Haryana State Board HBSE 8th Class Science Solutions Chapter 3 संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक Textbook Exercise Questions and Answers.
Haryana Board 8th Class Science Solutions Chapter 3 संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक
HBSE 8th Class Science संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक InText Questions and Answers
पहेली बूझो
(पृष्ठ संख्या -33)
प्रश्न 1.
क्या नाइलॉन के रेशे सचमुच इतने मजबूत होते हैं कि हम उससे पैराशूट और चट्टानों पर चढ़ने की रस्सी का निर्माण कर सकते हैं ?
उत्तर:
हाँ, नाइलॉन के रेशे इतने मजबूत होते हैं । एक नाइलॉन का तार, इस्पात के तार से भी अधिक प्रबल होता है। इस कारण से उससे पैराशूट तथा चट्टानों पर चढ़ने वाली रस्सी का निर्माण किया जा सकता है।
(पृष्ठ संख्या -35)
प्रश्न 2.
मेरी माँ जल के लिए सदैव पेट (PET) बोतलें और चावल तथा चीनी संचयन के लिए पेट जार खरीदती हैं । मैं जानने के लिए उत्सुक हूँ कि आखिर यह पेट है. क्या ?
उत्तर:
पेट एक प्रकार का पॉलिएस्टर है, जो कि वजन में, हल्का, मजबूत, सस्ता तथा विद्युत का कुचालक है । इसलिए इससे निर्मित जारों, बोतलों आदि का प्रयोग चावल तथा चीनी संचयन के लिए किया जाता है । यह आसानी से मुड़ता नहीं है, किन्तु आसानी से साफ हो जाता है।
(पृष्ठ संख्या -35)
प्रश्न 3.
ओह ! अब मैं समझी कि मेरी माँ रसोईघर में काम करते समय पॉलिएस्टर से बने वस्त्र क्यों नहीं पहनती?
उत्तर:
पॉलिएस्टर से बने वस्त्र गर्म करने पर पिघल जाते हैं एवं पहनने वाले व्यक्ति के शरीर से चिपक जाता है।
HBSE 8th Class Science संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक Textbook Questions and Answers
प्रश्न 1.
कुछ रेशे संश्लेषित क्यों कहलाते हैं ?
उत्तर:
ऐसे रेशे जो मानव के द्वारा रासायनिक प्रक्रमों द्वारा बनाए जाते हैं, संश्लेषित रेशे कहलाते हैं । संश्लेषित रेशों की कच्ची सामग्री पेट्रोरसायनों से मिलती है। जो जीवाश्म ईंधन पेट्रोलियम आदि से बनते हैं, अत: ये कृत्रिम रेशे भी कहलाते हैं । ऐक्रिलिक और पॉलिएस्टर रेयान तथा नाइलॉन प्रमुख संश्लेषित रेशे हैं।
प्रश्न 2.
सही उत्तर को चिह्नित (✓) कीजिए-
रेयॉन एक संश्लेषित रेशा नहीं है, क्योकि –
(क) इसका रूप रेशम समान होता है।
(ख) इसे काष्ठ लुगदी से प्राप्त किया जाता है।
(ग) इसके रेशों को प्राकृतिक रेशों के समान बुना जा सकता है।
उत्तर:
(ख) इसे काष्ठ लुगदी से प्राप्त किया जाता है। ✓
प्रश्न 3.
उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(क) संश्लेषित रेशे …………………….. अथवा …………………….. रेशे भी कहलाते हैं।
(ख) संश्लेषित रेशे कच्चे माल से संश्लेषित किये जाते हैं, जो …………………….. कहलाता है।
(ग) संश्लेषित रेशे की भाँति प्लास्टिक भी एक ……………………. .है।
उत्तर:
(क) कृत्रिम, मानव निर्मित
(ख) पेट्रोरसायन
(ग) बहुलक ।
प्रश्न 4.
नाइलॉन रेशों से निर्मित दो वस्तुओं के नाम बताइए जो नाइलॉन रेशे की प्रबलता दर्शाती हों।
उत्तर:
(1) पैराशूट
(2) पहाड़ों पर चढ़ाई में प्रयुक्त रस्सी । ये नाइलॉन की प्रबलता को दर्शात हैं ।
प्रश्न 5.
खाद्य पदार्थों का संचयन करने हेतु प्लास्टिक पात्रों के उपयोग के तीन प्रमुख लाभ बताइए ।
उत्तर:
प्लास्टिक पात्रों के उपयोग के प्रमुख लाभ :
(1) प्लास्टिक पात्र हल्के, मजबूत तथा लम्बे समय तक चलने वाले होते है ।
(2) प्लास्टिक पात्र सभी सम्भव । आकारों व रंग-रूप में उपलब्ध होते हैं ।
(3) प्लास्टिक पात्र ऊष्मा व विद्युत के कुचालक होते हैं, यह भोजन, पानी और वायु से क्रिया नहीं करते।
प्रश्न 6.
थर्मोप्लास्टिक और थर्मोसेटिंग प्लास्टिक के मध्य अन्तर को स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर:
थर्मोप्लास्टिक | थर्मोसेटिंग प्लास्टिक |
1. गर्म करने पर आसानी से विकृत हो जाते हैं। | 1. गर्म करने पर विकृत नहीं होते हैं। |
2. इन्हें आसानी से मोड़ा जा सकता है। | 2. इन्हें आसानी से मोड़ा नहीं जा सकता है। |
3. ये ऊष्मा के सुचालक होते हैं। | 3. ये ऊष्मा के कुचालक होते हैं। |
4. इनका उपयोग कषियाँ, खिलौने और विभिन्न प्रकार के पात्रों को बनाने में किया जाता है। | 4. इसका उपयोग बिजली के स्विच, विभिन्न बर्तनों के हत्थे, रसोई के बर्तन बनाने में किया जाता है। |
5. इनका पुन: उपयोग किया जा सकता है। | 5. इनका पुन: उपयोग संभव नहीं है। |
6. उदाहरण- पी.वी.सी., पॉलिथीन। | 6. उदाहरण-बैकलाइट, मेलामाइन। |
प्रश्न 7.
समझाइए, थमोंसेटिंग प्लास्टिक से निम्नलिखित क्यों बनाए जाते हैं-
(क) डेगची के हत्थे
(ख) विद्युत प्लग/स्विच/ प्लग बोर्ड ।
उत्तर:
(क) डेगची के हत्थे : यह थर्मोसेटिंग प्लास्टिक के बनाए जाते हैं क्योंकि यह ऊष्मारोधी होते हैं तथा ऊष्मा और अग्नि को आसानी से सह लेते हैं ।
(ख) विद्युत प्लग/स्विच/प्लग बोर्ड : थर्मोसेटिंग प्लास्टिक (जैसे-बैकेलाइट) विद्युत के कुचालक होते हैं, इसलिए विद्युत प्लग, स्विच, प्लग बोर्ड आदि बनाने में इनका प्रयोग किया जाता है।
प्रश्न 8.
निम्नलिखित पदार्थों को “पुनः चक्रित किये जा सकते हैं” और “पुनः चक्रित नहीं किये जा सकते हैं” में वर्गीकृत कीजिए – टेलीफोन यंत्र, प्लास्टिक खिलौने, कुकर के हत्थे, सामग्री लाने वाले थैले, बॉल प्वाइंट पेन, प्लास्टिक के कटोरे, विद्युत तारों के प्लास्टिक आवरण, प्लास्टिक की कुर्सियाँ, विद्युत स्विच।
उत्तर:
पुनः चक्रित किए जा सकते हैं: प्लास्टिक खिलौने, सामग्री लाने वाले थैले, बाल प्वाइंट पैन, प्लास्टिक के कटोरे, प्लास्टिक की कुर्सियों, विद्युत तारों के प्लास्टिक आवरण आदि ।
पुनः चक्रित नहीं किए जा सकते हैं : टेलीफोन यंत्र, कुकर के हत्थे, विद्युत स्विच आदि ।
प्रश्न 9.
राणा गर्मियों के लिए कमीजें खरीदना चाहता है । उसे सूती कमीजें खरीदनी चाहिए या संश्लेषित ? कारण सहित राणा को सलाह दीजिए।
उत्तर:
राणा को गर्मियों के लिए सूती कमीज खरीदनी चाहिए । क्योंकि सूती कमीजें छिद्रयुक्त होती हैं तथा सूती कमीजें पसीना सोखकर शरीर को सूखा रखती हैं। किन्तु संश्लेषित कमीजे न तो पसीना सोखती हैं और न ही छिद्रयुक्त होती हैं । अत: यह गर्मियों में पहनने के लिए उपयुक्त नहीं होती।
प्रश्न 10.
उदाहरण देकर प्रदर्शित कीजिए कि प्लास्टिक की प्रकृति असंक्षारक होती है।
उत्तर:
प्लास्टिक की प्रकृति असंक्षारक होती है क्योंकि यह वस्तु जल या नमी के साथ क्रिया नहीं करती है ।
उदाहरण :
(1) पानी प्लास्टिक की बोतलों में रखा जाता है ।
(2) अचार तथा अन्य खाने योग्य पदार्थ प्लास्टिक से निर्मित पात्रों में रखे जाते हैं ।
(3) अनेक औषधियों तथा रसायनों को भी प्लास्टिक में संचित किया जाता है।
प्रश्न 11.
क्या दाँत साफ़ करने के ब्रुश का हैण्डल और शूक (ब्रिस्टल) एक ही पदार्थ के बनाने चाहिए ? अपना उत्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
नहीं, दाँत साफ करने के बुश के हैण्डल व शूक अलग पदार्थों के बने होने चाहिए । इसका कारण है कि हैंण्डल सहारे (पकड़ने) के लिए होता है, इसे सख्त और मजबूत होना चाहिए । शूक दाँतों की सफाई के लिए है, इन्हें नरम, लचकीले व मजबूत होने चाहिए।
प्रश्न 12.
“जहाँ तक संभव हो प्लास्टिक के उपयोग से बचिए”, इस कथन पर सलाह दीजिए।
उत्तर:
प्लास्टिक बहुत उपयोगी पदार्थ होते हुए भी पर्यावरण हितैषी नहीं है । यह न जल्दी जलकर नष्ट होता है और न ही प्राकृतिक जीवाणुओं द्वारा आसानी से अपघटित होता है । लापरवाही के कारण इधर-उधर फेंकी गई पॉलिथीन की थैलियाँ नालियों को रोक देती हैं, उदाहरण के लिए लोग चिप्स, बिस्कुट और अन्य रैपरों में आने वाले खाद्य सामानों के उपयोग के बाद प्लास्टिक को सड़क, उद्यान या पिकनिक स्थान पर फेंक देते हैं । खाद्य अपशिष्ट खाने के प्रक्रम में पश पॉलिथीनकी थैलियाँ और रैपर निगल जाते हैं यह प्लास्टिक पदार्थ इन पशुओं के श्वसन तंत्र में बाधा उत्पन्न करते हैं अथवा आमाशय में जमकर एक अस्तर बनाते हैं, जिससे यह उनकी मृत्यु का कारण भी बन सकता है । इसलिए हमें इसका उपयोग करते समय 5R सिद्धांतों को याद रखना चाहिए-पुन: उपयोग कीजिए (Reuse), पुनः प्राप्त कीजिए (Recover), पुनः चक्रित काजिए (Recycle), उपयोग कम कीजिए (Reduce), उपयोग ना करना (Refuse)।
प्रश्न 13.
कॉलम ‘अ’ के पदों का कॉलम ‘ब’ में दिए गए वाक्य खण्डों से सही मिलान कीजिए-
कॉलम ‘अ’ | कॉलम ‘ब’ |
(a) पॉलिएस्टर | (i) काष्ठ लुगदी का उपयोग कर तैयार किया जाता है। |
(b) टेपलॉन | (ii) पैराशूट और मोजा बनाने में उपयोग किया जाता है। |
(c) रेयॉन | (iii) न चिपकने वाले भोजन बनाने के पात्रों के निर्माण में उपयोग किया जाता है। |
(d) नाइलॉन | (iv) कपड़े में आसानी से बल नहीं पड़ते। |
उत्तर:
कॉलम ‘अ’ | कॉलम ‘ब’ |
(a) पॉलिएस्टर | (iv) कपड़े में आसानी से बल नहीं पड़ते। |
(b) टेपलॉन | (iii) न चिपकने वाले भोजन बनाने के पात्रों के निर्माण में उपयोग किया जाता है। |
(c) रेयॉन | (i) काष्ठ लुगदी का उपयोग कर तैयार किया जाता है। |
(d) नाइलॉन | (ii) पैराशूट और मोजा बनाने में उपयोग किया जाता है। |
प्रश्न 14.
“संश्लेषित रेशों का औद्योगिक निर्माण वास्तव में वनों के संरक्षण में सहायक हो रहा है ।” टिप्पणी कीजिए।
उत्तर:
प्राकृतिक रेशे प्राकृतिक स्रोतों से मिलते हैं, किन्तु संश्लेषित रेशों का निर्माण पेट्रोरसायन से प्राप्त कच्चे माल से होता है । इससे स्पष्ट होता है कि संश्लेषित रेशों के निर्माण में वनों से प्राप्त कच्चा माल प्रयुक्त नहीं होता है। अतः य वनो क सरक्षण में सहायक है । इसके लिए जानवरों का शिकार भी नहीं करना पड़ता है।
प्रश्न 15.
यह प्रदर्शित करने हेतु एक क्रियाकलाप का वर्णन कीजिए कि थर्मोप्लास्टिक विद्युत का कुचालक है।
चित्र के अनुसार एक बल्ब, बैटरी तथा थर्मोप्लास्टिक वस्तु को तांबे के तार द्वारा आपस में जोड़कर परिपथ तैयार कर लीजिए । इस दशा में बल्ब प्रकाशित नहीं होता है, इससे सिद्ध होता है कि थोप्लास्टिक विद्युत का कुचालक है।
HBSE 8th Class Science सूक्ष्मजीव: मित्र एवं शत्रु Important Questions and Answers
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. कृत्रिम रेशम है –
(अ) नाइलॉन
(ब) रेयॉन
(स) ऐक्रिलिक
(द) पॉलिएस्टर ।
उत्तर:
(ब) रेयॉन
2. प्लास्टिक जो गर्म करने पर आसानी से विकृत हो जाता है और सरलतापूर्वक मुड़ जाता है, कहलाता है
(अ) थोप्लास्टिक
(ब) बैकलाइट
(स) नाइलॉन
(द) रेयॉन ।
उत्तर:
(अ) थोप्लास्टिक
3. निम्नलिखित में से जैव अनिम्नीकरणीय पदार्थ है –
(अ) कपड़ा (सूती)
(ब) कागज
(स) लकड़ी
(द) प्लास्टिक का बैग ।
उत्तर:
(द) प्लास्टिक का बैग ।
4. अग्निरोधक प्लास्टिक का उदाहरण है –
(अ) पी. वी. सी.
(ब) पॉलिथीन
(स) मेलामाइन
(द) नाइक्रोम ।
उत्तर:
(स) मेलामाइन
5. ऊनी वस्त्र के अपह्रासित होने का समय (लगभग) है
(अ) 10 से 30 दिन
(ब) 1 से 2 सप्ताह,
(स) 100 से 500 वर्ष
(द) लगभग एक वर्ष ।
उत्तर:
(द) लगभग एक वर्ष ।
रिक्त स्थान पूर्ति ।
(क) अनेक छोटी इकाइयाँ मिलकर एक बड़ी एकल इकाई बनाते हैं जो …………… कहलाती है।
(ख) टेरौलीन एक …………… है।
(ग) प्लास्टिक ऊष्मा और विद्युत के …………… हैं।
(घ) पदार्थ जो प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा सरलता से विघटित नहीं होता, …………… कहलाता है।
उत्तर:
(क) बहुलक
(ख) पॉलिएस्टर
(ग) कुचालक
(घ) जैव अनिम्नीकरणीय।
सुमेलन
कॉलम ‘अ’ | कॉलम ‘ब’ |
(क) कागज़ | (i) जैव अनिम्नीकरणीय |
(ख) प्लास्टिक | (ii) मानव-निर्मित रेशा |
(ग) पेट (PET) | (iii) पॉलिएस्टर |
(घ) नाइलॉन | (iv) जैव निम्नीकरणीय |
उत्तर:
कॉलम ‘अ’ | कॉलम ‘ब’ |
(क) कागज़ | (iv) जैव निम्नीकरणीय |
(ख) प्लास्टिक | (i) जैव अनिम्नीकरणीय |
(ग) पेट (PET) | (iii) पॉलिएस्टर |
(घ) नाइलॉन | (ii) मानव-निर्मित रेशा |
सत्य – असत्य
(क) रेयॉन प्राकृतिक स्रोत काष्ठ लुग्दी से प्राप्त किया जाता है।
(ख) रेयॉन एक मानव निर्मित रेशा है।
(ग) पॉलिएस्टर एक प्राकृतिक रेशा है।
(घ) प्लास्टिक का पनः चक्रण नहीं हो सकता।
उत्तर:
(क) सत्यं
(ख) सत्य
(ग) असत्य
(घ) असत्य।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
रेशे कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
रेशे दो प्रकार के होते हैं-प्राकृतिक एवं कृत्रिम रेशे।
प्रश्न 2.
बहूलक किसे कहते है?
उत्तर:
अनेक छोटी इकाइयाँ मिलकर एक बड़ी एकल इकाई बनाती हैं, जिसे बहुलक कहते हैं।
प्रश्न 3.
बहुलक (पॉलीमर) शब्द किस ‘भाषा से लिया गया है?
उत्तर:
बहुलक यानि पॉलीमर शब्द ग्रीक भाषा के दो शब्दों ‘पॉली’ एवं ‘मर’ से मिलकर बना है। ‘पॉली’ का अर्थ अनेक तथा ‘मर’ का अर्थ भाग अथवा इकाई है।
प्रश्न 4.
क्या सेलुलोज एक प्राकृतिक बहुलक है ?
उत्तर:
हाँ।
प्रश्न 5.
रेयॉन क्या है ?
उत्तर:
रेयॉन प्राकृतिक स्रोत काष्ठ लुगदी से तैयार किया जाता है, इसे मानव द्वारा निर्मित किया जाता है ।
प्रश्न 6.
रेयॉन के उपयोग बताइये?
उत्तर:
रेयॉन से वस्त्र, बिस्तर की चादरें और गलीचे बनाये जाते हैं।
प्रश्न 7.
नाइलॉन का प्रयोग कपड़ों के बनाने में बहुत अधिक क्यों प्रचलित हुआ?
उत्तर:
नाइलॉन रेशा, प्रबल, प्रत्यास्थ तथा हल्का होता है। यह चमकीला व धुलने में सुगम है, अत: इसका प्रयोग कपड़ों को बनाने में ज्यादा प्रचलित हुआ ।
प्रश्न 8.
थर्मोप्लास्टिक के दो उदाहरण लिखिए।
उत्तर:
(i) पी. वी. सी. (PVC) (ii) पॉलिथीन।
प्रश्न 9.
प्लास्टिक पर्यावरण के लिए लाभदायक है या हानिकारक ?
उत्तर:
हानिकारक ।
प्रश्न 10.
टेफ्लॉन क्या है?
उत्तर:
यह एक विशिष्ट प्लास्टिक है, जिस पर तेल और जल चिपकता नहीं है, यह भोजन पकाने के पात्रों पर न चिपकने वाली परत लगाने के काम आता है।।
प्रश्न 11.
प्लास्टिक ऊष्मा और विद्युत की सुचालक है या कुचालक?
उत्तर:
प्लास्टिक ऊष्मा तथा विद्युत दोनों की कुचालक है।
प्रश्न 12.
“जैव निम्नीकरणीय” क्या है ?
उत्तर:
पदार्थ जो प्राकृतिक क्रिया जैसे जीवाणु की क्रिया द्वारा अपघटित हो जाता है । जैव निम्नीकरणीय कहलाता है।
प्रश्न 13.
जैव अनिम्नीकरणीय पदार्थों के दो उदाहरण लिखिए।
उत्तर:
(i) एल्यूमिनियम के डिब्बे
(ii) प्लास्टिक।
प्रश्न 14.
ऊनी वस्त्र के अपह्रासित होने में लगने वाला लगभग समय बताइए।
उत्तर:
लगभग एक वर्ष।
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1,
रेयॉन क्या है? इसके उपयोग पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
रेयॉन रेशम के गुणों वाला एक रेशा है जो मानव द्वारा निर्मित है । इसे काष्ठ लुगदी के रासायनिक उपचार से प्राप्त किया जाता है । इसे रेयॉन अथवा कृत्रिम रेशम भी कहते हैं।
उपयोग-
(1) रेयॉन को कपास के साथ मिलाकर रेशम की चादर बना सकते हैं।
(2) ऊन के साथ रेयॉन को मिलाकर कालीन या गलीचा तैयार किया जाता है।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित रेशों को उनकी सामर्थ्य के बढ़ते क्रम में लिखिए-
कपास का धागा, रेशम का धागा, ऊन का धागा एवं नाइलॉन का धागा
उत्तर:
उपर्युक्त रेशों में नाइलॉन के धागे की सामर्थ्य अधिकतम होती है। इनकी सामर्थ्य का बढ़ता क्रम निम्नलिखित है-
कपास का धागा < ऊन का धागा < रेशम का धागा < नाइलॉन का धागा।
प्रश्न 3.
नाइलॉन के प्रमुख गुण एवं उपयोग लिखिए। उत्तर-नाइलॉन के गुण –
1. नाइलॉन के रेशे बहुत अधिक हल्के तथा मजबूत होते हैं ।
2. इससे बने कपड़े में सिलवटें नहीं पड़ती हैं तथा अधिक समय तक स्थायी रहते हैं ।
3. ये कम पानी सोखते हैं तथा जल्दी सूख जाते हैं ।
नाइलॉन के उपयोग-
1. नाइलॉन रेशों का उपयोग मछली पकड़ने के जाल, पैराशूट का कपड़ा तथा वस्त्र आदि बनाने में किया जाता है ।
2. नाइलॉन के रस्से इस्पात से बने तारों से मजबूत होते हैं अत: इनका उपयोग चट्टानों पर चढ़ने के लिए रस्सियों के निर्माण में किया जाता है ।
3. नाइलॉन रेशों का उपयोग दाँत साफ करने के बुश, कारों की सीट के पट्टे आदि बनाने में किया जाता है।
प्रश्न 4.
संक्षिप्त वर्णन कीजिए-
(1) पॉलिएस्टर
(2) ऐक्रिलिक।
उत्तर:
(1) पॉलिएस्टर : पॉलिएस्टर एक संश्लेषित रेशा है। इस रेशे से बने कपड़ों में सिलवटें आसानी से नहीं पड़ती । यह आसानी से धुल जाता है । अतः यह एक बहुत उपयोगी पदार्थ है ।
(2) ऐक्रिलिक : ये अन्य प्रकार के संश्लेषित रेशे होते हैं। ये ऊन के सदृश दिखाई देते हैं। प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त ऊन काफी महंगी होती है, किन्तु ऐक्रिलिक से बनी वस्तुएँ कपड़े से अपेक्षाकृत सस्ती होती हैं । ये अधिक टिकाऊ होते हैं।
प्रश्न 5.
पॉलिएस्टर के महत्वपूर्ण उपयोग लिखिए ।
उत्तर:
पॉलिएस्टर के उपयोग-
(1) फॉलिएस्टर एक संश्लेषित रेशा है । इस रेशे से बने कपड़े में आसानी से सलवटें नहीं पड़ती हैं ।
(2) इसका उपयोग बोतलों, बर्तन आदि उत्पादों के निर्माण में किया जाता है।
(3) पॉलिकॉट, पॉलिएस्टर तथ कपास का मिश्रण है जिससे कपड़े निर्मित किए जाते हैं।
प्रश्न 6.
संश्लेषित रेशों के गुणधर्म लिखिए।
उत्तर:
संश्लेषित रेशे अद्वितीय गुणधर्मों वाले होते हैं। इनके गुणधर्म निम्नलिखित हैं-
(i) ये शीघ्र सूखते हैं।
(ii) ये अधिक चलाऊ होते हैं।
(iii) ये कम महंगे होते हैं।
(iv) ये रेशे आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।
(v) ये रख-रखाव में सुविधाजनक होते हैं।
प्रश्न 7.
प्राकृतिक रेशे एवं संश्लेषित रेशे में उनके जल सोखने के गुण में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
प्राकृतिक रेशे जैसे-सूत, ऊन, रेशम आदि अधिक मात्रा में जल सोखते हैं एवं देर से सूखते हैं जबकि संश्लेषित रेशे जैसे-नाइलॉन, पॉलिएस्टर आदि कम मात्रा में जल सोखते हैं एवं जल्दी सूख जाते हैं।
प्रश्न 8.
प्लास्टिक के प्रकार बताते हुए प्रत्येक के दो-दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
प्लास्टिक दो प्रकार के होते हैं
(1) थर्मोप्लास्टिक
(2) धर्मोसेटिंग प्लास्टिक
थर्मोप्लास्टिक के उदाहरण-
(i) पॉलीविनाइल क्लोराइड (PVC)
(ii) पॉलीथीन
थर्मासेटिंग प्लास्टिक के उदाहरण-
(i) मैलामाइन
(ii) बैकेलाइट
प्रश्न 9.
प्लास्टिक पर्यावरण के लिए क्यों हानिकारक है ?
उत्तर:
प्लास्टिक द्वारा निर्मित वस्तुएँ व सामान बहुत उपयोगी होते हैं, किन्तु प्लास्टिक द्वारा उत्पन्न अपशिष्ट पर्यावरण हितैषी नहीं होते हैं, जलाने पर यह विषैली गैसें उत्पन्न करते हैं । भूमि पर डाल देने से यह जानवरों द्वारा खा लिए जाते हैं जो कि उनकी मृत्यु का कारण बन जाते हैं अथवा इन्हें अपघटित होने में कई वर्ष लग सकते हैं। ऐसा इनकी जैव अनिम्नीकरणीय प्रकृति के कारण होता है।
प्रश्न 10.
जैव निम्नीकरणीय एवं जैव अनिम्नीकरणीय से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:
जैव निम्नीकरणीय : पदार्थ जो प्राकृतिक प्रक्रिया जैसे जीवाणु की क्रिया द्वारा अपघटित हो जाते हैं; जैव निम्नीकरणीय पदार्थ कहलाते हैं जैसे – सब्जी एवं फलों के छिलके, बचा हुआ भोजन, कागज, सूती कपड़ा, लकड़ी आदि ।
जैव अनिम्नीकरणीय : वे पदार्थ जो प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा सरलता से विघटित नहीं होते है, जैव अनिम्नीकरणीय पदार्थ कहलाते हैं, जैसे – टिन, ऐल्यूमिनियम एवं अन्य धातुओं के डिब्बे, प्लास्टिक थैलियाँ आदि ।
प्रश्न 11.
‘4R सिद्धान्त’ क्या है ?
उत्तर:
4R सिद्धान्त से निम्न आशय है –
R- (Reduce) उपयोग कम करिए ।
R – (Reuse) पुनः उपयोग करिए ।
R – (Recycle) पुनः चक्रित करिए।
R- (Recover) पुनः प्राप्त करिए ।
ये आदतें प्रत्येक उत्तरदायी नागरिक को विकसित करनी चाहिए जो पर्यावरण के लिए लाभदायक व हितैषी हैं।
प्रश्न 12.
पर्यावरण की सुरक्षा हेतु प्लास्टिक पदार्थों का उपयोग कैसे कम किया जा सकता है?
उत्तर:
पर्यावरण की सुरक्षा हेतु प्लास्टिक पदार्थों का उपयोग निम्न प्रकार से किया जा सकता है-
(i) प्लास्टिक की थैलियाँ जलाशयों में अथवा सड़क पर नहीं फेंकिए।
(ii) खरीददारी के लिए जाते समय एक सूती कपड़े का थैला या जूट का थैला लेकर जाना चाहिए।
(iii) प्लास्टिक के स्थान पर स्टील से बने डिब्बे को भोजन रखने के लिए प्रयोग में लाना चाहिए।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
क्या होगा जब निम्न को वायु में जलाया जाए –
नाइलॉन, पॉलिएस्टर, ऐक्रिलिक रेशे ।
उत्तर:
उपर्युक्त रेशों को जलाने पर निम्न परिणाम प्राप्त होते हैं –
1. नाइलॉन : यह मुश्किल से जलता है । ज्वाला से रेशा सिकुड़ता है । यह गाँठ बनाता है । इसमें बाल जलने जैसी गंध आती है।
2. पॉलिएस्टर : यह नाइलॉन के समान गुण वाला है, किन्तु जलने पर काला धुआँ देता है ।
3. ऐक्रिलिक : यह ज्वाला से सिकुड़ता हुआ गाँठ बनाता है, इसकी गांठ का रंग काला होता है । यह काली धुएँ जैसी ज्वाला देता है ।
प्रश्न 2.
प्लास्टिक क्या है ? इनकी संरचना एवं गुण लिखिए ।
उत्तर:
प्लास्टिक संश्लेषित रेशों की भांति ही एक बहुलक संरचना है- प्लास्टिक में इकाइयों की व्यवस्था रेखीय व तिर्यक बद्ध (क्रास बद्ध) होती हैं ।
गुण –
(1) प्लास्टिक का पुनः चक्रण सम्भव है अर्थात् इसे पुनः प्रयोग में लाया जा सकता है ।
(2) इसे आसानी से साँचे में ढालकर किसी भी आकार में निर्मित किया जा सकता है।
(3) यह विद्युत का कुचालक है।
प्रश्न 3.
प्लास्टिक के अभिलाक्षणिक गुणों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
प्लास्टिक के अभिलाक्षणिक गुण निम्नवत् हैं-
(i) प्लास्टिक अनभिक्रियाशील है : प्लास्टिक जल और वायु से अभिक्रिया नहीं करते। उनका संक्षारण आसानी से नहीं होता है, इनका उपयोग बहुत से रसायनों सहित, विभिन्न प्रकार के संचयन हेतु किया जाता है।
(ii) प्लास्टिक हल्का, प्रबल तथा चिरस्थायी है : प्लास्टिक अत्यन्त हल्का, प्रबल, चिरस्थायी है तथा इसे विभिन्न आकारों में ढाला जा सकता है । ये धातुओं की अपेक्षा अधिक सस्ते होते हैं, इस कारण से उद्योगों और घरेलू कार्यों में इनका उपयोग विस्तृत पैमाने पर किया जाता है।
(iii) प्लास्टिक कुचालक है : प्लास्टिक ऊष्मा एवं विद्युत के कुचालक हैं इसलिए बिजली के तार प्लास्टिक से ढके रहते हैं तथा खाना बनाने वाले पात्रों के हत्थे प्लास्टिक के बने होते हैं ।
प्रश्न 4.
जैव निम्नीकरणीय तथा जैव अनिम्नीकरणीय की व्याख्या उदाहरण सहित कीजिए।
उत्तर:
जैव निम्नीकरणीय : पदार्थ जो प्राकृतिक प्रक्रिया जैसे जीवाणु की क्रिया द्वारा अपघटित हो जाते हैं, जैव निम्नीकरणीय पदार्थ कहलाते हैं ।
जैव अनिम्नीकरणीय : वे पदार्थ जो प्राकृतिक प्रक्रिया द्वारा आसानी से विघटित नहीं होते, जैव अनिम्नीकरणीय प्रकृति वाले पदार्थ कहलाते हैं ।
उदाहरण-
अपशिष्ट के प्रकार | अपघटित होने में लगने वाला लगभग समय | पदार्थ की प्रकृति |
सब्जी, फलों के छिलके, बचा हुआ भोजन आदि । | 1 से 2 सप्ताह | जैव निम्नीकरणीय |
कागज | 10 से 30 दिन | जैव निम्नीकरणीय |
सूती कपड़ा | 2 से 5 माह | जैव निम्नीकरणीय |
लकड़ी | 10 से 15 वर्ष | जैव निम्नीकरणीय |
ऊनी वस्त्र | लगभग 1 वर्ष | जैव निम्नीकरणीय |
टिन, ऐलुमिनियम और अन्य धातुओं के डिब्बे । | 100 से 500 वर्ष | जैव अनिम्नीकरणीय |
प्लास्टिक थैलियाँ | कई वर्ष | जैव अनिम्नीकरणीय |
संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक Class 8 HBSE Notes in Hindi
→ पेट (PET) : पॉलिएस्टर का खास रूप, जिससे बोतलें, जार, फिल्में और बर्तन आदि बनाए जाते हैं।
→ थर्मोप्लास्टिक (Thermoplastic) : प्लास्टिक की एक ऐसी किस्म जो गर्म होने पर आसानी से विकृत हो जाती हैं तथा बदलकर नया आकार ले लेती है ।
→ बहुलक (Polymer) : रासायनिक पदार्थों की छोटी इकाइयों से बनी बड़ी श्रृंखला ।
→ थर्मोसेटिंग प्लास्टिक (Thermosetting Plastic) : प्लास्टिक की ऐसी किस्म जो ऊष्मा देने पर नरम नहीं होती । इसे एक ही बार साँचे में ढाला जा सकता है।
→ नाइलॉन (Nylon) : मानव-निर्मित रेशे जिनका निर्माण कोयले, जल और वायु के संश्लेषण द्वारा किया जाता है।
→ जैव निम्नीकरणीय पदार्थ (Biodegradable Substance) : पदार्थ जो प्राकृतिक प्रक्रिया, जैसे जीवाणु की क्रिया द्वारा अपघटित हो जाता है।
→ जैव अनिम्नीकरणीय पदार्थ (Non-biodegradable substance) : पदार्थ जो प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा सरलता से विघटित नहीं होता।