Haryana State Board HBSE 10th Class Science Important Questions Chapter 16 प्राकृतिक संसाधनों का संपोषित प्रबंधन Important Questions and Answers.
Haryana Board 10th Class Science Important Questions Chapter 16 प्राकृतिक संसाधनों का संपोषित प्रबंधन
अति लघुउत्तरीय प्रश्नोत्तर (Very Short Answer Type Questinos)
प्रश्न 1.
दो जीवाश्म ईंधनों के नाम दीजिए।
उत्तर-
- कोयला,
- पेट्रोलियम।
प्रश्न 2.
पर्यावरण संरक्षण हेतु आप किस तकनीक का प्रयोग करेंगे?
उत्तर-
तीन आर (Reduce, Recycle तथा Reuse) का।
प्रश्न 3.
चिपको आन्दोलन कहाँ प्रारम्भ हुआ?
उत्तर-
उत्तराखण्ड के ‘रेनी’ ग्राम में सन् 1970 में।
प्रश्न 4.
जल संग्रहण (Water Harvesting) क्या है ?
उत्तर-
जल संग्रहण का अर्थ है कि वर्षा के पानी को एकत्र करके बाद में उपयोग करना।
प्रश्न 5.
प्रदूषण क्या है ?
उत्तर-
प्राकृतिक रूप में पाए जाने वाले अथवा शुद्ध रूप में पाए जाने वाले पदार्थों में धूल कण तथा अन्य नुकसानदेह पदार्थों का मिश्रण प्रदूषण कहलाता है।
प्रश्न 6.
CFC का पूरा नाम बताएँ।
उत्तर-
क्लोरोफ्लोरो कार्बन।
प्रश्न 7.
गंगा सफाई योजना किस सन् में अपनाई गई थी?
उत्तर-
सन् 1985.
प्रश्न 8.
कोलीफॉर्म क्या है ?
उत्तर-
कोलीफार्म एक जीवाणु वर्ग है जो जल प्रदूषण के कारण मानव की आँत में पाया जाता है।
प्रश्न 9.
खुदाई से किस प्रकार प्रदूषण बढ़ता है ?
उत्तर-
खुदाई में धातु निष्कर्षण के साथ-साथ बड़ी मात्रा में धातुमल निकलता है।
प्रश्न 10.
समुद्री जल से हमें क्या मिलता है ?
उत्तर-
आयोडीन हमें समुद्री जल से प्राप्त होता है।
प्रश्न 11.
सौर ऊर्जा हमें किस प्रकार मिलती है ?
उत्तर-
सौर ऊर्जा हमें सौर किरणों के रूप में सीधे सूर्य से मिलती है एवं पेड़-पौधों के द्वारा हम उसे ग्रहण करते हैं।
प्रश्न 12.
तीन विषैली गैसों के नाम बताएँ।
उत्तर-
नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड तथा कार्बन मोनोऑक्साइड विषैली गैसें हैं।
प्रश्न 13.
तीन मुख्य खनिज संसाधनों के नाम बताएँ।
उत्तर-
कॉपर, आयरन तथा मैंगनीज।
प्रश्न 14.
ऊर्जा के नवीनीकरणीय स्रोतों के उदाहरण दो।
उत्तर-
लकड़ी, जल तथा सौर ऊर्जा ।
प्रश्न 15.
ऊर्जा के अनवीनीकरणीय स्रोतों के दो उदाहरण दें।
उत्तर-
कोयला एवं पेट्रोलियम ।
प्रश्न 16.
जल संभर प्रबंधन में किस पर जोर दिया जाता है?
उत्तर-
मृदा एवं जलसंरक्षण पर।
प्रश्न 17.
वन्य संपदा संरक्षण के दो उपाय बताओ।
उत्तर-
- प्राकृतिक आवासों में मानव दखल को रोका जाए।
- शिकार को वर्जित किया जाए।
प्रश्न 18.
भारत की वर्षा किस पर निर्भर करती है ?
उत्तर-
मानसून पर।
प्रश्न 19.
टिम्बर का दूसरा नाम क्या है ?
उत्तर-
इमारती लकड़ी।
प्रश्न 20.
वनों से प्राप्त उत्पादों की सूची बनाइए।
उत्तर-
लकड़ी, फल, फूल, शहद, ईंधन, माँस, ऊन, हाथी-दाँत आदि।
प्रश्न 21.
वायुमण्डल में नाइट्रोजन की मात्रा का क्या प्रतिशत है ?
उत्तर-
78%.
प्रश्न 22.
जल प्रदूषण के दो कारण लिखिए।
उत्तर-
- वाहित मल विसर्जन
- परमाणु भट्टी से निकला जल।
प्रश्न 23.
जल प्रदूषण के दो प्रभाव बताइए।
उत्तर-
- प्रदूषित जल प्रयोग करने से भयंकर बीमारियाँ उत्पन्न होती हैं।
- जलीय जीवों की मृत्यु।
लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Questions)
प्रश्न 1.
हमें संसाधनों के प्रबन्धन की क्यों आवश्यकता (मा. शि. बोर्ड 2012)
उत्तर-
संसाधन सीमित होते हैं। हमें अनेक दैनिक वस्तुएँ प्राकृतिक संसाधनों से प्राप्त होती हैं। यदि हम इन संसाधनों का उपयोग अल्प समय में कर लेंगे तो अपनी भावी पीढ़ी को इन संसाधनों से वंचित रहना पड़ेगा। इसीलिए हमें संसाधनों का प्रयोग विवेकपूर्ण ढंग से करना चाहिए।
प्रश्न 2.
संपोषणीय विकास से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
संपोषणीय विकास की संकल्पना मनुष्य की वर्तमान आधारभूत आवश्यकताओं की पूर्ति एवं विकास को प्रोत्साहित तो करती ही है साथ ही आने वाली पीढ़ी के लिए संसाधनों का संरक्षण भी करती है। आर्थिक विकास पर्यावरण संरक्षण से सम्बन्धित है अतः संपोषित विकास से जीवन के सभी आयाम में परिवर्तन निहित हैं।
प्रश्न 3.
निम्नलिखित में प्रत्येक के तीन लाभों की सूची बनाइए:
(i) कम अवधि के उद्देश्य से संसाधनों का दोहन, तथा
(ii) हमारे प्राकृतिक संसाधनों का लम्बी अवधि को ध्यान में रखते हुए प्रबंधन। (CBSE 2019)
उत्तर-
(i) कम अवधि के उद्देश्य से संसाधनों के दोहन के लाभ –
(a) वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं को शीघ्रता से पूरा करना।
(b) बिना किसी जवाबदेही के अधिक लाभ अर्जित करना।
(iii) आधुनिकीकरण व औद्योगिकरण को तीव्रता से बढ़ाना।
(ii) प्राकृतिक संसाधनों की लम्बी अवधि के प्रबंधन के लाभ
(a) वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ आने वाली पीढ़ी के लिए संसाधनों को बनाए रखना।
(b) इससे प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन पर रोक लगेगी।
(c) पर्यावरण को भी कम-से-कम क्षति होगी।
प्रश्न 4.
“वन जैव विविधता के तप्त स्थल (Hotspots) है” इस कथन को समझाइए।
उत्तर-
जैव विविधता का एक आधार उस क्षेत्र में पाई जाने वाली विभिन्न स्पीशीज की संख्या है। किसी स्थान विशेष पर पाए जाने वाले दुर्लभ प्राणिजात एवं पादपजात जैव विविधता के तप्तस्थल कहलाते हैं। ऐसे विशिष्ट स्थल केवल वनों में ही पाए जाते हैं। ये स्थल हमारी प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित करते हैं।
प्रश्न 5.
(i) वन संरक्षण तथा
(ii) जंगली प्राणियों के संरक्षण में प्रत्येक के दो-दोलाभ लिखिए। (CBSE 2017)
उत्तर-
(i) वन संरक्षण के लाभ
(a) वन संरक्षण से बाढ़ तथा भूमि कटाव को रोकने में सहायता मिलती है।
(b) वन संरक्षण से उस स्थान की ‘जैव विविधता’ भली प्रकार बनी रहती है।
(c) वन संरक्षण बाढ़ जैसी भयानक प्राकृतिक आपदा को भी रोकने में सहायक है।
(ii) जंगली प्राणियों के संरक्षण
(a) इनके संरक्षण से पर्यावरण में संतुलन बनाये रखने में सहायता मिलती है।
(b) जंगली प्राणियों के संरक्षण से खाद्य श्रृंखलाएँ तथा खाद्य जाल सुरक्षित रहते हैं।
प्रश्न 6.
पर्यावरण संरक्षण में वनों की तीनभूमिकाओं की सूची बनाइए। वन किस प्रकार अपक्षयित (नष्ट) हो जाते हैं? वनोन्मूलन के पर्यावरण पर दो दुष्परिणामों का उल्लेख कीजिए। (CBSE 2019)
उत्तर-
पर्यावरण संरक्षण में वनों की भूमिका
- वन वर्षा लाने में सहायक होते हैं जिससे पर्यावरण में जल-चक्र संतुलित रहता है।
- वन वन्यजीवों तथा पक्षियों को वास-स्थान प्रदान करते हैं।
- वन मृदा की उर्वरता बनाये रखने में सहायक होते हैं तथा अधिक वर्षा के समय भूमि कटाव को भी रोकते हैं।
वनों के अपक्षयित होने के कारण-औद्योगीकरण तथा शहरीकरण के चलते वनों का धीरे-धीरे नाश हो रहा है। जनसंख्या बढ़ने के साथ उसके रहने के लिए अधिक स्थान की आवश्यकता पड़ती है और यह वनों के विनाश का मुख्य कारण बनती है। इसवेह अतिरिक्त जंगल में प्रतिवर्ष लगने वाली आग तथा अतिचारन के कारण भी वनों का प्रतिशत कम होता जा रहा है।
वनोन्मूलन के दुष्परिणाम-
- पेड़ों के अधिक कटने से मृदा अपरदन होता है तथा जल-चक्र भी प्रभावित होता है।
- वनोन्मूलन से वायुमण्डल में CO2, गैस की मात्रा बढ़ जाती है जिसके कारण अधिक हरितग्रह प्रभाव उत्पन्न होता है तथा वायुमण्डल का तापक्रम बढ़ने लगता है।
प्रश्न 7.
पारिस्थितिक विशेषज्ञों के अनुसार वनारोपण का क्या प्रभाव होगा?
उत्तर-
वनारोपण के निम्नलिखित प्रभाव होंगे –
- वनों की वृद्धि से वायुप्रदूषण में कमी होगी।
- वनों की वृद्धि से मृदा अपरदन कम होता है तथा वर्षा अधिक होती है।
- कुछ वन वन भूमि की शुद्धता में वृद्धि करते हैं जिससे सल्फर तथा नाइट्रोजन के यौगिकों का ऑक्सीकरण होता है।
- अम्लीय आर्द्र भूमि चीड़ के वृक्षों द्वारा उत्पन्न की जाती है जो भूमि की अम्लीयता को बढ़ाती है।
प्रश्न 8.
चिपको आन्दोलन से आप क्या समझते हैं? (मा. शि. बोर्ड 2012)
अथवा
चिपको आन्दोलन क्या था? (CBSE 2016)
उत्तर-
गढ़वाल के रेनी नामक गाँव की महिलाओं ने वनों के ठेकेदार द्वारा काटे जाने का विरोध किया। उन्होंने पेड़ों से लिपटकर उनकी रक्षा की। उनके इस प्रयास से स्थानीय वन उजड़ने से बच गए। इस घटना को चिपको आन्दोलन नाम दिया गया।
प्रश्न 9.
वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए आप क्या उपाय सुझाएँगे ?
उत्तर-
- प्राकृतिक आवासों की सुरक्षा करना।
- विलुप्त प्रजातियों को प्रजनन द्वारा बढ़ावा देना।
- शिकार पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाना।
- वृक्षों की कटाई को रोका जाना।
प्रश्न 10.
भू-जल की उपलब्धता में काफी कमी क्यों आई है?
उत्तर-
इसके निम्नलिखित कारण हैं-
- पेड़ों का काटा जाना।
- भू-जल का अत्यधिक मात्रा में दोहन।
- उद्योगों से पेय जल प्रदूषण।
- अपर्याप्त वर्षा |
प्रश्न 11.
जल संग्रहण किसे कहते हैं? सामुदायिक स्तर पर जल संग्रहण से संबंधित दो प्रमुख लाभों की सूची बनाइए। भूजल की संपोषित उपलब्धता में असफलता के दो.कारण लिखिए। (CBSE 2019)
उत्तर-
जल संग्रहण से अभिप्राय है जल तथा जल के भूमिगत स्रोतों को मनुष्य की प्राप्ति के लिए बनाए रखना। वर्षा के जल को भूमिगत जलाशयों, गड्ढे खोद कर, झीलों का निर्माण करके व छत पर बनी टंकियों में एकत्रित करके किया जाना चाहिए ताकि उस जल का उपयोग गरमी तथा सूखे के दिनों में किया जा सके।
सामुदायिक स्तर पर जल संग्रहण के दो लाभ-
- सूखे के दिनों में एकत्रित जल को सभी लोगों में वितरित किया जा सकता है ताकि किसी के लिए जल का अभाव न हो।
- इस जल द्वारा भीषण गर्मीयों में फसलों को भी न्यूनतम मात्रा में जल से सिंचित किया जा सकता है।
भूजल की संपोषित उपलब्धता में असफलता के दो कारण-
- नलकूपों द्वारा अत्यधिक मात्रा में फसलों की सिंचाई के लिए भूजल का उपयोग।
- स्थानीय लोगों द्वारा जल संग्रहण के पुराने तरीकों को त्याग देने के कारण।
- सिंचाई के लिए अधिक माँग वाली फसलों का विषयांतर।
प्रश्न 12.
बांध क्या होता है? हम बड़े बांध क्यों बनाना चाहते हैं? बड़े बांधों का निर्माण करते समय किन तीन समस्याओं का ध्यान रखना चाहिए, ताकि स्थानीय लोगों में शांति बनी रहे, उनका उल्लेख कीजिए। (CBSE 2018)
उत्तर-
किसी नदी के जल को, ऊँचाई पर बहुत बड़े कुंड-रूपी संरचना में एकत्र करने की प्रक्रिया को बांध कहते हैं। बड़े बाँध द्वारा जल संग्रहण पर्याप्त मात्रा में किया जा सकता है जिसका प्रयोग न केवल सिंचाई वरन् विद्युत का अधिक मात्रा में उत्पादन करने के लिए भी किया जाता है।
बड़े बांधों के निर्माण करते समय हमें निम्नलिखित समस्याओं का ध्यान रखना चाहिए
- बांध बनाने के कारण विस्थापित हुए किसानों तथा आदिवासी लोगों को पुनः स्थापित करना।
- बांध के निर्माण के समय होने वाले खर्च पर नियंत्रण रखना।
- बांध बनने से पर्यावरण का नुकसान कम से कम होना चाहिए।
प्रश्न 13.
‘जल संरक्षण की खादिन संरचना’ का नामांकित चित्र बनाकर जल संरक्षण के कोई दो उपाय लिखिए।
उत्तर-
अनुच्छेद 16.3.2. का अध्ययन करें।
प्रश्न 14.
वर्षा जल संग्रहण के दो तरीके तथा दो लाभ बताइए।
उत्तर-
वर्षा जल संग्रहण के उपाय
(i) खाली भूमि पर तालाब बनवाए जाएँ।
(ii) शहरों में भूमिगत टैंकों में छतों से आने वाला वर्षा जल संग्रहीत किया जाए।
वर्षा जल संग्रहण के लाभ –
(i) वर्ष भर पेय जल की उपलब्धता,
(ii) कृषि के लिए सिंचाई जल की प्राप्ति।
प्रश्न 15.
गंगा प्रदूषण के स्रोत क्या हैं ?
उत्तर-
- कचरा एवं मल का प्रवाह-नगरों द्वारा उत्सर्जित कचरा एवं मल को नाले एवं नालियों द्वारा गंगा जल में प्रवाहित कर दिया जाता है।
- उद्योग अपशिष्ट-विभिन्न नगरों में स्थित छापेखाने, कागज मिलों, कपड़ा मिलों से निकली गन्दगी गंगा में छोड़ दी जाती है।
प्रश्न 16.
बड़े बाँधों के निर्माण के विरोध के क्या कारण हैं ? (नमूना प्रश्न पत्र 2012)
उत्तर-
- सामाजिक कारण-बड़ी संख्या में जनजीवन को विस्थापित करना एवं उनका पुर्नवास कराना।
- आर्थिक कारण-इन पर जनता का बहुत धन खर्च होता है।
- पर्यावरणीय कारण-इनके निर्माण के कारण बड़ी मात्रा में वन विनाश होता है तथा प्रदूषण उत्पन्न होता है।
प्रश्न 17.
राजस्थान में कार्यान्वित वर्षा जल संग्रहण के खादिन तंत्र को समझाइए।
उत्तर-
‘खादिन’ का प्रयोग सिंचाई के लिए किया जाता है। वर्षा जल संग्रहण के खादिन तंत्र की विशेषता है कि यह ढालू खेत के निचले भाग में निर्मित काफी लम्बा (100 मी से 300 मी) मिट्टी का बना तटबंध होता है। अपवाह क्षेत्र में जल ढलानों पर नीचे की ओर बहता है और बंध द्वारा रुककर जलाशय बना लेता है। एकत्र जल की कुछ मात्रा को कुँयें बनाकर भूमि में प्रवेश करा दिया जाता है। इन जलाशयों के सूखने पर भी इनमें काफी नमी होती है, जहाँ फिर कृषि की जाती है।
प्रश्न 18.
जल के भौम जल संग्रहण के क्या लाभ हैं ?
उत्तर-
जल के भौम जल के रूप में संग्रहण के निम्नलिखित लाभ है-
- यह वाष्प बनकर उड़ता नहीं है।
- इसके लिए अधिक भूमि क्षेत्र की आवश्यकता नहीं व होती है।
- यह पौधों की जड़ों द्वारा अवशोषित होता है।
- इससे भूमि जल स्तर में वृद्धि होती है।
प्रश्न 19.
जीवाश्मी ईंधनों का उपयोग विवेकपूर्ण ढंग से करना चाहिए। क्यों ?
उत्तर-
- पृथ्वी पर जीवाश्मी ईंधनों के स्रोतों (कोयला एवं पेट्रोलियम) की मात्रा सीमित है।
- जीवाश्मी ईंधनों के जलाने से वायु प्रदूषण उत्पन्न होता है।
प्रश्न 20.
कोयला तथा पेट्रोलियम के उपयोग को कम करने के दो उपाय बताइए।
उत्तर-
- कोयला द्वारा निर्मित विद्युत उत्पादन तथा । इसकी खपत को कम करना चाहिए।
- व्यक्तिगत वाहनों के स्थान पर सामूहिक वाहनों का प्रयोग करना चाहिए।
प्रश्न 21.
वायु में CO2, की मात्रा बढ़ने से क्या प्रभाव होते हैं?
उत्तर-
- फसल के पैदावार क्रम में परिवर्तन होता है।
- वैश्विक ऊष्मायन प्रभाव उत्पन्न होता है।
- ध्रुवीय बर्फ पिघलती है।
प्रश्न 22.
ओजोन परत किस प्रकार बनती है? पृथ्वी पर सभी जीवन स्वरूपों के लिए इसके महत्त्व का उल्लेख कीजिए। 1980 के दशक में वायुमण्डल में ओज़ोन की मात्रा में तीव्रता से गिरावट क्यों आई? (CBSE 2020)
उत्तर-
आजोन परत का निर्माण-वायुमण्डल के ऊपरी भाग में सूर्य की पराबैंगनी विकिरणों के उपयोग से ऑक्सीजन गैस ओज़ोन में परिवर्तित होती है।
ओज़ोन परत का महत्त्व-पृथ्वी पर सभी जीवों को ओज़ोन परत सूर्य के प्रकाश की हानिकारक पराबैंगनी विकिरणों से बचाती है। इसलिए सभी जीव इन विकिरणों से होने वाले रोगों से बच जाते हैं।
ओजोन परत का ह्रास-मनुष्य द्वारा अत्यधिक मात्रा में क्लोरोफ्लुओरो कार्बन (CFCs) रसायनों के उपयोग करने के कारण 1980 के दशक में वायुमण्डल में आज़ोन की मात्रा में तीव्रता से गिरावट आई।
प्रश्न 23.
CO2 में उत्सर्जन के विनियमन के लिए अन्तर्राष्ट्रीय मानक का पता लगाइए।
उत्तर-
क्योटो प्रोटोकाल में CO2 के उत्सर्जन विनियमन के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों में चर्चा की गई। इस समझौते के अनुसार औद्योगिक राष्ट्रों को अपने CO2 तथा अन्य ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन स्तर में 5.2% की कमी लाने के लिए कहा गया था। आस्ट्रेलिया एवं आइसलैंड के लिए यह मानक क्रमश: 8% तथा 10% निर्धारित किया गया है। क्योटो प्रोटोकाल समझौता जापान में क्योटो शहर में दिसम्बर 1997 में हुआ था। इसे 16 फरवरी, 2005 को लागू किया गया। दिसम्बर 2006 तक 169 देशों ने इस समझौते का अनुमोदन किया।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type Questions)
प्रश्न 1.
‘नमामि गंगे परियोजना’ पर एक निबन्ध लिखिए।
उत्तर-
भारत सरकार ने गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए नमामि गंगे नामक संरक्षण मिशन शुरू किया था। इस अभियान की शुरूवात 2014 में की गई थी। गंगा नदी को सन् 2020 तक प्रदूषण मुक्त करने का संकल्प लिया गया है। इस मिशन के तहत केन्द्रीय हिस्सेदारी के साथ 8 राज्यों और 47 शहरों को कार्यान्वित किया गया है। इस योजना के तहत राष्ट्रीय निगरानी केन्द्र तथा 4 स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है।
इस मिशन के द्वारा गंगा नदी के मुख्य घटकों जैसे की नालों के गंदे जल का उपचार, नदी भूतल साफ-सफाई, नदी में से माद हटाना, नदी के आस-पास का विकास करना, जैव-विविधता संरक्षण, वनीकरण बनाना, ग्राम परियोजना इत्यादि शामिल है। राष्ट्रीय गंगा परिषद ने 2016 में राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण का जगह ली थी। इस मिशन के तहत अब तक लगभग 313 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इनकी लागत 25,000 करोड़ रुपये है।
प्रश्न 2.
वन्य प्राणियों के जीवन की सुरक्षा के लिए कौन-कौन से कानून एवं नियम अस्तित्व में आए हैं ?
उत्तर-
केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकारों द्वारा वन्य प्राणियों के जीवन की सुरक्षा के लिए अनेक नियम व कानून बनाए गए हैं-
- वन्य पक्षी एवं प्राणी सुरक्षा नियम, 1912
- मद्रास वन्य हाथी सुरक्षा नियम, 1873
- अखिल भारतीय हाथी सुरक्षा नियम, 1879
- बंगाल राइनो सुरक्षा कानून, 1932.
- वन्य प्राणियों हेतु भारतीय बोर्ड की स्थापना, 1952.
- राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य प्राणी विज्ञानशालाओं की स्थापना।
- असम गैंडा सुरक्षा कानून 1954.
- जैव मंडल सुरक्षा हेतु भारतीय राष्ट्रीय मानव तथा जैव-मण्डलीय समिति, 1972.
- विलुप्त होती जा रही प्रजातियों जैसे मगरमच्छ तथा बाघों के संरक्षण हेतु परियोजना 1973.
- राष्ट्रीय वन्य जीवन क्रियाकलाप नियम, 1982.
प्रश्न 3.
वनों को किस प्रकार हानि होती है ? वन विनाश के प्रभाव तथा वन विनाश को रोकने के उपाय सुझाइए।
उत्तर-
वन हमारे प्राकृतिक संसाधन हैं। वनों की हानि के लिए मनुष्य सबसे अधिक जिम्मेदार है। मनुष्य ने अपनी आवश्यकताओं जैसे कृषि भूमि, भवन निर्माण, उद्योगधन्धे, आखेट, ईधन आदि के लिए वनों की अंधाधुंध कटाई की है जिससे प्राकृतिक संतुलन खतरे में पड़ गया है। बढ़ती आबादी एवं विकास कार्यक्रमों के कारण वन भूमि सिकुड़ती जा रही है।
वन विनाश के निम्नलिखित प्रभाव हैं-
- प्रदूषण की समस्या उत्पन्न होना,
- वन्य जीवों की संख्या में कमी,
- सूखे की स्थिति उत्पन्न होना,
- जलवायु में परिवर्तन,
- मृदा अपरदन में वृद्धि।
वन विनाश को रोकने के निम्न उपाय किए जा सकते है-
- खाली भूमि पर पुनः वन रोपण,
- वनों की कटाई पर प्रतिबन्ध,
- वनों को राष्ट्रीय सम्पत्ति घोषित कर इन्हें हानि पहुँचाने वालों को दण्ड का प्रावधान,
- जैव विविधता को बढ़ावा देना,
- पशुओं के चारण पर रोक,
- व उत्पादों के विकल्पों की खोज।
प्रश्न 4.
सार्वसूचक (Universal indicator) की सहायता से अपने घर में आपूर्ति पानी का pH ज्ञात कीजिए।
उत्तर-
सार्वसूचक एक pH सूचक है, जो pH के विभिन्न मान वाले विलयनों में विभिन्न रंग प्रदर्शित करता है। अम्ल स्वाद में खट्टे होते हैं। ये नीले लिटमस को लाल कर देते हैं। क्षारकों का स्वाद कड़वा होता है। यह लाल लिटमस को नीला कर देते हैं लिटमस एक प्राकृतिक सूचक होता है।
पानी के नमूनों को अलग-अलग परखनली या बीकर में लेकर इसमें लिटमस कागज डालने पर कागज में आने वाले परिवर्तनों से पानी के नमूने की प्रकृति ज्ञात की जा सकती है। यदि रंग में कोई परिवर्तन नहीं होता तो वह जल का नमूना उदासीन होता है। उदासीन जल का pH मान 7 होता है। इससे कम मान अम्लता को तथा अधिक मान क्षारकता को प्रदर्शित करता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न (Objective Type Questions)
1. मानव की आँत में कौन सा जीवाणु होता है जो गंगा जल को दूषित करता है ?
(a) राइजोबियम
(b) कोलीफॉर्म
(c) फीताकृमि
(d) प्लाज्मोडियम
उत्तर-
(b) कोलीफॉर्म।
2. IUCN का अर्थ है-
(a) इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर एण्ड नेचुरल रिसोर्सेस
(b) इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ कंट्री नेचर
(c) इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ कॉउन्सिल नेचुरल रिसॉर्सेस
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर-
(a) इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर एण्ड नेचुरल रिसोर्सेस।
3. पर्यावरण को बचाने के लिए है –
(a) 3R’
(b) 5 Rs.
(c) 3 Ps.
(d) 5 Ps.
उत्तर-
(a) 3R’.
4. प्राकृतिक संसाधनों से प्राप्त होता है-
(a) भोजन
(b) सीमेण्ट
(c) पत्थर
(d) ये सभी।
उत्तर-
(d) ये सभी।
5. संसाधन प्रबंधन का अर्थ है कि उनका उपयोग
(a) गाँव में रहने वाले करें
(b) शहर में रहने वाले करें
(c) सभी वर्गों में समान रूप से हो
(d) सिर्फ उद्योगपति करें।
उत्तर-
(c) सभी वर्गों में समान रूप से हो।
6. सन् 1970 के गढ़वाल में ‘रेनी’ नामक गाँव में पेड़ों को बचाने के लिए कौन सा आन्दोलन चलाया गया?
(a) पर्यावरण बचाओ आन्दोलन
(b) चिपको आन्दोलन
(c) खेजड़ी बचाओ आन्दोलन
(d) इनमें कोई नहीं।
उत्तर-
(b) चिपको आन्दोलन।
7. किस वर्ष खेजड़ली गाँव में 363 लोगों ने ‘खेजड़ी वृक्षों’ को बचाने हेतु अपने जीवन का बलिदान दिया ?
(a) 1741
(b) 1831
(c) 1713
(d) 1841.
उत्तर-
(c) 1713.
8. भारत में जल संग्रहण की पुरानी पद्धति है-
(a) खादिन एवं कुल्ह
(b) बंधारस एवं ताल
(c) अहार तथा पाइन
(d) उपर्युक्त सभी।
उत्तर-
(d) उपर्युक्त सभी।
9. जल संग्रहण है-
(a) जलीय नहरों का शाखान्वयन
(b) नदियों का शाखान्वयन
(c) वर्षा जल का संग्रहण
(d) गंदे जल का संग्रहण ।
उत्तर-
(c) वर्षा जल का संग्रहण।
10. चिपको आंदोलन किस वर्ष प्रारम्भ हुआ ?
(a) 1970
(b) 1985
(c) 1990
(d) 1995.
उत्तर-
(a) 1970.
11. गंगा कार्य योजना किस वर्ष प्रारम्भ हुई थी ?
(a) 1980
(b) 1985
(c) 1990
(d) 1995.
उत्तर-
(b) 1985.
12. सरदार सरोवर बाँध किस नदी पर निर्मित हुआ?
(a) नर्मदा
(b) गंगा
(c) नर्मदा
(d) तावा।
उत्तर-
(c) नर्मदा।
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (Fill In the blanks)
1. सफेदी करने के दो-तीन दिन बाद ……………………….. की परत का निर्माण होता है।
उत्तर-
कैल्सियम कार्बोनेट,
2. श्वसन एक ……………………….. रासायनिक अभिक्रिया है।
उत्तर-
ऊष्माक्षेपी,
3. लोहे की वस्तुओं पर जंग उनकी खुली सतह पर ……………………….. एवं ……………………….. के कारण लगती हैं।
उत्तर-
ऑक्सीजन, नमी,
4. तेल एव वसायुक्त खाद्य पदार्थों के अपचयन से बचाव हेतु हम इनमें ……………………….. प्रवाहित कर देते हैं।
उत्तर-
नाइट्रोजन,
5. मैग्नीशियम को वापयु की उपस्थिति में जलाने पर ……………………….. प्राप्त होगा।
उत्तर-
मैग्नीशियम ऑक्साइड।
सुमेलन संबंधी प्रश्न (Matrix Type Questions)
सूची A तथा सूची B को मिलान कीजिए।
सूची A | सूची B |
1. कुल्ह | (i) उत्तरप्रदेश |
2. चिपको आन्दोलन | (ii) वन |
3. तालाब | (iii) हिमाचल प्रदेश |
4. तप्त स्थल | (iv) कागज उद्योग |
5. गंगा सफाई योजना | (v) 1985 |
6. वन पर आधारित | (vi) उत्तराखंड |
उत्तर-
सूची A | सूची B |
1. कुल्ह | (iii) हिमाचल प्रदेश |
2. चिपको आन्दोलन | (vi) उत्तराखंड |
3. तालाब | (i) उत्तरप्रदेश |
4. तप्त स्थल | (ii) वन |
5. गंगा सफाई योजना | (v) 1985 |
6. वन पर आधारित | (iv) कागज उद्योग |
(b)
सूची A, सिंचाई प्रणाली | सूची B, राज्य |
1. खादिन | (i) महाराष्ट्र |
2. ताल | (ii) केरल |
3. कुल्ह | (iii) तमिलनाडु |
4. एरिस | (iv) राजस्थान |
5. पाइन | (v) हिमाचल प्रदेश |
6. सुरंगम | (vi) बिहार |
उत्तर-
सूची A, सिंचाई प्रणाली | सूची B, राज्य |
1. खादिन | (iv) राजस्थान |
2. ताल | (i) महाराष्ट्र |
3. कुल्ह | (v) हिमाचल प्रदेश |
4. एरिस | (iii) तमिलनाडु |
5. पाइन | (vi) बिहार |
6. सुरंगम | (ii) केरल |