked) = जम गया;
midst (in the middle of) = के बीच में;
mass (heap) = ढेर;
charge (current) = घाटा;
fright (fear) = डर ।
[Page 27]:
Awful(fearful) =भयानक;
sucked (inhaled)= सांस अन्दर ली;
ceased (ended) =समाप्त हुआ;
relaxed (eased) = आराम मिला;
limp (lifeless) = निर्जीव;
drowsy (sleepy) = ऊँघना;
oblivion (forgetfulness) = भुलक्कड़पन;
haunting (coming again and again)= बार-बार आना;
slightest (least) = कम से कम;
exertion (tiredness)=थकान;
wobbly (unstable) = अस्थिर;
cascade (waterfall) = जलप्रपात;
wading (walking through water)=पानी में से चलना;
bumping (bouncing)= उछलना;
handicap (hindrance) = रुकावट;
canoes(small boats)=छोटी नौकाएँ;
salmon, basstrout (kind of fish) = मछली की जातियाँ ।
[Page 28]:
Ruined (destroyed) = नष्ट किया;
trips (journeys) = यात्राएँ;
forth (ahead) = आगे;
relaxed (let loose) = ढीला छोड़ा;
hold (grip) = पकड़ना;
tension (stress)=तनाव;
slack (lessen)= कम करना;
exhale (breathe out) = सांस बाहर निकालना;
inhale (breathe in) = सांस अन्दर लेना;
shed (gave up) = त्याग दिया;
command (order/direct)= आदेश;
integrated (complete)= पूर्ण;
tiny (little)= छोटा;
vestiges (signs)=चिह्न;
frown (scowl)=लोरी।
[Page 29] :
Dock (part of port) = बन्दरगाह;
sensation (strong feeling) = भावना;
residual (left over) = बचा हुआ;
hurried (went in a hurry) = जल्दी में गया;
meadow (grassland) = चरागाह;
stripped (took off clothes)= कपड़े उतारे;
appreciate (praise) = प्रशंसा करना;
intensity (power/strength) = शक्ति;
released (freed) =आजाद किया;
trails (paths) = रास्ते।
Deep Water Translation in Hindi
It had happened when I was ten or eleven years old. I had decided to learn to swim. There was a pool at Y.M.C.A. in Yakima that offered exactly the opportunity. The Yakima River was treacherous. Mother continually warned against it, and kept fresh in my mind the details of each drowning in the river. But the Y.M.C.A. pool was safe. It was only two or three feet deep at the shallow end; and while it was nine feet deep at the other, the drop was gradual. I got a pair of water wings and went to the pool. I hated to walk naked into it and show my skinny legs. But I subdued my pride and did it.
(यह बात तब हुई जब मैं दस या ग्यारह वर्ष का था। मैंने तैरना सीखने का फैसला किया था। याकीमा में वाई०एम०सी०ए० के अन्दर एक तालाब था जो ठीक ऐसा अवसर देता था। याकीमा नदी खतरनाक थी। माँ सदा इसके खिलाफ चेतावनी देती रहती थी और हर डूबने की दुर्घटना का विस्तृत वर्णन मेरे दिमाग में ताजा बनाए रखती थी। परन्तु वाई०एम०सी०ए० का ताल सुरक्षित था। उथले किनारे पर तो यह केवल दो या तीन फुट ही गहरा था और यद्यपि दूसरे किनारे पर यह नौ फुट गहरा था और गहराई धीरे-धीरे बढ़ती थी। मैंने जल-परों का एक जोड़ा लिया और ताल की ओर चल पड़ा। उसके अन्दर नंगे जाकर अपनी पतली-पतली टाँगें दिखाने से मुझे नफरत थी। पर मैंने अपने अभिमान को दबाया और ऐसा ही किया।)
From the beginning, however, I had an aversion to the water when I was in it. This started when I was three or four years old and father took me to the beach in California. He and I stood together in the surf. I hung on to him. Yet the waves knocked me down and swept over me. I was buried in water. My breath was gone. I was frightened. Father laughed, but there was terror in my heart at the overpowering force of the waves.
(पर प्रारम्भ से ही, पानी के अन्दर होने पर मुझे पानी से घृणा थी। यह तब से प्रारम्भ हुई थी जब मैं 3-4 साल का था और मेरे पिता मुझे कैलीफोर्निया के समुद्र तट पर ले गए थे। वह और मैं लहरों के बीच खड़े थे। मैं उन्हें पकड़े हुए था, फिर भी लहरों ने मुझे गिरा दिया और मेरे ऊपर से गुजर गईं। मैं पानी के अन्दर दब-सा गया था। मेरी साँस रुक गई थी। मैं डर गया था। पिता जी हँस रहे थे, परन्तु लहरों की पराजित करने वाली शक्ति का आतंक मेरे दिल में था।)
My introduction to the Y.M.C.A. swimming pool revived unpleasant memories and stirred childish fears. But in a little while, I gathered confidence. I paddled with my new water wings, watching the other boys and trying to learn by aping them. I did this two or three times on different days and was just beginning to feel at ease in the water when the misadventure happened.
(मेरे वाई०एम०सी०ए० के तरण-ताल के परिचय ने दुःखद यादों को पुनर्जीवित कर दिया और बचपन के डर को जगा दिया। पर कुछ देर में ही मुझमें आत्मविश्वास आ गया। अपने नए जल-परों को पहनकर मैंने तैरना प्रारम्भ किया और दूसरे लड़कों की नकल करके सीखने का प्रयत्न किया। अलग-अलग दिनों में मैंने तीन-चार बार ऐसा किया और मैंने पानी में अच्छा महसूस करना आरम्भ ही किया था कि दुर्घटना घट गई।)
I went to the pool when no one else was there. The place was quiet. The water was still, and the tiled bottom was as white and clean as a bathtub. I was timid about going in alone, so I sat on the side of the pool · to wait for others.
(जब कोई और वहाँ नहीं था, मैं ताल पर पहुँचा। वहाँ पर सन्नाटा था। जल शान्त था और टाइल लगा हुआ तल स्नानघर के टब की तरह सफेद और साफ था। अकेले अन्दर प्रवेश करते मैं डर रहा था, अतः दूसरों की प्रतीक्षा करते हुए मैं तालाब के एक तरफ बैठ गया।)
I had not been there long when in came a big bruiser of a boy, probably eighteen years old. He had thick hair on his chest. He was a beautiful physical specimen, with legs and arms that showed rippling muscles. He yelled, “Hi, Skinny! How’d you like to be ducked ?”
(मुझे अभी वहाँ अधिक देर नहीं हुई थी कि एक हट्टा-कट्टा(शक्तिशाली) लड़का वहाँ आया जो लगभग अठारह साल का होगा। उसकी छाती पर घने काले बाल थे। वह सुन्दर स्वास्थ्य का एक उदाहरण था, उसकी टाँग और बाजू की मांसपेशियाँ लहरा रही थीं। वह चिल्लाकर बोला, “ओए पतलू, तू पानी में छलाँग लगाना चाहेगा, क्या ?”)
With that, he picked me up and tossed me into the deep end. I landed in a sitting position, swallowed water, and went at once to the bottom. I was frightened, but not yet frightened out of my wits. On the way down I planned : When my feet hit the bottom, I would make a big jump, come to the surface, lie flat on it, and paddle to the edge of the pool.
(इसी के साथ उसने मुझे उठाया और ताल के गहरे छोर की तरफ फेंक दिया। मैं बैठे होने की अवस्था में गिरा, पानी निगला और फौरन तल पर पहुँच गया। मैं डरा हुआ था, मगर मैंने होश नहीं खोए थे नीचे जाते हुए मैंने योजना बनाई; जब मेरे पैर तली को छुएँगे तो ऊपर की ओर छलाँग लगाऊँगा, सतह पर आऊँगा, इस पर लेट जाऊँगा और पुल के किनारे तक तैरता हुआ पहुँच जाऊँगा।)
It seemed a long way down. Those nine feet were more like ninety, and before I touched bottom my lungs were ready to burst. But when my feet hit bottom I summoned all my strength and made what I thought was a great spring upwards. I imagined I would bob to the surface like a cork. Instead, I came up slowly. I opened my eyes and saw nothing but water-water that had a dirty yellow tinge to it. I grew panicky. I reached up as if to grab a rope and my hands clutched only at water. I was suffocating. I tried to yell but no sound came out. Then my eyes and nose came out of the water-but not my mouth.
(नीचे जाते हुए काफी देर लगती हुई प्रतीत हुई। वे नौ फुट नब्बे जितने लगे और इससे पहले कि मैं तल को छूता मेरे फेफड़े फटने को हो रहे थे, परन्तु जैसे ही मेरे पैरों ने तली को छुआ तो मैंने अपनी सारी शक्ति बटोरी और मेरे विचार में मैंने एक बहुत बड़ी कूद ऊपर की तरफ लगाई। मैंने कल्पना की कि मैं एक कॉर्क की तरह सतह पर उछलकर आ जाऊँगा। इसके विपरीत मैं धीरे-धीरे आया। मैंने अपनी आँखें खोली और पानी के अलावा कुछ नहीं देखा-पानी जो एक मैला पीला रंग लिए हुए था। मैं बौखला गया। मैंने ऊपर हाथ किए मानो एक रस्सी पकड़ने के लिए और मेरे हाथों में केवल पानी आया। मेरा दम घुट रहा था। मैंने चीखने की कोशिश की पर कोई आवाज़ नहीं निकली। फिर मेरी आँख व नाक पानी से बाहर आए परन्तु मेरा मुँह बाहर नहीं आया।)
I flailed at the surface of the water, swallowed, and choked. I tried to bring my legs up, but they hung as dead weights, paralyzed and rigid. A great force was pulling me under. I screamed, but only the water heard me. I had started on the long journey back to the bottom of the pool.
(मैंने पानी की सतह पर हाथ-पाँव पटके, पानी को निगला और मेरा गला रुंध गया। मैंने अपनी टाँगों को ऊपर लाने की कोशिश की, मगर वे निर्जीव बोझ बनी लटकी रहीं, बिल्कुल लकवाग्रस्त एवं कठोर। एक बड़ी शक्ति मुझे नीचे खींच रही थी। मैं चीखा पर मेरी आवाज़ सिर्फ पानी ने सुनी। ताल के तल की ओर की लम्बी यात्रा मैंने पुनः प्रारम्भ कर दी थी।)
I struck at the water as I went down, expending my strength as one in a nightmare fights against an irresistible force. I had lost all my breath. My lungs ached, my head throbbed. I was getting dizzy. But I remembered the strategy: I would spring from the bottom of the pool and come like a cork to the surface. I would lie flat on the water, strike out with my arms, and thrash with my legs. Then I would get to the edge of the pool and be safe.
(नीचे जाते हुए मैंने पानी को धकेला, मैं अपनी शक्ति उस तरह लगा रहा था जैसे भयानक स्वप्न में कोई किसी अपराजय शक्ति से लड़ रहा हो। मेरी साँस फूल गई थी। मेरे फेफड़ों में दर्द हो रहा था, मेरा सिर धड़क रहा था, मुझे चक्कर आ रहे थे। पर मुझे योजना याद थी मैं ताल के तल से ऊपर को कूदूंगा और कार्क की तरह सतह पर आऊँगा। मैं पानी के ऊपर सीधा लेट जाऊँगा, अपने बाजू से पानी काटूंगा और टाँगें मारूँगा। इस प्रकार मैं ताल के ऊपर आ जाऊँगा और सुरक्षित हो जाऊँगा।
I went down, down endlessly. I opened my eyes. Nothing but water with a yellow glow-dark water that one could not see through. And then sheer, stark terror seized me, terror, that knows no understanding, terror that knows no control, terror that no one can understand who has not experienced it. I was shrieking underwater. I was paralyzed under water-stiff, rigid with fear. Even the screams in my throat were frozen. Only my heart, and the pounding in my head, said that I was still alive.
(मैं नीचे, नीचे लगातार चलता गया। मैंने अपनी आँखें खोलीं। पीले पानी के अतिरिक्त कुछ भी नहीं था-अन्धेरा-सा पानी जिसके पार कुछ नज़र न आता था। और तब घोर भय ने मुझे काबू कर लिया, वह भय जहाँ समझ काम नहीं करती, वह भय जो काबू के बाहर हो जाता है, वह भय जो वही जान सकता है जिसने उसे अनुभव किया हो। मैं पानी के नीचे चीख रहा था। मैं पानी के नीचे संज्ञाशून्य हो गया था-डर से कठोर और जड़वत। मेरे गले से निकलने वाली चीखें भी जम गई थीं। केवल मेरा दिल और मेरे सिर की धड़कन कह रही थी मैं अभी जीवित था।)
And then in the midst of the terror came a touch of reason. I must remember to jump when I hit the bottom. At last I felt the tiles under me. My toes reached out as if to grab them. I jumped with everything I had. But the jump made no difference. The water was still around me. I looked for ropes, ladders, water wings. Nothing but water. A mass of yellow water held me. Stark terror took an even deeper hold on me, like a great charge of electricity. I shook and trembled with fright. My arms wouldn’t move. My legs wouldn’t move. I tried to call for help, to call for mother. Nothing happened.
(और तब डर के मध्य शक्ति लगाने का विचार आया। जब मैंने तल को छुआ तो मुझे कूदना याद आया। आखिरकार मैंने अपने नीचे टाइलें महसूस की। मेरे पैरों की उंगलियाँ ऐसे पहुँची जैसे उन्हें पकड़ना हो। मैं अपनी पूरी शक्ति से कूदा। लेकिन कूदने से भी कोई फर्क नहीं पड़ा। पानी अब भी मेरे चारों ओर था। मैंने रस्सियों, सीढ़ियों, पानी के पंखों को ढूँढ़ा। कुछ नहीं था सिवाय पानी के। पीले पानी का बोझ मुझे जकड़े हुए था। घोर भय ने मुझे और भी गहराई से जकड़ लिया था, बिजली के तेज चार्ज की तरह। मैं हिला और भय के साथ काँपा। मेरी बाँहें हिलती नहीं थीं। मेरी टाँगें हिलती नहीं थीं। मैंने सहायता के लिए पुकारने की कोशिश की, माँ को पुकारने की कोशिश की। कुछ नहीं हुआ।)
And then, strangely, there was light. I was coming out of the awful yellow water. At least my eyes were. My nose was almost out too. Then I started down a third time. I sucked for air and got water. The yellowish light was going out.
(और तब, अजीब तरह से, वहाँ रोशनी थी। मैं इस भयानक पानी से बाहर आ रहा था। कम-से-कम मेरी आँखें तो बाहर थी हीं। मेरी नाक भी लगभग बाहर थी। फिर मैं तीसरी बार नीचे जाना शुरु हुआ। मैंने हवा को अन्दर खींचने की कोशिश की और मुझे पानी मिला। पीली रोशनी जा रही थी।)
Then all effort ceased. I relaxed. Even my legs felt limp, and a blackness swept over my brain. It wiped out fear; it wiped out terror. There was no more panic. It was quiet and peaceful. Nothing to be afraid of. This is nice ………. to be drowsy …… to go to sleep …….. no need to jump ……… to tired to jump ………. it’s nice to be carried gently….to float along in space ……. tender arms around me ……… tender arms like Mother’s ……… now I must go to sleep …………………. I crossed to oblivion, and the curtain of life fell.
(तब सभी प्रयत्न समाप्त हो गए। मैंने आराम किया। मेरी टाँगें अपंग महसूस हुईं; और मेरे दिमाग पर एक कालापन छा गया। इसने डर को दूर कर दिया था; इसने मेरे भय को दूर कर दिया। अब और बौखलाहट नहीं थी। चुप्पी और शान्ति थी। डरने के लिए कुछ नहीं। यह अच्छा है ………. निद्राजनक होना नींद में चले जाना ………… कूदने की कोई ज़रूरत नहीं……इतना थका हुआ कि कूद नहीं सकता ……….. इतनी कोमलता से ले जाता हुआ कि अच्छा लगता था ……… खाली जगह में तैरना ………. मेरे चारों ओर कोमल बाँहें ………. माँ की बाँहों जैसी कोमल ………. अब मुझे सोना पड़ा ………. । मैं सब कुछ भूल गया था और जीवन का पर्दा गिर गया था।)
The next I remember I was lying on my stomach beside the pool, vomiting. The chap that threw me in was saying, “But I was only fooling.” Someone said, “The kid nearly died. Be all right now. Let’s carry him to the locker room.”
(अगली बात जो मुझे याद थी वह थी कि मैं उलटी करता हुआ अपने पेट के बल ताल के किनारे लेटा हुआ था। वह लड़का जिसने मुझे अन्दर फेंका था, कह रहा था, “परन्तु मैं केवल मजाक कर रहा था।” किसी ने कहा, “बच्चा मरते-मरते बचा है। अब सब ठीक हो जाए। चलो इसे लॉकर रूम में ले चलते हैं।”)
Several hours later, I walked home. I was weak and trembling. I shook and cried when I lay on my bed. I couldn’t eat that night. For days a haunting fear was in my heart. The slightest exertion upset me, making me wobbly in the knees and sick to my stomach. I never went back to the pool. I feared water. I avoided it whenever I could.
(कई घण्टे बाद, मैं घर गया। मैं कमजोर था, काँप रहा था। जब मैं बिस्तर में लेटा तो मैं काँपा और रोया, मैं उस रात को खा नहीं पाया। कई दिनों तक मेरे दिल में डर छाया रहा। थोड़ी-सी भी मेहनत मुझे परेशान कर देती थी, मेरे घुटने लड़खड़ाने लगते और पेट बीमार-सा लगता। उसके बाद मैं कभी भी ताल में नहीं गया। मुझे पानी से डर लगता था और जहाँ तक हो सकता था, मैं पानी से दूर रहने की कोशिश करता था।)
A few years later when I came to know the waters of the Cascades, I wanted to get into them. And whenever I did-whether I was wading the Tieton or Bumping River or bathing in Warm Lake of the Goat Rocks-The terror that had seized me in the pool would come back. It would take possession of me completely. My legs would become paralyzed. Icy horror would grab my heart.
(कुछ सालों बाद जब मैंने झरनों के पानी को देखा, तब मैं उनमें जाना चाहता था और जब भी मैंने ऐसा किया चाहे वह टीटन या बमपिंग नदी को लांघना हो या गोट रॉक्स की गर्म झील में नहाना हो वह आतंक जो ताल में मुझे वशीभूत कर चुका था, वापस मेरे पास आ जाता था। मैं पूरी तरह इसके वश में हो जाता था। मेरी टाँगें संज्ञाशून्य हो जाती थीं। एक बर्फीला डर मेरे दिल को जकड़ लेता था।)
This handicap stayed with me as the years rolled by. In canoes on Maine lakes fishing for landlocked salmon, bass fishing in New Hampshire, trout fishing on the Deschutes and Metolius in Oregon, fishing for salmon on the Columbia, at Bumping lake in the Cascades-wherever I went, the haunting fear of the water followed me. It ruined my fishing trips; deprived me of the joy of canoeing, boating, and swimming.
(साल पर साल बीतते गए और अपंगता मेरे साथ बनी रही। मेन की झीलों में नौकाओं में बैठ जमीन से घिरी सेलमन मछली को पकड़ना, न्यू हैम्पशायर में बास मछली का शिकार और आरेगन के मेट्रोलियस, डेस्यूट्स में ट्राउट मछली को पकड़ना, कोलम्बिया और बमपिंग लेक के झरनों में सेलमन को पकड़ना-मैं जहाँ भी जाता, पानी का आतंकित करने वाला डर मेरा पीछा करता रहता। यह मेरी मछली के ट्रिप को तबाह कर देता, मुझे छोटी नाव, बड़ी नाव चलाने और तैरने के आनन्द से वंचित कर देता।)
I used every way I knew to overcome this fear, but it held me firmly in its grip. Finally, one October, I decided to get an instructor and learn to swim. I went to a pool and practiced five days a week, an hour each day. The instructor put a belt around me. A rope attached to the belt went through a pulley that ran on an overhead cable. He held on the to end of the rope, and we went back and forth, back and forth across the pool, hour after hour, day after day, week after week. On each trip across the pool a bit of the panic seized me.
Each time the instructor relaxed his hold on the rope and I went under, some of the old terror returned and my legs froze. It was three months before the tension began to slack. Then he taught me to put my face under water and exhale, and to raise my nose and inhale. I repeated the exercise hundreds of times. Bit by bit I shed part of the panic that seized me when my head went underwater.
(मैंने अपने इस भय पर काबू पाने के लिए वह हर तरीका अपनाया जो मैं जानता था, मगर इसने मुझे जकड़े रखा। आखिर एक अक्टूबर में मैंने तैरना सीखने के लिए एक प्रशिक्षक लेने का निर्णय किया। मैं एक ताल पर जाकर एक सप्ताह में पाँच दिन, प्रतिदिन एक घण्टे तक अभ्यास करता। प्रशिक्षक मेरे चारों ओर एक पेटी बाँध देता। पेटी से एक रस्सी बंधी होती जो एक पुली से होकर जाती जो सिर के ऊपर एक तार की रस्सी चलती थी। वह रस्सी के किनारे को पकड़े रहता और हम आगे-पीछे जाते रहते। घण्टा के बाद घण्टा, दिन के बाद दिन, हफ्ते के बाद हफ्ता हम ताल में एक तरफ से दूसरी तरफ आगे-पीछे जाते रहे। ताल के आर-पार की हर यात्रा में कुछ भय मेरे मन में बना रहता। हर बार जब प्रशिक्षक रस्सी पर अपनी पकड़ ढीली करता और मैं पानी के अन्दर चला जाता, पुराने भय का कुछ अंश लौट आता और मेरी टाँगें जम जातीं। मेरा तनाव कम होने में तीन महीने लग गए। तब उसने मुझे पानी के अन्दर मुँह डालकर सांस छोड़ना सिखाया और नाक उठाकर सांस लेना। मैंने यह व्यायाम सैकड़ों बार किया। धीरे-धीरे करके, उस भय का एक भाग जाता रहा जो मुझे पानी के अन्दर सिर डालने पर होता था।)
Next, he held me at the side of the pool and had me kick with my legs. For weeks I did just that. At first my legs refused to work. But they gradually relaxed, and finally, I could command them.
(उसके बाद ताल के किनारे पर वह मुझे पकड़े रहता और मैं पानी में टाँगें मारता रहता। हफ्तों तक मैं यही करता रहा। पहले-पहले तो मेरी टाँगों ने जवाब ही दे दिया, पर धीरे-धीरे वे तनाव-हीन होने लगी और अन्ततः मैं उन्हें आज्ञा दे सकता था।)
Thus, piece by piece, he built a swimmer. And when he had perfected each piece, he put them together into an integrated whole. In April he said, “Now you can swim. Dive off and swim the length of the pool, crawl or stroke.”
I did. The instructor was finished.
(इस प्रकार धीरे-धीरे उसने मुझे तैराक बनाया। और जब उसने हर भाग को त्रुटिहीन कर लिया, उसने उन सबको जोड़कर एक पूर्ण वस्तु बना ली। अप्रैल में वह बोला, “अब तुम तैर सकते हो। गोता लगाओ और ताल की पूरी लम्बाई तैरकर पार कर लो, धीरे-धीरे जाओ चाहे तेजी से।” मैंने यह किया। प्रशिक्षक का कार्य पूरा हो चुका था।)
But I was not finished. I still wondered if I would be terror-stricken when I was alone in the pool. I tried it. I swam the length up and down. Tiny vestiges of the old terror would return. But now I could frown and say to that terror, “Trying to scare me, eh ? Well, here’s to you! Look!” And off I’s go for another length of the pool.
(परन्तु मेरा कार्य पूरा नहीं हुआ था। मैं अब भी डरता था कि कहीं ताल के अन्दर अकेला होने पर मैं भयभीत तो नहीं हो जाऊँगा। मैंने ऐसा करके देखा। मैं ताल के एक किनारे से दूसरे और फिर वापस उसी किनारे पर तैरकर गया। पुराने आतंक के छोटे चिह्न लौटा करते थे। पर अब मैं क्रोधित होकर उस भय से कह सकता था, “अच्छा, तू मुझे डराना चाहता है ? ठीक है, वह तुम्हारे नाम पर! देख! और मैं पुनः ताल की लंबाई को एक बार और पार कर देता।”)
This went on until July. But I was still not satisfied. I was not sure that all the terror had left. So I went to Lake Wentworth in New Hampshire, dived off a dock at Triggs Island, and swam to miles across the lake to Stamp Act Island. I swam the crawl, breaststroke, side stroke, and backstroke. Only once did the terror return. When I was in the middle of the lake, I put my face under and saw nothing but bottomless water. The old sensation returned in miniature. I laughed and said, “Well, Mr. Terror, what do you think you can do to me?” It fled and I swam on.
(जुलाई तक यही काम चलता रहा। मगर मैं सन्तुष्ट नहीं हुआ। मुझे विश्वास नहीं था कि मेरा सारा भय समाप्त हो गया है। अतः मैं न्यू हैंपशायर की लेक वैन्टबर्थ गया, ट्रग्स आयलैण्ड में डॉक से कूदा और दो मील झील में तैरकर स्टैंप ऐक्ट आयलैंड पहुँचा। मैंने क्राल, ब्रेस्ट स्ट्रोक, साइड स्ट्रोक और बैक स्ट्रोक को तैरने में प्रयोग किया। केवल एक बार भय लगा जब मैं झील के बीच में था तब मैंने जल में सिर डाला और मुझे अतल जल के अतिरिक्त कुछ नज़र नहीं आया। पुरानी भावना छोटे रूप में लौट आई। मैं हँसा और बोला, “अच्छा, आतंक साहब, आपके ख्याल में आप मेरा क्या बिगाड़ सकते हैं ?” वह भाग गया और मैं तैरता हुआ आगे चला गया।)
Yet I had residual doubts. At my first opportunity, I hurried west, went up the Tieton to Conrad Meadows, up the Conrad Creek Trial to Meade Glacier, and camped in the high meadow by the side of Warm Lake. The next morning I stripped, dived into the lake, and swam across to the other shore and back-just as Doug Corpron used to do. I shouted with joy, and Gilbert Peak returned the echo. I had conquered my fear of water.
(फिर भी मेरे मन में शंका का अंश बाकी था। पहला अवसर मिलते ही मैं पश्चिम की ओर गया, टीटन से ऊपर कोनार्ड मीडोज तक गया, कोनार्ड ग्रीक ट्रेल से मीडे ग्लेशियर तक और वार्म लेक के किनारे हाई मीडोज में पड़ाव डाला। अगले दिन प्रातः मैंने कपड़े उतारे, झील में गोता लगाया और तैरकर दूसरे किनारे तक पहुँचा और फिर तैरकर ही वापस आया-बिल्कुल वैसे जैसे डग कार्पन किया करता था। मैं खुशी से चीख पड़ा और गिलवर्ट पीक ने गूंजकर चीख दोहराई। मैं अपने पानी के भय पर विजय पा चुका था।)
The experience had a deep meaning for me, as only those who have known stark terror and conquered it can appreciate it. In death there is peace. There is terror only in the fear of death, as Roosevelt knew when he said, “All we have to fear is fear itself.” Because I had experienced both the sensation of dying and the terror that fear of it can produce, the will to live somehow grew in intensity. At last, I felt released-free to walk the trails and climb the peaks and to brush aside fear.
(इस अनुभव का मेरे लिए गहरा अर्थ था जिसे सिर्फ वही समझ सकते हैं जिन्होंने शुद्ध भय को जाना है और इस पर विजय पाई है। मृत्यु में एक शान्ति होती है। आतंक तो केवल मृत्यु के भय में होता है जैसा कि रूजवैल्ट जानता था तब उसने कहा, “हमें जिस वस्तु से डरना है वह डर ही है।” क्योंकि मैंने मरने का और मरने के भय के कारण पैदा होने वाले भय, दोनों का ही अनुभव किया था, जीवित रहने की इच्छा कुछ अधिक ही तेज हो गई थी। अन्ततः मुझे मुक्ति का अनुभव हुआ मैं आज़ाद था पगडण्डियों पर चलने के लिए और पहाड़ की चोटियों पर चढ़ने के लिए और भय को एक तरफ छोड़ देने के लिए।)