Haryana State Board HBSE 7th Class Hindi Solutions Hindi Vyakaran Shabdh-Vichar शब्द-विचार Exercise Questions and Answers.
Haryana Board 7th Class Hindi Vyakaran शब्द-विचार
एक से अधिक वर्षों के सार्थक मेल को शब्द कहते हैं।
भाषा में शब्द का विशिष्ट स्थान होता है। शब्द भाषा की स्वतंत्र और अर्थवान इकाई है।
जैसे- कल, कमल, पाठशाला।
हिंदी शब्दों का वर्गीकरण (Classification of words) तीन आधारों पर किया जाता है।
1. स्रोत के आधार पर।
2. रचना के आधार पर।
3. अर्थ के आधार पर।
1. स्रोत के आधार पर (Based on Origin) :
(क) तत्सम : ‘तत् + सम’ का अर्थ है- उस (संस्कृत) के समान। संस्कृत के वे शब्द जो बिना किसी परिवर्तन के हिंदी में प्रयुक्त हो रहे हैं, तत्सम शब्द कहलाते हैं।
जैसे- अग्नि, सूर्य, मस्तिष्क, नृत्य आदि।
(ख) तद्भव : ‘तत् + भव’ अर्थात् उमसे (संस्कृत से) पैदा हुए। ये सभी शब्द संस्कृत शब्दों से विकसित हुए हैं।
जैसे- दुग्ध से दूध अग्नि से आग सर्प से साँप पत्र से पत्ता
(ग) देशज : देशज का अर्थ है-देश में उत्पन्न। ये शब्द प्रांतीय बोलियों के हैं।
जैसे- पेटी, खड़ाऊँ, ज्योनार, खलिहान, कलेवा आदि।
(घ) विदेशी : विदेशी भाषाओं से लिए गए शब्द विदेशी . कहलाते हैं। हिंदी में अंग्रेजी, तुर्की, फारसी, अरबी, पुर्तगाली, आदि भाषाओं के शब्द प्रयुक्त हो रहे हैं।
उदाहरणार्थ-
अंग्रेजी : स्टेशन, स्कूल, पैंट, कोट, डॉक्टर आदि।
तुर्की : कैंची, चाकू, तोप, कुरता, लाश आदि।
फारसी : फौज़, कागज़, हज़ार, दुकान आदि।।
अरबी : आदमी, औरत, किताब, मकान आदि।
पुर्तगाली : गमला, कमरा, तौलिया, काजू आदि।
तत्सम – तद्भव शब्द-तालिका
(क) रूढ़ : रूढ़ का अर्थ है-प्रसिद्ध। जो शब्द किसी विशेष अर्थ के लिए प्रसिद्ध हो गए हों और जिनके सार्थक खंड (टुकड़े) न हो सकें। उन्हें रूढ़ शब्द कहते हैं।
जैसे- घोड़ा, घर, गाड़ी, मेज, देश आदि।
(ख) यौगिक : यौगिक का अर्थ है-जुड़ा हुआ। ऐसे शब्द दो या दो से अधिक सार्थक खंडों (शब्दों) से मिलकर बनते हैं।
जैसे-
विद्यार्थी (विद्या + अर्थी)
विज्ञान (वि + ज्ञान)
पाठशाला (पाठ + शाला)
सहपाठी (सह + पाठी)
(ग) योगरूढ : ऐसे शब्द जो यौगिक होने के साथ ही किसी विशेष अर्थ में ‘रूढ़ हों’, ‘योगरूढ़’ शब्द कहलाते हैं।
जैसे-
चारपाई [चार पैरों वाली, पर यह ‘खाट’ के अर्थ में रूढ़ हो गई है।]
नीलकंठ [नीले कंठ वाला, पर ‘शिवजी’ के अर्थ में रूढ़ हो गया है।
पंकज [पंक (कीचड़) में उत्पन्न, पर यह ‘कमल’ के अर्थ में रूढ़ हो गया है]
3. अर्थ की दृष्टि से शब्दों का वर्गीकरण (Classification of words based on Meaning) :
‘शब्द’ भाषा को अर्थ के स्तर पर लघुतम स्वतंत्र इकाई है किंतु शब्द और अर्थ का प्रायः ऐसा अपरिवर्तनीय संबंध नहीं होता कि एक शब्द का एक ही अर्थ रहे। इस कारण अर्थ के आधार पर शब्दों के चार भेद हो जाते हैं :
1. एकार्थी (Words having one meaning)
2. अनेकार्थी (Words having various meanings)
3. पर्यायवाची या समानार्थी (Synonyms)
4. विलोम या विपरीतार्थी (Antonyms)
1. एकार्थी शब्द : ये वे शब्द हैं, जिनका सामान्यतः एक ही वाच्यार्थ हुआ करता है। व्यक्तिवाचक संज्ञाएँ, स्थानों के नाम तथा कुछ अन्य संज्ञा शब्द इसी कोटि के शब्द हैं।
जैसे- महात्मा गांधी, गंगा, श्रद्धा, ऋषि, अहंकार आदि।
2. अनेकार्थी शब्द : अनेकार्थी शब्द एक से अधिक अर्थ दे सकता है। जैसे-‘कल’ शब्द के तीन अर्थ हैं : आने वाला और पिछला दिन, चैन, मशीन। इसी प्रकार-
कुछ अन्य उदाहरण देखें:
कर : हाथ, किरण, हाथी की सैंड, टैक्स
मुद्रा : मुख का भाव, अंगूठी, सिक्का, मोहर (Stamp)।
अलि : भौंरा, सखी, कोयल।।
- अनेकार्थी शब्दों का एक भेद है- समरूपी शब्द।
ये शब्द वे हैं, जो स्रोत के अनुसार भिन्न होते हैं, किंतु सम (एक) रूप होने के कारण एक समान लगते हैं, पर उनके अर्थ भिन्न-भिन्न होते हैं।
जैसे-
काम = काम (कामदेव), काम (कम)।
पर = पंख, लेकिन, ऊपर।
आम= आम फल (तद्भव), कच्चा (तत्सम), सामान्य आदमी (विदेशी)।
3. पर्यायवाची या समानार्थी शब्द : यह अनेकार्थी शब्द से उल्टा है। अनेकार्थी में एक शब्द के अनेक अर्थ होते हैं और पर्यायवाची में एक ही अर्थ को बताने वाले अनेक शब्द हैं,
जैसे-
अश्व, हय, तुरंग – सभी एक-दूसरे के पर्याय हैं। सभी का अर्थ- ‘घोड़ा’ है।
कुछ अन्य उदाहरण देखो :
फूल पुष्प प्रसून सुमन कुसुम
सूर्य दिनकर दिवाकर मार्तड सूरज
कमल सरोज पंकज पद्म सरसिज
रात रात्रि निशा रजनी विभावरी
पृथ्वी धरती भू धरा भूमि
4. विलोम या विपरीतार्थी शब्द : कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिनका अर्थ एक-दूसरे से उल्टा (विपरीत) होता है। ये शब्द आपस में विपरीतार्थी शब्द या विलोम शब्द कहलाते हैं।
जैसे –
सुख x दुख
पाप x पुण्य
सत्य x असत्य
जड़ – चेतन
ऊँच x नीच
धर्म x अधर्म
अभ्यास
1. सही कथनों के लिए ✓ चिह्न तथा गलत कथनों के लिए ✗ चिह्न लगाइए:
(क) वर्गों के सार्थक मेल को शब्द कहते हैं।
(ख) ‘अग्नि’ तद्भव शब्द है।
(ग) ‘ज्यौनार’ देशज शब्द है।
2. प्रत्येक सही उत्तर के सामने ∆ चिहन बनाओ :
(क) ‘पुस्तकालय’ शब्द
- रूढ़ है।
- यौगिक है
(ख) ‘नृत्य’ शब्द
- तत्सम है
- तद्भव है
(ग) ‘गमला’ शब्द
- देशज है
- विदेशी है
(घ) ‘पेटी’ शब्द
- विदेशी है
- तद्भव है।
3. निम्नलिखित में उदाहरण देकर अंतर स्पष्ट करो :
(क) तत्सम और तद्भव शब्द
(ख) विकारी और अविकारी शब्द
4. रिक्त स्थानों की पूर्ति करो :
(क) जिन शब्दों के सार्थक …………. न हों उन्हें ………. शब्द कहा जाता है।
(ख) ऐसे शब्द जो …… तो होते हैं पर किसी विशेष अर्थ में रूढ़ हो जाते हैं, उन्हें ….. शब्द कहते हैं।
5. नीचे लिखे शब्दों को उचित शीर्षक के नीचे लिखो : घर, स्कूल, परीक्षा, परिश्रम, रोटी, कलेवा, पैंसिल, हाथ, डाक्टर, सूर्य, अमृत, आग, पेटी, नृत्य।
तत्सम | तद्भव | देशज | विदेशी |