Haryana State Board HBSE 8th Class Science Solutions Chapter 9 जंतुओं में जनन Textbook Exercise Questions and Answers.
Haryana Board 8th Class Science Solutions Chapter 9 जंतुओं में जनन
HBSE 8th Class Science जंतुओं में जनन InText Questions and Answers
पहेली बूझो
(पृष्ठ संख्या – 101)
प्रश्न 1.
शुक्राणु में पूँछ किस काम आती है ?
उत्तर:
पूँछ की सहायता से शुक्राणु अंडवाहिनी में तैरकर अंडाणुओं तक पहुँचता है।
(पृष्ठ संख्या – 103)
प्रश्न 2.
मछली और मेंढक एक साथ सैकड़ों अंडे क्यों देते हैं जबकि मुर्गी एक समय में केवल एक अंडा ही देती है।
उत्तर:
यद्यपि यह जन्तु सैकड़ों अंडे देते हैं तथा लाखों शक्राण निर्मोचित करते हैं. सारे अंडों का निषेचन नहीं होता और वह नये जीव नहीं बन पाते । इसका कारण यह है कि अंडे एवं शुक्राणु निरन्तर जल की गति, वायु एवं वर्षा से प्रभावित होते रहते हैं, तालाब में कुछ जंतु ऐसे भी होते हैं- जो इन अंडों को खाते हैं । अतः अंडकोशिकाओं एवं शुक्राणुओं का बड़ी संख्या में उत्पन्न होना आवश्यक है ताकि उनमें से कुछ में निषेचन सुनिश्चित किया जा सके।
(पृष्ठ संख्या – 104)
प्रश्न 3.
एक एकल कोशिका किस प्रकार एक बड़ा जीव बन सकता है?
उत्तर:
निषेचन के द्वारा युग्मनज बनता है जो कि भ्रूण में परिवर्तित होना प्रारम्भ कर देता है ।
HBSE 8th Class Science जंतुओं में जनन Textbook Questions and Answers
प्रश्न 1.
सजीवों के लिए जनन क्यों महत्त्वपूर्ण है ? समझाइए।
उत्तर:
यह जीवों में योग्यता है कि वे अपने जैसे जीव पैदा कर सकते हैं । प्रजाति की वृद्धि के लिए जनन अत्यन्त आवश्यक है। यह जैविक प्रक्रम पृथ्वी पर निरन्तरता को सुनिश्चित करता है, इससे गुण और आनुवंशिकता एक पीढ़ी से अगली पीढ़ी में स्थानान्तरित होती है।
प्रश्न 2.
मनुष्य में निषेचन प्रक्रम को समझाइए ।
उत्तर:
निषेचन (Fertilization):
वृषण के द्वारा नर युग्मक उत्पन्न होते हैं, जो शुक्राणु कहलाते हैं । जब शुक्राणु, फैलोपियन ट्यूब में से होते हुए अंडाणु के संपर्क में आते हैं तो इनमें से एक शुक्राणु अंडाणु के साथ संलयित हो जाता है । शुक्राणु और अंडाणु का यह संलयन निषेचन कहलाता है । निषेचन के समय शुक्राणु तथा अंडाणु संलयित होकर एक हो जाते हैं । निषेचन के परिणामस्वरूप युग्मनज का निर्माण होता है ।
प्रश्न 3.
सर्वोचित उत्तर चुनिए –
(क) आंतरिक निषेचन होता है
(i) मादा के शरीर में ।
(ii) मादा के शरीर से बाहर
(iii) नर के शरीर में
(iv) नर के शरीर से बाहर।
उत्तर:
(i) मादा के शरीर में
(ख) एक टैडपोल जिस प्रक्रम द्वारा वयस्क में विकसित होता है, वह है –
(i) निषेचन
(ii) कायांतरण
(iii) रोपण
(iv) मुकुलन।
उत्तर:
(ii) कायांतरण
(ग) एक युग्मनज में पाए जाने वाले केन्द्रकों की संख्या होती है –
(i) कोई नहीं
(ii) एक
(iii) दो
(iv) चार ।
उत्तर:
(iii) एक ।
प्रश्न 4.
निम्न कथन सत्य (T) हैं अथवा असत्य (F). संकेतिक कीजिए –
(क) अंडप्रजक जंतु विकसित शिशु को जन्म देते हैं।
(ख) प्रत्येक शुक्राणु एक एकल कोशिका है ।
(ग) मेंढक में बाह्य निषेचन होता है।
(घ) वह कोशिका जो मनुष्य में नए जीवन का प्रारंभ है, युग्मक कहलाती है।
(ङ) निषेचन के पश्चात् दिया गया अंडा एक एकल कोशिका है।
(च) अमीबा मुकुलन द्वारा जनन करता है।
(छ) अलैंगिक जनन में भी निषेचन आवश्यक है।
(ज) द्विखंडन अलैंगिक जनन की एक विधि है ।
(झ) निषेचन के परिणामस्वरूप युग्मनज बनता है।
(ज) भ्रूण एक एकल कोशिका का बना होता है।
उत्तर:
(क) असत्य
(ख) सत्य
(ग) सत्य
(घ) सत्य
(ङ) सत्य
(च) असत्य
(छ) असत्य
(ज) सत्य
(झ) सत्य
(ज) असत्य ।
प्रश्न 5.
युग्मनज और गर्भ में दो भिन्नताएँ दीजिए।
उत्तर:
युग्मनज (Zygote) | गर्भ (Foetus) |
1. यह एक निषेचित अण्डाशय कोशिका है। | 1. यह भ्रूण का एक बहुकोशिकीय चरण है। |
2. अंडाणु तथा शुक्राणु का संलयन युग्मनज कहलाता है। | 2. यह भ्रूण की वह अवस्था जिसमें विभिन्न अंग पहचानने योग्य होते हैं। |
प्रश्न 6.
अलैंगिक जनन की परिभाषा लिखिए । जंतुओं में अलैंगिक जनन की दो विधियों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
अलैंगिक जनन : जनन की वह किस्म जिसमें केवल एक ही जीव भाग लेता है। अलैंगिक जनन कहलाता है।
अलैंगिक जनन की विधियाँ-
1. मुकुलन (Budding) : इस क्रिया में नया जीव जो अपेक्षाकृत छोटे पुंज की कोशिकाओं से निकलता है, आरंभ में जनक जीव में मुकुल बनाता है । शरीर का केन्द्रक दो भागों में विभाजित हो जाता है तथा उनमें से एक केन्द्रक मुकुल में आ जाता है । मुकुल पैतृक जीव से अलग होकर वृद्धि करता है तथा पूर्ण विकसित जीव बन जाता है। हाइड्रा तथा यीस्ट में अलैंगिक जनन की यह सामान्य प्रक्रिया है ।
2. द्विखण्डन (Binary fission) : जनन की यह विधि प्रोटोजोआ (अमीबा, पैरामीशियम आदि) में होती है । जनक जीव खंडित होकर नये दो जीवों को जन्म देता है। अमीबा में कोशिका अपनी वृद्धि के अधिकतम आकार में पहुँचती है तो पहले अमीबा का केन्द्रक लम्बा हो जाता है और दो भागों में विभाजित हो जाता – है। इसके पश्चात् अमीबा का कोशिका द्रव्य दो भागों में विभाजित हो जाता है। एक भाग केन्द्रक के चारों ओर रहता है, इस प्रकार दो संतति अमीबा बनते हैं ।
प्रश्न 7.
मादा के किस जनन अंग में भ्रूण का रोषण होता है ?
उत्तर:
भ्रूण का रोपण गर्भाशय में होता है।
प्रश्न 8.
कायांतरण किसे कहते हैं ? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
कायांतरण – कायांतरण एक जीव वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसमें किसी जीव के पैदा होने के या अंडे से निकलने के बाद कोशिकाओं की बढ़ोत्तरी से उसके शारीरिक ढाँचे में कम समय में बड़े परिवर्तन आ जाते हैं।
चित्र से स्पष्ट है कि मेंढक के विकास के विभिन्न चरण हैं, जिनमें से तीन चरण स्पष्ट हैं- (1) अंडा (2) टैडपोल लारवा (3) वयस्क । मेंढक में एक विशेष परिवर्तन है- गलफड़ों का फेफड़ों में परिवर्तित होना। मेंढक तथा रेशमकीट में कायांतरण होता है।
प्रश्न 9.
आंतरिक निषेचन एवं बाह्य निषेचन में भेद कीजिए।
उत्तर:
आंतरिक निषेचन | बाहा निषेचन |
1. नर युग्मक और मादा युग्मक का संलयन शरीर के अंदर होता है। | 1. नर युग्मक और मादा युग्मक का संलयन शरीर के बाहर होता है। |
2. नर मादा शरीर में शुक्राणुओं का उत्सर्जन करता है। | 2. दोनों व्यष्टि युग्मकों को शरीर के बाहर फेंकते हैं। |
3. इनका विकास शरीर के अंदर होता है जैसे – मनुष्य, पशु, शार्क, पक्षी। | 3. विकास शरीर के बाहर होता है। जैसे – मेंढक, मछली । |
प्रश्न 10.
नीचे दिए गए संकेतों की सहायता से क्रॉस शब्द पहेली को पूरा कीजिए –
बाई से दाई ओर –
1. यहाँ अंडाणु उत्पादित होते हैं ।
3. वृषण में उत्पादित होते हैं।
4. हाइड्रा का अलैंगिक जनन
ऊपर से नीचे की ओर –
1. यह मादा युग्मक है ।
2. नर और मादा युग्मक का मिलना ।
4. एक अंडप्रजक जन्तु।
उत्तर:
HBSE 8th Class Science जंतुओं में जनन Important Questions and Answers
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. शुक्राणु व अंडाणु के संलयन को कहते हैं
(अ) जनन
(ब) निषेचन
(स) जरायुज
(द) मुकुलन।
उत्तर:
(ब) निषेचन
2. निम्नलिखित में नर जननांग का भाग नहीं है –
(अ) वृषण
(ब) शिश्न
(स) शुक्रवाहिनी
(द) अण्डवाहिनी ।
उत्तर:
(द) अण्डवाहिनी ।
3. बाह्य निषेचन निम्नवत् में से किसमें होता है
(अ) मेंढक
(ब) मुर्गी
(स) गाय
(द) कुत्ता ।
उत्तर:
(अ) मेंढक
4. निम्नलिखित में अंडप्रजक जंतु है –
(अ) मनुष्य
(ब) कुत्ता
(स) गाय
(द) तितली ।
उत्तर:
(द) तितली ।
5. अलैंगिक जनन मुकुलन द्वारा होता है –
(अ) पैरामीशियम में
(ब) अमीबा में
(स) यीस्ट में
(द) अ और ब दोनों में ।
उत्तर:
(स) यीस्ट में
रिक्त स्थान पूर्ति
(क) इस प्रकार का जनन जिसमें नर तथा मादा युग्मक …………… का संलयन होता है …………… कहलाता है।
(ख) अंडाशय मादा युग्मक उत्पन्न करते हैं जिसे …………… कहते हैं।
(ग) वह निषेचन जो मादा के शरीर के अंदर होता है …………… कहलाता है।
(घ) वे जंतु जो अंडे देते हैं …………… जंतु कहलाते हैं।
(ङ) कुछ विशेष परिवर्तनों के साथ टैडपोल का वयस्क …………… में रूपांतरण कहलाता है।
उत्तर:
(क) लैंगिक जनन
(ख) अंडाणु
(ग) आंतरिक निषेचन
(घ) अंडप्रजक
(ङ) कायांतरण।
सुमेलन
कॉलम ‘अ’ | कॉलम ‘ब’ |
(i) वृषण | (क) शिशु को जन्म देने वाले जंतु |
(ii) अंडाशय | (ख) नर जनन अंग |
(iii) निषेचन | (ग) अंडे देने वाले जंतु |
(iv) जरायुज जंतु | (घ) मादा जनन अंग |
(v) अंडप्रजक जंतु | (ङ) शुक्राणु और अंडाणु का संलयन |
उत्तर:
कॉलम ‘अ’ | कॉलम ‘ब’ |
(i) वृषण | (ख) नर जनन अंग |
(ii) अंडाशय | (घ) मादा जनन अंग |
(iii) निषेचन | (ङ) शुक्राणु और अंडाणु का संलयन |
(iv) जरायुज जंतु | (क) शिशु को जन्म देने वाले जंतु |
(v) अंडप्रजक जंतु | (ग) अंडे देने वाले जंतु |
सत्य/असत्य कथन
(क) वृषण नर युग्मक उत्पन्न करते हैं जिन्हें शुक्राणु कहते हैं।
(ख) जनन प्रक्रम का पहला चरण शुक्राणु और अंडाणु का संलयन है।
(ग) वे जंतु जो अंडे देते हैं, जरायुज जंतु कहलाते हैं।
(घ) हाइड्रा में मुकुलन पाया जाता है।
(ङ) बाह्य निषेचन वाले जंतुओं में भ्रूण का विकास मादा के शरीर के अंदर होता है।
उत्तर:
(क) सत्य
(ख) सत्य
(ग) असत्य
(घ) सत्य।
(ङ) असत्य।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
जाति की निरंतरता बनाने के लिए कौन सा प्रक्रम आवश्यक है?
उत्तर:
जनन।
प्रश्न 2.
जनन की विधियों के नाम लिखिए।
उत्तर:
(i) लैंगिक जनन
(ii) अलैंगिक जनन।
प्रश्न 3.
लैंगिक जनन की परिभाषा लिखिए।
उत्तर:
वह जनन जिसमें नर तथा मादा युग्मक का संलयन होता है, लैंगिक जनन कहलाता है।
प्रश्न 4.
शुक्राणु किसे कहते हैं?
उत्तर:
वृषण नर युग्मक उत्पन्न करते हैं जिन्हें शुक्राणु कहते हैं।
प्रश्न 5.
नर जनन अंग क्या हैं?
उत्तर:
वृषण, शुक्राणु नलिका एवं शिश्न।
प्रश्न 6.
मादा जनन अंग क्या हैं?
उत्तर:
अंडाशय, अंडवाहिनी एवं गर्भाशय।
प्रश्न 7.
अंडाणु किसे कहते हैं?
उत्तर:
अंडाशय मादा युग्मक उत्पन्न करते हैं जिन्हें अंडाणु कहते हैं।
प्रश्न 8.
जनन प्रक्रम का पहला चरण बताइए।
उत्तर:
शुक्राणु और अंडाणु का संलयन।
प्रश्न 9.
निषेचन की परिभाषा लिखिए।
उत्तर:
शुक्राणु और अंडाणु का संलयन निषेचन कहलाता
प्रश्न 10.
आंतरिक निषेचन किसे कहते हैं?
उत्तर:
वह निषेचन जो मादा के शरीर के अंदर होता है, आंतरिक निषेचन कहलाता है।
प्रश्न 11.
बाह्य निषेचन से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
वह निषेचन जिसमें नर एवं मादा युग्मक का संलयन मादा के शरीर के बाहर होता है, बाह्य निषेचन कहलाता है।
प्रश्न 12.
ऐसे प्राणियों के नाम लिखिए जिनमें बाह्य निषेचन होता है।
उत्तर:
मछली एवं स्टारफिश।
प्रश्न 13.
रेशम कीट के जीवन चक्र की विभिन्न अवस्थाओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
अंडा → लारवा → प्यूपा → वयस्क।
प्रश्न 14.
मेंढक के जीवन चक्र की विभिन्न अवस्थाओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
अंडा-टैडपोल (लारवा) → वयस्क।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
लैंगिक जनन तथा अलैंगिक जनन में क्या अन्तर है?
उत्तर:
लैंगिक जनन-इस जनन में नर तथा मादा युग्मक का संलयन होता है। अलैंगिक जनन-इस जनन में केवल एक ही जनक नए जीव को जन्म देता है।
प्रश्न 2.
नर शुक्राणु तथा मादा अंडाणु में चार अंतर बताइए।
उत्तर:
नर शुक्राणु | मादा अंडाणु |
1. यह एक नर युग्मक है । | यह एक मादा युग्मक है । |
2. पूर्ण विकसित शुक्राणु अंडा निषेचन करता है । | निषेचन के बाद दूसरा विकास विभाजन होता है । |
3. ये अधिक मात्रा में उत्पन्न होते हैं । | यह केवल एक ही बनता है । |
4. यह गतिमान होता है तथा सिर और पूँछ में बँटा होता है । | यह गतिमान नहीं होता गोल होता है । |
प्रश्न 3.
मानव के मादा जनन तंत्र तथा नर जनन तंत्र के नामांकित चित्र बनाइए ।
उत्तर:
प्रश्न 4.
नर जनन-तंत्र तथा मादा जनन-तंत्र में क्या अन्तर
उत्तर:
नर जनन-तंत्र :
(1) वृषण शुक्राणु उत्पन्न करता है।
(2) मादा जनन तंत्र से कम जटिल है ।
(3) वृषण, वृषणकोश में शरीर के बाहर पाया जाता है।
(4) मूत्र तथा शुक्राणु के लिए एक ही रन्ध्र पाया जाता है। ।
मावा जनन-तंत्र:
(1) अंडाशय अंडा उत्पन्न करता है।
(2) नर जनन तत्र से अधिक जटिल है ।
(3) अडाशय जोड़े के रूप में पेट में पाए जाते हैं ।
(4) मूत्राशय तथा योनि के लिए अलग-अलग निष्कासन छिद्र होता है।
प्रश्न 5.
मानव नर जननांग के विभिन्न भागों के नाम लिखिए । शुक्राणु की संरचना को समझाइए।
उत्तर:
मानव नर जननांग के मुख्य अंगों में एक जोड़ा वृषण, दो शुक्राणु नलिकाएँ तथा एक शिश्न (लिंग) होता है। शुक्राणु की संरचना-मानव में वृषण नर युग्मक उत्पन्न करता है, जिन्हें शक्राण कहते हैं । इसकी संख्या लाखों में होती है। ये बहुत सूक्ष्म होते हैं । इनमें एक सिर, एक मध्य भाग व एक पूँछ पाई जाती है।
प्रश्न 6.
मुर्गी में आन्तरिक निषेचन के बावजूद यह अण्डे देती है। क्यों?
उत्तर:
मुर्गी में निषेचन होने उपरान्त युग्मनज बनता है, यह लगातार विभाजित होता रहता है एवं अण्डवाहिनी के नीचे की ओर बढ़ता रहता है तथा इस पर नीचे बढ़ने के साथ-साथ एक सुरक्षित पर्त बनती जाती है । कठोर कवच (परत) के पूर्ण रुप से बनने के बाद मुर्गी अण्डे का निर्मोचन करती है । मुर्गी के अण्डे को चूजा बनने में लगभग तीन सप्ताह का समय लगता है ।
प्रश्न 7.
जरायुज एवं अण्डप्रजक जंतु से क्या तात्पर्य है ? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जरायुज जंतु :
वे जंतु जो सीधे ही शिशु को जन्म देते हैं, जरायुज जंतु कहलाते हैं। जैसे- गाय, बिल्ली , कुत्ता आदि अण्डे उत्पन्न नहीं करते; इनकी मादा विकसित शिशु को जन्म देती हैं । इन्हें जरायुज जंतु कहते हैं। अण्डप्रजक जंतुः – वे जंतु जो अण्डे देते हैं, अण्डप्रजक जंतु कहलाते हैं। जैसे -मेंढक, तितली आदि।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
लैंगिक जनन क्या है तथा यह कैसे होता -है? इसके महत्व सहित लिखिए।
उत्तर:
लैंगिक जनन : जीव उत्पत्ति की वह प्रक्रिया, जिसमें नर तथा मादा का होना आवश्यक होता है।
लैंगिक जनन की प्रक्रिया : इस प्रक्रिया में नर एवं मादा युग्मक बनाते हैं जो संलयित होकर युग्मनज बनाते हैं। यह युग्मनज विकसित होकर एक नया. जीव बनाता है।
लैंगिक जनन का महत्व :
(1) जीन के नये युग्मक बनते हैं जिसके कारण आनुवंशिक विविधता का विकास होता है।
(2) लैंगिक जनन से जनन संतति में विविधता का विकास होता है ।
(3) नये जीवों में इसकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है।
प्रश्न 2.
मेंढक में कायांतरण की क्रिया को चित्र सहित समझाइए।
उत्तर:
कायांतरण-टैडपोल लारवा जिसमें मछली के गुण पाए जाते हैं। उससे वयस्क मेंढक में परिवर्तन कायांतरण कहलाता है । मेंढक में अण्डे से प्रारम्भ करके वयस्क बनने तक की क्रिया में तीन अवस्थाएँ स्पष्ट दिखाई देती हैं- (i) अण्डा (ii) टैडपोल (लारवा) (iii) वयस्क मेंढक में मादा अण्डे पानी में देती है जहाँ शुक्राणुओं द्वारा इनका बाह्य निषेचन होता है । निषेचन के बाद अण्डों से टैडपोल (लारवा) निकलते हैं । इनकी प्रकृति जलीय जीव मछली जैसी होती है । इसमें मेंढक के गुण नहीं होते हैं। टैडपोल में परिवर्तन कई प्रकार से होते हैं, जो वयस्क मेंढक का निर्माण करते हैं ।
प्रश्न 3.
मानव में भ्रूण परिवर्धन की क्रिया को समझाइए।
उत्तर:
मानव में निषेचन मादा के भीतर होता है जिससे युग्मनज बनता है जिसके विकसित होने पर भ्रूण बनता है। युग्मनज लगातार विभाजित होकर कोशिकाओं के गोले में बदल जाता है जिसके पश्चात् कोशिकाएँ समूहों में आती हैं तथा विभिन्न ऊतकों एवं अंगों में परिवर्धित हो जाती हैं । इस विकसित हुई संरचना को भ्रूण कहते हैं । भ्रूण गर्भाशय की दीवार में रोपित होकर विकसित होता रहता है । गर्भाशय में भ्रूण का लगातार विकास होता जाता है। धीरे-धीरे विभिन्न शारीरिक अंग जैसे कि हाथ, पैर, सिर, आँखें आदि विकसित हो जाते हैं । भ्रूण की वह अवस्था जिसमें सभी शारीरिक भागों की पहचान हो सके, गर्भ कहलाता है । जब गर्भ का विकास पूर्ण हो जाता है तब माँ नवजात शिशु को जन्म देती है।
जंतुओं में जनन Class 8 HBSE Notes in Hindi
→ लैंगिक जनन (Sexual Reproduction) : वह प्रक्रिया जिसमें नर और मादा युग्मक का संलयन होता है।
→ अंडाणु (Ovum) : अंडाशय में उत्पन्न मादा युग्मक।
→ गर्भाशय (Utenus) : वह भाग जहाँ शिश का विकास होता है।
→ निषेचन (Frization) : शक्राण और अंडाण का संलयन।
→ आंतरिक निषेचन (Internairertilization) : वह निषेचन जो मादा के शरीर के अंदर होता है।
→ बाह्य निषेचन (External Fertilization) : वह निषेचन जिसमें नर एवं मादा युग्मक का संलयन मादा के शरीर के बाहर होता है।
→ भ्रूण (Embryo) : ऊतकों व अंगों की विकसित रचना ।
→ गर्भ (Foetus) : भ्रूण की वह अवस्था जिसमें सभी शारीरिक भागों की पहचान हो सके।
→ जरायुज जंतु (Viviparous Animals) : वे जंतु जो सीधे ही शिशु को जन्म देते हैं।
→ अंडप्रजक जंतु (Oviparous Animals) : वे जंतु जो अंडे देते हैं।
→ कायांतरण (Metamorphosis) : टैडपोल लारवा के कुछ उग्र परिवर्तनों द्वारा वयस्क जंतु में बदलने की प्रक्रिया।
→ अलैंगिक जनन (Asexual Reproduction) : जनन का वह प्रकार जिसमें केवल एक जीव भाग लेता है ।
→ मुकुलन (Budding) : अलैंगिक जनन का प्रकार, जिसमें मुकुल द्वारा नये जीव का विकास होता है।
→ द्विखंडन (Binary Fission) : वह अलैंगिक जनन जिसमें जीव विभाजित होकर दो संतति उत्पन्न करता है।