Haryana State Board HBSE 8th Class Science Solutions Chapter 6 दहन और ज्वाला Textbook Exercise Questions and Answers.
Haryana Board 8th Class Science Solutions Chapter 6 दहन और ज्वाला
HBSE 8th Class Science दहन और ज्वाला InText Questions and Answers
पहेली बूझो
(पृष्ठ संख्या – 64)
प्रश्न 1.
हमें बताया गया था कि भोजन हमारे शरीर के लिए एक ईंधन है।
उत्तर:
हाँ, भोजन हमारे शरीर के लिए एक ईंधन है क्योंकि भोजन हमारे शरीर में ऑक्सीजन से अभिक्रिया कर अपघटित होता है और इस अभिक्रिया से ऊष्मा उत्पन्न होती है।
(पृष्ठ संख्या – 66)
प्रश्न 2.
हमने पढ़ा है कि सूर्य अपनी ऊष्मा और प्रकाश दोनों उत्पन्न करता है । क्या यह भी एक प्रकार का दहन है?
उत्तर:
सूर्य में प्रकाश और ऊष्मा दोनों नाभिकीय अभिक्रियाओं द्वारा उत्पन्न होते हैं।
HBSE 8th Class Science दहन और ज्वाला Textbook Questions and Answers
प्रश्न 1.
बहन की परिस्थितियों की सूची बनाइए ।
उत्तर:
दहन के लिए आवश्यक परिस्थितियाँ –
1. ऑक्सीजन की उपस्थिति
2. ईंधन या ज्वलनशील की उपस्थिति
3. पदार्थ का निम्न ज्वलन ताप ।
प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
(क) लकड़ी और कोयला जलने से वायु का ……………….. होता है।
(ख) घरों में काम आने वाला एक द्रव ईंधन ……………….. है।
(ग) जलना प्रारम्भ होने से पहले ईंधन को उसके ……………….. तक गर्म करना आवश्यक है।
(घ) तेल द्वारा उत्पन्न आग को ……………….. द्वारा नियंत्रित नहीं किया जा सकता।
उत्तर:
(क) प्रदूषण
(ख) एलपीजी
(ग) ज्वलन-ताप
(घ) पानी।
प्रश्न 3.
समझाइए कि मोटर वाहनों में सीएनजी के उपयोग से हमारे शहरों का प्रदूषण किस प्रकार कम हुआ है?
उत्तर:
सीएनजी के दहन के परिणामस्वरूप कोई भी हानिकारक गैस जैसे – नाइट्रोजन डाइ-ऑक्साइड, सल्फर डाइआक्साइड आदि उत्पन्न नहीं होतीं । ये गैसें ही मुख्य रूप से वायु प्रदूषण का कारण होती हैं । पेट्रोल जलने के दौरान जले कार्बन कण छोड़ती है, जो दमा जैसे श्वास रोग उत्पन्न करते हैं, जबकि सीएनजी जलने पर ऐसे कण नहीं छोड़ती है। अत: मोटर वाहनों में सीएनजी के उपयोग
से वायु प्रदूषण कम होता है ।
प्रश्न 4.
ईंधन के रूप में एलपीजी और लकड़ी की तुलना कीजिए।
उत्तर:
लकड़ी | एल.पी.जी. |
1. इसका ऊष्मीय मान कम होता है। | 1. इसका ऊष्मीय मान उच्च होता है। |
2. लकड़ी का ज्वलनांक अधिक होता है। | 2. एल.पी.जी. का ज्वलनांक कम होता है। |
3. यह धुएँ के साथ जलती है। | 3. यह बिना धुआँ किए जलती है। |
4. लकड़ी के जलने पर CO2 तथा कम वायु में CO (कार्बन मोनोक्साइड) गैसें उत्पन्न होती हैं। | 4. इसके जलने पर कोई विषैली गैस उत्पन्न नहीं होती है। |
5. ठोस और भारी होने के कारण इसे भण्डारित करना आसान नहीं होता है। | 5. इसको आसानी से भण्डारित किया जा सकता है। |
6. इसको जलाने पर राख अवशेष बनती है। | 6. इसको जलाने पर अवशेष नहीं बचता है। |
प्रश्न 5.
कारण बताइए-
(क) विद्युत उपकरण से संबद्ध आग पर नियंत्रण पाने हेतु जल का उपयोग नहीं किया जाता ।
(ख) एलपीजी लकड़ी से अच्छा घरेलू ईंधन है।
(ग) कागज स्वयं सरलता से आग पकड़ लेता है जबकि ऐलुमिनियम पाइप के चारों ओर लपेटा गया कागज का टुकड़ा आग नहीं पकड़ता।
उत्तर:
(क) जल विद्युत का सुचालक है। इसीलिए विद्युत उपकरण से संबद्ध आग पर नियंत्रण पाने हेतु जल का उपयोग नहीं करते । इससे विद्युत झटका लगने से जान जाने का खतरा होता है ।
(ख) लकड़ी की अपेक्षा एलपीजी आसानी से जलती है और अधिक ऊष्मा उत्पन्न करती है । एलपीजी के दहन से लकड़ी की तुलना में वायु प्रदूषण नगण्य ही होता है ।
(ग) कागज का ज्वलन ताप कम होता है, जबकि ऐलुमिनियम पाइप के साथ कागज लपेटने पर दहन के लिए यह आवश्यक है कि ऐलुमिनियम को उसके ज्वलन ताप तक गर्म किया जाये, जिसके लिए ज्यादा मात्रा में ऊष्मा की आवश्यकता होती है। अतः कागज स्वयं सरलता से आग पकड़ लेता है जबकि ऐलुमिनियम पाइप के चारों ओर लपेटा कागज का टुकड़ा आग आसानी से नहीं पकड़ता ।
प्रश्न 6.
मोमबत्ती की चाला का चिह्नित चित्र बनाइये ।
उत्तर:
प्रश्न 7.
ईंधन के ऊष्मीय मान को किस मात्रक द्वारा प्रदर्शित किया जाता है?
उत्तर:
ईधन का ऊष्मीय मान किलोजूल प्रति किलोग्राम के पदों में व्यक्त किया जाता है।
प्रश्न 8.
समझाइए कि CO2 किस प्रकार आग को नियंत्रित करती है।
उत्तर:
CO2 गैस वायु से भारी होती है । इसलिए यह जलती हुई वस्तु के चारों ओर आवरण कर ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देती है तथा वातावरण से ऑक्सीजन के प्रवाह को वस्तु तक नहीं पहुंचने देती तथा जलने वाली वस्तु का ताप उसके ज्वलन ताप से काफी हद तक कम कर देती है, जिस कारण आग बुझ जाती है ।
प्रश्न 9.
हरी पत्तियों के ढेर को जलाना कठिन होता है, परन्तु सूखी पत्तियों में आग आसानी से लग जाती है, समझाइए।
उत्तर:
हरी पत्तियों का ज्वलन ताप सूखी पत्तियों से अधिक होता है, क्योंकि हरी पत्तियों में नमी की मात्रा अधिक होती है तथा हरी पत्तियों के ढेर में ऑक्सीजन की मात्रा कम होती है। परन्तु सुखी पत्तियों में नमी की मात्रा कम होती है तथा इनके ढेर में ऑक्सीजन की मात्रा अधिक होती है। इसलिए हरी पत्तियों के ढेर को जलाना कठिन होता है।
प्रश्न 10.
सोने और चाँदी को पिघलाने के लिए स्वर्णकार ज्वाला के किस क्षेत्र का उपयोग करते हैं और क्यों ?
उत्तर:
स्वर्णकार ज्वाला के सबसे ऊपरी अदीप्त, नीले क्षेत्र का उपयोग करते हैं, क्योंकि ज्वाला का बाह्य पूर्ण दहन क्षेत्र सबसे अधिक ऊष्मा वाला होता है। सोना और चाँदी का गलनाक बहुत अधिक होता है। इसलिए उन्हें पिघलन के लिए अधिक ऊष्मा की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 11.
एक प्रयोग में 4.5 Kg. ईधन का पूर्णतया दहन किया गया । उत्पन्न ऊष्मा का मान 1,80,000 Kj. था। ईंधन का ऊष्मीय मान परिकलित कीजिए।
उत्तर:
ईधन की मात्रा (द्रव्यमान) = 4.5 Kg.
4.5 Kg. ईंधन जलाने पर प्राप्त ऊष्मा = 180,000 KJ
1 Kg. ईधन को पूर्णतया दहन करने पर उत्पन्न ऊष्मा = 180,000
4.5 = 40,000 KJ.
ईंधन का ऊष्मीय मान – 40,000 kJ/kg.
प्रश्न 12.
क्या जंग लगने के प्रक्रम को दहन कहा जा संकता है ? विवेचना कीजिए ।
उत्तर:
नहीं, जंग लगने की प्रक्रिया में धातु वातावरण की ऑक्सीजन व नमी से क्रिया कर ऑक्साइड बनाती है जो उसके पृष्ठ पर दिखाई देती है, जबकि दहन प्रक्रम में वस्तु ऑक्सीजन की उपस्थिति में जलती है । दहन एक तीव्र प्रक्रिया है जबकि जंग लगना धीमी प्रक्रिया है। साथ ही दहन ऊष्मा के साथ ज्वाला भी उत्पन्न करता है। जबकि जंग केवल ऊष्मा उत्पन्न करता है। इस कारण जंग लगने की प्रक्रिया का दहन नहीं कहा जा सकता ह।
प्रश्न 13.
आबिदा और रमेश ने एक प्रयोग किया जिसमें बीकर में रखे जल को गर्म किया गया । आबिदा ने बीकर को मोमबत्ती चाला के पीले भाग के पास रखा। रमेश ने बीकर को ज्वाला के सबसे बाहरी भाग के पास रखा । किसका पानी कम समय में गर्म हो जाएगा ।
उत्तर:
रमेश के बीकर का जल पहले गर्म होगा क्योंकि ज्वाला का सबसे बाहरी भाग (नीला क्षेत्र) अन्य भागों की तुलना में सबसे अधिक गर्म होता है ।
HBSE 8th Class Science कोयला और पेट्रोलियम Important Questions and Answers
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. मैग्नीशियम जलकर (दहन होकर) क्या बनाता है?
(अ) मैग्नीज,
(ब) मैग्नीशियम ऑक्साइड
(स) मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड
(द) मैग्नीशियम क्लोराइड ।
उत्तर:
(ब) मैग्नीशियम ऑक्साइड
2. मोमबत्ती के आंशिक दहन वाले मध्य भाग का रंग होता है
(अ) काला
(ब) नीला
(स) पीला।
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं ।
उत्तर:
(ब) नीला
3. ईंधन के ऊष्यीय मान का मात्रक है –
(अ) न्यूटन
(ब) Kg/KJ
(स) °C
(द) KJ/Kg
उत्तर:
(द) KJ/Kg
4. पेट्रोल का ऊष्मीय मान है –
(अ) 55,000 KJ/Kg.
(ब) 45,000 KJ/Kg
(स) 6,000-8.000 KJ/Kg
(द) 1,50,000 KJ/Kg.
उत्तर:
(ब) 45,000 KJ/Kg
5. ज्वलनशील पदार्थों का ज्वलन ताप होता है –
(अ) बहुत कम
(ब) बहुत अधिक
(स) न बहुत अधिक न बहुत कम
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं ।
उत्तर:
(अ) बहुत कम
6. ईंधन के अपूर्ण दहन से बनने वाली गैस है
(अ) कार्बन डाईऑक्साइड
(ब) हाइड्रोजन
(स) कार्बन मोनोक्साइड
(द) सल्फर डाइऑक्साइड।
उत्तर:
(स) कार्बन मोनोक्साइड
रिक्तस्थान पूर्ति
(क) वह न्यूनतम ताप जिस पर कोई पदार्थ जलने लगता है, उसका ……………. कहलाता है।
(ख) ईधन के ऊष्मीय मान को ……………. मात्रक द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
(ग) ईंधन का अपूर्ण दहन ……………. गैस देता है।
(घ) वायु में कार्बन डाइऑक्साइड गैस की अधिक मात्रा ……………. का कारण बनती है।
उत्तर:
(क) ज्वलन-ताप
(ख) किलोजूल प्रति किलोग्राम
(ग) कार्बन मोनोक्साइड
(घ) विश्व ऊष्णन।
सुमेलन
कॉलम ‘अ’ | कॉलम ‘ब’ |
(i) मिट्टी का तेल | (क) द्रव ईंधन |
(ii) लकड़ी का कोयला | (ख) विश्व ऊष्णन का कारण |
(iii) पेट्रोल | (ग) अम्ल वर्षा का कारण |
(iv) कार्बन डाइऑक्साइड | (घ) ज्वाला देता है |
(v) सल्फर और नाइट्रोजन के ऑक्साइड | (ङ) ज्वाला नहीं देता |
उत्तर:
कॉलम ‘अ’ | कॉलम ‘ब’ |
(i) मिट्टी का तेल | (घ) ज्वाला देता है |
(ii) लकड़ी का कोयला | (ङ) ज्वाला नहीं देता |
(iii) पेट्रोल | (क) द्रव ईंधन |
(iv) कार्बन डाइऑक्साइड | (ख) विश्व ऊष्णन का कारण |
(v) सल्फर और नाइट्रोजन के ऑक्साइड | (ग) अम्ल वर्षा का कारण |
सत्य / असत्य कथन
(क) मोमबत्ती ज्वाला के साथ जलती है जबकि कोयला नहीं।
(ख) ईधन के ऊष्मीय मान को किलोजूल प्रति किलोग्राम मात्रक द्वारा प्रदर्शित करते हैं।
(ग) ईंधन के अपूर्ण दहन में कार्बन डाइऑक्साइड गैस बनती है।
(घ) पृथ्वी के वातावरण के तापमान में वृद्धि अम्ल वर्षा कहलाती है।
उत्तर:
(क) सत्य
(ख) सत्य
(ग) असत्य
(घ) असत्य।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
कोई तीन तरल ईंधनों के नाम लिखिए ।
उत्तर:
डीजल, पेट्रोल, केरोसिन तेल (मिट्टी का तेल) आदि ।
प्रश्न 2.
दहन से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:
वह रासायनिक प्रक्रम जिसमें पदार्थ ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया करके ऊष्मा प्रदान करता है, दहन कहलाता है।
प्रश्न 3.
ज्वलन ताप की परिभाषा लिखिए ।
उत्तर:
वह न्यूनतम ताप जिस पर कोई पदार्थ आग पकड़ लेता है एवं जलने लगता है, उस पदार्थ का ज्वलन ताप कहलाता है।
प्रश्न 4.
किन्हीं दो ज्वलनशील पदार्थों के नाम लिखिए।
उत्तर:
पेट्रोल एवं द्रवित पेट्रोलियम गैस।
प्रश्न 5.
विद्युत द्वारा लगी आग बुझाने के लिए किस प्रकार के अग्निशामक का उपयोग होता है।
उत्तर:
कार्बन ट्रेटा क्लोराइड नामक अग्निशामक ।
प्रश्न 6.
दहन के प्रकार लिखिए ।
उत्तर:
तीव्र दहन, स्वतः दहन एवं विस्फोट।
प्रश्न 7.
तीन दहन किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब गैस तेजी से जलने लगती है तथा ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न करती है, तब यह दहन तीव्र दहन कहलाता है।
प्रश्न 8.
स्वतः दहन किसे कहते हैं ?
उत्तर:
ऐसे पदार्थ जो कमरे के ताप पर वायु में जल उठते हैं । जैसे- फॉस्फोरस । यह स्वतः दहन कहलाता है।
प्रश्न 9.
मोमबत्ती की ज्वाला के क्षेत्रों के नाम लिखिए।
उत्तर:
ठंडा अंदरूनी क्षेत्र, मध्य क्षेत्र, बाह्य अदीप्त क्षेत्र।
प्रश्न 10.
किसी ईंधन के ऊष्मीय मान से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
किसी ईंधन के 1 किलोग्राम के पूर्ण दहन से प्राप्त ऊष्मा ऊर्जा की मात्रा, उसका ऊष्मीय मान कहलाती है।
प्रश्न 11.
विश्व ऊष्णन किसे कहते हैं?
उत्तर:
पृथ्वी के वातावरण के तापमान में वृद्धि विश्व ऊष्णन कहलाती है।
प्रश्न 12.
विश्व ऊष्णन का कारण क्या है?
उत्तर:
वायु में कार्बन डाईऑक्साइड की बढ़ी मात्रा को विश्व ऊष्णन का कारण माना जाता है।
प्रश्न 13.
अम्लीय वर्षा के लिए कारक दो गैसों के नाम लिखिए।
उत्तर:
(i) नाइट्रोजन डाइऑक्साइड
(ii) सल्फर डाइऑक्साइड।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
परिभाषा लिखिए-
(1) बहन
(2) दाह्य
उत्तर:
(1) दहन : ऐसा प्रक्रम जिसमें पदार्थ को ऑक्सीजन में जलाने से ऊष्मा पैदा होती है ।
(2) दाह्य : दहन की क्रिया में जिस पदार्थ का दहन होता है । दाह्य कहलाता है।
प्रश्न 2.
कुछ दाह्य और अदाह्य पदार्थों के नाम लिखिए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
दाह्य पदार्थ- लकड़ी, कागज, मिट्टी का तेल, स्ट्रा, काष्ठ कोयला एवं माचिस की तीलियाँ। अदाह्य पदार्थ- लोहे की कीलें, पत्थर का टुकड़ा एवं
प्रश्न 3.
एक लकड़ी के कोयले का जलते हुए टुकड़े को एक लोहे की प्लेट पर रखकर एक पारदर्शक प्लास्टिक जार से ढकने पर क्या होता है और क्यों? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
कुछ समय बाद लकड़ी का कोयला जलना बंद हो जाता है क्योंकि इस पर प्लास्टिक जार ढकने से ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।
प्रश्न 4.
कागज के बने कप में कागज के बिना जले पानी कैसे उबल जाता है ? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
कागज के कप में पानी को गर्म करते समय बर्नर द्वारा दी गई ऊष्मा कागज के कप में उसमे रखे हुए पानी को स्थानान्तरित हो जाती है जिससे पानी का ताप बढ़ता जाता है तथा अन्त में पानी उबलने लगता है । कागज को प्रदान की जाने वाली ऊष्मा तुरन्त ही जल को स्थानान्तरित होने के कारण कागज अपने ज्वलन ताप तक नहीं पहुँच पाता तथा कागज जलने से बचा रहता है।
प्रश्न 5.
आग उत्पन्न करने के लिए क्या आवश्यकताएँ
उत्तर:
आग उत्पन्न करने के लिए निम्नलिखित तीन आवश्यकताएँ हैं-
(i) इंधन
(ii) वायु (ऑक्सीजन आपूर्ति हेत)
(iii) ऊष्मा (ईधन का ताप उसके ज्वलन ताप से अधिक करने हेतु)।
प्रश्न 6.
आग बुझाने के लिए सामान्यतया जल का उपयोग क्यों किया जाता है ?
उत्तर:
आग लग जाने पर जल डालने पर जलने वाले पदार्थ का ज्वलन ताप कम हो जाता है, ऐसा करने से आग का फैलना रुक जाता है । जलं वाष्प, ज्वलनशील पदार्थ को घेर लेता है जिससे ऑक्सीजन की आपूर्ति रुक जाता है तथा आग बुझ जाती है । आग बुझाने हेतु वायु का प्रवाह रोक कर या ईंधन का ताप कम करके आग पर नियंत्रण करने का प्रयास किया जाता है।
प्रश्न 7.
तेल या पेट्रोल में लगी आग को हम जल द्वारा नहीं बुझा सकते क्यों ?
उत्तर:
जल तेल से भारी होता है अत: तेल में लगी आग में जल को डालने पर जल नीचे चला जाता है तथा तेल ऊपर तैरकर जलता रहता है, अतः इसके लिए हम जल के स्थान पर कार्बन डाइऑक्साइड (Co) का उपयोग करते हैं जो ऑक्सीजन से भारी होने के कारण आग को एक कम्बल की भांति आवरण रूप दे देती है। इससे ईंधन एवं ऑक्सीजन (वायु से प्राप्त होने वाली) का सम्पर्क टूट जाता है जिससे आग पर नियंत्रण हो जाता है।
प्रश्न 8.
दहन के प्रकारों को समझाइए।
उत्तर:
दहन निम्नलिखित प्रकारों का होता है-
(i) तीन दहन- कुछ पदार्थ बहुत छोटी सी चिंगारी द्वारा ही जलने लगते हैं; जैसे- गैस लाइटर द्वारा गैस का जलना आदि । इस प्रकार के दहन को तीव्र दहन कहते हैं ।
(ii) स्वतः दहन- कुछ पदार्थ बिना किसी प्रत्यक्ष कारण के, अचानक लपटों के साथ जल उठते हैं, इस प्रकार का दहन स्वतः दहन कहलाता है। जैसे – फॉस्फोरस का कमरे के ताप पर जलना आदि ।
(iii) विस्फोट- इस प्रकार का दहन पटाखों में पाया जाता है । पटाखों के जलने पर आकस्मिक अभिक्रिया होने के कारण ऊष्मा, प्रकाश एवं ध्वनि उत्पन्न होती है।
प्रश्न 9.
दहन क्रिया में कौन से पदार्थ ज्वाला प्रदान करते (क्रियाकलाप),
उत्तर:
दहन क्रिया में सभी पदार्थ ज्वाला प्रदान नहीं करते हैं । दहन के समय वाष्पित होने वाले पदार्थ ज्वाला का निर्माण करते हैं । जैसे – मिट्टी के तेल का लैम्प, मोमबत्ती का पिघला हुआ मोम ज्वाला देते हैं, क्योंकि इनका वाष्पीकरण होता है । कोयला जलकर ज्वाला नहीं देता है क्योंकि यह वाष्पित नहीं होता है ।
प्रश्न 10.
सुनार फूंकनी का उपयोग क्यों करते हैं ?
उत्तर:
सुनार फूंकनी से ज्वाला के सबसे ऊपरी भाग को फॅक कर सोने पर मारते हैं, जिस कारण आग की प्रबलता बढ़ जाती है तथा सोना और चाँदी पिघलने लगते हैं । फूंक मारने के कारण । अधजले कार्बन के कण भी जलने लगते हैं और ऊष्मा अधिक प्राप्त होती है।
प्रश्न 11.
स्पष्ट कीजिए –
(1) ज्वलनशील पदार्थ
(2) ईंधन का ऊष्मीय मान ।
उत्तर:
(1) ज्वलनशील पदार्थ : ऐसे पदार्थ जिनका ज्वलन-ताप बहुत कम होता है और ज्वाला के साथ सरलतापूर्वक आग पकड़ लेते हैं, ज्वलनशील पदार्थ कहलाते हैं । उदाहरण- पेट्रोल, ऐल्कोहल, द्रवित पेट्रोलियम गैस (LPG) आदि ।
(2) ईंधन का ऊष्मीय मान : किसी ईंधन के किलोग्राम के पूर्ण दहन से प्राप्त ऊष्मा की मात्रा उसका ऊष्मीय मान कहलाती है । ईंधन का ऊष्मीय मान किलोजूल प्रति किलोग्राम (kJ/kg) मात्रक द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
प्रश्न 12.
एक बंद कमरे में कोयला जलाकर सोने से क्या खतरा होता है?
उत्तर:
एक बंद कमरे में कोयले को ऑक्सीजन पूर्णतया नहीं मिलने पर इसका अपूर्ण दहन कार्बन मोनोक्साइड देता है, जिससे कमरे में सो रहे व्यक्तियों की मृत्यु भी हो सकती है।
प्रश्न 13.
अम्लीय वर्षा से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:
सल्फर एवं नाइट्रोजन के ऑक्साइड वर्षा के जल में घुल जाते हैं तथा अम्ल बनाते हैं । ऐसी वर्षा अम्लीय वर्षा कहलाती है । अम्लीय वर्षा फसलों, भवनों एवं मृदा के लिए अत्यन्त हानिकारक होती है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
एक प्रयोग द्वारा सिद्ध कीजिए कि दहन के लिए वायु आवश्यक है। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
प्रयोग-एक जलती मोमबत्ती को मेज के ऊपर रखिए। काँच की चिमनी को मोमबत्ती के ऊपर लकड़ी के दो गुटकों की सहायता से इस प्रकार रखिए कि वायु का चिमनी में प्रवेश होता
रहे (चित्र (a))। देखिए, ज्वाला को क्या होता है। अब लकड़ी के गुटके हटा कर चिमनी को मेज पर टिका दीजिए (चित्रं (b)) पुनः ज्वाला को देखिए। अंत में एक काँच की प्लेट चिमनी के ऊपर रख दीजिए। (चित्र (c))| ज्वाला को पुन: देखिए। तीनों स्थितियों में क्या होता है? निष्कर्ष-हम पाते हैं कि दहन के लिए वायु आवश्यक है। अवस्था (a) में मोमबत्ती निर्बाध रूप से जलती है, जबकि वायु चिमनी में नीचे से प्रवेश कर सकती है। अवस्था (b) में, जब चिमनी में नीचे से वायु प्रवेश नहीं कर पाती तो ज्वाला में कम्पन होता है और धुआँ उत्पन्न होता है। अवस्था (c) में, ज्वाला बुझ जाती है क्योंकि उसे वायु उपलब्ध नहीं हो पाती।
प्रश्न 2.
मोमबत्ती की ज्वाला के सभी क्षेत्रों का चित्र सहित स्पष्टीकरण कीजिए।
उत्तर:
ज्वाला के तीन मुख्य क्षेत्र होते हैं –
(1) गहरा आंतरिक क्षेत्र : यह ज्वाला का भीतरी ठंडा क्षेत्र है । इसमें मोम की गर्म वाष्प होती है ।
(2) दीप्त क्षेत्र : मध्य भाग चमकीला होता है । इस क्षेत्र में कार्बन के आधे जले कण होते हैं । इन कणों के चमकने से यह क्षेत्र चमकीला है । यह कण ज्वाला से धुएँ और काजल के रूप में उत्पन्न होते हैं।
(3) अदीप्त क्षेत्र : यह ज्वाला का सबसे बाहरी भाग है। जिसका रंग फीका नीला होता है । इस भाग में ऑक्सीजन ईंधन से मिलकर पूर्ण दहन करती है। यह सबसे बाहरी अदीप्त भाग है, जिसका तापमान सबसे अधिक होता है।
प्रश्न 3.
ईंधन को विस्तार से समझाइए ।
उत्तर:
ईंधन :
घरेलू और औद्योगिक उपयोगों से संबंधित ऊष्मा ऊर्जा के मुख्य स्रोत (काष्ठ, कोयला, पेट्रोल, मिट्टी का तेल इत्यादि) ईंधन कहलाते हैं । अच्छा ईंधन वह है जो आसानी से उपलब्ध हो जाए और सस्ता हो । अच्छा ईंध न वायु में सामान्य रूप से सुगमतापूर्वक जलता है, यह अधि क मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न करता है । यह जलने के पश्चात् कोई अवांछनीय पदार्थ नहीं छोड़ता । संभवत: ऐसा कोई भी ईंधन नहीं है जिसे आदर्श ईंधन माना जा सके।
प्रश्न 4.
ऊष्मीय मान को समझाइए । कुछ ईंधनों के ऊष्मीय मानों को लिखिए। उत्तर-ऊष्मीय मान-किसी ईंधन के 1 किलोग्राम के पूर्ण दहन से प्राप्त ऊष्मा ऊर्जा की मात्रा, उसका ऊष्मीय मान कहलाती है । ईंधन के ऊष्मीय मान को किलोजूल प्रति किलोग्राम (KI/Kg) मात्रक द्वारा प्रदर्शित किया जाता है । कुछ ईंधनों के ऊष्मीय मान निम्नवत् हैं-
ईधन | ऊष्मीय मान (kj/kg) |
गोबर के उपले | 6,000-8,000 |
लकड़ी | 17,000-22,000 |
कोयला | 25,000-33,000 |
पेट्रोल | 45,000 |
मिट्टी का तेल | 45,000 |
डीजल | 45,000 |
मेथेन | 50,000 |
सीएनजी | 50,000 |
एलपीजी | 55,000 |
जैव गैस | 35,000-40,000 |
हाइड्रोजन | 1,50,000 |
प्रश्न 5.
ईंधन के दहन से कौन-कौन से हानिकारक उत्पाद उत्पन्न होते हैं? समझाइए।
उत्तर:
ईंधन का बढ़ता हुआ उपभोग पर्यावरण पर अत्यन्त हानिकारक प्रभाव डालता है, इनमें से कुछ निम्नवत् हैं-
(1) लकड़ी, कोयले एवं पेट्रोल जैसे कार्बन ईंधन बिना जले कार्बन कण छोड़ते हैं । ये सूक्ष्म कण दमा एवं श्वास रोग उत्पन्न करते हैं।
(2) ईंधनों का अपूर्ण दहन होने पर यह कार्बन मोनोक्साइड गैस देते हैं । यह अत्यंत विषैली गैस है।
(3) अधिकांश ईंधनों के दहन के परिणामस्वरूप पर्यावरण में कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है । वायु में कार्बन डाइऑक्साइड गैस की अधिक मात्रा को ही विश्व ऊष्णन (Glabal warming) का कारण माना जाता है।
(4) कोयले तथा डीजल के दहन होने पर सल्फर डाइऑक्साइड गैस उत्सर्जित होती है जो कि दमघोंटू और संक्षारक गैस है । इसके अतिरिक्त पेट्रोल इंजन नाइट्रोजन के गैसीय ऑक्साइड छोड़ते हैं । सल्फर एवं नाइट्रोजन के ऑक्साइड वर्षा जल में घुल जाते हैं तथा अम्ल बनाते हैं जो वर्षा के जल से मिलकर अम्लीय वर्षा करते हैं, जो कि फसलों, मृदा के लिए अत्यंत हानिकारक होती है ।
दहन और ज्वाला Class 8 HBSE Notes in Hindi
→ दहन (Combustion) : रासायनिक प्रक्रम, जिसमें पदार्थ ऑक्सीजन से अभिक्रिया कर ऊष्मा देते हैं।
→ दाह्य पदार्थ (Combustible Substance) : वे पदार्थ जो जलने पर प्रकाश और ऊष्मा देते हैं, दाह्य पदार्थ कहलाते हैं।
→ अदाह्य पदार्थ (Non Combustible substance) : वे पदार्थ जो जलने पर न तो प्रकाश देते हैं और न ही ऊष्मा देते हैं, अदाह्य पदार्थ कहलाते हैं।
→ ज्वलन ताप (Ignition Temperature) : वह न्यूनतम ताप, जिस पर कोई पदार्थ जलने लगता है।
→ ज्वलनशील पदार्थ (Flammable Substance) : ऐसे पदार्थ जिनका ज्वलन-ताप बहुत कम होता है और जो ज्वाला के साथ सरलतापूर्वक आग पकड़ लेते हैं, ज्वलनशील पदार्थ कहलाते हैं।
→ अग्निशामक (Fire Extinguisher) : आम बुझाने वाला यत्र ।
→ तीव्र दहन (Rapid Combustion) : दहन जिसमें गैस तेजी से जलने लगती है एवं ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न करती हैं, तीव्र दहन कहलाता है।
→ स्वतः दहन (Spontaneous Combustion) : दहन जिसमें पदार्थ बिना किसी प्रत्यक्ष कारण के अचानक लपटों के साथ जल उठता है, स्वतः दहन कहलाता है।
→ विस्फोट (Explosion) : अभिक्रिया जिसमें बनी गैस बड़ी मात्रा में निकलकर ऊष्मा, प्रकाश और ध्वनि उत्पन्न करती है, विस्फोट कहलाती है।
→ ईंधन (Fuel) : वे पदार्थ जो पूर्ण दहन करने पर ऊष्मा उत्पन्न करते हैं, ईंधन कहलाते हैं।
→ ऊष्मीय मान (CalorificValue) : किसी ईंधन के 1 किलोग्राम के पूर्ण दहन से प्राप्त ऊष्मा ऊर्जा की मात्रा, उसका ऊष्मीय मान कहलाती है।
→ विश्व ऊष्णन (Global Warming) : पृथ्वी के वातावरण में धीमी गति से होने वाली ताप की वृद्धि ।
→ अम्ल वर्षा (Acid Rain) : जब सल्फर और नाइट्रोजन के ऑक्साइड वर्षा जल में घल जाते हैं एवं अम्ल बनाते हैं, तब ऐसी वर्षा अम्ल वर्षा कहलाती है।