Haryana State Board HBSE 8th Class Science Solutions Chapter 12 घर्षण Textbook Exercise Questions and Answers.
Haryana Board 8th Class Science Solutions Chapter 12 घर्षण
HBSE 8th Class Science घर्षण InText Questions and Answers
पहेली बूझो
(पृष्ठ संख्या – 152)
प्रश्न 1.
क्या हम पृष्ठों पर पॉलिश करके अथवा अत्यधि क मात्रा में स्नेहक पदार्थों का प्रयोग करके घर्षण को घटाकर शून्य कर सकते हैं ?
उत्तर
कोई पृष्ठ पूर्णत: चिकना नहीं होता, उसमें कुछ अनियमितताएँ अवश्य होती हैं, इस कारण घर्षण पूरी तरह समाप्त नहीं हो सकता है ।
HBSE 8th Class Science घर्षण Textbook Questions and Answers
प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
(क) घर्षण एक-दूसरे के सम्पर्क में रखी दो वस्तुओं के पृष्ठों के बीच ………………. का विरोध करता है ।
(ख) घर्षण पृष्ठों के ……….. पर निर्भर करता है।
(ग) घर्षण से ……………. उत्पन्न होती है ।
(घ) कैरम बोर्ड पर पाउडर छिड़कने से घर्षण ………………. हो जाता है।
(ङ) सी घर्षण स्थैतिक घर्षण से ……………….. होता है।
उत्तर:
(क) गति,
(ख) चिकनेपन (प्रकृति),
(ग) ऊष्मा,
(घ) कम,
(ङ) कम ।
प्रश्न 2.
चार बच्चों को लोटनिक, स्थैतिक तथा सी घर्षण के कारण बलों को घटते क्रम में व्यवस्थित करने के लिए कहा गया । उनकी व्यवस्था नीचे दी गयी है। सही व्यवस्था का चयन कीजिए –
(क) लोटनिक, स्थैतिक, सी
(ख) लोटनिक, सी, स्थैतिक
(ग) स्थैतिक, सी, लोटनिक
(घ) सपी, स्थैतिक, लोटनिक
उत्तर:
(ग) स्थैतिक, सपी, लोटनिक
प्रश्न 3.
आलिदा अपनी खिलौना कार को संगमरमर के सूखे फर्श, संगमरमर के गीले फर्श, फर्श पर बिछे समाचारपत्र तथा तौलिए पर चलाती है । कार पर विभिन्न पृष्ठों द्वारा लगे घर्षण बल का बढ़ता क्रम होगा
(क) संगमरमर का गीला फर्श, संगमरमर का सूखा फर्श, समाचारपत्र, तौलिया
(ख) समाचारपत्र, तौलिया, संगमरमर का सूखा फर्श, संगमरमर का गीला फर्श
(ग) तौलिया, समाचारपत्र, संगमरमर का सूखा फर्श, संगमरमर का गीला फर्श
(घ) संगमरमर का गीला फर्श, संगमरमर का सूखा फर्श, तौलिया, समाचारपत्र
उत्तर:
(क) संगमरमर का गीला फर्श, संगमरमर का सूखा फर्श, समाचारपत्र, तौलिया
प्रश्न 4.
मान लीजिए आप अपने डेस्क को थोड़ा झुकाते हैं । उस पर रखी कोई पुस्तक नीचे की ओर सरकना आरम्भ कर देती है । इस पर लगे घर्षण बल की दिशा दर्शाइए।
उत्तर:
किताब के नीचे खिसकने पर घर्षण बल की दिशा ऊपर की ओर होगी, क्योंकि घर्षण बल सदैव गति की, दिशा के विपरीत कार्य करता है।
प्रश्न 5.
मान लीजिए दुर्घटनावश साबुन के पानी से भरी बाल्टी संगमरमर के किसी फर्श पर उलट जाए । इस गीले फर्श पर आपके लिए चलना आसान होगा या कठिन । अपने उत्तर का कारण बताइए ।
उत्तर:
साबुन का पानी गिरने से गीले फर्श पर चलना कठिन हो जाता है । फर्श पर फैले साबुन के पानी के कारण हमारे पैर तथा फर्श के बीच कार्यरत घर्षण बल कम हो जाता है, जिससे फर्श पर पैर की पकड़ ढीली पड़ जाती
प्रश्न 6.
खिलाड़ी कीलदार जूते (स्पाइक्स) क्यों पहनते हैं ? व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
स्पाइक्स के कारण पैर व मैदान की सतह के मध्य घर्षण बल बढ़ जाता है तथा सतह पर दौड़ना आसान हो जाता है और फिसलने का भय नहीं रहता ।
प्रश्न 7.
इकबाल को हल्की पेटिका धकेलनी है तथा सीमा को उसी फर्श पर भारी पेटिका धकेलनी है । कौन अधिक घर्षण बल अनुभव करेगा और क्यों ?
उत्तर:
सीमा अधिक घर्षण बल अनुभव करेगी, क्योंकि घर्षण हमेशा आरोपित बल का विरोध करता है। आरोपित बल जितना ज्यादा होगा उसी के समानुपाती घर्षण बल होगा। चूँकि भारी पेटिका को धकेलने के लिए ज्यादा बल की आवश्यकता होती है, इसलिए उस पर घर्षण बल – अधिक अनुभव होता है।
प्रश्न 8.
व्याख्या कीजिए, सी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कम क्यों होता है ?
उत्तर:
जब कोई वस्तु गतिशील नहीं होती अर्थात् विराम अवस्था में होती है तब वस्तु और धरती की सतह के बीच उन दोनों के पृष्ठों की अनियमितताओं के कारण घर्षण अधिक होगा । परन्तु जब वस्तु गति की स्थिति में होती है, तो अनियमितताओं के एक-दूसरे में फँसने का अधिक समय नहीं मिलता, इस कारण सपी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कम होता है।
प्रश्न 9.
वर्णन कीजिए, घर्षण किस प्रकार शत्रु एवं मित्र दोनों हैं?
उत्तर:
घर्षण शत्रु निम्न प्रकार से है
(1) यह टूट-फूट का उत्तरदायी है।
(2) ऊष्मा के रूप में ऊर्जा व्यय होती है।
(3) मशीन की कार्यक्षमता कम करता है ।
(4) मशीनों के पुजों में स्नेहक लगाने से काफी मात्रा में धन व्यय होता है।
घर्षण मित्र निम्न प्रकार से है
(1) घर्षण के बिना चलना सम्भव नहीं है, क्योंकि इस दशा में हमारा पैर सतह पर केवल फिसलेगा ।
(2) घर्षण के बिना दो वस्तुओं का चिपकना संभव नहीं है ।
(3) गतिमान वस्तुओं के ब्रेक घर्षण के बिना कार्य नहीं करते ।
(4) ब्लैक बोर्ड या कागज पर घर्षण के बिना लिखना भी संभव नहीं है।
प्रश्न 10.
वर्णन कीजिए, तरल में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाते हैं ?
उत्तर:
किसी तरल पर लगने वाला घर्षण बल उसकी तरल के सापेक्ष गति पर निर्भर करता है । तरल में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की अर्थात् धारारेखीय बनाई जाती है क्योंकि यदि वाहन उच्च वेग से गति करेगा तो भी उसके चारों ओर हवा का प्रवाह धारारेखीय ही रहेगा और विक्षुब्ध नहीं होगा। इस कारण वाहन की गति नियमित रहती है।
HBSE 8th Class Science घर्षण Important Questions and Answers
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. घर्षण कम करने वाले पदार्थों को कहते हैं
(अ) कर्षण
(ब) स्नेहक
(स) अंत:बंधित पदार्थ
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं ।
उत्तर:
(ब) स्नेहक
2. पहिए घर्षण के मान को –
(अ) शून्य कर देते हैं
(ब) कम कर देखें हैं
(स) अधिक कर देते हैं
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(ब) कम कर देखें हैं
3. तरलों द्वारा लगाए गये घर्षण बल को कहते हैं
(अ) स्पर्शीय बल
(ब) लोटनिक बल
(स) कर्षण
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं ।
उत्तर:
(स) कर्षण
4. तरल नाम संयुक्त रूप से दिया गया है
(अ) गैसों व ठोसों को
(ब) गैसों व द्रवों को
(स) ठोस व द्रवों को
(द) गैस, द्रव व ठोस तीनों को।
उत्तर:
(ब) गैसों व द्रवों को
5. घर्षण सम्पर्क में आने वाले दो पृष्ठों में किसके कारण होता है –
(अ) चिकनाई
(ब) नियमितता
(स) अनियमितता
(द) अ एवं ब दोनों ।
उत्तर:
(स) अनियमितता
रिक्त स्थान पूर्ति
(क) ………….. सदैव ही लगाए गए बल का विरोध करता है।
(ख) घर्षण सम्पर्क में आने वाले दो पृष्ठों की …………. के कारण होता है।
(ग) यदि पृष्ठ रुक्ष हो तो घर्षण बल ………….. होता है।
(घ) घर्षण कम करने वाले पदार्थो को ……….. कहते हैं।
(ङ) लोटनिक घर्षण सी घर्षण से ……………. होता है।
उत्तर:
(क) घर्षण बल
(ख) अनियमितताओं
(ग) अधिक
(घ) स्नेहक
(ङ) कम
सुमेलन
कॉलम ‘अ’ | कॉलम ‘ब’ |
(i) घर्षण कम करने वाला पदार्थ | (क) घर्षण में वृद्धि हो जाती है। |
(ii) तरल द्वारा लगाया गया घर्षण बल | (ख) स्नेहक |
(iii) पृष्ठों को बलपूर्वक दबाने पर | (ग) घर्षण |
(iv) ऊष्मा उत्पन्न होने का कारण | (घ) कर्षण । |
उत्तर:
कॉलम ‘अ’ | कॉलम ‘ब’ |
(i) घर्षण कम करने वाला पदार्थ | (ख) स्नेहक |
(ii) तरल द्वारा लगाया गया घर्षण बल | (घ) कर्षण । |
(iii) पृष्ठों को बलपूर्वक दबाने पर | (क) घर्षण में वृद्धि हो जाती है। |
(iv) ऊष्मा उत्पन्न होने का कारण | (ग) घर्षण |
सत्य / असत्य कथन
(क) यदि हम दाईं दिशा में बल लगाते हैं तो घर्षण बाई दिशा में कार्य करता है।
(ख) सी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कुछ अधिक होता है।
(ग) घर्षण कम करने वाले पदार्थों को स्नेहक कहते हैं।
(घ) लोटनिक घर्षण सपी घर्षण से अधिक होता है।
(ङ) तरलों द्वारा लगाए गए घर्षण बल को कर्षण कहते हैं।
उत्तर:
(क) सत्य
(ख) असत्य
(ग) सत्य
(घ) असत्य
(ङ) सत्य
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
घर्षण क्या है ?
उत्तर:
जब कोई एक वस्तु दूसरी वस्तु की किसी सतह पर सरकती है तो एक बल उत्पन्न करती है, जो गति का विरोध करता है । यह बल घर्षण बल कहलाता है।
प्रश्न 2.
बारिश के दिनों में हम आसानी से क्यों फिसल जाते हैं?
उत्तर:
जूतों तथा आर्द्र तल के मध्य घर्षण कम होने के कारण हम आसानी से फिसल जाते हैं।
प्रश्न 3.
कमानीदार तुला क्या है?
उत्तर:
कमानीदार तुला ऐसी युक्ति है जिसके द्वारा किसी वस्तु पर लगने वाले बल को मापा जाता है।
प्रश्न 4.
क्या यह सत्य है कि घर्षण स्व:अनुकूलित होता
उत्तर:
जब तक वस्तु गतिमान होती है, घर्षण बल स्वयं को इस प्रकार अनुकूलित करता है कि यह लगाए गए बल के समान और उलट दिशा में हो ।
प्रश्न 5.
सीमेंट फर्श अथवा गीली मिट्टी में से कौन अधिक चिकनी है ?
उत्तर:
गीली मिट्टी ।
प्रश्न 6.
बर्फ से ढंके रास्तों पर रेत क्यों डाली जाती है?
उत्तर:
रेत डालने से घर्षण बल बढ़ जाता है और बर्फीली सड़कों पर चलना आसान हो जाता है ।
प्रश्न 7.
स्नेहक किसे कहते हैं ?
उत्तर:
घर्षण कम करने वाले पदार्थ स्नेहक कहलाते हैं।
प्रश्न 8.
पहिए वृत्ताकार (गोल) क्यों होते हैं ?
उत्तर:
पहिए सी घर्षण को लोटनिक घर्षण में बदल देते हैं।
प्रश्न 9.
लोटनिक घर्षण से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
जब एक वस्तु किसी दूसरी वस्तु के पृष्ठ पर लुढ़कती है तो उसकी गति के प्रतिरोध को लोटनिक घर्षण कहते हैं।
प्रश्न 10.
सपी घर्षण से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
जब एक वस्तु किसी अन्य सतह पर फिसलती है तो उनकी सम्पर्क सतहों के बीच लगने वाले घर्षण बल को सी घर्षण बल कहते हैं ।
प्रश्न 11.
कर्षण क्या है ?
उत्तर:
तरलों द्वारा लगाए गए घर्षण बल को कर्षण कहते हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
घर्षण बल सदैव ही लगाए गए बल का विरोध करता है। स्पष्ट कीजिए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
यदि बल बार्टी दिशा में लगाया जाता है तो घर्षण बल दायी दिशा में कार्य करता है। यदि बल दार्थी दिशा में लगाया गया है तो घर्षण बल बाटै दिशा में कार्य करता है। दोनों स्थितियों में घर्षण पुस्तक की गति का विरोध करता है। घर्षण बल सदैव ही लगाए गए बल का विरोध करता है।
प्रश्न 2.
क्या कारण है कि वाहनों के टायर में उचित हवा भरने से ईंधन की बचत होती है ?
उत्तर:
हम जानते हैं कि सी घर्षण की तुलना में लोटनिक घर्षण का मान कम होता है । यदि टायरों में सही मात्रा में हवा भरी हो, तो वे बिना फिसले लुढ़कते हैं । इस कारण घर्षण में ऊर्जा हानि कम होती है तथा ईंधन की बचत होती है।
प्रश्न 3.
स्थैतिक घर्षण क्या है ?
उत्तर:
किसी वस्तु की स्थिरावस्था में उस पर लग रहे बाह्य बलों को प्रतिसंतुलित करने वाला घर्षण बल, स्थैतिक घर्षण बल कहलाता है ।
प्रश्न 4.
हम श्यामपट्ट पर.क्यों लिख पाते हैं ?
उत्तर:
जब चॉक द्वारा श्यामपट्ट पर लिखते हैं तो श्यामपट्ट का खुरदरा पृष्ठ रगड़ द्वारा चॉक के कुछ कणों को उतार देता है जो श्यामपट्ट से चिपक जाते हैं और इस प्रकार श्यामपट्ट पर लिखाई हो जाती है।
प्रश्न 5.
घर्षण किस प्रकार ऊष्मा पैदा करता है?
उत्तर:
घर्षण के द्वारा ऊष्मा उत्पन्न होती है । इसका सत्यापन निम्न उदाहरणों द्वारा किया जा सकता है
(1) हाथों को परस्पर रगड़ने से हाथ गर्म हो जाते हैं ।
(2) माचिस की तीली रगड़ने से आग उत्पन्न होती है।
(3) मिक्सर का जार, कुछ देर चलने के बाद गर्म हो जाता है।
प्रश्न 6.
सर्पा घर्षण क्या है ? एक उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
जब एक वस्तु किसी अन्य वस्तु पर फिसलती है तो उसके संपर्क सतहों के मध्य लगने वाला घर्षण बल सी घर्षण कहलाता है ।
उदाहरण – जब लकड़ी का एक ब्लाक जमीन पर खांचा अथवा धकला जाता ह तब यह बल सी घर्षण बल कहलाता है।
प्रश्न 7.
गतिज घर्षण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
जब वस्तु पर लगाया गया बल सीमांत घर्षण से अधिक हो तो वस्तु गति करने लगती है. इस स्थिति में वस्तु पर प्रभावी बल परिमाण में वस्तु पर लगे बल तथा सीमांत घर्षण बल के अन्तर के बराबर होगा । इसी प्रकार जब एक वस्तु दूसरी वस्तु की सतह पर गति करती है तो उस समय उत्पन्न घर्षण को गतिज घर्षण कहते हैं । गतिज घर्षण का मान सीमान्त घर्षण से थोड़ा कम होता है।
प्रश्न 8.
सीमांत घर्षण क्या है?
उत्तर:
यदि वस्तु पर लगाया गया बल बढ़ाते जाएँ तो घर्षण बल एक सीमांत मान तक बढ़ता है । यह सीमांतमान, सीमांत घर्षण कहलाता है । इस अवस्था में, वस्तु क्षैतिज सतह पर सरकने वाली ही होती है।
प्रश्न 9.
तरल घर्षण से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
हम जानते हैं कि वायु एवं जल वस्तुओं की गति का विरोध करते हैं अर्थात् ये वस्तुओं पर घर्षण बल लगाते हैं । गैसों एवं द्रवों को तरल नाम दिया गया है । तरल इनसे होकर गति करने वाली वस्तुओं पर घर्षण बल लगाते हैं, इसे कर्षण भी कहते हैं।
प्रश्न 10.
मशीनों में स्नेहक का प्रयोग क्यों किया जाता है?
उत्तर:
स्नेहक दो सतहों के मध्य एक पतली परत के रूप में फैल जाता है तथा गति, सतह व स्नेहक की परत के बीच होती है जिससे शुष्क घर्षण, आर्द्र घर्षण में बदल जाता है । इसलिये मशीनों के विभिन्न अंगों के बीच घर्षण कम करने हेतु स्नेहक का प्रयोग किया जाता है।
प्रश्न 11.
वाहनों के पहियों पर अनियमित प्रक्षेप (उभार) होते हैं, क्यों ?
उत्तर:
पहियों में अनियमित उभार घर्षण बल बढ़ाने के लिए किए जाते हैं । यदि पहियों में ये उभार न हों तो पहिए व सड़क के बीच घर्षण बल कम हो जाएगा और वाहन को ब्रेक लगाकर रोकने का प्रयास करने पर वह फिसल जाएगा।
प्रश्न 12.
लोटनिक घर्षण से क्या तात्पर्य है? यह किस प्रकार घर्षण को कम कर देता है?
उत्तर:
जब एक वस्तु किसी अन्य वस्तु के पृष्ठ पर लुढ़कती है तो उसकी गति के प्रतिरोध को लोटनिक घर्षण कहते हैं । लोटन द्वारा घर्षण कम हो जाता है तथा किसी वस्तु को दूसरी वस्तु पर सरकने की तुलना में लोटन करना आसान होता है। यही कारण है कि पहिए लगा हुआ समान खींचने में सुविधाजनक होता है; क्योंकि लोटनिक घर्षण का मान सी घर्षण से कम होता है । इसी कारण मशीनों में सपी घर्षण को बॉल वियरिंग का उपयोग करके लोटनिक घर्षण में परिवर्तित कर दिया जाता है ।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
घर्षण बल क्या है ? घर्षण को किस प्रकार कम किया जा सकता है ?
उत्तर:
घर्षण बल : जब एक वस्तु दूसरी वस्तु की किसी सतह पर सरकती है तो एक बल उत्पन्न होता है, जो गति का विरोध करता है । यह बल घर्षण बल कहलाता है। घर्षण को निम्न तरीकों से कम किया जा सकता है –
(1) स्नेहक का प्रयोग : घर्षण कम करने के लिए स्नेहक जैसे तेल या ग्रीस का उपयोग किया जाता है, जब दो सतहों के मध्य ग्रीस या तेल लगाया जाता है तो सतह की अनियमितताएँ पृथक् रहती हैं और पूर्णतया अंत:प्रथित – नहीं हो पातीं । इस प्रकार सतहें उनके मध्य कम घर्षण के साथ गति कर सकती हैं।
(2) बारारेखीय आकृति प्रदान करके : जब वाहन “उच्च वेग के साथ गति करते हैं तो इन्हें वायु प्रतिरोध (वर्षण) का सामना करना पड़ता है। वाहन की गति पर वायु प्रतिरोध का प्रभाव कम करने के लिए इन्हें आगे से धारारेखीय आकृति प्रदान कर दी जाती है।
(3) सी घर्षण को लोटनिक घर्षण में बदलकर : लोटनिक घर्षण सी घर्षण की तुलना में कम होता है। इस कारण हम सी घर्षण को लोटनिक घर्षण में बदल देते हैं । यह व्यवस्था बाल वियरिंग द्वारा की जाती है।
(4) सतह पर पॉलिश करके : घर्षण कम करने के लिए सतहों पर पॉलिश की जाती है । सतह का अनियमित भाग पॉलिश से भर जाता है तथा इस प्रकार घर्षण कम हो जाता
प्रश्न 2.
यदि घर्षण न हो तो यह जीवन को किस प्रकार प्रभावित करेगा।
उत्तर-
घर्षण के न होने पर निम्नलिखित परिस्थितियाँ उत्पन्न होंगी-
- ब्लैकबोर्ड पर नहीं लिखा जा सकेगा।
- माचिस की तीली को नहीं जला पाएंगे ।
- मशीनों के विभिन्न पुजों का घूमना सम्भव नहीं होगा ।
- वाहन पर ब्रेक लगाने से, वाहन रुकेंगे नहीं तथा वे सड़क पर फिसलने लगेंगे ।
- वाहन में गति आरम्भ नहीं की जा सकेगी।
- हम कागज पर नहीं लिख पाएंगे।
प्रश्न 3.
रोलर पर रखे सामान को खींचना सुविधाजनक होता है। स्पष्ट कीजिए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
जब एक वस्तु किसी दूसरी वस्तु के पृष्ठ पर लुड़कती है तो उसकी गति के प्रतिरोध को लोटनिक घर्षण कहते हैं। लोटन घर्षण कम कर देता है। किसी वस्तु को दूसरी वस्तु पर सरकने की तुलना में लोटन करना सदैव आसान होता है। यही कारण है कि रोलर पर रखे सामान को खींचना सुविधाजनक होता है। उदाहरण के लिए भारी मशीनों को उनके नीचे लकड़ी के लट्ठे रखकर एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से ले जा सकते हैं।
प्रश्न 4.
तरल घर्षण की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
वायु से होकर गति करने वाली वस्तुओं पर वायु घर्षण बल लगाती है। इसी प्रकार जल तथा अन्य द्रव भी इनसे होकर गति करने वाली वस्तुओं पर घर्षण बल लगाते है। गैसों तथा द्रवों को तरल कहा जाता है। तरल इनसे होकर गति करने वाली वस्तुओं पर घर्षण बल लगाते हैं। तरलों द्वारा लगाए गए घर्षण बल को कर्षण भी कहते हैं। किसी तरल पर लगने वाला घर्षण बल उसकी तरल के सापेक्ष गति पर निर्भर करता है। घर्षण बल वस्तु की आकृति तथा तरल की प्रकृति पर भी निर्भर करता है। जब वस्तुएँ किसी तरल में गति करती हैं तो उन्हें उन पर लगे घर्षण बल पर पार पाना होता है। इस प्रक्रिया में उनकी ऊर्जा का क्षय होता है।
घर्षण Class 8 HBSE Notes in Hindi
→ घर्षण (Friction) : संपर्क में रखे दो पृष्ठों के बीच सापेक्ष गति का प्रतिरोध ।
→ स्नेहक (Lubricant) : घर्षण कम करने वाले पदार्थों को स्नेहक कहते हैं।
→ लोटनिक घर्षण (Rolling friction) : दो वस्तुओं के परस्पर पृष्ठों पर लुढ़कने से उत्पन्न गति के प्रतिरोध को लोटनिक घर्षण कहते हैं ।
→ सी घर्षण (Sliding friction) : एक वस्तु का दूसरे वस्तु पर सरकने से उत्पन्न प्रतिरोध बल को सी घर्षण कहते हैं।
→ तरल घर्षण (Fluid friction) : तरल में डूबी वस्तुओं पर तरल द्वारा लगाया गया बल ।
→ स्थैतिक घर्षण (Staticfriction) : किसी रुकी हुई वस्त की विराम अवस्था में लगा बल स्थैतिक घर्षण कहलाता है।
→ धारारेखीय (Streamline) : एक विशिष्ट आकृति जिसमें वायु और जल में घर्षण कम होता है ।
→ कर्षण (Traction) : तरलों द्वारा लगाए गए घर्षण बल को कर्षण कहते हैं।