Haryana State Board HBSE 7th Class Hindi Solutions Vasant Chapter 5 मीठाईवाला Textbook Exercise Questions and Answers.
Haryana Board 7th Class Hindi Solutions Vasant Chapter 5 मीठाईवाला
HBSE 7th Class Hindi मीठाईवाला Textbook Questions and Answers
कहानी से
प्रश्न 1.
मिठाईवाला अलग-अलग चीजें क्यों बेचता था और वह महीनों बाद क्यों आता था?
उत्तर:
मिठाईवाला अलग-अलग चीजें बंचता था। कभी वह मिठाई बेचता, तो कभी खिलौने बेचता और कभी मुरली बेचता था। वह बच्चों को पसंद आने वाली चीजें ही बेचता था। बच्चे एक चीज से उकता न जाएँ इसलिए चीजें बदल-बदलकर बेचता था। वह महीनों बाद इसलिए आता था क्योंकि वह चीजें तैयार करवाता था तथा बच्चों में उत्सुकता बनाए रखना चाहता था।
प्रश्न 2.
मिठाईवाले में वे कौन-से गुण थे जिनकी वजह से बच्चे तो बच्चे, बड़े भी उसकी ओर खिंचे चले आते थे?
उत्तर:
मिठाईवाले में अनके गुण थे।
- उसका स्वर बहुत मीठा था। वह गा-गाकर चीजें बेचता था।
- बच्चों के प्रति उसका व्यवहार अत्यंत कोमल एवं प्रेमपूर्ण था।
- वह लाभ कमाने के चक्कर में नहीं रहता था।
- वह सदा सच बोलता था।
- उसके हृदय में बच्चों के लिए ममता थी।
प्रश्न 3.
विजय बाबू एक ग्राहक थे और मुरलीवाला एक विक्रेता। दोनों अपने-अपने पक्ष के समर्थन में क्या तर्क पेश करते हैं?
उत्तर:
विजय बाबू एक ग्राहक थे और मुरलीवाला एक विक्रेता! विजय बाबू अपने पक्ष के समर्थन में यह तर्क प्रस्तुत करते हैं-फेरीवाले झूठे और मक्कार होते हैं। वे सभी को एक समान दर पर सामान देते हैं. पर पहले अधिक दाम बताकर फिर कम करके ग्राहक पर अहसान का बोझ लाद देते हैं।
मुरलीवाला तर्क देता है-
- ग्राहक को वस्तु की लागत कीमत का पता नहीं होता।
- दुकानदार चाहे हानि उठाकर भी चीज बेचे फिर भी ग्राहक समझता है कि दुकानदार लूट रहा है।
- ग्राहक को दुकानदार पर विश्वास नहीं होता।
प्रश्न 4.
खिलौनेवाले के आने पर बच्चों की क्या प्रतिक्रिया होती थी?
उत्तर:
खिलौने वाले के आने पर बच्चे खुश हो जाते थे। वे अपने-अपने घर से पैसे लाकर खिलौनों का मोल भाव करने लग जाते थे। खिलौनावाला उनको मनचाहे खिलौने दे देता था और बच्चे उन्हें पाकर उछलने-कूदने लगते थे।।
प्रश्न 5.
रोहिणी को मुरलीवाले के स्वर से खिलौनेवाले का स्मरण क्यों हो आया?
उत्तर:
रोहिणी को मुरलीवाले के स्वर से खिलौनेवाले का स्मरण इसलिए हो आया क्योंकि खिलौनेवाला भी इसी तरह गा-गाकर खिलौने बेचा करता था। उसने उसका स्वर पहचान लिया था।
प्रश्न 6.
किसकी बात सुनकर मिठाईवाला क्यों भावुक हो गया था? उसने इन व्यवसायों को अपनाने का क्या कारण बताया?
उत्तर:
दादी की बात सुनकर मिठाईवाला भावुक हो गया। इस पर उसने भावुक होकर बताया-वह भी अपने नगर का प्रतिष्ठित आदमी था। उसके पास सुख के सभी साधन थे। स्त्री और दो छोटे बच्चे भी थे। विधाता की लीला सभी को ले गई। वह तो अपने बच्चों को इन बच्चों में खोजता है। उसे पैसों की कोई कमी नहीं है। वह इन चीजों को बच्चों में बेचकर संतोष का अनुभव करता है. कमाता नहीं।
प्रश्न 7.
“अब इस बार ये पैसे न लूँगा” कहानी के अंत में मिठाईवाले ने ऐसा क्यों कहा?
उत्तर:
चुन्न-मुन्नू ने मिठाई मांगी तो मिठाईवाले ने मिठाई की दो पुड़ियाँ उन्हें ऐसे ही दे दी। रोहिणी ने भीतर से पैसे फेंके तो मिठाईवाला बोला “अब इस बार ये पैसे न लूँगा।” मिठाईवाले ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि उसे लग रहा था कि वह अपने ही बच्चों को मिठाई दे रहा है।
प्रश्न 8.
इस कहानी में रोहिणी चिक के पीछे से बात करती है। क्या आज भी औरतें चिक के पीछे से बात करती हैं? यदि करती हैं तो क्यों? आपकी राय में क्या यह सही है?
उत्तर:
आज प्रायः औरतें चिक के पीछे से बातें नहीं करतीं। हाँ. कुछ मुस्लिम परिवारों में यह रिवाज अब भी है। वे स्त्रियाँ परदा करती हैं। गाँव की स्त्रियाँ भी परदा करती हैं। मेरी राय में यह ठीक नहीं है।
कहानी से आगे
प्रश्न 1.
मिठाईवाले के परिवार के साथ क्या हुआ होगा। सोचिए और इस आधार पर एक और कहानी बुनिए?
उत्तर:
मिठाईवाले के परिवार के साथ कोई दुर्घटना घटी होगी। मिठाई वाले का परिवार कहीं जा रहा होगा कि उन्हें किसी दुर्घटना का शिकार होना पड़ा होगा और उस दुर्घटना में मिठाईवाले की पत्नी और बच्चे मर गए होंगे।
प्रश्न 2.
हाट-मेले, शादी आदि आयोजनों में कौन-कौन-सी चीजें तुम्हें सबसे ज्यादा आकर्षित करती हैं? उनको सजाने-बनाने में किसका हाथ होगा? उन चेहरों के बारे में लिखिए।
उत्तर:
हाट-मेलं. शादी में हमें निम्नलिखित चीजें ज्यादा आकर्षित करती हैं
- खिलौने
- मिठाइयाँ
- चाट-पकौड़ी
- गोलगप्पे
- चाऊमीन।
खिलौनों को कारीगर घरों में बनाते हैं, जबकि मिठाइयों और चाट-पकौड़ी को वहीं मेले या शादी में बनाया जाता है। इनके चेहरे पर परिश्रम झलकता है।
प्रश्न 3.
इस कहानी में मिठाईवाला दूसरों को प्यार और खुशी देकर अपना दुःख कम करता है। इस मिजाज की और कहानियाँ, कविताएँ ढूंढिए और पढ़िए।
उत्तर:
ऐसी कहानियाँ विद्यार्थी पुस्तकों से पढ़ें।
HBSE 7th Class Hindi मीठाईवाला Important Questions and Answers
अति लघुत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
बच्चे खिलौने देखकर कैसे हो जाते थे?
उत्तर:
बच्चे खिलौने देखकर पुलकित हो उठते थे।
प्रश्न 2.
रोहिणी क्या सोचने लगी?
उत्तर:
रोहिणी सोचने लगी-खिलौने इतने सस्ते में कैसे दे गया?
प्रश्न 3.
नगर भर में क्या समाचार फैल गया?
उत्तर:
नगर भर में मुरलीवाले के आने का समाचार फैल गया।
प्रश्न 4.
ग्राहक हमेशा क्या सोचता है?
उत्तर:
ग्राहक हमेशा यह सोचता है कि दुकानदार मुझे लूट रहा है।
प्रश्न 5.
मुरलीवाले का स्वर कैसा था? उत्तर: मुरलीवाले का स्वर मीठा और स्नेहसिक्त था। प्रश्न 6. रोहिणी मकान की छत पर क्या कर रही थी?
उत्तर:
रोहिणी स्नान करके मकान की छत पर बाल सुखा रही थी।
प्रश्न 7.
मिठाईवाला पहले क्या था?
उत्तर:
वह पहले एक व्यवसायी था।
लघुत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
विजयबाबू और मिठाईवाले के वार्तालाप को अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
विजयबाबू: क्यों भाई, किस भाव देते हो मुरली?
मिठाईवाला: बाबू जी, वैसे तो भाव तीन पैसे का है, पर मैं आपको दो पैसे में ही दे दूंगा।
विजयबाबू: क्यों झूठ बोलता है? देता तो सभी को दो पैसे की होगा, पर मुझ पर एहसान का बोझ लादना चाहता है।
मिठाईवाला: बाबू जी. आपको इसकी लागत का पता तक नहीं है। हम चाहे हानि उठाकर भी अपना सामान क्यों न बेचें, पर आप हमें ठग ही समझते हैं।
विजयबाबू: अच्छा, अच्छा। बहस के लिए मेरे पास समय नहीं है। जल्दी से दो मुरली दे दे।
प्रश्न 2.
खिलौनेवाले की मधुर आवाज का बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ता था?
उत्तर:
खिलौनेवाले की मधुर आवाज सुनकर बच्चे अपना खेल बीच में ही छोडकर खिलौनेवाले के आस-पास जमा हो जाते और उसे घेरकर खड़े हो जाते। खिलौनेवाला उनके सामने अपनी खिलौनों की पेटी खोल देता।
प्रश्न 3.
नगर भर में मुरलीवाले के आने का समाचार क्यों फैल गया?
उत्तर:
नगर भर में मुरलीवाले के आने का समाचार इसलिए फैल गया क्योंकि वह मुरली बजाने और गाना गाने में उस्ताद था। लोगों को उसने मुरली बजाकर और मधुर गीत गा-गाकर रिझा लिया था। चारों ओर उसी की चर्चा होने लगी थी।
प्रश्न 4.
रोहिणी को मिठाईवाले का स्वर सुनकर खिलौनेवाले और मुरलीवाले का स्मरण क्यों हो आया?
उत्तर:
वास्तव में खिलौनेवाला, मुरलीवाला और मिठाईवाला व्यक्ति एक ही था। वही बार-बार चीजें बदलकर बच्चों को खश करने आता था। रोहिणी ने जब मिठाईवाले का मृदुल स्वर सुना तो उसे वह परिचित स्वर लगा। मुरलीवाला भी इसी प्रकार के स्वर में गाता था अतः उसे उसका स्मरण हो आया।
प्रश्न 5.
मिठाईवाले ने अपनी मिठाइयों की क्या-क्या विशेषताएँ बताई?
उत्तर:
मिठाईवाले ने अपनी मिठाइयों की ये विशेषताएँ बताई-ये रंग-बिरंगी हैं। ये खट्टी-मीठी हैं तथा जायकेदार हैं। ये मुंह में देर तक टिकती हैं। बच्चे इन्हें बड़े चाव से चूसते हैं। ये खाँसी को दूर करती हैं। आकार में ये चपटी, गोल और पहलदार हैं।
प्रश्न 6.
मिठाईवाले को अपने व्यवसाय में पैसे के अलावा और क्या मिलता था?
उत्तर:
मिठाईवाले को अपने व्यवसाय में पैसे के अलावा संतोष, धीरज और असीम सुख मिलता था। वह बच्चों के निकट रहना चाहता था और अपने व्यवसाय में वह यह अवसर पा रहा था।
प्रश्न 7.
रोहिणी को मिठाईवाले के संबंध में जानने की उत्सुकता क्यों थी?
उत्तर:
रोहिणी को जब यह पता चला कि यह मिठाईवाला ही पहले खिलौनेवाला और मुरलीवाला बनकर आया था तो वह उसके बारे में जानने को उत्सुक हो उठी। वह जानना चाहती थी कि यह व्यक्ति इतने कम दामों पर अपनी चीजें क्यों बेचता है?
प्रश्न 8.
फेरीवाले को गली के बच्चों पर ममता क्यों थी?
उत्तर:
फेरीवाले को गली के बच्चों पर ममता इसलिए थी क्योंकि वह उन बच्चों में अपने मरे हुए बच्चों की छवि देखता था। उसे विश्वास था कि वे कहीं-न-कहीं जन्मे तो होंगे ही। वह उनको ही खोजता फिरता था। यही कारण था कि वह उन बच्चों के प्रति ममता का भाव रखता था। इससे उसे असीम संतोष मिलता था।
प्रश्न 9.
मिठाईवाला बच्चों के लिए ही चीजें लेकर क्यों आया था? सही उत्तर छाँटिए
(क) वह अधिक पैसा कमाना चाहता था।
(ख) वह लोगों को आकर्षित करना चाहता था।
(ग) वह लोगों में नाम कमाना चाहता था।
(घ) वह बच्चों से मिलकर अपनी ममता की पूर्ति करना चाहता था।
उत्तर:
(घ) वह बच्चों से मिलकर अपनी ममता की पूर्ति करना चाहता था।
प्रश्न 10.
मिठाईवाले की व्यथा को अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
मिठाईवाला एक व्यथित व्यक्ति है। वह धनी-मानी व्यक्ति होते हुए भी गली-गली मुरली, खिलौने तथा मिठाई बेचता फिरता है। इस काम से उसकी व्यथा कुछ कम होती है। उसका एक भरा-पूरा परिवार था। ईश्वर की लीला भी बड़ी विचित्र है। उसकी सुंदर पत्नी और प्यारे बच्चे असमय ही ईश्वर को प्यारे हो गए। उसका हृदय व्यथा के सागर में डूब गया। उसने अपने जीने का माध्यम ढूंढ निकाला। वह बच्चों के सलोने मुखों में अपने बच्चों की छवि निहारता है। इससे उसे संतोष मिलता है।
प्रश्न 11.
एक दिन नगर में क्या समाचार फैल गया?
उत्तर:
एक दिन नगर में यह समाचार फैल गया कि यहाँ एक मुरलीवाला आया है। मुरली बजाने में वह बहुत उस्ताद है। वह मुरली बजाकर, गाना सुनाकर मुरली भी बेचता है और वह भी दो-दो पैसे में। इतने कम दाम में तो उसे कुछ भी नहीं मिलता होगा।
प्रश्न 12.
मुरलीवाले की बातें सुनकर रोहिणी ने क्या अनुभव किया?
उत्तर:
मुरलीवाले की बातें सुनकर रोहिणी ने अनुभव किया कि बच्चों के साथ इतने प्यार से बातें करने वाला कोई फेरीवाला कभी पहले नहीं आया। वह सस्ता सौदा बेचता है तथा भला आदमी जान पड़ता है।
प्रश्न 13.
इस कहानी का उद्देश्य क्या है?
उत्तर:
इस कहानी का उद्देश्य है कि व्यक्ति परोपकार करके अपने दुःख को कमकर सकता है। व्यक्ति मीठी वाणी और सद्व्यवहार से सबका मन मोह लेता है। बच्चों के साथ स्नेहपूर्ण व्यवहार करना चाहिए।
प्रश्न 14.
बच्चे खिलौनेवाले से क्यों खुश रहते थे?
उत्तर:
खिलौनेवाला बच्चों को डाँटने-फटकारने के स्थान पर प्यार करता था। वह उन्हें तरह-तरह के खिलौने दिखाता था और उनकी पसंद के खिलौने उन्हें अत्यंत कम दामों पर दे देता था। वह बच्चों के साथ अत्यंत मीठे स्वर में बात करता था। वह बच्चों में लोकप्रिय हो गया था।
प्रश्न 15.
इस कहानी के माध्यम से लेखक ने कैसे व्यक्ति का चित्रण किया है?
उत्तर:
इस कहानी के माध्यम से लेखक ने एक ऐसे धनी और प्रतिष्ठित व्यक्ति की मन:स्थिति का चित्रण किया है, जिसने असमय ही अपनी पत्नी एवं बच्चों को खो दिया। वह अपने बच्चों के साथ बहुत लगाव रखता था। वह नगर के अन्य बच्चों को अपनी चीजों एवं मधुर वाणी से इसलिए लुभाता है क्योंकि वह उनमें अपने बच्चों की छवि देखता है। इससे उसे मानसिक शांति का अनुभव होता है।
मीठाईवाला गद्यांशों की सप्रसंग व्याख्या
1. उसके …………….. खोल देता।
अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न:
1. मकानों में हलचल क्यों मच जाती थी?
2. युवतियाँ कहाँ, किस रूप में झाँकने लगती थीं?
3. बच्चे कहाँ खेलते थे?
4. खिलौनेवाला क्या करता था?
उत्तर:
1. जब खिलौनेवाला मीठे स्वर में गलियों में आवाज़ देता-‘खिलौनेवाला’ तब उसे सुनकर निकट के मकानों में हलचल मच जाती थी।
2. युवतियाँ अपने छोटे-छोटे बच्चों को गोद में लेकर, घर की चिकों को उठाकर नीचे की ओर झाँकने लगती थीं।
3. बच्चे गलियों और उनके मध्य समाए छोटे-छोटे उद्यानों में खेलते थे।
4. खिलौनेवाला बच्चों के झुंड के बीच बैठकर अपने खिलौनों की पेटी खोल देता था।
बहुविकल्पी प्रश्न सही उत्तर चुनकर लिखिए
1. खिलौने वाला का स्वर कैसा था?
(क) स्नेह से भरा
(ख) कर्कश
(ग) तीखा
(घ) अजीब-सा
उत्तर:
(क) स्नेह से भरा
2. युवतियाँ कहाँ देखने लगती थीं?
(क) ऊपर की ओर
(ख) नीचे की ओर
(ग) भीड़ की ओर
(घ) कहीं नहीं
उत्तर:
(ख) नीचे की ओर
3. इस कहानी के लेखक हैं
(क) भगवती प्रसाद वाजपेयी
(ख) भगवती चरण वर्मा
(ग) प्रेमचंद
(घ) जैनेंद्र
उत्तर:
(क) भगवती प्रसाद वाजपेयी
2. नगर भर …………………………………… करता था?”
अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न:
1. नगर भर में क्या समाचार फैल गया?
2. लोग क्या कहने लगे?
3. मुरलीवाले का हुलिया किस प्रकार का बताया गया?
4. पहले यह व्यक्ति क्या काम करता था?
उत्तर:
1. नगर भर में दो-चार दिनों में यह समाचार फैल गया कि मुरलीवाला आया है।
2. लोग यह कहने लगे कि वह व्यक्ति मुरली बजाने में बड़ा उस्ताद है। वह गाना सुना कर और मुरली बजा कर मुरली बेचता है। वह दो-दो पैसे में मुरली बेच रहा है। इतने में तो मेहनत भी पूरी न होती होगी।
3. मुरलीवाले का यह हुलिया बताया गया- वह 30-32 वर्ष का होगा। वह गोरा- पतला युवक है। वह बीकानेरी रंगीन साफा बाँधता है।
4. पहले यही व्यक्ति खिलौने बेचा करता था।
बहुविकल्पी प्रश्न सही उत्तर चुनकर लिखिए
1. नगर भर में क्या समाचार फैल गया?
(क) मुरलीवाले के आने का
(ख) खिलौनेवाले के आने का
(ग) गुब्बारवाले के आने का
उत्तर:
(क) मुरलीवाले के आने का
2. वह आदमी कैसे मुरली बेचता है?
(क) मुरली बजाकर
(ख) गाना सुनाकर
(ग) दोनों काम करके
(घ) कुछ नही करके
उत्तर:
(ग) दोनों काम करके
3. मुरलीवाले की उन कितनी होगी?
(क) बीस वर्ष
(ख) पच्चीस वर्ष
(ग) 30-32 वर्ष
(घ) पचास वर्ष
उत्तर:
(ग) 30-32 वर्ष
4. वह कैसा साफा बाँधता है?
(क) बीकानेरी
(ख) जोधपुरी
(ग) जयपुरी
(घ) अजमेरी
उत्तर:
(क) बीकानेरी
3. प्रतिदिन इसी ………………….. गए हैं।”
अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न:
1, प्रतिदिन किसकी चर्चा होती थी और क्यों?
2. बच्चों को कैसा स्वर सुनाई पड़ता था?
3. मुरलीवाले का स्वर सुनकर रोहिणी को क्या स्मरण हो आया?
4. विजय कौन थे? उनसे रोहिणी ने क्या कहा?
उत्तर:
1. सारे नगर में प्रतिदिन मुरलीवाले की चर्चा होती थी क्योंकि प्रत्येक गली में उसकी मुरली की मधुर ध्वनि सुनाई पड़ती थी।
2. बच्चों को मुरलीवाले का मादक-मृदुल स्वर सुनाई पड़ता था बच्चों को बहलाने वाला, मुरलिया वाला।
3. मुरलीवाले के स्वर को सुनकर रोहिणी को मन-ही-मन खिलौनेवाले का स्मरण हो आया। वह भी इसी तरह गा-गाकर खिलौने बेचा करता था।
4. विजय रोहिणी के पति थे। रोहिणी ने उनसे मुरलीवाले को बुलाने के लिए कहा क्योंकि उसे चुन्नू-मुन्नू के लिए मुरली खरीदनी थी।
बहुविकल्पी प्रश्न सही विकल्प चुनकर लिखिए
1. प्रतिदिन किसकी चर्चा होती थी?
(क) मुरलीवाले की
(ख) मिठाईवाले की
(ग) खिलौनेवाले की
(घ) किसी की नहीं
उत्तर:
(क) मुरलीवाले की
2. रोहिणी को मुरलीवाले के स्वर से किसका स्मरण हो आया?
(क) मिठाईवाले का
(ख) खिलौनेवाले का
(ग) फेरीवाले का
(घ) सभी का
उत्तर:
(ख) खिलौनेवाले का
3. रोहिणी उठकर किसके पास गई?
(क) अपने पति विजय बाबू के पास
(ख) मुरलीवाले के पास
(ग) वृद्धा माँ के पास
(घ) बच्चों के पास
उत्तर:
(क) अपने पति विजय बाबू के पास
4. विजय बाबू ………………………… …. भाव पड़ी हैं।”
अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न:
1. विजय बाबू क्यों मुस्करा दिए?
2 विजय बाबू ने मुरलीवाले से क्या कहा?
3. मुरलीवाले ने क्या सफाई दी?
4. क्या आप उसकी बात से सहमत हैं?
उत्तर:
1. विजय बाबू मुरलीवाले की इस बात पर मुस्करा दिए कि मुरली है तो तीन पैसे की, पर आपको दो पैसे में ही दे दूंगा। विजय बाबू को लगा कि यह तो मुझ पर अहसान लाद रहा है।
2. विजय बाबू ने मुरलीवाले से यह कहा कि तुम लोगों की आदत झूठ बोलने की है। सभी को दो-दो पैसों में देते होंगे, पर अहसान का बोझा मेरे ऊपर लाद रहे हो।
3. मुरलीवाले ने यह सफाई दो-आपको मुरली की लागत का पता नहीं है। हर ग्राहक यही समझता है कि दुकानदार मुझे लूट रहा है। मैंने तो एक हजार मुरलियाँ बनवाई थीं अतः मुझे इस भाव पड़ी हैं अन्यथा कहीं भी ये मुरलियाँ दो-दो पैसे में नहीं मिल सकती।
4. हाँ, हम मुरलीवाले की बात से सहमत हैं। वह मुनाफा कमाने के लिए मुरली नहीं बेचता।
बहुविकल्पी प्रश्न सही उत्तर चुनकर लिखिए
1. कौन मुसकराया?
(क) विजय बाबू
(ख) रोहिणी
(ग) खिलौनेवाला
(घ) कोई नहीं
उत्तर:
(क) विजय बाबू
2. विजय ने मुरलीवाले पर क्या तोहमत लगाई?
(क) तुम लोगों को झूठ बोलने की आदत होती है
(ख) तुम लोगों को ठगने की आदत होती है
(ग) तुम लोगों को अपना माल बेचना होता है
(घ) तुम लोगों पर विश्वास नहीं किया जा सकता
उत्तर:
(क) तुम लोगों को झूठ बोलने की आदत होती है
3. मुरलीवाले ने कितनी मुरलियाँ बनवाई थीं?
(क) सौ
(ख) पाँच सौ
(ग) एक हजार
(घ) पाँच हजार
उत्तर:
(ग) एक हजार
5. अतिशय गंभीरता ………….. …. नहीं है।
अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न
1. मिठाईवाला पहले क्या था?
2. उसके पास क्या-क्या था?
3. बाहर-भीतर क्या था?
4. समय ने क्या कर दिया?
उत्तर:
1. मिठाईवाला पहले अपने शहर का एक प्रतिष्ठित आदमी था।
2. उसके पास मकान, व्यवसाय, गाड़ी-घोड़ा, नौकर-चाकर, पत्नी तथा दो बच्चे थे।
3. बाहर संपत्ति का वैभव था और भीतर सांसारिक सुख था।
4. समय ने ऐसी लीला खेली कि उसका सभी कुछ चला गया।
बहुविकल्पी प्रश्न सही उत्तर चुनकर लिखिए
1. मिठाईवाले का संसार कैसा था?
(क) सोने का
(ख) चाँदी का
(ग) खिलौनों का
(घ) नौकरों का
उत्तर:
(क) सोने का
2. उसकी पत्नी कैसी थी?
(क) सुंदर
(ख) सुशील
(ग) सामान्य
(घ) अच्छी
उत्तर:
(क) सुंदर
3. ‘सजीव खिलौने’ में रेखांकित शब्द क्या है?
(क) संज्ञा
(ख) सर्वनाम
(ग) विशेषण
(घ) क्रिया
उत्तर:
(ग) विशेषण
मीठाईवाला Summary in Hindi
मीठाईवाला कहानी का सार
मिठाईवाला एक धनी एवं प्रतिष्ठित व्यक्ति होते हुए भी बच्चों को मिठाई एवं खिलौने इसलिए बेचता है क्योंकि वह उनमें अपने खोए हुए बच्चों की छवि देखता है। वह गलियों में घूम-घूमकर बड़े मीठे स्वर में आवाज दे-देकर अपनी चीजें बेचता रहता है। उसकी मीठी आवाज सुनकर स्त्रियाँ चिकों से झांकने लगती तथा बच्चों के झुंड उसे घेर लेते। खिलौने वाला उनके सामने अपनी खिलौनों की पेटी खोल देता। बच्चे अपनी तोतली बोली में खिलौनों का मोल-भाव करते। बच्चे उससे खिलौने लेकर खुशी से उछलने लगते। सभी बच्चे अपने-अपने खिलौने को बढ़िया बताते।
एक दिन राय विजय बहादुर के बच्चे उससे खिलौने ले गए। उनकी माँ रोहिणी को वे खिलौने बहुत सस्ते लगे। छह महीने बाद नगर में समाचार फैल गया कि एक मुरली वाला आया है और वह मुरली बजा-बजाकर बेचता है। वह 30-40 वर्ष की आयु का दुबला-पतला गोरा युवक है। यह वही खिलौने वाला व्यक्ति निकला।
रोहिणी ने उस मुरली वाले का स्वर सुना तो उसे तत्काल उस खिलौने वाले की याद आई। रोहिणी ने अपने पति से मुरली वाले को बुलाने को कहा। विजय बाबू ने मुरली वाले से पूछा “क्यों भाई, किस भाव देते हो मुरली?” तभी बालक आकर इकट्ठे हो गए और मुरली माँगने लगे। मुरली वाले ने विजय बाबू के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा-“वैसे तो तीन-तीन पैसे के हिसाब से हैं, पर आपको दो-दो पैसे में दे दूंगा।” इस पर विजय बाबू ने कहा-“तुम लोगों को झूठ बोलने की आदत हो जाती है। देते होंगे सभी को दो-दो पैसों में, पर एहसान का बोझ मुझ पर लाद रहे हो? यह उत्तर सुनकर मुरली वाले को हैरानी हुई क्योंकि वह लागत भाव पर ही मुरली बेच रहा था।
विजय बाय दो मुरलियाँ खरीद कर चले गए। मरली वाले ने बच्चों को उनकी पसंद की मुरलियाँ दे दी। फिर वह आगे चला गया। रोहिणी को मुरली वाले का स्वर बहुत मीठा लगता था। फिर कई महीने तक मुरली वाला न आया। आठ महीने बीतने के बाद गली में मुरली वाले की आवाज फिर सुनाई दी। रोहिणी ने बूढ़ी दादी से उस मुरलीवाले को बुलवाया। इस बार वह मिठाई बेच रहा था। उसके पास तरह-तरह की रंग-बिरंगी मिठाइयाँ थीं। वह एक पैसे की 16 गोलियाँ दे रहा था।
रोहिणी ने दादी से चार पैसे की मिठाई लेने को कहा। रोहिणी ने बातों ही बातों में उससे पूछ लिया कि वही पहले मुरली बेचता था। रोहिणी उसके बारे में जानना चाहती थी। मिठाई वाले ने कहा कि पुरानी बातें सुनकर आपको दुःख ही होगा। रोहिणी के बहुत जोर देने पर उसने बताया-मैं भी नगर का धनी एवं सम्मानित व्यक्ति था। सुंदर पत्नी और खिलौने से सुंदर बच्चे भी थे, पर एक दिन सब चले गए अर्थात् मर गए। अब अपना अकेलापन काटने के लिए ही इन चीजों को बेचता रहता हूँ।
इन बच्चों में अपने बच्चों की छवि देखता हूँ। मेरे पास पैसों की कोई कमी नहीं है, पर इससे मन को संतोष मिलता है। यह कहकर उसकी आँखों में आँसू आ गए। तभी रोहिणी के बच्चे आ गए। वे मिठाई मांगने लगे। मिठाई वाले ने मिठाई से भरी कागज की दो पुड़िया उन्हें दे दी। रोहिणी ने अंदर से पैसे फेंक दिए पर मिठाई वाले ने वे पैसे न लिए और आवाज लगाता हुआ गली में आगे बढ़ गया।
मीठाईवाला शब्दार्थ
मीठे स्वर = मीठी बोली (Sweet voice)। विचित्र = अनोखा (Strange)। स्नेहाभषिक्त = स्नेह अभिषिक्त = प्रेम में भीगे (With love a affection)। अंतर्व्यापी- अंत:+व्यापी = भीतर तक फैले (Spread inside)। उद्यान = बगीचा (Garden)। पुलकित = प्रसन्न (Joyful)। सागर = समुद्र (Sea)। इच्छानुसार = इच्छा के अनुसार (According desire)। हिलोर = लहर (Wave)। निरखना = देखना (To see)। उस्ताद = गुरु (Teacher)। आकार-प्रकार = रूप, बनावट (Shape)। मादक = नशा पैदा करने वाला (Intoxicating)। मृदुल = कोमल (Tender)। स्मरण = याद(Memorize)।हर्ष = खुशी (Happiness)। ग्राहक = खरीददार (Customer)। दस्तूर = तरीका (System)। विस्मयादि = विस्मय+आदि = आश्चर्यसूचक (Exclamatory)। धीरज = धैर्य (Patience)। असीम = सीमा रहित (Unlimited)। प्रतिष्ठित = सम्मानित (Respected)। कोलाहल = शोर-शराबा (Noise)। संशय शक,संदेह (Doubt) विधाता ईश्वर (God) तत्काल = तुरंत (Immediately)। क्षीण = कमजोर (I Weak)।