Haryana State Board HBSE 7th Class Science Solutions Chapter 4 ऊष्मा Textbook Exercise Questions and Answers.
Haryana Board 7th Class Science Solutions Chapter 4 ऊष्मा
HBSE 7th Class Science ऊष्मा InText Questions and Answers
बूझो / पहेली
प्रश्न 1.
बूझो कहता है, “मेरा बायाँ हाथ कहता है कि मग C में पानी गर्म है तथा दाहिना हाथ उसी पानी को ठण्डा बताता है। मैं क्या निष्कर्ष निकालूं।”
उत्तर:
दोनों हाथों से सम्बन्धित दोनों निष्कर्ष सही हैं लेकिन दी हुई सूचना से एक अकेला निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता।
प्रश्न 2.
बूझो के मस्तिष्क में एक नटखट विचार आया। वह डॉक्टरी थर्मामीटर से गर्म दूध का ताप मापना चाहता था। पहेली ने उसको ऐसा करने से क्यों रोक दिया?
उत्तर:
क्योंकि डॉक्टरी थर्मामीटर को केवल मानव शरीर का ताप मापने के लिए ही डिजाइन किया गया है। धूप तथा आग के पास ले जाने पर यह चटक सकता है।
प्रश्न 3.
बूझो को अब समझ में आ गया है कि उच्च तापों को मापने के लिए डॉक्टरी थर्मामीटर का उपयोग क्यों नहीं करना चाहिए। लेकिन वह अब भी उलझन में है कि क्या प्रयोगशाला तापमापी द्वारा उसके शरीर का ताप मापा जा सकता है?
उत्तर:
प्रयोगशाला तापमापी द्वारा शरीर का ताप मापा तो जा सकता है किन्तु ऐसा करना सुविधाजनक नहीं है और सही ताप नोट करना कठिन है।
प्रश्न 4.
बूझो यह जानने के लिए उत्सुक है कि जब तापमापी का बल्ब किसी वस्तु के सम्पर्क में आता है, तो पारे के तल में परिवर्तन क्यों होता है?
उत्तर:
अनेक बार वस्तुओं का तापमान तापमापी के बल्ब जितना नहीं होता। ऐसी स्थिति में जब बल्ब को वस्तु के सम्पर्क में लाया जाता है तो बल्य अपना तापमान बदलता है जिससे पारे का तल भी परिवर्तित हो जाता है।’
प्रश्न 5.
पहेली जानना चाहती है “क्या इसका यह अर्थ है कि यदि दो वस्तुओं का ताप समान हो तो ऊष्मा स्थानान्तरित नहीं होगी?”
उत्तर:
हाँ, दो वस्तुओं का ताप समान होने पर इनके बीच ऊष्मा का आदान-प्रदान नहीं होता है।
प्रश्न 6.
बूझो दुविधा में है कि चित्र 4.1 में दर्शाए दो मापक्रमों में से वह किसे पढ़े। पहेली ने उसे बताया कि भारत में हमने सेल्सियस स्केल को अपनाया है और हमें इसी स्केल का उपयोग करना चाहिए। दूसरा मापक्रम फारेनहाइट स्केल (F) है जिसका परिसर 94 -108 डिग्री तक है, इसे पहले प्रयोग किया जाता था।
डॉक्टरी थर्मामीटर
उत्तर:
बूझो को सेल्सियस स्केल पर ताप पढ़ना चाहिए।
HBSE 7th Class Science ऊष्मा Textbook Questions and Answers
प्रश्न 1.
प्रयोगशाला तापमापी तथा डॉक्टरी थर्मामीटर के बीच समानताएँ तथा अन्तर लिखिए।
उत्तर:
समानताएँ
प्रयोगशाला तापमापी | डॉक्टरी थर्मामीटर |
(i) इसमें पारा होता है। | इसमें भी पारा होता है। |
(ii) इस थर्मामीटर में उपयोग किया जाने वाला मापक्रम सेल्सियस स्केल है। | इस थर्मामीटर में भी उपयोग किया जाने वाला मापक्रम सेल्सियस स्केल है। |
असमानताएँ
प्रयोगशाला तापमापी | डॉक्टरी थर्मामीटर |
(i) यह थर्मामीटर शरीर के ताप को मापने के अलावा अन्य वस्तुओं के ताप को भी मापने में काम आता है। | यह सिर्फ मानव शरीर का तापमान मापने के काम आता है। |
(ii) इसकी तापमापन क्षमता 10°C से 100°C तक होती है। | इसकी तापमापन क्षमता 35°C से 42°C तक होती है। |
प्रश्न 2.
ऊष्मा चालक तथा ऊष्मारोधी, प्रत्येक के दो-दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
ऊष्मा चालक ताँबा, ऐलुमिनियम। ऊष्मारोधी-लकड़ी, प्लास्टिक।
प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) कोई वस्तु कितनी गरम है, इसकी जानकारी …………… द्वारा प्राप्त होती है।
(ख) उबलते हुए पानी का ताप …………… तापमापी से नहीं मापा जा सकता।
(ग) ताप को डिग्री …………… में मापते हैं।
(घ) बिना किसी माध्यम द्वारा ऊष्मा स्थानान्तरण के प्रक्रम को …………… कहते हैं।
(च) स्टील की एक ठंडी चम्मच गर्म दूध के प्याले में रखी गई है। यह अपने दूसरे सिरे तक ऊष्मा का स्थानान्तरण …………… प्रक्रम द्वारा करेगी।
(छ) हल्के रंग के वस्त्रों की अपेक्षा …………… रंग के वस्त्र ऊष्मा का अधिक अवशोषण करते हैं।
उत्तर:
(क) तापमान
(ख) डॉक्टरी
(ग) सेल्सियस
(घ) विकिरण
(च) चालन
(छ) काले।
प्रश्न 4.
कॉलम A में दिये कथनों का कॉलम B के शब्दों से मिलान कीजिए-
कॉलम A | कॉलम B |
(क) थल समीर के बहने का समय | (i) गर्मियों |
(ख) समुद्र समीर के बहने का समय | (ii) सर्दियाँ |
(ग) गहरे रंग के कपड़े पसन्द करने का समय | (iii) दिन |
(घ) हल्के रंग के कपड़े पसन्द करने का समय | (iv) रात |
उत्तर:
कॉलम A | कॉलम B |
(क) थल समीर के बहने का समय | (iv) रात |
(ख) समुद्र समीर के बहने का समय | (iii) दिन |
(ग) गहरे रंग के कपड़े पसन्द करने का समय | (ii) सर्दियाँ |
(घ) हल्के रंग के कपड़े पसन्द करने का समय | (i) गर्मियों |
प्रश्न 5.
सर्दियों में एक मोटा वस्त्र पहनने की तुलना में उसी मोटाई का कई परतों का बना वस्त्र अधिक उष्णता क्यों प्रदान करता है? व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
सर्दियों में एक मोटा वस्त्र पहनने की तुलना में उसकी मोटाई का कई परतों का बना वस्त्र अधिक ऊष्णता प्रदान करता है क्योंकि
- हवा कपड़ों की दो परतों के बीच फंसी होती हैं।
- हवा ऊष्मा की कुचालक होती है जिससे शरीर की ऊष्मा बाहर नहीं निकल पाती है और शरीर एवं वस्त्र के बीच गर्माहट महसूस होती है।
प्रश्न 6.
को देखिए। अंकित कीजिए कि कहाँ-कहाँ चालन, संवहन तथा विकिरण द्वारा ऊष्मा स्थानान्तरित हो रही है?
उत्तर:
प्रश्न 7.
गरम जलवायु के स्थानों पर यह परामर्श दिया जाता है कि घरों की बाहरी दीवारों पर श्वेत (सफेद) पेंट किया जाये। व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
गरम जलवायु के स्थानों पर यह परामर्श दिया जाता है कि घरों की बाहरी दीवारों पर श्वेत (सफेद) पेंट किया जाये क्योंकि श्वेत रंग ऊष्मा का परावर्तन करता है। यह कम मात्रा में ऊष्मा का अवशोषण करता है। अत: बाहर से कम से कम ऊष्मा घर में भीतर प्रवेश करती है।
प्रश्न 8.
30°C के एक लिटर जल को 50°C के एक लिटर जल के साथ मिलाया गया। मिश्रण का ताप होगा।
(क) 80°C
(ख) 50°C से अधिक लेकिन 80°C से कम ।
(ग) 20°C
(घ) 30°C तथा 500C के बीच।
उत्तर:
(घ) 30°C तथा 50°C के बीच। ।
प्रश्न 9.
40°C ताप की लोहे की किसी गोली को कटोरी में भरे 40°C ताप के जल में डुबाया गया। इस प्रक्रिया में ऊष्मा
(क) लोहे की गोली से जल की ओर स्थानान्तरित होगी।
(ख) न तो लोहे की गोली से जल की ओर और न ही जल से लोहे की गोली की ओर स्थानान्तरित होगी।
(ग) जल से लोहे की गोली की ओर स्थानान्तरित होगी।
(घ) दोनों के ताप में वृद्धि कर देगी।
उत्तर:
(ख) न तो लोहे की गोली से जल की ओर और न जल से लोहे की गोली की ओर स्थानान्तरित होगी।
प्रश्न 10.
लकड़ी की एक चम्मच को आइसक्रीम के प्याले में डुबोया गया है। इसका दूसरा सिरा
(क) चालन के कारण ठंडा हो जायेगा।
(ख) संवहन के कारण ठंडा हो जायेगा।
(ग) विकिरण के कारण ठंडा हो जायेगा।
(घ) ठंडा नहीं होगा।
उत्तर:
(घ) ठंडा नहीं होगा।
प्रश्न 11.
स्टेनलेस इस्पात की कड़ाही में प्रायः कॉपर (ताँबे) की तली लगाई जाती है। इसका कारण हो सकता
(क) ताँबे की तली कड़ाही को अधिक टिकाऊ बना देती है।
(ख) ऐसी कड़ाही देखने में सुन्दर लगती है।
(ग) स्टेनलेस इस्पात की अपेक्षा ताँबा ऊष्मा का अच्छा चालक है।
(घ) स्टेनलेस इस्पात की अपेक्षा ताँबा को साफ करना अधिक आसान है।
उत्तर:
(ग) स्टेनलेस इस्पात की अपेक्षा ताँबा ऊष्मा का अच्छा चालक है।
HBSE 7th Class Science ऊष्मा Important Questions and Answers
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
I. बहुविकल्पीय प्रश्न निम्नलिखित प्रश्नों में से सही विकल्प का चयन कीजिए
1. जब हम किसी गर्म वस्तु को छूते हैं तो हमें जलने का आभास क्यों होता है?
(क) ऊष्मा हमारे हाथ से गर्म वस्तु में चली जाती है।
(ख) ऊष्मा गर्म वस्तु से तीव्रता से हमारे हाथ में प्रवेश करती है।
(ग) ऊष्मा का कोई स्थानान्तरण नहीं होता है।
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(ख) ऊष्मा गर्म वस्तु से तीव्रता से हमारे हाथ में प्रवेश करती है।
2. हम बुखार का मापन कर सकते हैं
(क) प्रयोगशाला तापमापी से
(ख) डाक्टरी तापमापी से
(ग) सेल्सियस मापी से
(घ) ये सभी
उत्तर:
(ख) डाक्टरी तापमापी से
3. मानव शरीर का फारेनहाइट पैमाने पर ताप कितना होता हैं?
(क) 37°C
(ख) 50°C
(ग) 37°F
(घ) 97°F
उत्तर:
(घ) 97°F
4. निम्न में से ऊष्मा का कुचालक है
(क) लोहे की कील
(ख) ऐल्यूमिनियम की कढ़ाही
(ग) लकड़ी का हत्था
(घ) स्टील की कटोरी
उत्तर:
(ग) लकड़ी का हत्था
II. रिक्त स्थान
निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान भरिए
1. किसी वस्तु की ऊष्णता की विश्वसनीय माप उसके ………… से की जाती है।
2. थर्मामीटर को धोने के लिए किसी ………… घोल का उपयोग करना सुरक्षित रहता है।
3. ………… तापमापी का उपयोग शरीर ताप मापन के लिए उचित नहीं है।
4. किसी ठोस वस्तु में ऊष्मा का स्थानान्तरण ……………. कहलाता है।
उत्तर:
1. ताप
2. रोगाणुरोधी (प्रतिरोधी)
3. प्रयोगशाला
4. चालन।
III. सुमेलन
कॉलम A तथा कॉलम B के शब्दों का मिलान कीजिए
कॉलम A | कॉलम B |
1. धातु की ठोस वस्तु | (a) संवहन |
2. बर्तन में उबलता पानी | (b) चालन |
3. प्लास्टिक का तार | (c) लकड़ी का हत्था |
4. ऊष्मा रोधी | (d) कुचालक |
उत्तर:
कॉलम A | कॉलम B |
1. धातु की ठोस वस्तु | (b) चालन |
2. बर्तन में उबलता पानी | (a) संवहन |
3. प्लास्टिक का तार | (d) कुचालक |
4. ऊष्मा रोधी | (c) लकड़ी का हत्था |
IV. सत्य / असत्य
निम्नलिखित वाक्यों में से सत्य एवं असत्य छाँटिए
1. ठोसों में ऊष्मा का चालन प्रायः संवहन द्वारा होता है।
2. बर्तन में रखे पानी को गर्म करने पर वह संवहन द्वारा उबलता है।
3. सुचालक पदार्थों में ऊष्मा का स्थानान्तरण आसानी से नहीं होता है।
4. तवे में लकड़ी का हत्था लगाने से हमारा हाथ जलता नहीं क्योंकि लकड़ी ऊष्मा की कुचालक है।
उत्तर:
1. असत्य
2. सत्य
3. असत्य
4. सत्य।
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
सूर्य से हमें ऊष्मा कैसे प्राप्त होती है?
उत्तर:
सूर्य से हमें ऊष्मा विकिरण द्वारा प्राप्त होती है?
प्रश्न 2.
जब आप धूप में बाहर जाते हैं, आपको छाता प्रयोग करने की सलाह क्यों दी जाती है?
उत्तर:
छाता हमें सूर्य की तेज किरणों से बचाता है?
प्रश्न 3.
जल में ऊष्मा का वितरण किस प्रक्रम द्वारा होता है?
उत्तर:
संवहन द्वारा।
प्रश्न 4.
किसी बीकर या मग में थोड़ा गर्म जल लेकर तापमापी के बल्ब को इसमें डुबोया जाता है। थोड़ी देर पश्चात् आप क्या प्रेक्षण करेंगे? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
तापमापी में पारे का तल ऊपर उठा हुआ दिखाई देता है।
प्रश्न 5.
किसी वस्तु के ताप को ज्ञात करने के लिए क्या तापमापी का बल्ब उस वस्तु के सम्पर्क में आना आवश्यक होता है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
हाँ, तापमापी किसी वस्तु का ताप तभी बताएगा जब उसका बल्ब वस्तु के सम्पर्क में हो।
प्रश्न 6.
डॉक्टरी थर्मामीटर को मुँह से बाहर निकाल लेने पर पारे का तल नीचे या ऊपर क्यों नहीं जाता है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
डॉक्टरी थर्मामीटर में एक विभंग होता है जो पारे के तल को नीचे या ऊपर जाने से रोकता है।
प्रश्न 7.
किसी डॉक्टरी थर्मामीटर का फिर से प्रेक्षण कीजिए। क्या आप बल्ब के पास कोई विभंग (किंक) देखते हैं? विभंग का क्या लाभ है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
हाँ, डॉक्टरी थर्मामीटर में विभंग होता है। यह पारे के तल को अपने आप नीचे गिरने से रोकता है।
प्रश्न 8.
डॉक्टरी थर्मामीटर में वह कौन-सी युक्ति होती है जो पारे को नीचे जाने से रोकती है?
उत्तर:
थर्मामीटर का विभंग।
प्रश्न 9.
हमें किसी वस्तु के गर्म होने का अनुभव कैसे होता है?
उत्तर:
गर्म वस्तु की ऊष्मा हमारे शरीर में स्थानान्तरित होने लगती है।
प्रश्न 10.
मानव शरीर का तापमान कितना होता है?
उत्तर:
मानव शरीर का सामान्य तापमान 37°C होता
प्रश्न 11.
प्रयोगशाला तापमापी का परिसर कितना होता है?
उत्तर:
प्रयोगशाला तापमापी का परिसर प्रायः – 10°C से 110°C होता है।
प्रश्न 12.
चालन किसे कहते हैं?
उत्तर:
वह प्रक्रम जिसमें ऊष्मा किसी वस्तु के गर्म सिरे से ठंडे सिरे की ओर स्थानान्तरित होती है, चालन कहलाता है।
प्रश्न 13.
क्या सभी प्रकार के पदार्थों में ऊष्मा का संचरण समान होता है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
नहीं, सभी पदार्थों में ऊष्मा का संचरण समान नहीं होता है।
प्रश्न 14.
वायु में ऊष्मा का स्थानान्तरण किस प्रकार होता है? धुआँ किस दिशा में जाता है?
उत्तर:
वायु में ऊष्मा का स्थानान्तरण संवहन द्वारा होता है। धुआँ ऊपर की ओर जाता है।
लयु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
हमें गर्म एवं ठंडे पानी का अनुभव कैसे होता (क्रियाकलाप)
उत्तर:
जब हम अपने शरीर ताप से कम ताप की वस्तु को छूते हैं तब वह हमें ठंडी महसूस होती है क्योंकि हमारे हाथ से ऊष्मा वस्तु में जाने लगती है। जब हम शरीर ताप से अधिक ताप की वस्तु को छूते हैं तो वह हमें गर्म महसूस होती है क्योंकि ऊष्मा हमारे हाथ में प्रवेश करने लगती है।
प्रश्न 2.
यदि सर्दियों में आपको ‘एक मोटे कम्बल’ अथवा एक के ऊपर एक जुड़े दो पतले कम्बलों’ में से किसी एक का चुनाव करके उपयोग करने की छूट हो तो आप इनमें से किसे चुनेंगे और क्यों?
उत्तर:
हमें एक के ऊपर एक जुड़े दो पतले कम्बलों का चुनाव करना चाहिए। इसका कारण है कि दो कम्बलों को जोड़ने पर उनके बीच के स्थान में हवा भर जाती है। अर्थात् दोनों कम्बलों के बीच हवा की एक पर्त बन जाती है। हवा ऊष्मारोधी होती है। ऐसे कम्बल को ओढ़ने पर हवा की परत के कारण शरीर की ऊष्मा बाहर नहीं निकल पाती और हमारा शरीर गर्म रहता है।
प्रश्न 3.
सर्दियों में वस्त्र हमें गर्म बनाए रखते हैं क्यों?
उत्तर:
सर्दियों में हम ऊनी वस्त्र पहनते हैं। ऊन के अन्दर वायु फैसी होती है और वायु ऊष्मारोधी होती है। जब हम ऊनी वस्त्र पहनते हैं तो हमारे शरीर से निकलने वाली ऊष्मा बाहर स्थानान्तरित नहीं हो पाती। इसलिए ऊनी वस्त्र हमें गर्म बनाए रखते हैं।
प्रश्न 4.
किसी वस्तु का ताप क्यों बढ़ जाता है?
उत्तर:
सभी गर्म पिण्ड विकिरणों के रूप में ऊष्मा विकरित करते हैं। जब ये ऊष्मा विकिरण किसी अन्य वस्तु से टकराते हैं, तो इनका कुछ भाग परावर्तित हो जाता है, कुछ भाग अवशोषित हो जाता है तथा कुछ भाग पारगत हो सकता है। ऊष्मा के अवशोषित भाग के कारण वस्तु का ताप बढ़ जाता है।
प्रश्न 5.
खाना बनाने के बर्तनों की तली (बाहरी पृष्ठ) को प्रायः काला बनाया जाता है। क्यों? ।
उत्तर:
काला रंग ऊष्मा का सर्वाधिक अवशोषण करता है, इसीलिए खाना बनाने वाले बर्तनों को बाहर से काला कर दिया जाता है। जब इन बर्तनों को आग पर रखा जाता है तो काला पुता हुआ बर्तन अधिक से अधिक ऊष्मा अवशोषित करता है। फलस्वरूप खाना शीघ्र पक जाता है।
प्रश्न 6.
क्या ऐसे भवन बनाना सम्भव है, जिन पर बाहरी गर्मी या सर्दी का कोई प्रभाव न हो?
उत्तर:
हाँ, ऐसे भवन बनाना सम्भव है, जिन पर बाहरी गर्मी या सर्दी का प्रभाव न पड़े।
- भवन को इस प्रकार बनवाया जाए कि दीवारों के बीच एक हवा की परत बन जाए।
- भवन के अन्दर खोखली ईंटों का प्रयोग किया जाये।
- गर्मी में भवन की बाहर से हल्के रंग से तथा सर्दी में गहरे रंग से पुताई की जाए।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
थर्मामीटर को पढ़ने की विधि बताइए। (क्रियाकलाप)
उत्तर:
थर्मामीटर को पढ़ने के लिए सबसे पहले इसके किन्हीं दो क्रमागतं (एक के बाद एक) बड़े चिह्नों द्वारा निरूपित ताप के अंतर को नोट करते है। इन दोनों चिों के बीच भागों की संख्या (छोटे चिों द्वारा दर्शाए गए) को नोट करते हैं। मान लें कि दो बड़े चिह्नों के बीच एक डिग्री का अंतर है तथा इन चिह्नों के बीच पाँच भाग हैं। तब एक छोटे भाग का मान 1/5 °C अर्थात 0.2°C होगा।
उपयोग करने से पहले थर्मामीटर को अच्छी प्रकार धो लेते हैं। धोने के लिए किसी पूतिरोधी (रोगाणुरोधक) घोल का उपयोग करना सुरक्षित रहता है। अब इसे अपने हाथ में कसकर पकड़ते हैं और कुछ झटके देते हैं। झटके देने से पारे का तल नीचे आ जाएगा। सुनिश्चित करते हैं कि यह 35°C से नीचे आ गया है। अब थर्मामीटर के बल्ब को अपनी जीभ के नीचे रखते हैं। एक मिनट के पश्चात् थर्मामीटर को बाहर निकालते हैं और उसका पाठ्यांक नोट कर लेते हैं। यह हमारे शरीर का ताप है। ताप को सदैव इसके मात्रक, °C के साथ व्यक्त किया जाता है।
प्रश्न 2.
विभिन्न प्रकार के तापमापी उपकरणों को प्रयोग करते समय क्या सावधानियाँ रखनी चाहिए ?
उत्तर:
(1) डॉक्टरी थर्मामीटर का उपयोग मानव शरीर का ताप मापने को छोड़कर किसी अन्य वस्तु का ताप मापने के लिए कभी नहीं करना चाहिए।
(2) थर्मामीटर को धूप तथा आग के पास नहीं ले जाना चाहिए।
(3) विभिन्न प्रयोजनों के लिए भिन्न-भिन्न तापमापी उपयोग करने चाहिए।
(4) प्रयोगशाला तापमापी का बल्ब चारों ओर से उस पदार्थ से घिरा होना चाहिए जिसका ताप मापना है। बल्ब बर्तन को नहीं छूना चाहिए। तापमापी को सदैव उर्ध्वाधर रखना चाहिए।
(5) यदि किसी कारण तापमापी टूट जाए तो उसके अन्दर के पारे का तुरन्त निस्तारण करना चाहिए क्योंकि पारा बहुत विषाक्त होता है।
(6) डॉक्टरी थर्मामीटर का प्रयोग करने से पहले एवं बाद में इसे किसी प्रतिरोधी द्रव से धोना चाहिए।
(7) थर्मामीटर को उसके बल्ब की ओर से नहीं पकड़ना चाहिए।
प्रश्न 3.
स्थल समीर एवं समुद्र समीर का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोग एक मनोरंजक परिघटना का अनुभव करते हैं। दिन के समय स्थल (धरती) जल की अपेक्षा अधिक गर्म होता है। स्थल के ऊपर की वायु गर्म होकर ऊपर उठती है। इसका स्थान लेने के लिए समुद्र की ओर से ठंडी वायु स्थल की ओर बहती है। चक्र को पूरा करने के लिए स्थल की ओर से गर्म वायु समुद्र की ओर बहती है। समुद्र की ओर से आने वाली वायु को समुद्र समीर कहते हैं।
रात्रि में यह प्रक्रम ठीक विपरीत होता है। समुद्र का जल स्थल की अपेक्षा धीमी गति से ठंडा होता है। इसलिए स्थल की ओर से ठंडी वायु समुद्र की ओर बहती है और समुद्र की गर्म वायु स्थल की ओर आती है। इसे थल समीर कहते हैं।
ऊष्मा Class 7 HBSE Notes in Hindi
→ ताप – किसी वस्तु की ऊष्णता की कोटि को ताप कहते हैं।
→ तापमापी – ताप मापने के लिए उपयोग की जाने वाली युक्ति को तापमापी (थर्मामीटर) कहते हैं।
→ सेल्सियस स्केल – ताप मापने का एक मापक्रम जिसमें ताप °C में दर्शाया जाता है।
→ अधिकतम-न्यूनतम तापमापी – मौसम की रिपोर्ट में दिए गए अधिकतम तथा न्यूनतम तापों की जानकारी देने के लिए अधिकतम-न्यूनतम तापमापी का उपयोग किया जाता है।
→ अंकीय तापमापी – वह तापमापी जिस पर ताप अंकों में मापा जाता है।
→ चालन – वह प्रक्रिया जिसमें ऊष्मा गर्म वस्तु से ठंडी वस्तु की ओर प्रवाहित होती है।
→ चालक – ऐसे पदार्थ जो ऊष्मा को अपने से होकर प्रवाहित होने देते हैं, सुचालक कहलाते हैं।
→ कुचालक – ऐसे पदार्थ जो ऊष्मा को अपने से होकर प्रवाहित नहीं होने देते हैं। कुचालक कहते है। इन पदार्थों को ऊष्मारोधी भी कहते हैं।
→ संवहन – द्रवों में ऊष्मा के स्थानान्तरण को संवहन कहते
→ थल समीर – रात्रि में समुद्र के ऊपर की गर्म हवा ऊपर उठती है, इससे उत्पन्न कम दबाव के स्थल की ओर से समुद्र की ओर वायु बहना थल समीर कहलाता है।
→ समुद्र समीर – दिन के समय स्थल को गर्म हवा ऊपर उठती है और समुद्री हवा तेजी से स्थल की ओर आती है, -इसे समुद्र समीर कहते हैं।
→ विकिरण – विकिरण ऊष्मा का स्थानान्तरण है परन्तु इसके लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है।
→ पूतिरोधी – रोगाणु रोधक (ऐंटीसेप्टिक) ।
→ ताप किसी वस्तु की ऊष्णता की कोटि की माप है।
→ किसी वस्तु की उष्णता की कोटि ज्ञात करने के लिए हम सदैव अपनी स्पर्श-इंद्रिय पर विश्वास नहीं कर सकते।
→ तापमापी वह यंत्र है जिससे ताप मापा जाता है।
→ मानव शरीर का सामान्य ताप 37°C होता है।
→ डॉक्टरी थर्मामीटर का उपयोग शरीर का ताप मापने के लिए किया जाता है। इस थर्मामीटर का परिसर 35°C से 42°C होता है। अन्य कार्यों के लिए हम प्रयोगशाला तापमापी का उपयोग करते हैं। इन तापमापियों का परिसर प्रायः -10°C से 110°C होता है।
→ प्रयोगशाला तापमापी का उपयोग हमारे शरीर के तापमान को मापने के लिए उपयुक्त नहीं है।
→ कष्मा उच्च ताप के पिण्ड से निम्न ताप के पिण्ड की ओर स्थानान्तरित होती है। एक वस्तु से दूसरी वस्तु को ऊष्मा तीन प्रक्रों द्वारा स्थानांतरित हो सकती है। ये है, चालन, संवहन तथा विकिरण।
→ ठोसों में ऊष्मा, चालन द्वारा तथा द्रव व गैसों में उष्मा संवहन द्वारा स्थानान्तरित होती है।
→ जो पदार्थ अपने से होकर ऊष्मा को आसानी से प्रवाहित होने देते हैं, उन्हें ऊष्मा का चालक कहते हैं। जैसे-ऐलुमिनियम, आयरन, कॉपर आदि।
→ वे पदार्थ जो अपने से होकर ऊष्मा को आसानी से नहीं जाने देते, ऊष्मा के कुचालक कहलाते हैं।
→ कुचालकों को ऊष्मारोधी पदार्थ भी कहते हैं।
→ द्रवों में ऊष्मा के स्थानान्तरण को संवहन कहते हैं।
→ समुद्र की ओर से थल की ओर आने वाली वायु को समुद्र समीर कहते हैं तथा थल से समुद्र की ओर जाने वाली वायु को थल समीर कहते हैं।
→ सूर्य से ऊष्मा, पृथ्वी तक जिस प्रक्रम से आती है, उसे विकिरण कहते हैं।
→ गहरे रंग की वस्तुएँ हल्के रंग की वस्तुओं की अपेक्षा ऊष्मीय विकिरणों की अच्छी अवशोषक होती हैं। यही कारण है कि हम गर्मियों में हल्के रंग के वस्त्रों में अधिक आराम का अनुभव करते हैं।
→ सर्दियों में कनी वस्त्र हमें गरम रखते हैं। इसका कारण यह है कि ऊन ऊष्मारोधी है तथा इसके रेशों के बीच में वायु फंसी (ट्रैप) होती है।