Haryana State Board HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम Important Questions and Answers.
Haryana Board 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
A. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए
1. आंतरिक प्रवास की कितनी धाराएँ हैं?
(A) 3
(B) 4
(C) 5
(D) 6
उत्तर:
(B) 4
2. गाँव से पहले छोटे नगर और वहाँ से बाद में बड़े नगर की ओर प्रवास क्या कहलाता है?
(A) आप्रवास
(B) उत्प्रवास
(C) सोपानी प्रवास
(D) अंतर्राष्ट्रीय प्रवास
उत्तर:
(C) सोपानी प्रवास
3. राज्य के एक भाग से उसी राज्य के दूसरे भाग में प्रवास कहलाता है-
(A) अंतःराज्यीय प्रवास
(B) अंतर्राज्यीय प्रवास
(C) सोपानी प्रवास
(D) बाह्य प्रवास
उत्तर:
(A) अंतःराज्यीय प्रवास
4. एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवास कहलाता है-
(A) अंतःराज्यीय प्रवास
(B) अंतर्राज्यीय प्रवास
(C) सोपानी प्रवास
(D) बाह्य प्रवास
उत्तर:
(B) अंतर्राज्यीय प्रवास
5. निम्नलिखित में से कौन-सा एक विरल जनसंख्या वाला क्षेत्र नहीं है?
(A) अटाकामा
(B) भूमध्यरेखीय प्रदेश
(C) दक्षिण-पूर्वी एशिया
(D) ध्रुवीय प्रदेश
उत्तर:
(D) ध्रुवीय प्रदेश
6. निम्नलिखित में से किस राज्य में विवाह स्त्रियों के प्रवास का मुख्य कारण नहीं है?
(A) हरियाणा
(B) पंजाब
(C) बिहार
(D) मेघालय
उत्तर:
(D) मेघालय
7. निम्नलिखित में से कौन-सा भारत में स्त्रियों के प्रवास का मुख्य कारण है?
(A) व्यवसाय
(B) विवाह
(C) शिक्षा
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(B) विवाह
8. निम्नलिखित में से कौन-सा कारक प्रतिकर्ष कारक नहीं है?
(A) गरीबी
(B) अमीरी
(C) जनसंख्या दबाव
(D) आपदा
उत्तर:
(C) जनसंख्या दबाव
9. कौन-सा/से राज्य अपने अंतर्राष्ट्रीय प्रवासियों से महत्त्वपूर्ण राशि प्राप्त करता करते है/हैं?
(A) पंजाब
(B) केरल
(C) तमिलनाडु
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी
10. प्रवास होता है
(A) गाँव से गाँव की ओर
(B) गाँव से नगर की ओर
(C) नगर से नगर की ओर
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी
11. स्थानिक स्तर पर होने वाले प्रवास …………… कहलाते हैं।
(A) स्थानिक प्रवास
(B) अंतर्राष्ट्रीय प्रवास
(C) अंतःराज्यीय प्रवास
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(A) स्थानिक प्रवास
12. यदि प्रवास राज्य की सीमा के बाहर हो तो उसे …………… प्रवास कहते हैं।
(A) अंतःराज्यीय
(B) अंतर्राष्ट्रीय
(C) अंत राज्यीय
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(C) अंत राज्यीय
13. स्त्रियों के प्रवास की संख्या किस धारा में अधिक है?
(A) ग्रामीण से नगरीय
(B) ग्रामीण से ग्रामीण
(C) नगरीय से नगरीय
(D) नगरीय से ग्रामीण
उत्तर:
(B) ग्रामीण से ग्रामीण
14. परिणामों को किन संदर्भो में देखा जा सकता है?
(A) आर्थिक व सामाजिक
(B) सामाजिक व राजनीतिक
(C) सांस्कृतिक व जनांकिकीय
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी
15. निम्नलिखित में से कौन प्रवास को प्रभावित करने वाला कारण है?
(A) विवाह
(B) शिक्षा
(C) रोजगार
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी
16. प्रवास का पर्यावरणीय परिणाम नहीं है-
(A) विभिन्न प्रकार के प्रदूषण
(B) अपशिष्ट निपटान की संख्या
(C) काम व रोजगार
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(C) काम व रोजगार
17. देश के बाहर और अन्य देशों से देश के अंदर प्रवास क्या कहलाता है?
(A) उत्प्रवास
(B) आंतरिक प्रवास
(C) अंतर्राष्ट्रीय प्रवास
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(C) अंतर्राष्ट्रीय प्रवास
B. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में दीजिए
प्रश्न 1.
किस राज्य में सर्वाधिक संख्या में आप्रवासी आते हैं?
उत्तर:
महाराष्ट्र में।
प्रश्न 2.
वह मनुष्य जो जनगणना के समय अपने जन्म-स्थान के अतिरिक्त किसी अन्य स्थान पर गिना जाए, क्या कहलाता है?
उत्तर:
प्रवासी।
प्रश्न 3.
भारत में किस राज्य में सर्वाधिक उत्प्रवासी हैं?
उत्तर:
भारत के उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक उत्प्रवासी हैं।
प्रश्न 4.
गाँव से पहले छोटे नगर और वहाँ से बाद में बड़े नगर की ओर प्रवास क्या कहलाता है?
उत्तर:
सोपानी प्रवास।
प्रश्न 5.
प्रवास के दो मुख्य कारक लिखें।
उत्तर:
- सामाजिक कारक
- आर्थिक कारक।
प्रश्न 6.
एक देश से दूसरे देश में प्रवास क्या कहलाता है?
उत्तर:
अंतर्राष्ट्रीय प्रवास।
प्रश्न 7.
भारत में सबसे अधिक प्रवास किस देश से हुआ है?
उत्तर:
बांग्लादेश।
प्रश्न 8.
राज्य के एक भाग से उसी राज्य के दूसरे भाग में प्रवास क्या कहलाता है?
उत्तर:
अंतर्राज्यीय प्रवास।
प्रश्न 9.
ग्रामीण से नगरीय क्षेत्रों में पुरुष प्रवास अधिक क्यों है?
उत्तर:
काम एवं रोजगार के कारण।
प्रश्न 10.
जनगणना 2001 के अनुसार भारत में अन्य देशों से कितने व्यक्तियों का प्रवास हुआ?
उत्तर:
लगभग 50 लाख व्यक्तियों का।
प्रश्न 11.
भारत की जनगणना में प्रवास की गणना कितने आधारों पर की जाती है?
उत्तर:
दो आधारों पर।
प्रश्न 12.
विशिष्ट स्थान पर नगरीय बस्तियों का जमाव क्या कहलाता है?
उत्तर:
नगर-समूहन।
प्रश्न 13.
प्रवास को प्रभावित करने वाले कोई दो कारक बताएँ।
उत्तर:
- सुरक्षा
- रोजगार।
प्रश्न 14.
किस भूगोलवेत्ता ने सर्वप्रथम प्रवास की प्रवृत्तियों का अध्ययन किया था?
उत्तर:
रैटजेल ने।
प्रश्न 15.
गंतव्य स्थान पर सकारातमक तत्त्वों का अधिक होना किन कारकों के अंतर्गत आता है?
उत्तर:
अपकर्ष कारक या आकर्षित करने वाले कारक (Full Factor)।.
प्रश्न 16.
बड़े नगरों की ओर अधिक प्रवास क्यों होता है?
उत्तर:
रोजगार मिलने की संभावना अधिक होने के कारण।
प्रश्न 17.
प्रतिभा पलायन (Brain Drain) किस प्रकार का प्रवास है?
उत्तर:
स्वैच्छिक प्रवास।
प्रश्न 18.
भारत के उन राज्यों के नाम बताइए जहाँ सर्वाधिक संख्या में आप्रवासी आते हैं?
उत्तर:
महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, पंजाब।
प्रश्न 19.
भारत के उन राज्यों के नाम बताइए जहाँ से सर्वाधिक संख्या में उत्प्रवासी आते हैं?
उत्तर:
उत्तर प्रदेश और बिहार।
प्रश्न 20.
डायस्पोस का हिंदी भाषा में क्या अर्थ होता है?
उत्तर:
प्रवासी या प्रसार।
प्रश्न 21.
प्रवासी भारतीय दिवस भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष कब मनाया जाता है?
उत्तर:
9 जनवरी को।
प्रश्न 22.
पहला प्रवासी भारतीय दिवस कब मनाया गया?
उत्तर:
सन् 2003 में।
प्रश्न 23.
उच्च शिक्षा प्राप्त कर प्रभावशाली व्यक्तियों का अन्य देशों के लिए पलायन कर जाना क्या कहलाता है?
उत्तर:
ब्रेन ड्रेन या प्रतिभा पलायन।
प्रश्न 24.
जीवन पर्यंत प्रवास क्या है?
उत्तर:
जीवन पर्यंत वह प्रवास है जो जन्म के स्थान, यदि जन्म का स्थान गणना के स्थान से भिन्न है।
प्रश्न 25.
पिछले स्थान प्रवास क्या है?
उत्तर:
पिछले स्थान प्रवास वह प्रवास है जिसमें निवास का स्थान पिछले स्थान से भिन्न होता है।
प्रश्न 26.
सोपानी प्रवास किसे कहते हैं?
उत्तर:
गाँव से पहले छोटे नगर और वहाँ से बाद में बड़े नगर की ओर प्रवास सोपानी प्रवास कहलाता है।
अति-लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
प्रवास किसे कहते है?
उत्तर:
जनसंख्या का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना प्रवास कहलाता है अर्थात् किसी एक स्थान से जनसंख्या के दूसरे स्थान पर जाकर बसने को प्रवास कहते हैं।
प्रश्न 2.
उत्प्रवास से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
किसी गाँव या नगर में आबादी के अधिक बढ़ने या रोज़गार की कमी के कारण जब लोग उस स्थान को छोड़कर रोज़गार की तलाश में दूसरे स्थान पर चले जाते हैं, तो यह उत्प्रवास प्रक्रिया कहलाती है।
प्रश्न 3.
आप्रवास से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
यदि व्यक्ति अन्य स्थानों से आकर एक विशिष्ट स्थान पर बस जाता है तो वह आप्रवास कहलाता है। बड़े-बड़े नगरों, व्यापारिक केंद्रों, औद्योगिक नगरों, बंदरगाहों, मंडियों और खनिज क्षेत्रों में रोज़गार की तलाश में लोग आकर बस जाते हैं, यह प्रक्रिया आप्रवास कहलाती है।
प्रश्न 4.
स्थानिक प्रवास क्या है?
उत्तर:
एक स्थान से दूसरे स्थान की ओर प्रवास स्थानिक प्रवास कहलाता है। यह प्रवास गाँव-से-गाँव, एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश, नगर-से-नगर, एक देश से दूसरे देश में हो सकता है।
प्रश्न 5.
प्रवास के जनांकिकीय परिणाम क्या हैं?
उत्तर:
नगरों की जनसंख्या वृद्धि में ग्रामीण नगरीय प्रवास महत्त्वपूर्ण कारक है। ग्रामीण युवा-वर्ग रोज़गार व सुख-सुविधा के लिए नगरों में प्रवास करता है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के जनांकिकीय संघटन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
प्रश्न 6.
प्रवास के सामाजिक परिणाम क्या हैं?
उत्तर:
प्रवास के सामाजिक परिणाम निम्नलिखित हैं-
- नवीन प्रौद्योगिकी, परिवार नियोजन तथा शिक्षा से संबंधित नई विचारधारा का उत्पन्न होना।
- विविध संस्कृतियों का मिलन होना।
- उद्गम प्रदेश से दूर आकर बसना।
- रहन-सहन का उच्चस्तर पर निर्वाह करना।
प्रश्न 7.
भारत में किन-किन देशों से व्यक्तियों का प्रवास हुआ है?
उत्तर:
- बांग्लादेश
- पाकिस्तान
- नेपाल
- श्रीलंका
- ईरान
- म्यांमार आदि।
प्रश्न 8.
प्रवास की धाराएँ बताएँ अथवा आंतरिक प्रवास की चार धाराएँ कौन-कौन-सी हैं?
उत्तर:
- गाँव से गाँव की ओर प्रवास
- गाँव से नगर की ओर प्रवास
- नगर से नगर की ओर प्रवास
- नगर से गाँव की ओर प्रवास।
प्रश्न 9.
अंतर्राष्ट्रीय प्रवास से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
जब लोग अपना देश छोड़कर अन्य देशों में पलायन कर जाते हैं, तो उसे अंतर्राष्ट्रीय प्रवास कहते हैं। उदाहरण के लिए हरियाणा के लोगों का कनाडा, ऑस्ट्रेलिया व अमेरिका में प्रवास।
प्रश्न 10.
आंतरिक प्रवास से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
जब लोगों का पलायन मुख्य रूप से देश की राजनीतिक सीमाओं के अंदर होता है, तो उसे आंतरिक प्रवास कहते हैं। उदाहरण के लिए हरियाणा के लोगों का दिल्ली व पंजाब में प्रवास ।
प्रश्न 11.
निवल प्रवास से आप क्या समझते हैं? अथवा प्रवास का संतुलन क्या है?
उत्तर:
प्रवासियों और आप्रवासियों की कुल संख्या में से बाहर जाने वाले प्रवासियों और उत्प्रवासियों की संख्या निकालकर जो शेष संख्या प्राप्त होती हैं, वह निवल प्रवास कहलाता है। इसको प्रवास का संतुलन भी कहते हैं।
प्रश्न 12.
शरणार्थी किसे कहते हैं?
उत्तर:
जो लोग अपने देश में असुरक्षा, युद्ध या मानव अधिकारों के अतिक्रमण के कारण अन्य देशों में शरण लेने के लिए बाध्य हो जाते हैं, वे शरणार्थी कहलाते हैं।
प्रश्न 13.
गाँव से गाँव में प्रवास का मुख्य कारण क्या है?
उत्तर:
गाँव से गाँव में प्रवास महिलाओं में अधिक होता है। इसका मुख्य कारण विवाह है। भारतीय समाज के अनुसार विवाहोपरांत महिलाओं को पति के घर जाना पड़ता है।
प्रश्न 14.
गाँव से नगर की ओर प्रवास का मुख्य कारण क्या है?
उत्तर:
गाँव से नगर की ओर प्रवास पुरुषों में अधिक होता है। इसका मुख्य कारण काम और रोजगार है। पुरुष परिवार के जीवन स्तर को सुधारने के लिए नगरों की ओर प्रवास करते हैं ताकि यहाँ नौकरी करके पैसा कमाया जा सके।
प्रश्न 15.
दिक् परिवर्तन से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
जनसंख्या के दैनिक स्थानांतरण अर्थात् दो नगरों के बीच दैनिक आवागमन या गाँव से शहर को दैनिक आवागमन या छोटे नगर से बड़े नगर को प्रत्येक दिन जो आवागमन होता है, उसे दिक्-परिवर्तन कहते हैं।
प्रश्न 16.
भारत में लोग ग्रामीण से नगरीय क्षेत्रों में प्रवास क्यों करते हैं?
उत्तर:
भारत में लोग ग्रामीण से नगरीय क्षेत्रों में गरीबी, कृषि भूमि पर जनसंख्या के अधिक दबाव, स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा जैसी आधारभूत अवसंरचनात्मक सुविधाओं के अभाव के कारण प्रवास करते हैं।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
अंतःराज्यीय और अंतर्राज्यीय प्रवास से आप क्या समझते हैं?
अथवा
अंतःराज्यीय और अंतर्राज्यीय प्रवास में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
अंतःराज्यीय और अंतर्राज्यीय प्रवास में निम्नलिखित अंतर हैं-
अंतःराज्यीय प्रवास | अंतर्राज्यीय प्रवास |
1. यदि जनसंख्या या लोगों का प्रवास एक ही राज्य की सीमाओं के भीतर होता हो तो उसे अंतःराज्यीय प्रवास कहा जाता है; जैसे करनाल से अम्बाला। | 1. यदि जनसंख्या या लोगों का प्रवास एक राज्य से दूसरे राज्य में हो तो उसे अंतर्राज्यीय प्रवास कहा जाता है; जैसे हरियाणा (करनाल) से पंजाब (जांलधर)। |
2. यह प्रवास अधिक होता है। | 2. यह अपेक्षाकृत कम होता है। |
प्रश्न 2.
प्रवास या स्थानांतरण का अर्थ एवं परिभाषा लिखें। अथवा प्रवास किसे कहते हैं? प्रवास के कितने प्रकार हैं?
उत्तर:
जनसंख्या का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर रहना प्रवास कहलाता है अर्थात् प्रवास का अर्थ मानव समुदाय के एक भौगोलिक इकाई से दूसरी भौगोलिक इकाई में प्राकृतिक, आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक आदि कारकों के कारण स्थानांतरण से है। UNO के अनुसार “जनसंख्या स्थानांतरण या प्रवास एक भौगोलिक क्रिया है जो दो भौगोलिक इकाइयों के बीच देखने को मिलती है। इसमें मानव अधिवास में स्थायी बंदलाव हो जाते हैं।”
प्रकार – प्रवास मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं-
- आंतरिक प्रवास
- अंतर्राष्ट्रीय प्रवास।
प्रश्न 3.
भारतीय डायस्पोरा से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
भारतीय डायस्पोरा का अर्थ उन भारतीयों से है जिनका जन्म तो भारत में होता है लेकिन वे किन्हीं कारणों से विदेशों में बस जाते हैं और वहीं की नागरिकता ले लेते हैं। इन्हें ही भारतीय प्रसार या प्रवासी भी कहते हैं।
भारत के प्रवासी लगभग 166 देशों से हैं जिनकी संख्या 1 करोड़ से भी अधिक हैं। ये अपने कौशल से विदेशों में अपनी पहचान बनाने में सफल हुए हैं। उदारीकरण के बाद 90 के दशक में शिक्षा और ज्ञान आधारित भारतीय उत्प्रवासियों ने भारतीय डायस्पोरा को विश्व के सर्वाधिक शक्तिशाली डायस्पोरा में से एक बना दिया। इन सभी देशों में भारतीय डायस्पोरा अपने-अपने नागरिक प्राप्त देशों के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
प्रश्न 4.
भारतीय प्रवासी दिवस के क्या उद्देश्य हैं?
उत्तर:
भारतीय प्रवासी दिवस के निम्नलिखित उद्देश्य हैं-
- प्रवासी भारतीय समुदाय की उपलब्धियों को मंच प्रदान करना।
- प्रवासियों को भारत में रहने के लिए आकर्षित करना।
- भारत में निवेश के अवसरों को बढ़ाना।
- सभी भारतीय प्रवासियों को एकत्रित कर आपस में बंधुभाव और राष्ट्रीयता की भावना जागृत करना।
- उनकी काम संबंधी समस्याओं को समझना और वहाँ की सरकार द्वारा हल करवाना।
प्रश्न 5.
प्रवास के आर्थिक परिणाम क्या हैं?
अथवा
आर्थिक परिणाम पर संक्षिप्त नोट लिखें।
उत्तर:
उद्गम क्षेत्र के लिए मुख्य लाभ अंतर्राष्ट्रीय प्रवासियों द्वारा भेजी गई हुंडी हैं जो विदेशी विनिमय के प्रमुख स्रोतों में से एक हैं। ये आर्थिक विकास एवं वृद्धि में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
हुंडियों का प्रयोग मुख्यतः भोजन, ऋणों की अदायगी, बच्चों की शिक्षा, विवाह समारोहों, बचत निवेश, गृह-निर्माण, कृषीय निवेश आदि के लिए किया जाता है। कई राज्यों; जैसे बिहार, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश आदि के हजारों गरीब गाँव की अर्थव्यवस्था के लिए ये हुंडियाँ जीवनदायक होती हैं अर्थात् शरीर में धमनियों की तरह कार्य करती हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवास कृषि विकास के लिए, उसकी हरित क्रांति कार्य-योजना की सफलता के लिए उत्तरादायी है।
प्रश्न 6.
उत्प्रवास के लिए उत्तरदायी प्रतिकर्ष कारक कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
उत्प्रवास के लिए उत्तरदायी प्रतिकर्ष कारक निम्नलिखित हैं-
- गरीबी या निर्धनता-निर्धनता के कारण लोग उन स्थानों की ओर प्रवास करते हैं जहाँ उनको रोजगार प्राप्त होता है।
- शिक्षा-शिक्षा सुविधाओं में कमी के कारण युग वर्ग उन स्थानों की ओर प्रस्थान करते हैं जहाँ अच्छी शिक्षा और सुविधाओं की व्यवस्था होती है।
- जनसंख्या का अधिक दबाव-जनसंख्या का अधिक दबाव भी प्रवास को बढ़ावा देता है।
- सुरक्षा-असुरक्षित स्थानों को छोड़कर लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करते हैं।
प्रश्न 7.
उत्प्रवास और आप्रवास में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर:
उत्प्रवास और आप्रवास में निम्नलिखित अंतर हैं-
उत्प्रवास (Out Migration) | आप्रवास (In-Migration) |
1. किसी गाँव या नगर में आबादी के अधिक बढ़ने या रोज़गार की कमी के कारण जब लोग उस स्थान को छोड़कर रोज़गार की तलाश में दूसरे स्थान पर चले जाते हैं, तो यह उत्प्रवास प्रक्रिया कहलाती है। | 1. बड़े-बड़े नगरों, व्यापारिक केंद्रों, औद्योगिक नगरों, बंदरगाहों, मंडियों और खनिज क्षेत्रों में रोज़गार की तलाश में लोग आकर बस जाते हैं, यह प्रक्रिया आप्रवास कहलाती है। |
2. जब एक व्यक्ति एक स्थान को छोड़कर अन्य स्थान पर जाता है, तो उत्प्रवास कहलाता है। | 2. यदि व्यक्ति अन्य स्थानों से आकर एक विशिष्ट स्थान पर बस जाता है, तो यह आप्रवास कहलाता है। |
दीर्घ-उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
प्रवास के प्रकारों के आधारों का वर्णन कीजिए।
अथवा
आंतरिक या स्थानिक प्रवास के प्रकारों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
जनसंख्या का एक निवास स्थान से दूसरे स्थान तक आर्थिक, सामाजिक अथवा राजनीतिक दृष्टि अथवा अन्य कारणों से किए गए स्थानांतरण को प्रवास कहा जाता है। औद्योगिक क्रांति से पूर्व मनुष्य की गतिशीलता सीमित थी। शिकार, पशुओं के लिए चारा, पानी, उपजाऊ कृषि भूमि का आकर्षण, प्राकृतिक प्रकोप, सुरक्षा आदि कारण मनुष्य को स्थानांतरण के लिए बाध्य करते थे। औद्योगिक क्रांति के पश्चात् आवागमन के साधनों में वृद्धि ने मनुष्य की गतिशीलता में वृद्धि की है। स्थानांतरण या प्रवास अस्थायी, या स्थायी रूप से किया गया आवास परिवर्तन है। प्रवास के लिए आवास स्थान में परिवर्तन पर्याप्त अवधि के लिए होना चाहिए अर्थात् उसमें कुछ स्थायित्व होना चाहिए। प्रवास एक भौतिक तथा सामाजिक संक्रमण है।
प्रवास के प्रकार (Types of Migration) – प्रवास की समयावधि, दूरी, स्थायित्व, उद्देश्य, क्षेत्र आदि आधारों पर स्थानांतरण अथवा प्रवास अनेक प्रकार के हो सकते हैं-
1. समय के आधार पर समय के आधार पर प्रवास दैनिक, मौसमी अथवा अल्पकालिक या दीर्घकालिक होते हैं।
(i) दैनिक प्रवास-नौकरी करने, औद्योगिक केंद्रों में काम करने, व्यवसाय हेतु अथवा शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाओं के लाभ हेतु प्रतिदिन कस्बों अथवा नगरों व महानगरों की ओर जनसंख्या का जाना तथा शाम को पुनः लौटना आदि दैनिक प्रवास है।
(ii) मौसमी प्रवास-श्रम की मौसमी मांग के कारण फसल काटने के समय भारत में सुंदरवन, उत्तरी भारत में गेहूँ काटने के लिए बिहार तथा उत्तर प्रदेश से जनसंख्या का प्रवास। इसी प्रकार धान कटने के पश्चात् श्रमिकों का उत्तर भारत की ओर, सड़क, गृह-निर्माण तथा ईंट-भट्ठों में कार्य के लिए प्रवास, पर्वतीय भागों में जाड़े में तलहटियों की ओर तथा ग्रीष्मकाल में पुनः . लौटना आदि मौसमी प्रवास हैं।
2. दूरी के आधार पर-गांवों से नगरों तथा नगरों से महानगरों की ओर प्रवास अल्प दूरी के होने वाले प्रवास हैं। इसी तरह में, असम के चाय बागानों में, उत्तरी भारत में कृषि के लिए छत्तीसगढ़ के मजदूरों का स्थाई प्रवास मध्यम दूरी के प्रवास हैं। राजस्थान व हरियाणा से असम, बंगाल तथा ओडिशा की ओर मारवाड़ी व्यापारी का प्रवास भी मध्य दूरी में आता है। भारत में मलाया, मॉरीशस, ग्वायना, फीजी, अफ्रीका आदि देशों में जनसंख्या प्रवास लंबी दूरी के प्रवास हैं।
3. उद्देश्य के आधार पर विभिन्न उद्देश्यों के आधार पर; जैसे आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक, सैनिक आदि पर किए गए प्रवास इस श्रेणी में आते हैं। इनमें आर्थिक उद्देश्य से किए गए प्रवास सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण हैं । आर्थिक समस्या, बेरोजगारी, कम मजदूरी आदि आर्थिक विकर्षण; दूसरी ओर अच्छे आर्थिक अवसरों के आकर्षण के कारण होने वाले प्रवास इस श्रेणी के हैं। इसके अलावा इन प्रकारों में विवाह पश्चात् स्त्री प्रवास, राजनीतिक नियोजित प्रवास आदि भी सम्मिलित हैं।
4. क्षेत्र के आधार पर भौगोलिक दृष्टि से क्षेत्र के आधार पर होने वाले प्रवास सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण हैं। यदि यह आवास-प्रवास एक देश से दूसरे देश के मध्य सीमा पार होता है तो अंतर्राष्ट्रीय प्रवास (International Migration) कहलाता है। जब यह स्थानांतरण अथवा प्रवास किसी एक ही देश के भीतर एक स्थान से दूसरे स्थान पर होता है तो उसे आंतरिक अथवा अंतर्देशीय अथवा देशांतरिक (Internal) प्रवास कहते हैं। एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप के मध्य अंतःमहाद्वीपीय प्रवास होते हैं। ये भी अंतर्राष्ट्रीय प्रकार के होते हैं। स्थानिक स्तर पर होने वाले प्रवास स्थानिक प्रवास कहलाते हैं। आंतरिक अथवा स्थानिक प्रवास के चार प्रमुख प्रकार हैं-
(i) गाँव से नगर की ओर प्रवास एक सामान्य तथा सतत् प्रक्रिया है। आर्थिक विपन्नता, बेरोज़गारी, कम पारिश्रमिक, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनोरंजन आदि सेवाओं की कमी के कारण अच्छे रोजगार अथवा अन्य आर्थिक अवसरों की तलाश में जनसंख्या गांव से शहर की ओर प्रवास करती है। दूसरे शब्दों में, शहरों में रोजगार के अधिक अवसर, नियमित पारिश्रमिक, अच्छी शिक्षा तथा स्वास्थ्य सेवाएं गांव से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। इस प्रकार के प्रवास से नगरीय जनसंख्या में वृद्धि होती है।
(ii) एक नगर से दूसरे नगर में प्रवास को अंतर्नगरीय प्रवास कहते हैं। इस प्रकार का प्रवास अधिकतर छोटे नगरों से बड़े नगरों की ओर होता है क्योंकि बड़े नगर व्यापार, उद्योग तथा अन्य धंधों तथा रोजगार के केंद्र होते हैं। बड़े नगरों से महानगरों की ओर प्रवास भी इसी प्रवास के अंतर्गत आता है। इससे बड़े नगरों की जनसंख्या तेजी से बढ़ती है, परंतु छोटे नगरों का विकास रुकने लगता है।
(iii) एक ग्रामीण क्षेत्र से दूसरे ग्रामीण क्षेत्र में प्रवास के अनेकों कारण हैं; जैसे नवीन रोपण कृषि क्षेत्रों तथा ग्रामीण फार्मों में कार्य करने हेतु तथा कम कीमत पर अधिक उपजाऊ भूमि की उपलब्धि आदि के कारण यह प्रवास होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में वैवाहिक प्रवास भी इसी प्रवास में आते हैं। भारत में कुछ इस प्रकार के मुख्य प्रवास-असम, केरल तथा तमिलनाडु के चाय, कॉफी बगीचों में कार्य हेतु पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा गुजरात में नवीन विकसित भूमि पर कृषि हेतु, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात आदि प्रदेशों के खनिज क्षेत्रों में कार्य हेतु श्रमिकों का प्रवास आदि मुख्य हैं।
(iv) नगर से गांव की ओर प्रवास लगभग स्थानीय प्रकार का होता है। सेवानिवृत्त शासक, सैनिक अथवा अशासकीय कर्मचारी, वृद्धि तथा अकार्यशील व्यापारी आदि लोग शांत जीवन जीने की आशा में ग्रामीण क्षेत्रों की ओर प्रवास करते हैं। कुछ संख्या विवाह उपरांत भी यह प्रवास करती है।
प्रश्न 2.
प्रवास किसे कहते हैं? भारत में प्रवास को प्रभावित करने वाले कारकों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
प्रवास का अर्थ जनसंख्या का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना प्रवास कहलाता है अर्थात् किसी एक स्थान से जनसंख्या के दूसरे स्थान पर जाकर बसने को प्रवास कहते हैं। कुछ प्रवास स्थायी तथा कुछ अस्थायी होते हैं। स्थायी प्रवास में व्यक्ति मूल-स्थान से दूसरे स्थान पर स्थायी रूप से रहने लगता है जबकि अस्थायी प्रवास में मौसमी, वार्षिक तथा दैनिक प्रवास भी हो सकते हैं।
भारत में प्रवास को प्रभावित करने वाले कारक – भारत में जनसंख्या प्रवास के कुछ कारण निम्नलिखित हैं-
1. आजीविका-आजीविका कमाने या अन्य आर्थिक उद्देश्यों से व्यक्ति ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर जाता है। इसमें मुख्य रूप से युवा वर्ग है, क्योंकि यह वर्ग नगरीय क्षेत्रों में उद्योग-धंधे, परिवहन, व्यापार एवं प्रशासनिक प्रतिष्ठानों में धन कमाने के उद्देश्य से प्रवास करता है। नगर इन सुविधाओं के कारण युवा वर्ग को अपनी ओर आकर्षित करता है।
2. सामाजिक कारण-विवाह या शिक्षा ग्रहण करने के उद्देश्य से मनुष्य एक स्थान से दूसरे स्थान पर प्रवास करता है; जैसे प्रत्येक लड़की शादी के बाद अपना पैतृक स्थान छोड़कर दूसरे स्थान पर जाकर रहने लगती है। इसमें दूरी कम भी हो सकती है या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हजारों मील भी हो सकती है। ग्रामीण क्षेत्र आज भी शिक्षा की दृष्टि से पिछड़े हुए हैं अतः व्यक्ति उच्च शिक्षा (High Education) प्राप्त करने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों में स्थानांतरित होता है।
3. सरक्षा कारण सामाजिक सुरक्षा एक महत्त्वपूर्ण कारक है जो व्यक्ति को एक स्थान से दूसरे सुरक्षित स्थान पर प्रवास के लिए मजबूर कर देता है। 1980 के दशक में पंजाब में आतंकवाद के कारण पंजाब की जनसंख्या हरियाणा, दिल्ली तथा सीमावर्ती राज्यों में आकर बसने लगी थी।
प्रश्न 3.
प्रवास के कारणों का वर्णन कीजिए।
अथवा
प्रवास के प्राकृतिक तथा मानवीय कारणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
जनसंख्या के स्थानांतरण के पीछे विकर्षण तथा आकर्षण के कारक एक साथ क्रियाशील होते हैं। प्रवास एक जटिल क्रेया है तथा कई कारकों से जड़ी होती है। हर प्रवास में अनेक कारक सामूहिक रूप से उत्तरदायी होते हैं। विकर्षण तथा आकर्षण के अतिरिक्त अनेकों अन्य कारक; जैसे सामूहिक सुरक्षा, धार्मिक स्वतंत्रता, आवागमन के साधन, जलवायु की अनुकूलता आदि भी प्रवास के लिए महत्त्वपूर्ण हैं। प्रवास के कारणों को निम्नलिखित मुख्य वर्गों में बांटा जा सकता है-
1. प्राकृतिक कारण-प्राकृतिक कारणों में जलवायु का प्रभाव सबसे अधिक रहा है। प्रवास अनुकूल जलवायु के क्षेत्रों की ओर होता है। अतिवृष्टि, अनावृष्टि तथा अकाल आदि प्रवास के कारण जलवायु की ही देन है। कठोर शीतकाल में टुन्ड्रा से जनसंख्या दक्षिण की ओर तथा ग्रीष्म में उत्तर की ओर प्रवास करती हैं। इसी तरह नदियों में बाढ़ों के कारण प्रभावित लोग अन्य भागों में प्रवास करते हैं। दूसरी ओर निर्मित उपजाऊ मैदान तथा जल-सुविधा अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इसी प्रकार बार-बार विनाशकारी भूकम्प तथा ज्वालामुखी के कारण जीवन असुरक्षित हो जाता है तथा जनसंख्या सुरक्षित स्थानों की ओर प्रवास करती है।
2. मानवीय कारण स्थानांतरण अथवा प्रवास प्रक्रिया में प्राकृतिक कारणों की अपेक्षा मानवीय कारण अधिक महत्त्वपूर्ण तथा प्रभावी होते हैं। इन कारणों में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, पारिवारिक तथा व्यक्तिगत कारण मुख्य होते हैं, जो प्रवास को प्रभावित करते हैं।
(i) सामाजिक कारण मानवीय प्रवास को सामाजिक दशाएं सबसे अधिक प्रभावित करती हैं। इनके अंतर्गत सामाजिक रीति-रिवाज, खानपान, शिक्षा-दीक्षा, मेल-मिलाप, सामाजिक क्रियाशीलता व व्यवहार, त्योहार आदि अंतक्रियाएं होती हैं। ये अंतक्रियाएं ही सामाजिक प्रवास के कारण हैं। विवाह से स्त्री प्रवास, भारत-पाक विभाजन के दौरान हिंदु तथा मुसलमानों का स्थानांतरण आदि।
(ii) आर्थिक कारण-आर्थिक कारण अधिकांश प्रवासों के प्रेरक कारण रहे हैं। पूंजी निवेश, व्यापार उतार-चढ़ाव, लाभ की आशा, रोजगार के अवसर, अधिक वेतन का लोभ, कृषि घाटा, बेरोजगारी, कार्यदक्षता आदि असंख्य कारण प्रवास की मात्रा व दर का निर्णय करते हैं। कृषि क्षेत्रों में उपलब्ध अतिरिक्त श्रमिक उद्योगों में काम करने के लिए नगरों की ओर प्रवास करते हैं। हिमालय के तराई क्षेत्र, राजस्थान के उत्तरी भाग, मध्य प्रदेश का बस्तर तथा सरगुजा क्षेत्रों में उत्तम कृषि भूमि की उपलब्धि के कारण प्रवास हुए हैं। भारत के औद्योगिक नगरों; जैसे कोलकाता, मुम्बई, अहमदाबाद, टाटा नगर, भिलाई आदि नगरों में भारी प्रवास हुआ है।
(iii) राजनीतिक कारण-युद्ध के पश्चात् विजेता का भूमि पर कब्जा करके वहां बस जाना; भारत में आर्यों, मुगलों, अंग्रेजों का आगमन तथा यहाँ आकर बस जाना राजनीतिक प्रवास है। अंग्रेजों ने भारत से मॉरीशस, फीजी, पूर्वी अफ्रीका के गन्ने की खेती के लिए बलपूर्वक जनसंख्या का प्रवास किया। आज चकमा शरणार्थियों, कश्मीरी पंडितों का शरणार्थियों के रूप में प्रवास राजनीतिक कारणों से है।
(iv) सांस्कृतिक कारण-सांस्कृतिक आदान-प्रदान, शिक्षा प्राप्ति के लिए विद्यार्थी, डॉक्टर, शिक्षकों का दूसरे देशों में प्रवास, पर्यटक, कलाकार, राजनीतिज्ञ आदि का अल्पकालीन अथवा स्थाई प्रवास सांस्कृतिक कारणों से है।
(v) धार्मिक कारण-धार्मिक यात्राओं; जैसे हज, कुम्भ आदि के कारण वर्ष भर प्रवास होता है।
प्रश्न 4.
प्रवास के परिणामों की विस्तृत व्याख्या कीजिए।
अथवा
प्रवास के कौन-कौन से परिणाम हैं? वर्णन करें।
उत्तर:
अवसरों के असमान वितरण के परिणामस्वरूप प्रवास होता है। प्रवास के आर्थिक, जनांकिकीय, सामाजिक, पर्यावरणीय परिणाम होते हैं जो निम्नलिखित हैं
I. आर्थिक परिणाम (Economic Consequence)-अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों द्वारा भेजी गई हुंडियाँ विदेशी विनिमय का प्रमुख स्रोत हैं। इन इंडियों का प्रयोग उद्गम प्रदेश के लोग भोजन, ऋणों की अदायगी, गृह-निर्माण, विवाह, बच्चों की शिक्षा इत्यादि के लिए किया करते हैं जो प्रदेशों की अर्थव्यवस्था के लिए जीवनदायक है।
2. जनांकिकीय परिणाम (Democratic Consequence)-नगरों की जनसंख्या वृद्धि में ग्रामीण नगरीय प्रवास महत्त्वपूर्ण कारक है। ग्रामीण युवा-वर्ग रोज़गार व सुख-सुविधा के लिए नगरों में प्रवास करता है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के जनांकिकीय संघटन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
3. सामाजिक परिणाम (Social Consequence) सामाजिक परिवर्तन में प्रवास महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नई प्रौद्योगिकी, तकनीक, परिवार नियोजन, बालिका शिक्षा आदि से संबंधित नए विचार नगरीय क्षेत्रों से ग्रामीण क्षेत्रों की ओर प्रवास के माध्यम से जाते हैं। प्रवास से ही विभिन्न संस्कृतियों के लोगों का मेल-जोल भी होता है।
4. पर्यावरणीय परिणाम (Environmental Consequence)-ग्रामीण से नगरीय क्षेत्रों की ओर प्रवास से वर्तमान नगरों की भौतिक व सामाजिक संरचना भी प्रभावित होती है। इसके कारण नगरीय बस्तियों की अनियोजित रूप से वृद्धि होती है। परिणामस्वरूप अवैध व मलिन बस्तियाँ बसने लगती हैं। इन बस्तियों में वायु प्रदूषण, पेय जल की समस्या, वाहित मल का निपटान और ठोस कचरे के प्रबंधन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
प्रश्न 5.
भारत में गाँवों से शहरों की ओर जनसंख्या के पलायन के मुख्य कारणों का वर्णन कीजिए।
अथवा
भारत में जनसंख्या प्रवास के मुख्य कारण क्या हैं? वर्णन करें।
उत्तर:
भारत में गाँवों से शहरों की ओर जनसंख्या के पलायन के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं-
1. कृषि योग्य भूमि पर दबाव बढ़ती जनसंख्या के कारण कृषि योग्य भूमि पर निरंतर दबाव बढ़ता जा रहा है। इसी दशा में जब कृषि-भूमि ग्रामीण जनसंख्या को जीविका प्रदान करने में असमर्थ रहती है तो लोग शहरों की ओर पलायन करते हैं।
2. औद्योगीकरण-नगरीकरण तथा औद्योगीकरण में परस्पर धनात्मक सहसंबंध पाया जाता है। औद्योगीकरण के साथ नगरों का भी विकास होता है। औद्योगिक इकाइयों में रोजगार प्राप्त होने पर लोग उद्योगों के आसपास निवास करते हैं। इस तरह से गांवों से शहरों की ओर जनसंख्या का प्रवास होता है।
3. ग्रामीण क्षेत्रों में वैकल्पिक रोजगार की कमी-जनसंख्या तो तीव्र गति से बढती रही परंत उसी अनपात में वैकल्पिक रोजगार की व्यवस्था नहीं हो पाई। ग्रामीण क्षेत्रों में वैकल्पिक रोजगार की कमी होने के कारण नगरीय क्षेत्रों की ओर जनसंख्या का प्रवास तेजी से हुआ।
4. नगरों में रोजगार के अवसर-नगरों में नियमित रूप से आर्थिक क्रियाएं वर्ष भर संचालित होती हैं। सरकारी क्षेत्रों, सेवाओं, उद्योग, व्यापार आदि में रोजगार के पर्याप्त अवसर होते हैं। इस प्रकार रोजगार के अवसरों के कारण लोग नगरों की ओर प्रस्थान करते हैं।
5. यातायात के साधन-तेजी से विकसित होते यातायात के साधन तथा परिवहन मार्गों से गांवों तथा नगरों के मध्य सहजता से पहुंचा जा सकता है। यातायात के साधनों के कारण नगर व्यापार तथा वाणिज्यिक गतिविधियों के केंद्र बने। अतः ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों के मध्य व्यापार को बढ़ावा मिला।
6. नगरीय जीवन आकर्षण-शहरों में उपलब्ध शिक्षा, स्वास्थ्य तथा आधुनिक जीवन की सुविधाएं ग्रामीण जनसंख्या को आकर्षित करती हैं। अतः मनोरंजन, आधुनिक सुविधाओं तथा सुरक्षा व्यवस्था से आकर्षित होकर. लोग शहरों की ओर पलायन करते हैं।